RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
फिर शालू किचन में जाकर सरिता को सब बतायी तो वो हँसते हुए बोली: अरे ये तो सब बदमाश हैं। वो रवीना तो बाप भाई दोनों से ही चूदवा रही है।अब शालू की आँखें फटी रह गयी,फिर सरिता ने उसको सब बात बतायी। वो बोली: इसका मतलब है कि मामी भी इसने शामिल होगी, तो क्या राहुल अपनी माँके साथ भी ये सब करता होगा?
सरिता: लगता तो ऐसा ही है।ये तो सम्भव नहीं है किएक घर में जिसने चार सदस्य हैं, तीन तो एक दूसरे से मज़े ले रहे हैं और चौथे यानी मामी को पता ही नहीं चले? ये कैसे हो सकता है?
शालू: ओह तो इसका मतलब की माँ बेटा भी ?
सरिता: जब बाप बेटी सम्भव है तो माँ बेटा क्यों नहीं हो सकता?
शालू: हाँ आप ठीक बोल रही है,पर फूफाजी तो रंगीन हैं, अभी मेरी चूतभी दबा दिए।
सरिता: सच्ची? साला हरामी है, पर लंड उसका तगड़ा है, जब मुझे गोद मेंबैठाया तो लगा कि लकड़ी का खूँटा सा गड़ गया गाँड़ में।
शालू: मैंने एक बात नोटिस की है कि पापा भी रवीना को ज़रा ज़्यादा ही घूर रहें हैं,तुमने ध्यान दिया?
सरिता हँसकर बोली: अरे तेरे पापा अभी मुझको बोल के गयें हैं कि उनको रवीना की लेनी है।
शालू: हाय सच्ची? मतलब मेरा शक ठीक ही था।
सरिता: शालू, एक बात बोलूँ, जैसे बाक़ियों के साथ तेरे पापा ने अदला बदली की थी इनके साथ भी कर लें? मतलब तेरी और रवीना की अदला बदली।
शालू की चूतमें कीड़े चलने लगे, उसने चूत को खुजाया और बोली: हाय तब तो मज़ा ही आ जाएगा। पर उस राहुल का क्या होगा? तुझे पता आज मैंने उसको अपनी पैंटी दिखाई बड़ी देर तक, उसके पैंट में तंबू तन गया था, और वो खि खि करके हँसने लगी।
सरिता की आँखों मेंउसका लहराता लंड घूम गया और वो बोली: अरे उसको मैं संभाल लूँगी ना, उसकी फ़िक्र ना करो।
अब दोनों हँसने लगीं। फिर शालू बोली: तुम पापा को सुझाव दो ना ये अदला बदली वाला ।
सरिता ने शालू की चूतदबाते हुए कहा: लगता है बहुत खुजा रही है?
शालू: अरे अगर ये लोग नहीं होते तो पापा अब तक एक राउंड की चूदाइ हम दोनों के साथ कर चुके होते।
सरिता: चलो मैं जुगाड़ करती हूँ, मेरी भी चूतखुजा रही है, जब से मैंने राहुल का मर्दाना लंड देखा है, १९ साल की उम्र में इतना तगड़ा लंड, आह्ह्ह्ह्ह्ह मज़ा ही आ जाएगा।
फिर शालू वहाँ से बाहर आइ।
अब राहुल और राज भी हॉल में आ गए और शालू जाकर रवीना को उठाकर ले आयी और सब फिर चाय पीते हुए बातें करने लगे।
श्याम: अरे बच्चों कहीं घूम आओ।
शालू बोली: पापा हम फ़िल्म देख आएँ?
श्याम : हाँ बेटा जाओ फ़िल्म देख आओ।
वो तीनों तय्यार होकर फ़िल्म देखने चले गए। उनके जाते ही राज बोला: मैं तेरी चाल समझ गया कि तुमको सरिता को चोदना है, सही बोला ना?
वो हँसकर बोला: सही हो तुम यार। चल अब दिला दे यार उसकी चूत। वो अपने लंड को मसलते हुए बोला।
राज: जिज़ू मैं तुमको सरिता को दिलवा के अपनी बहन से धोका कैसे करता हूँ?
श्याम: अरे अब मैं तुमको कैसे बताऊँ किहमारे घर में ये सब कोई बड़ी बात नहीं समझी जाती।
राज: इसका मतलब कि मैं अगर अभी दीदी से फ़ोन पर पूछूँ कि तुमको सरिता को चोदने दूँ तो क्या वो इजाज़त दे देगी?
श्याम: वो हँसते हुए इजाज़त दे देगी ।
अब राज का सर घूम गया और वो बोला: मैं सरिता को लेकर आता हूँ।
सरिता उसके बेडरूम में कपड़े प्रेस कर रही थी, राज को देखकर उसने उसको शालू से हुई बातें बता दी और ये भी बताया किउसको शक है कि शायद राहुल भी अपनी माँ को यानी राज की बहन को चोदता ही होगा।
राज बोला: तुम शायद सही बोल रही हो। वो तुमको अभी चोदना चाहता है। मेरा सोचना है कि तुम्हें चूदवा लेना चाहिए। और पता करो कि क्या दीदी भी इस सब में मिली हुई है।
वो हँसते हुए बोली: तो जाऊँ अभी चूदवा लूँ?
