RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
करीना अपने पहचान छुपाने के लिए झूठ बोलते हुये कहती है- “मेरा नाम सोनिया है, और ये मेरा रिश्तेदार जरा बीमार है, मेरा तो टिकेट मैंने निकाला, लेकिन इसका टिकेट निकालने से पहले ही सब टिकेट खतम हो गया, और आज ही इसे पटना के बड़े अस्पताल में भरती करवाना है…”
गोगा मन ही मन- “वाह मेरी बुलबुल, बड़े ही सफाई से झूठ बोल रही हो…”
अब्दुल करीना की बात टोकते हुये बोलता है- “तो क्या हुआ? कानून के मुताबिक, डब्ल्यू॰टी॰ से सफ़र करना बहुत बड़ा जुर्म है…”
तभी संदेश जो कि समीर के बाजू में बैठा था वो अब्दुल से बोलता है- “अरे अब्दुल मेडमजी मजबूर हैं, क्योंकि उनका रिश्तेदार बीमार है, उसे भरती करना है अस्पताल में, तो तू जरा अपनी जुबान बंद ही रख, जब टी॰टी॰ई॰ आएगा तो उनका वो देख लेंगे, समझा…”
समीर- “सही बोल रहे हो संदेश भाई, हम अब डब्ल्यू॰टी॰ की बात करना बंद करते हैं, जिससे कोई मुशीबत ना आए, मेडमजी पर…”
करीना ये सुनकर बोलती है- “आपका साथ देने के लिये थैंक यू सो मच…”
लेकिन अब्दुल के दिमाग में तो अब शैतानी विचार कूदाफान्दी कर रहे थे, क्योंकि सामने बैठी खूबसूरत औरत के खिलाफ उसे एक बड़ा हथियार मिल गया था, और उस हथियार को कैसा इस्तेमाल करे ये सोच रहा था…”
करीना और गोगा और सामने वो तीन लोग थे, और उन्हीं के कोच के सामने अपने-अपने सीट पर लोग बैठे हुये, और कुछ मर्द करीना को घूरे जा रहे थे, जिससे करीना जरा परेशान थी, और इस बात को समीर समझ गया तो वो उठा और उस छोटी सी स्लीपर कोच रूम को पर्दे से ढक दिया जिससे बाहर अपनी-अपनी जगह पर बैठे मर्द करीना के गोरे बदन को देख ना पाएीं, और करीना कंफर्टेबल फील करे, उनके साथ।
करीना जिस कोच में बैठी थी उस कोच को पर्दे से ढकता देखकर, बेबो समीर को देखकर स्माइल करती है।
अब्दुल मन ही मन- “मेरे दिमाग़ में इस मस्त गाण्ड वाली आइटम के साथ खेलने का प्लान है, लेकिन ये मेरे दो-दोस्त और ये सामने जो आदमी बैठा है, ये सब कबाब में हड्डी है…” कि तभी अब्दुल के दिमाग में ट्यूब जलती है, उसी के मुताबब्क वो अपने दोस्तों को बोलता है- “यारों चलो खंबा निकालकर एक-एक पेग मारते हैं, मैं अभी बोर हो रहा हूँ…”
समीर- “पागल है क्या? अभी नहीं, सामने मेडमजी बैठी है, उनके सामने नहीं…”
करीना समीर की बात सुनकर झट से बोलती- “मुझे कोई प्राब्लम नहीं… आपको जो करना है, वो कीजिए, आपने हमारी इतनी हेल्प की है, तो मुझे आपके एंजाय में हड्डी नहीं बनना…”
संदेश- “ये तो आपका बड़प्पन है मेडमजी…”
अब अब्दुल संदेश की बात काटते हुये बोलता है- “चलो अब मेडमजी को भी कोई प्राब्लम नहीं है। और हमारे साथ एक और साथी है पीने को…”
समीर- “कौन?”
