RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
अभी भी करीना की गाण्ड से रमेश का वीर्य बहे जा रहा था- “जाओ अब तुम, मैं बाकी का करलूँ गी। जाओ… ये सब दर्द तुम्हारा दिया हुआ ही है। जाओ…”
करीना की बात सुनकर रमेश अपना मुँह लटकाकर बाथरूम से बाहर चला जाता है, करीना बाथरूम का दरवाजा बंद करके शावर चालू करके नहाने लग जाती है।
करीना की सूजी हुई गाण्ड में होता दर्द, अब शावर से बरस रहे ठंडे पानी से कम हो गया था। करीना मन ही मन- “आह्ह… ओह्ह… मेरी जिंदगी का ये सबसे गंदा काला दिन है। मैंने सोचा था कि गरीब लोग अच्छे होते हैं, लेकिन मैंने जितने भी गरीब अब तक देखे हैं, सबके सब हवस के पुजारी हैं, छीछी… उस कमीने टी॰टी॰ई॰ ने जो भी मेरे साथ गंदा खेल खेला है, उसका मैं बदला तो लूँगी ही। अह्ह… मेरी गाण्ड बहुत दुख रही है, उस साले नौसिखिये ने तो मुझ पर शकील से ज़्यादा ही जुल्म किया, लेकिन मैं रमेश पर गुस्सा क्यों नहीं हो रही हूँ। कुछ समझ में नहीं आ रहा? जिस लड़के ने मेरी कुँवारी गाण्ड को खोला, जिस छेद में मैंने सैफ को भी घुसाने नहीं दिया, उस छेद में वो लो-क्लास लड़के ने छीछी… मुझे बोलने में भी शरम आ रही है, लेकिन फिर भी मुझे गुस्सा नहीं आ रहा, क्यों? अम्म्म्मम… ह्म् म्म्मम… क्योंकि उस बेचारे को किसी औरत ने प्यार नहीं दिया, वो प्यार उसे मुझसे मिला। मेरे साथ रहकर उसे अपनी माँ की याद आई। तो जो भी मेरे और रमेश के बीच हुआ, उसका अपराधबोध मुझे नहीं मानना चाहिए। आख़िरकार रमेश भी एक इंसान है, और मैं भी…” ये सोचकर एक पल के लिये करीना ने अपने दुख को कम करने के लिये रास्ता बनाया।
फिर वो शावर के नीचे खड़ी होकर उन दानवों की बदन पर लगी हुई थूक शावर के पानी की धार से सॉफ करने में लग जाती है, बाथरूम में साबुन था, लेकिन वो शकील का प्राइवेट साबुन था, और करीना को ये अंदाज़ा हो गया था, इसलिये वो सिर्फ़ शावर के पानी में ही नहा रही थी। साबुन के बिना वो अपने चूसने और टॉर्चर होने से लाल हुये चूचों को मसल-मसलकर धो रही थी। और कुछ मिनट बाद जब उसका हाथ गाण्ड रगड़ने लगा तो करीना दर्द से चिल्ला उठी- “अह्ह, मेरीईऽ गाण्ड… उस कमीने ने मेरी गाण्ड सुजा दी है… आह्ह… सारे मर्द सिर्फ़ अपना ही सोचते हैं, ये नहीं सोचते कि औरत को दर्द हो रहा है या नहीं? सिर्फ़ चढ़ जाते हैं, कमीने कहीं के। थैंक गोड कि मैंने इमरजेंसी के लिये पेन किल्लर की टैबलेट पर्स में रख ली है… अह्ह…”
और दूसरी तरफ रमेश बेड पर की सारी चीजें, पहले जैसे थी वैसे रख देता है, क्योंकि अगर शकील यहाँ आया तो इस कोच में जो भी हुआ उसका शक़ ना हो।
15 मिनट बाद करीना रमेश को आवाज लगाती है और बाथरूम के अंदर से बोलती है- “रमेश, मेरा पेटीकोट, ब्लाउज और कोई सॉफ सुथरा तौलिया यहाँ देना जरा…”
ये सुनते ही रमेश करीना का रेड पेटीकोट, ब्लाउज और तौलिया समेटकर बाथरूम के पास जाकर बाथरूम के दरवाजे पर नाक करता है।
करीना को समझ में आ जाता है कि रमेश कपड़े लेकर आया होगा, तो करीना दरवाजा जरा सा खोलती है, और रमेश के हाथ से से झट से सब चीजें ले लेती है, और दरवाजा बंद करके पेटीकोट और ब्लाउज हैंगर पर लटका देती है।
रमेश- “क्या आंटी, अब इतना क्यों शरमा रही हैं, आप मुझसे? मैंने तो आपके नंगे बदन को पूरा नंगा तो देखा ही है, तो अब क्या शरमाना?”
करीना रमेश की बात को अनसुना करके, रमेश के दिए हुये तौलिए, पेटीकोट, ब्लाउज बाथरूम के अंदर लेकर, बाथरूम का दरवाजा बंद कर देती है, और फिर रेड पेटीकोट और रेड ब्लाउज हैंगर पर लटका कर, अपना गोरा बदन तौलिया से पोंछने लग जाती है, और अपनी फूटी किस्मत को कोसते हुये रोने लग जाती है।
तभी कोच के दरवाजे पर नाक नाक होता है। और दरवाजे से आती ये आवाज सुनकर रमेश मन ही मन- “लगता है, शकील चाचा ही आ गये होंगे, थैंक गोड कि मैंने सारी चीजें जगह पर रख दी हैं…” और रमेश दरवाजा खोलने बढ़ता है, और दरवाजे के नज़दीक जाकर दरवाजा खोलता है। और सामने पुलिस के कपड़े में 3 लोगों को देखते ही रमेश की फट जाती है। वो तीनों लोग ट्रेन में रखे गार्ड्स थे।
रमेश डर से हकलाते हुये बोलता है- “कऽक्या हुआ साहब, आप यहाँ कैसे?”
वो तीनों लोग ट्रेन पुलिस हैं, जो इस ट्रेन में ड्यूटी करते हैं। सफ़र करने वालों को कोई भी परेशानी हो तो, ये तीन गार्ड्स उन्हें हेल्प करते हैं। ज़्यादातर ये तीनों गार्ड्स औरतों के साथ होने वाली छेड़छाड़, चोरी, झगड़ा, सुलझाने में ही रहते हैं। वो तीनों ही दिखने में बहुत तगड़े और बदसूरत काले सांड हैं, और इसलिए ही उन तीनों साड़ों की यहाँ गार्ड के तौर पर नौकरी लगी। उन तीनों का नाम हरी, स्वामी, और तीसरा है नौशक। उन तीनों की उमर 55 साल के ऊपर है, उन तीनों में से नौशक जिसकी उमर हरी और स्वामी से दो साल ज़्यादा है, वो एक नम्बर का चुदक्कड है, जहाँ भी चूत को ठोंकने का मौका मिले वो मौका हाथ से जाने नहीं देता, उस मौके का नौशाक पूरी तरह से फ़ायदा उठता है, और औरतों को जलील कर-करके ठोंकता है,
लेकिन इसके उलट हरी और स्वामी हैं, जो सिर्फ़ अपने काम से काम रखते हैं, उन दोनों को नौशक के बारे में सब पता था, कि वो हर वक्त हवस का भूखा रहता है, इसलिये हरी और स्वामी ने नौशक को वार्निंग देकर रखी है कि ड्यूटी के वक़्त अगर उसने कोई भी जलील हरकत की तो उसकी शिकायत सीधा हाई कमांड को करके उसे इस नौकरी से सस्पेंड करवा देंगे,
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