RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
गोगा जरा गुस्सा तो हो गया, क्योंकि उसे टी॰टी॰ई॰ ने नौकर कहकर पुकारा था।
करीना और गोगा टी॰टी॰ई॰ के पास जाते हैं और करीना अपना टिकेट टी॰टी॰ई॰ को दिखाती है- “ये लीजिए भैया …”
करीना का टिकेट देखकर शकील जरा हैरान होता हुआ करीना को देखकर हँसता है।
शकील को ऐसे अपने ऊपर हँसता देखकर करीना बोलती है- “क्या हुआ?”
शकील- “आप दिखने में हाई-फ़ाई लगती हैं, फिर भी टिकेट स्लीपर क्लास, नो एसी क्लास का निकाला है आपने वाह… मुझे तो लगा था फर्स्ट क्लास ली होगी…”
करीना को ट्रेन के बारे में कुछ समझ नहीं थी, उसे स्लीपर क्लास, नो एसी और फर्स्ट क्लास के बारे में कुछ पता नहीं था, तो वो अपनी आँखें बड़ी करके शकील को कहती है- “तो क्या हुआ, फर्स्ट क्लास में ऐसा क्या होता है जो एसी स्लीपर एकानमी क्लास में नहीं होता?”
करीना के इस सवाल से शकील समझ जाता है कि करीना पहली बार सफ़र कर रही है तो वो जवाब में कहता है- “फर्स्ट क्लास में प्राइवेसी होती है, और पर्सनल एसी होता है, और स्लीपर क्लास नो-एसी क्लास में प्राइवेसी नहीं होती सब लोग आमने सामने ही बैठते हैं और सोते हैं, और एसी की सुविधा भी नहीं होती…”
करीना के नौकर रामू ने गलती से नासमझी में करीना को ट्रेन की एसी एकानमी क्लास की टिकेट आनलाइन बुक कर दी थी
करीना- “एवववव, मतलब मुझे प्राइवेसी नहीं मिलेगी? और एसी भी नहीं होगा, हे भगवान…”
गोगा मन ही मन- “चलो ये एक ठीक हुआ, के करीना ने अपनी बेवकूफी की वजह से एसी स्लीपर एकोनमी की टिकेट बुक की, नहीं तो मुझे लगा था कि ये फर्स्ट क्लास में और मैं स्लीपर क्लास नान एसी में रहूँगा…”
शकील शैतानी स्माइल देकर कहता है- “जी हाँ, अब आप नम्बर 8 बोगी में अपनी जगह के बुक किए नम्बर पर जाइए जो टिकेट पे है…”
करीना मन ही मन- “ये बेवकूफ़ रामू ने मुझे मेरे स्टेटस के मुताबिक ट्रेन के फर्स्ट क्लास की बुकिंग नहीं की, क्या मुशीबत है? प्राइवेसी भी नहीं होगी छीछी… अब पीछे भी नहीं हट सकती, मुझे उसी क्लास से सफ़र करना ही होगा, है भगवान्…”
और करीना गोगा के साथ नम्बर 8 बोगी की तरफ बढ़ ही रही थी कि शकील गोगा को बोला- “ओ भाईसाब, आप कहाँ जा रहे हैं मेमसाब के साथ? टिकेट तो दिखाईए?”
गोगा हड़बड़ाते हुये बोलता है- “साहब, वो क्या है कि मुझे मेडमजी का समान लेजाकर जहाँ मेडमजी बैठेंगी वहाँ रखूँगा, बहुत भारी है बैग…”
शकील- “हाँ ठीक है ठीक है, और ट्रेन निकलने से पहले बाहर आ जाना सामान रखकर…”
गोगा- “हाँ, ठीक है…” और गोगा उस बोगी की तरफ बढ़ता है।
करीना- “तुमने झूठ क्यों बोला शकील से?”
गोगा- “तो क्या उससे ये बोलता कि, मैं डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र करने वाला हूँ तेरे साथ, अब चुपचाप बैठ और चल…”
और शकील पीछे से करीना की मस्त मोटी गाण्ड को मटकते देखकर मन ही मन- “क्या मस्त गाण्ड है साली की, आज तो बड़ा अच्छा मौका मिला है एक हाई क्लास की औरत को टॉर्चर करने का, लेकिन कैसे करूँ? मौका तो है, क्योंकि ये साली नोन ए॰सी॰ स्लीपर में सफ़र करने वाली है, वो भी अकेले, लेकिन इस मौके का कैसे इस्तेमाल करूँ, अपनी हवस की भूख बुझाने के लिये?”