अब्दुल- “ये मेडमजी का रिश्तेदार…”
और ये सुनते ही गोगा का चेहरा खुशी से खील उठा, क्योंकि वो भी इन तीनों की तरह बेवड़ा ही था। गोगा को तो करीना की सच्चाई मालूम थी के वो एक बोलीवुड स्टार है, लेकिन उसके सामने जो 3 लोग बैठे थे उन्हें नहीं पता था कि करीना एक सुपर स्टार है, करीना की पहचान, एक नक़ाब की वजह से छुपी हुई थी।
संदेश- “लेकिन वो तो बीमार है…”
गोगा संदेश की बात सुनकर झट से बोलता है- “अबे, डॉक्टर ने मुझे बीमारी के दर्द को सहने के लिये दारू पीने को कहा है, तो मुझे कोई प्राब्लम नहीं…”
ये सुनते ही वो तीनों दोस्त हँसने लगते हैं।
अब्दुल- “साला पहले तो चुपचाप बैठा था, अब देख दारू का नाम लेकर कैसा पोपट की तरह बोल रहा है। हाहाहा…”
और करीना भी अब्दुल की बात सुनकर हँसने लगती है, एक हाई-फ़ाई एक्ट्रेस 4 बेवड़ों के बीच बैठकर उनके जो्स पर हँस रही थी।
संदेश नीचे रखे बैग को निकालकर चार काँच के ग्लास और एक बैगपाइपर का खंबा निका लता है। और समीर काँच के ग्लासेस सीट के बाजू में एक जायींड ट्रे पर रख देता है, और अब्दुल बोलता है- “रुक समीर, मैं पेग बनाता हूँ…”
अब्दुल पहले सोडे की बोतल का ढक्कन खोलकर, सब ग्लास में थोड़ा-थोड़ा सोडा डालके फिर, दारू एक-एक करके डाल देता है, वो एक ग्लास में जरा सी दारू डालता है, और बाकी ग्लास में दारू ज़्यादा डालकार पेग स्ट्रॉंग बनाता है, और कम दारू वाला ग्लास अब्दुल ले लेता है, और बाकी सब स्ट्रॉंग पेग वाले ग्लास गोगा, समीर, और संदेश ले लेते हैं, और चीयर्स करके सब बातचीत करते-करते पेग पीने लगते हैं।
अब उन चारों का दारू का दूसरा पेग चल रहा है। दूसरे पेग की दो सिप लगाने के बाद, समीर गोगा को बोलता है- “अरे तुमने अपना नाम नहीं बताया, क्या है तेरा नाम?”
गोगा के 3 सिप हुये थअ, अब उसके ऊपर नशे का शुरूर चढ़ रहा था, वो बोलता है- “मेरा नाम लण्ड है लण्ड। तू बोल तेरा नाम क्या है?”
संदेश और अब्दुल हँसते हुये समीर की तरफ देखते हैं।
और करीना गोगा की बात सुनकर शरम से लाल हुये जा रही थी।
तभी समीर तीसरा सिप लगाते हुये बोलता है- “अबे साले, तेरा नाम अगर लण्ड है तो मेरा नाम चूत है…” और वो चारो हँसने लगते हैं।
चारों अब इतने नशे में थे कि वो ये भी भूल गये कि एक औरत बाजू में बैठी है, इसका भी लिहाज नहीं था, और वो औरत कोई आम औरत नहीं थी, वो तो एक बोलीवुड की सुपर स्टार है। लेकिन समीर, अब्दुल, संदेश इस बात से अंजान हैं।
करीना खिड़की के पास बैठी इन चारों की गंदी बातचीत को सुनकर मन ही मन- “कितने गंदे शब्द इस्तेमाल कर रहे है, ये लोग? अब इनकी भी क्या गलती है। क्योंकि मैंने सुना है कि, दारू पीने के बाद लोग अपने होश खो देते हैं, इस कारण ही ये ऐसे बात कर रहे हैं, मुझे इन्हें नज़रअंदाज करना चाहिए…”
तभी समीर ‘हलकट जवानी’ का गाना मोबाइल पे लगा देता है। और अब्दुल झट से बोलता है- “अबे ये इस गाने में वो नाचने वाली, मुझे पसंद है बहुत…”
करीना ये सुनकर जरा शरमा जाती है।
तभी गोगा बोलता है- “साले मुझे पता है, कि तुझे ये नाचनेवाली रंडी क्यों पसंद है?”
अब्दुल- “क्यों?”
