RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
करीना बेंच से उठकर गोगा के साथ टिकेट काउन्टर पे जाते-जाते मन ही मन बोलती है- “थैंक गोड कि मैंने नक़ाब पहना है, कितनी थर्ड क्लास भाषा इस्तेमाल करता है गोगा? छीछि, मैं तो ऐसे लोगों को अपनी जूती भी ना बनाऊँ। पर वो भी क्या करे, वो भी तो अपनी बीमारी की मजबूरी में ही मुझे ये सब गुस्से में कह रहा है। मैंने ही तो उससे बोला था कि ‘मैं उसकी बीमारी को समझती हूँ’, कुछ घंटे ही तो मैं उसके साथ रहूंगी, उसके बाद मैं अपने रास्ते और वो अपने रास्ते चले जाएँगे, इसलिये मुझे उसकी बातों का बुरा नहीं मानना चाहिए…”
गोगा करीना को लेकर टिकेट काउन्टर पर पहुँच जाता है, और काउन्टर खखड़की को खटखट करता है। टिकेट काउन्टर औरत नाक की आवाज सुनकर गोगा की तरफ देखकर बोलती है- “हाँ सर, मैं आपकी क्या मदद कर सकती हूँ?”
गोगा- “ये जो मेडमजी हैं उन्हें टिकेट लेना है, उन्होंने आनलाइन टिकेट खरीदा है…”
टिकेट काउन्टर औरत करीना से ई-मेल अड्रेस लेकर आनलाइन बुकिंग चेक करके करीना को टिकेट देती है, और बोलती है- “आपका नाम तो मेरी पसंदीदा एक्ट्रेस के ऊपर है, और फोटो में भी उन्हीं की तरह दिखती हैं आप…”
करीना काउन्टर औरत की बात को काटते हुये टिकेट लेते हुये बोलती है- “तुम भी ना… अच्छा मजाक कर लेती हो…” और करीना उस टिकेट काउन्टर औरत को देखकर चुप रहने का इशारा करती है, और हड़बड़ाते हुये उस टिकेट काउन्टर से टिकेट लेकर बेंच पर बैठने चली जाती है।
गोगा टिकेट काउन्टर औरत से पूछता है- “मुझे भी पटना का एक ट्रेन टिकेट चाहिए…”
टिकेट काउन्टर औरत- “सर, पटना की ट्रेन पूरी तरह से बुक है, कोई जगह नहीं बची…”
गोगा ये बात सुनकर पूरा हिल जाता है, और बोलता है- “क्या? एक भी नहीं है?”
टिकेट काउन्टर औरत- “नहीं है, सारी सर, लेकिन आप कल आइए…”
गोगा मन ही मन- “ये पनौती गलत टाइम पर लगी है। करीना के साथ जाकर ही मैं अपने प्लान को अंजाम दे सकता हूँ। हे भगवान् कोई रास्ता दिखाओ…”
तभी गोगा के दिमाग में एक प्लान आता है। उसे शाहरुख खान जब ‘0’ था तो उसने डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र किया था, तो उसे लगता है कि ये इतिहास वो दोहरा सकता है। गोगा अपना मायूस काला कलूटा चेहरा नीचे झुकाए, करीना जहाँ बैठी थी वहाँ जाकर करीना के बाजू में बेंच पर बैठ जाता है।
गोगा को ऐसे मायूस बैठे देखकर करीना बोलती है- “क्या हुआ? इतना मायूस क्यों हो तुम?”
गोगा- “पटना की एक भी टिकेट नहीं है- “
करीना- “ओह नो… अब क्या मुझे अकेले ही जाना होगा?”
गोगा करीना की तरफ देखकर बोलता है- “नहीं, टिकेट नहीं मिला तो क्या हुआ, लेकिन मैं तेरे साथ सफ़र करूँगा वो भी डब्ल्यू॰टी॰…”
करीना- “डब्ल्यू॰टी॰ मतलब?”
गोगा- “विदाउट टिकेट…”
करीना- “ये लीगल है?”
गोगा- “नहीं, लेकिन तुम ज़्यादा फिकर मत करो, मैं संभाल लूँगा…”
करीना- “अगर पुलिस ने पकड़ लिया तो?”