शकील एक 51 साल का आदमी था जिसकी उँचाई 5’7” है और वो कादी तगड़ा और बदसूरत है, उसके मुँह में हमेशा गुटखा रहता है, इस कारण उसके दाँत किसी दानव की तरह दिखते हैं, उसका पेट बाहर आया हुआ है, और नहाना पसंद नहीं है। अपने बदन की बदबू को छुपाने के लिये वो खुशुबूदार सेंट इस्तेमाल करता है, गांजे की लत से शकील की आँखें लाल ही रहती हैं, और कहीं भी चोदने का मौका मिले तो वो छोड़ता नहीं है, वो चुफ़ाई के वक़्त इतना वहशी हो जाता है कि, इसी वजह से उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर भाग गई।
गोगा करीना का सामान और टिकेट लिये करीना के साथ 8 नम्बर की बोगी में चढ़ जाता है। वो करीना के टिकेट नम्बर वाली सीट ढूँढ रहा था, और करीना, गोगा के पीछे-पीछे पर्स हाथ में पकड़कर चल रही थी। नोन ए॰सी॰ वाली बोगी में ज़्यादातर गरीब और मध्य वर्ग के लोग ही सफ़र करते हैं। करीना को देखते ही कोई भी बोल सकता है कि वो हाई क्लास औरत है, क्योंकि उसने महुँगे सोने के गहने पहने थे, और सोने से ज़्यादा उसका गोरा कोमल बदन उसकी हाई क्लास लाइफ स्टाइल की गवाही दे रहा था।
अपने खूबसूरत चेहरे पर स्टाइलिश जरा सी पारदर्शी नक़ाब में तो करीना कोई राजकुमारी ही लग रही थी, और साथ ही पहनी हुई रेड साड़ी और स्लीवलेस ब्लाउज में करीना बेहद ही से्सी लग रही था, करीना की हर चाल पर मटकती गाण्ड देखकर उस बोगी में सफ़र करने वाले हर मर्द के लण्ड में हलचल हो रही थी। आज पहली
बार कोई खूबसूरत हाई क्लास औरत नोन ए॰सी॰ क्लास में सफ़र करने वाली है। और करीना जैसी से्सी मस्त गोरे बदन वाली औरत की उस बोगी में मौजूदगी से बोगी का माहौल कामुक और मस्त हो गया था।
गोगा करीना की सीट तक पहुँच जाता है, और फिर करीना की सीट के नीचे करीना का और अपना सामान रख देता है। वहाँ बैठा हर शख्स गोगा को करीना का नौकर ही समझ रहा था, क्योंकि गोगा की शकल थी ही ऐसी, उसने फटी पुरानी ब्लैक पैंट और ब्लैक चेक की मैली सी शर्ट पहना था। फिर करीना उस फ्लैट 3 फीट के बेंच पर बैठ जाती है, और गोगा खिड़की के बाजू में जो पींखा होता है उसे चालू करता है और खुद भी करीना के बाजू में बैठ जाता है।
करीना को इतने सारे लोगों के बीच में, वो भी उसके बदन को घूरते मर्दों के बीच बैठकर बहुत परेशानी महसूस हो रही थी। करीना जिस सीट पर बैठी थी उसी सीट के आगे वाली सीट पर 3 लोग बैठे हुये थे, और वो तीनों दिखने में ही डरावने और बेवड़े लग रहे थे, और सामने मस्त चिकना माल देखकर लार टपका रहे थे।
और वहाँ शरम से अपनी आँखें झुकाए नीचे देखकर करीना मन ही मन- “क्या मुशीबत है, कितने गंदे लोग हैं यहाँ, छीछी मुझे तो अभी से साँस लेना भी मुश्किल हो रहा है।
फिर करीना गोगा को बोलती है- “गोगा, तुम जरा यहाँ सरकोगे, मैं खिड़की के नज़दीक बैठना चाहती हूँ…”
गोगा उठ खड़ा होता है और करीना सरक के खिड़की के नज़दीक जाकर बैठ जाती हैं।
गोगा बेचारा फुल टेंशन में था क्योंकि वो डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र कर रहा था, मतलब विदाउट टिकेट सफ़र कर रहा था, जिससे वो अगर पकड़ा गया तो उससे जेल भी हो जाएगी, और उसका सारा खेल चौपट हो सकता है। उसके दिमाग में अब यही था कि ‘कब ट्रेन चालू होगी और कब वो करीना के साथ पटना पहुँचकर अपने प्लान को हकीकत में अंजाम देगा’