गोगा- “क्योंकि उस साली के चूचे इतने बड़े-बड़े हैं कि तू, उसका दूध, हफ्तों तक पी सकता है दारू के साथ…”
अब्दुल ये सुनकर हँसने लगता है और बोलता है- “हाँ… एकदम सही बात बोली तूने, लण्ड…”
अपने ऊपर इस तरह का कामेंट सुनकर करीना की शरम गुस्से में बदल जाती है, और वो अपनी चुचियों को अपने पल्लू से ढकने लगती है। लेकिन पूरी तरह ढक नहीं पाती, क्योंकि चुचियाँ बड़ी-बड़ी थीं।
और वो चारों हलकट जवानी के गाने में नाचने वाली के बारे में बहुत अब्युसिब शब्द इस्तेमाल करते हुये 15 मिनट बात-चीत करते हैं।
इन चारों की बातचीत सुनकर आख़िरकार करीना अपने कान पर हाथ रखकर बंद कर ले ती है।
तभी पूरा खंबा खतम हो जाता है, गोगा, समीर, संदेश पूरे नशे में धुत्त थे, लेकिन अब्दुल जरा सा होश में था, तो वो संदेश और समीर को कहता है- “अरे सालों, अब तुम लोग आराम करने ऊपर की सीट पर जाओ, नहीं तो कुछ उल्टा सीधा कर बैठोगे…” और अब्दुल समीर को सहारा देकार सीढ़ी से ऊपर की सीट पर लेटा देता है, और वैसे ही संदेश को भी करीना के ऊपर की सीट पर लेटता है, और खुद भी अपनी करीना के सामने वाली सीट पर बैठकर करीना को देख रहा होता है।
गोगा तो पूरा टल्ली करीना के बाजू में सीट पर कोने का सहारा लेकर बैठे-बैठे ही सो गया था, और करीना बाहर खिड़की से देखकर कोच में चल रही हरकतों को नज़रअंदाज कर रही थी।
अब्दुल करीना की जांघों और चुचियों को देखकर बोलता है- “ओ मेडमजी, आप बोर तो नहीं हो गई?”
करीना अब्दुल की और देखकर बोलती है- “बोर तो हो गई हूँ… पर कर भी क्या सकते हैं?”
अब्दुल- “आप पिएंगी क्या?”
करीना गुस्से में बोलती है- “पागल हो क्या, तुमने ये मुझे पूछा भी कैसे?”
अब्दुल- “आप गलत समझ रही हैं, मेरे कहने का मतलब है आप कुछ जूस पिएंगी? मेरे पास आपल जूस है…”
करीना- “नहीं, मुझे नहीं चाहिए, मैं ऐसे ही ठीक हूँ…”
अब्दुल बैग में से आपल जूस की बोतल निकालता है और जबर्जस्ती करीना को वो बोतल पीने के लिये कहते हुये बोलता है- “लीजिए ना मेडमजी, प्लीज़्ज़ि, नहीं तो मैं बुरा मान जाऊँगा, दो सिप तो लगाइए, नहीं तो लोग कहेंगे कि अब्दुल को महेमान-नवाजी भी करनी नहीं आती…”
अब्दुल को ऐसे कहता देखकर करीना मजबूरी में वो आपल जूस की बोतल अपना नक़ाब जरा सा ऊपर करके अपने मुलायम होंठ खोलकर जूस पीने लगती है, और कहती है- “एवव कड़वा है बहुत, छीई…”
अब्दुल- “नया ब्रांड है मेडमजी आपल का, और एक बार लगाइए, फिर मीठा लगेगा…”
करीना जो पी रही थी, वो आपल जूस नहीं था, वो तो अब्दुल ने घर से आते वक़्त आपल जूस की बोतल में बची हुई शराब डाली थी, वो थी।
अब करीना दूसरा सिप लगाती है, पहली बार शराब पीने से करीना को बेहोशी छाने लगती है। ये देखकर अब्दुल करीना के हाथ से आपल की बोतल लेकर, खुद भी एक सिप लगाता है। फिर अब्दुल मन ही मन- “ये प्लान तो साला काम करेगा, अब ये तीनों तो 3-4 घंटे में होश में आ जाएँगे, और इससे पहले मैं इस मस्त आंटी का रसपान भी कर लूँगा…”
वही करीना भी दारू के दो सिप लगाने से होश में नहीं थी, और वो बोलती है- “मेरा सर, आह्ह… चकरा रहा है, आऽऽ…” और करीना खिड़की के पास कोने का सहारा लेकर अपनी आँखें बंद कर लेती है। एक हसीन बोलीवुड एक्ट्रेस, अकेली, पूरी बेसुध, एक बलात्कारी, हवस से भरे भेड़ियों से भरी ट्रेन की बोगी में थी।
अब्दुल अपनी आपल की बोतल फिर से नीचे बैग में रखकर अपने सीट से उठकर बेसुध सीट के कोने में बैठी करीना की ओर जाता है। अब्दुल के हाथ थर-थर काप रहे थे, क्योंकि वो पहली बार किसी खूबसूरत औरत के बदन के साथ अपनी हवस मिटाने के लिए खेलने वाला था।
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