RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
रमेश दरवाजे से झिझकते हुये अंदर देखता है तो एक औरत पूरी नंगी बेड पर सीने के बल लेटी थी। रमेश की एक 18 साल का लड़का है, वो सुकड़ा सा 5’1” उँचाई का है, वो जरा सा मानसिक रूप से बीमार भी है, क्योंकि उसके घर में उसकी बहुत पिटाई होती है। उसका चेहरा पूरा पिंपल्स से भरा हुआ और उसे बड़े नम्बर का चश्मा है, जिससे रमेश बेहद ही ज़्यादा बदसूरत लगता है, इस कारण बेचारे को कोई लड़की घास नहीं डालती। और उसके बाप ने उसे यहाँ ट्रेन में काम पर लगाया था, जिससे वो रमेश की कमाई की दारू पी सके। यहाँ जो काम करने को मिलता है वो रमेश करता है, लेकिन ज़्यादातर वो ट्रेन में सबको चाय देता है, बड़े लोगों के सामने रमेश की आवाज भी नहीं निकलती।
इसलिये शकील इस गान्डू को करीना की रखवाली के लिये कहता है, क्योंकि शकील को पता था कि ये रमेश एक नम्बर का फट्टू है, अपनी जबान नहीं खोलेगा किसी के सामने अगर मैं धमकी देकर इसे समझाऊँ तो।
रमेश- “हाँ… ठीक है साहब, जैसा आप कहें?” रमेश हाफ़ पैंट और हाफ़ शर्ट में उस समय था।
शकील- “रमेश, मैं मामला सुलझाकर 15 मिनट में आ जाऊँगा, तब तक तू मैडम के साथ कोई उंगली-गीरी नहीं करेगा। समझा ना मैं क्या बोल रहा हू?”
रमेश- “हाँ… साहब समझ गया…”
शकील रूम से बाहर जाता है, और रमेश को धक्का देकर रूम के अंदर डालते हुये बोलता है- “अबे सुन्न्, तू बंद कर ले दरवाजा अंदर से समझा। और कोई यहाँ आ गया तो कहना कि मैं 9 नम्बर बोगी में हूँ। चल लाक कर, मैं जाता हूँ…” कहकर शकील नम्बर 9 की बोगी की तरफ जाता है।
चायवाला रमेश डोर लाक करता है, और सामने बेड पर का नजारा देखकर पूरा हिल जाता है
एक औरत बेड पर सीने के बल नंगी लेटी हुई, और उसकी नंगी मोटी गाण्ड पर शकील ने जो बेल्ट से मारकर जुल्म किया था, वो देखकर रमेश मन ही मन- “अबे यार, क्या मैं सचमुच किसी नंगी आंटी को ऐसे बेड पर लेट हुआ देख रहा हूँ, या फिर ये कोई सपना है?”
रमेश ने अपनी जिंदगी में कभी इतनी खूबसूरत नंगी औरत नहीं देखीं थी। सिर्फ़ वो टीवी पर लगने वाली फिल्मों में आने वाली हाट गाने, और रोमांटिक दृश्य देखता और मन ही मन सोचता था कि कब कोई लड़की उसके प्यासे लण्ड से खेलेगी? और आज उसके सामने एक खूबसूरत औरत थी, जो बेड पर नंगी लेटी थी। और वो कोई आम औरत नहीं थी, वो थी बॉलीवुड की हसीना करीना कपूर, जो इस बेदर्द दुनियाँ में किसी खुली तिजोरी की तरह यहाँ वहाँ अपने बदन के शहद को गिराते हुये, अब इस बेड पर नंगी बेहोश लेटी थी।
रमेश शकील के कोच का दरवाजा लाक कर चुका था। अब रमेश का ध्यान सिर्फ़ नंगी बेड पर लेटी हुई औरत पर था। रमेश के मन में बहुत सारे लड्डू फूट रहे थे। रमेश का कुँवारा लण्ड पूरा खड़ा रमेश की हाफ़ पैंट में लटक रहा था। इस तड़प में कब रमेश उस नंगी लेटी हुई औरत के पास गया, उसे भी कुछ समझ में नहीं आया। अब वो जहाँ करीना बेड पर लेटी थी, उसके किनारे पर नज़दीक से उस औरत के यानी करीना की गोरी पीठ और मोटी गाण्ड जो शकील की बेल्ट की मार से टमाटर की तरह लाल-लाल हो चुकी थी, रमेश की आँखें ये ऐसा नजारा पहली बार देख रही थीं, इसलिए उसकी आँखें पूरी तरह फैल जाती हैं
रमेश मन ही मन- “अरे यार, आज लाइफ में पहली बार ऐसे किसी गोरी औरत के नंगे दर्शन हुये हैं, लेकिन मैंने अगर अपने आप पर काबू नहीं किया तो, मेरा पहला सेक्स मुझे जेल में पहुँचा सकता है, और शकील चाचा की मार भी अलग से मिलेगी, क्या करूँ?