राज बोला: चलो मैं ही तुमको लेकर चलता हूँ।
फिर वो दोनों बाहर आए और राज ने श्याम को कहा: लो जिज़ू तुम्हारा माल लेकर आ गया। फिर राज ने सरिता को उसके पास लाके खड़ा कर दिया। श्याम ने उसको पकड़ा और अपनी गोद मेंखींचकर बैठा लिया। अब वो उसके होंठों को चूसते हुए उसकी चुचि दबाने लगा,वो भी मस्ती से उसके होंठ चूसने लगी।फिर उसने राज को देखकर कहा: बेडरूम में चले जाएँ हम?
राज हँसकर बोला: हाँ यही ठीक रहेगा।
श्याम: तुम भी आओगे क्या?
राज: नहीं यार तुम ही मज़ा लो अभी, मैं तो इसको चोदताही रहता हूँ।
श्याम: चलो ठीक है, सरिता आओ चलो ।
फिर सरिता उसके साथ कमरे मेंचली गई।राज चुपचाप खिड़की के पास आया और पर्दा हटा कर अंदर देखने लगा।
उधर श्याम ने सरिता को खड़े खड़े ही अपनी बाहों मेंबाँध रखा था,और उसके होंठ को चूसते हुए उसके बड़े बड़े नितम्बों को दबा रहा था, वो भी उसके खड़े लंड को अपने पेट पर दबता महसूस कर रही थी, और उसने भी अपने हाथ उसकी गर्दन पर डाल दिए थे और उससे लिपटी हुई थी।
अब श्याम बोला: चलो मेरी जान अब कपड़े खोलो, तुम्हारी मस्तानी जवानी का दीदार करना है, और उसने उसकी कुर्ती उठाने लगा।सरिता ने भी अपने हाथ उठा कर उसकी मदद की, कुर्ती हटते ही ब्रा में फँसे हुए उसके मोटे बब्बे देखकर वो उनको चूमने लगा और और उसने अब सलवार के नाड़े को खोलने का काम शुरू किया।सलवार उसके पैरों पर गिरी और वो पूरी नंगी हो गई, पैंटी तो उसको राज पहनने ही नहीं देता था।उसकी मदामाती जवानी ग़ज़ब ढा रही थी, और अब उसने ब्रा भी खोल दिया। सरिता पूरी नंगी खड़ी थी, क्या मस्त कामुक लग रही थी। बड़े बड़े चूचे, पतली कमर, थोड़ा सा भरा हुआ पेट और भरी हुई जाँघें और बहुत बड़े बड़े गोल गोल चूतर और उसके बीच की दरार, जहाँ उसने अपनी मस्त गाँड़ और चूत छिपा रखी थी।
अब सरिता ने भी श्याम के लोअर को खोलकर नीचे गिरा दिया और फिर उसकी टी शर्ट भी उतार दी। अब उसके सीने को चूमते हुए उसने उसके निपल्ज़ चूसने लगी, श्याम मस्ती से अपना लंड उसके पेट मेंरगड़ने लगा, तभी वो बिस्तर पर बैठ गई, और उसकी चड्डी नीचे करके उसका लंड बाहर निकाली और उसको हाथ मेंलेकर सहलाने लगी।उसका लंड राज के लंड के बराबर ही था, पर शायद राज का थोड़ा मोटा था।फिर वो झुकी और उसके सुप्पाड़े को मुँह मेंलेकर चूसने लगी, और वो भी उसकी चूचियाँ दबाने लगा।फिर वो जाके बॉल्ज़ को भी चूसी और फिर पूरा लंड चूसने लगी, उसका सर ऊपर नीचे हो रहा था, और अब श्याम वाह्ह्ह्ह्ह्ह क्या चुउउउउउउससस्स रहीइइइइइइ हो जाऽऽऽन्न्न्न्न, कहकर उसका मुँह चोदनेलगा।फिर सरिता का हाथ उसके चूतरों पर आ गया और वो उनको दबाते हुए लंड चूसती रही। अब उसने अपनी एक ऊँगली उसकी दरार में डालकर उसकी गाँड़ के छेद को सहलाने लगी। श्याम ज़ोर से हाय्यय करके अपना लंड उसके मुँह से निकाला और बोला: अरे ऐसे चूसोगी तो मैं झड़ जाऊँगा, चलो लेटो और वो सरिता को लिटाकर उसके ऊपर आ गया और उसकी चूतमें ऊँगली डालकर उसका गीलापन चेक किया और फिर अपना लंड उसकी चूतमेंडाल दिया। अब वो उसके दूध दबाते हुए उसके होंठ चूसते हुए उसकी चूदाइ मेंलग गया।अब उसके चूतरों को दबाकर उसकी चूतफाड़ने लगा।उधर सरिता भी मज़े से चूदवाती हुई अपने हाथ को उसके चूतरों पर रख कर नीचे दबाने लगी। तभी उसको याद आया कि जब अभी उसकी गाँड़ के छेद में उँगली डाली थी तो वह बहुत उत्तेजित हो गया था।ये सोचकर उसने योजना बनाई और बोली: आऽऽऽऽ बहुउउउउउउत्तत मजाऽऽऽ आऽऽऽ रहा हाइइइइइइ ।
फिर वो कमर उछालते हुए बोली: अच्छा ये बताइए आह्ह्ह्ह्ह्ह की शालू और रवीना की उम्र एक ही, पर रवीना इतनी बड़ी क्यों दिखती है, जबकि शालू अभी भी बच्ची ही लगती है?
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