और वहाँ आगे जो 3 लोग बैठे हुये थे, वो करीना की मांसल जांघें और ना के बराबर साड़ी के पल्लू से ढकी हुई 36” की चुचियाँ देखकर गरम हो गये थे, उन तीनों की उम्र 34, 36, 40 साल है। उनमें से 34 साल वाला जो कि शादीशुदा है और उसका नाम संदेश है, उसके बाजू में बैठा हुआ समीर है जिसकी उम्र 36 साल है और वो भी शादीशुदा है और उसके बगल में 40 साल का अब्दुल एक नाकारा, हवस से भरा हुआ इंसान है जिसे सिर्फ़ पीना और रंडियों को ठोंकना ही आता है।
उन तीनों में से अब्दुल ही है, जो धरती पर बोझ है। समीर और संदेश तो अपनी जोब की इंटेरव्यू देने पटना जा रहे हैं, लेकिन ये अब्दुल तो सिर्फ़ उनके साथ टाइम पास करने जा रहा था, अब्दुल का शरीर काला भोंडा सा, और उसने तब सफेद कुर्ता पायजामा पहना हुआ है, और सिर पर मुस्लिम टोपी है। अब्दुल अपने सामने एक खूबसूरत औरत को देखकर अपने दोनों दोस्तों को धीमी आवाज में बोलता है- “यारों, क्या मस्त माल बैठा है सामने, दिल तो कर रहा है आज इस मस्त चूची वाली औरत के साथ कुछ ऐसा वैसा कर ही दूँ…”
ये सुनकर संदेश बोलता है- “आआऽ भाई तू कुछ भी ऐसा वैसा मत कर, हम दोनों का जाब के लिये इींटरव्यू है, कमीने…”
अब्दुल- “हाँ… हाँ, पता है दोस्तों, मैं तो मजाक कर रहा था…”
समीर- “हाँ… पता है तेरा मजाक, कमीने। क्लास में जब मैं था तब, मेरी गलडफ्रेंड को तूने मजाक-मजाक बोलते हुये चोदा था, अभी तक भूला नहीं हूँ, इसीलिये तुझे हम दोनों अपने घर नहीं बुलाते, क्योंकि क्या पता तू हमारी बीवियों को भी ठोंक दे…” और वो तीनों धीमी आवाज में हँसने लगते हैं।
10 मिनट बीत जाते है, और ट्रेन चालू हो जाती है। गोगा की धड़कनें भी बढ़ जाती हैं, क्योंकि वो डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र कर रहा था, और ट्रेन भी चालू हो चुकी थी।
अब्दुल जरा कन्फ्यूज था क्योंकि करीना के साथ एक एक्स्ट्रा आदमी था, और यहाँ सिर्फ़ 4 लोगों के सोने की जगह थी, करीना के आगे वाली सीट पर अब्दुल सोने वाला था, और करीना के सीट के ऊपर भी एक सीट थी जिस पर समीर सोने वाला था। अब्दुल के सीट के ऊपर भी एक सीट थी जिस पर संदेश सोने वाला था। वो ये सोच रहा था कि करीना के बाजू में जो आदमी, याने गोगा, कहाँ सोएगा? तो वो गोगा से इस बारे में पूछता है- “ओह्ह… सरजी, आप क्या मेडमजी के साथ हो?”
गोगा सामने वाले का सवाल सुनकर उसकी तरफ देखकर बोलता है- “हाँ, मैं मेडमजी का दूर का रिश्तेदार हूँ…”
अब्दुल मन ही मन- “साला, मैं तो समझा ये नौकर है मेडमजी का, बड़ी अजीब बात है कि ये इस खूबसूरत माल का रिश्तेदार है…”
अब्दुल- “ओह्ह… तो आपकी स्लीपर सीट कहाँ है?”
गोगा जरा डर जाता है, और गुस्से और हड़बड़ाते हुये बोलता है- “तुझे क्या करना है बे… तू अपना देख समझा, ज़्यादा सवाल मत कर…”
गोगा को ऐसे बोलता देखकर अब्दुल और उसके दोस्त समझ जाते हैं कि गोगा डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र कर रहा है। झट से समीर बोलता है- “तो क्या आप डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र कर रहे हो?”
ये सुनकर गोगा की फट जाती है और वो कुछ बोलता नहीं।
गोगा को ऐसे डरता देखकर करीना समीर की ओर देखकर बोलती है- “प्लीज़्ज़ि, आप किसी को बताइएगा नहीं कि ये गोगा विदाउट टिकेट सफ़र कर रहा है, प्लीज…”
कोयल जैसी आवाज सुनकर समीर करीना को पूछता है- “आपका नाम क्या है? और इतनी क्या इमरजेंसी आ गई कि तुम्हारा ये रिश्तेदार डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र करने के लिये मजबूर है?”
गोगा मन ही मन- “साले कमीने लोग, जी तो कर रहा है सालों को ट्रेन नीचे फैंक दूँ, मेरी तो इनकी वजह से वाट लगने वाली है…”
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