लेकिन शकील चाचा ही बोले थे कि ये आंटी रंडी है, तो मैंने सुना है कि रंडियाँ, पैसे लेकर सबसे चुदवाती हैं। तो अगर मैंने कोई उंगली की तो ये आंटी नाराज नहीं होंगी, क्योंकि अपनी गाण्ड मरवाना तो इन रंडियों का रोज का काम है…” ये सोचते हुये रमेश उत्तेजित हो जाता है। और बेड पर नकाब पहने बेहोश लेटी आंटी यानी करीना की टमाटर की तरह लाल हो चुकी गाण्ड की फांकों को सहलाने लगता है, और बोलता है- “बेचारी रंडी आंटी, शकील चाचा ने आंटी की क्या गाण्ड मारी है, पूरा आंटी का गोरा कुल्हा टमाटर की तरह लाल हो गया है…”
ऐसा बोलते हुये रमेश करीना के पैरों के पास आकार, बेड पर चढ़कर घुटनों के बल खड़ा होकर, करीना का चेहरा देखने लगा, जो दीवार की ओर घूमा हुआ था, लेकिन नकाब के कारण रमेश को उस गाण्ड की मालकिन का चेहेरा दिख नहीं रहा था। लेकिन रमेश वो नज़रअंदाज करके करीना की मांसल जांघों को अपने दोनों हाथों से मसलने लगा। वो इमरान हाशमी की फिल्में ज़्यादातर देखता था, और जैसे इमरान फिल्मों में रोमान्स करता है, वैसे ही यहाँ गान्डू रमेश करीना की उंगलियाँ झुक कर अपने मुँह में लेकर चाट रहा था। फिर धीरे-धीरे पैरों को किस करते-करते फिर मांसल जांघों को चाटना शुरू किया।
करीना की जांघें इतनी मुलायम थीं कि रमेश उन जांघों को बीच-बीच में अपने दाँतों से काट भी रहा था। और ऐसे ही चाटते, चूमते हुये रमेश करीना की मोटी गाण्ड पर आ पहुँचा। जैसे ही करीना की चूत में से निकले पानी की माहक रमेश को आई, रमेश बावरा सा हो गया। अपने दोनों हाथों से उसने करीना की फांके फैलाई, और गाण्ड के छेद को अपनी जुबान से चाटने लगा, और नीचे गीली चूत की पंखुड़ियों को भी वो अपनी जुबान से किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था।
15 मिनट तक रमेश करीना की गाण्ड की फांके फैलाकर चूत और गाण्ड बारी-बारी चाटता रहा। फिर अपना मुँह गाण्ड से दूर करके अपने एक हाथ से गाण्ड की फांके फैलाकर, दूसरे हाथ की उंगली सीधा करीना की गाण्ड में घुसेड़ दी। रमेश की उंगलियाँ सिकुड़ी थी, लेकिन लंबी थी, और जो बीच की उंगली रमेश ने करीना की गाण्ड में घुसाई थी, उस उंगली की साइज का लण्ड सैफ का है। किसी खूबसूरत औरत की गाण्ड में उंगली करके रमेश अब स्वर्ग में था।
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