गोगा मन ही मन- “पुलिस का ही तो डर है, अगर पोमलस ने पकड़ लिया, तो डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र के जुर्म में जेल चला जाऊँगा, और ये रंडी मेरे हाथ से छूट जाएगी, लेकिन रिस्क तो उठाना ही होगा…”
गोगा- “तू क्यों इतना टेंशन लेती है, मैं सभाल लूँगा…”
अब 7:00 भी बज चुके थे और पटना जाने वाली ट्रेन अभी तक आई नहीं थी, गोगा तो फुल टेंशन में बेंच पर बैठा, डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र की प्लानिंग कर रहा था।
करीना बेंच पर बैठे-बैठे बोर हो जाती है, और गोगा को बोलती है- “मैं जरा सफ़र के लिये पानी की बोतल खरीदकर और टिकेट काउन्टर से पटना की ट्रेन की पूछताछ करके आई, मेरे पर्स और बैग के ऊपर नजर रखना, यही रख रही हूँ बेंच पर…”
गोगा- “हाँ, जाओ, लेकिन जल्दी वापपस आना, मैं जरा यहीं बैकर ट्रेन का इंतजार करता हूँ…”
करीना- “हाँ, ठीक है…” और करीना पहले बेंच से उठकर अपनी गाण्ड को मटकाते हुये चलते-चलते टिकेट काउन्टर पे जाती है, और टिकेट काउन्टर पे बोलती है- “हेलो…”
टिकेट काउन्टर औरत- “मेम आपको मैंने पहले ही पहचान लिया था आपका आई॰डी देखकर कि आप करीना हैं, मुझे पता था कि आप इस फ़ैन को मिलने आएँगी…”
करीना- “ओह्ह… जरा धीरे बोलो, यहाँ कोई मुझे पहचानता नहीं है, इस नकाब की वजह से…”
टिकेट काउन्टर औरत- “लेकिन आप ऐसे छुपते हुये, वो भी ट्रेन से क्यों सफ़र कर रही हैं?”
करीना- “वो लंबी कहानी है, अभी तो तुम्हें ये बात किसी को नहीं बतानी है कि मैं यहाँ ऐसे ट्रेन से सफ़र करने वाली हूँ। अगर किसी को भी पता चला कि मैं करीना यहाँ अकेली ट्रेन से सफ़र कर रही हूँ तो तुम्हें अंदाज़ा होगा ही कि क्या हो सकता है? क्योंकि तुम एक औरत हो, और एक औरत ही औरत का दर्द समझ सकती है…”
टिकेट काउन्टर औरत- “मैं समझ सकती हूँ मेडमजी, लेकिन मुझे आपका आटोग्राफ चाहिए…” और काउन्टर औरत करीना को पेन और कागज देती है।
करीना- “तुम भी ना…” और करीना कागज पर अपना साइन करती है, और टिकेट काउन्टर औरत को साइन किया हुआ कागज देते हुये बोलती है- “बाइ दा वे, तुम्हारा नाम क्या है?”
टिकेट काउन्टर औरत करीना का साइन किया हुआ कागज लेते हुये बोलती है- “थैंक यू मेम, लेकिन आपके साथ वो अधेड़ काला बूढ़ा आदमी कौन था, जो आपके साथ था यहाँ?”
करीना- “वो ना… वो मेरा गाइड है, चलो बहुत सवाल पूछ लिये तुमने, मैं अब जाती हूँ… और ये सीक्रेट किसी को ना बताना…” और करीना वहाँ से जाती है। करीना ने कागज देते वक़्त 5000 रूपये भी उस काउन्टर औरत को अपना मुँह बंद रखने के लिये दिए थे।
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सुबह के 7:04 बज चुके हैं और सूरज के प्रकाश में करीना का गोरा बदन रेड साड़ी और स्लीवलेश ब्लाउज में बेहद ही आकर्षक लग रहा था। करीना जैसे-जैसे अपनी गाण्ड मटकाते प्लेटफार्म पे चलती आगे बढ़ रही थी, वैसे-वैसे जो सूट-बूट में लोग थे वो भी और जो फटे पुराने कपड़े पहने वहाँ भीख माँग रहे थे और कुछ जो ठेले पर कुछ ना कुछ बेच रहे थे वो सब लोग, करीना के गिराए गोरे जिस्म को देखकर लार टपका रहे थे। करीना की साड़ी का पल्लू जैसे-तैसे करीना के 36” साइज के दोनों दूध के टेंकर्स को ना के बराबर कवर कर रहा था, और भोली करीना अपनी 36” साइज की बड़ी-बड़ी चुचियों का अंजाने में सामूहिक प्रदर्शन कर रही थी। चलते वक्त करीना की चुचियाँ ऊपर-नीचे उछल रही थीं, और ऐसा कामुक नजरा देखकर मुंबई रेलवे स्टेशन करीना की वजह से गरम हो गया था।
करीना को भी अब ऐसे फ्रीयली, वो भी रेलवे स्टेशन जैसे स्थान पर चलना अच्छा लगता है, क्योंकि करीना के फैंस जब भी उसे देखते कहीं भी, तो करीना भीड़ के कारण कभी कार में क़ैद हो जाती, तो कभी किसी के रूम में, तो कभी होटेल में। लेकिन आज करीना, खुली हवा में साँस ले रही थी, प्लेटफार्म के दूसरे छोर पर करीना को बड़ी सी दुकान दिखती है, तो वो उस दुकान की ओर पानी की बोतल लेने चल पड़ती हैं।
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