RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
दूसरी तरफ, नौशक भी अपनी दर्द होती गोटियाँ पकड़कर पानी बिन मछली की तरह नीचे फर्श पर बैठकर फडफडा रहा था। करीना ने नौशक के लण्ड पर बहुत जोर की किक मारी थी, इसीलिए नौशक अभी तक रिकवर नहीं हुआ था। इस बीच करीना मौके का फ़ायदा उठाकर बेहोश गिरे रमेश के हाथ पाँव खोलती है, और उसे होश में लाने की कोशिश करती है।
तभी करीना की किक से रिकवर हो चुका नौशक पीछे से करीना के बाल पकड़ता है, और उसे खड़ा करने ही वाला था, और करीना मिर्च स्प्रे करने वाली ही थी तभी शकील बाथरूम से बाहर आता है, और करीना का हाथ पकड़ लेता है, और मिर्च स्प्रे की बोतल, नीचे फर्श पर फैंक देता है, और बोलता है- “साली रंडी, मुझे तो लगा था कि में अँधा हो चुका हूँ, शुकर है कि मैंने पानी से आँखें पानी से सॉफ कर दी नहीं तो जलन से तो मैं अँधा ही हो जाता…”
करीना नौशक की पकड़ से छूटने के लिये छटपटा रही थी, करीना- “छोड़ कमीने अह्ह उम्म्म…”
नौशक करीना के बाल पकड़कर बोलता है- “थैंक्स शकील, बचाने के लिये, नहीं तो मुझपर भी स्प्रे करने वाली थी ये रंडी। साली की किक से मेरी गोटियाँ अभी तक दर्द कर रही हैं। कुतिया ने बहुत जोर की किक मारी थी, साली कमीनी…” ऐसा बोलते हुये करीना के बाल पकड़कर, अपना मुँह छूटने के लिये छटपटा रही करीना के कान के पास ले जाता है और गुस्से में बोलता है- “देख रंडी, अगर तू हमारा साथ नहीं देगी तो, उस हरामजादे चायवाले की जान तो जाएगी ही, लेकिन उसके साथ तेरी जान भी जाएगी, वो भी बहुत टॉर्चर करने के बाद समझी? तो ज़्यादा नखरे मत कर। मेरा काम होने के बाद तू चायवाले को लेकर यहाँ से जा सकती है…”
करीना की आँखों से आँसू बहे जा रह थे, मिर्च स्प्रे के नाकाम वार से करीना की आख़िरी उम्मीद भी अब टूट चुकी थी, लेकिन करीना हार मानने वालों में से नहीं थी। भोली करीना अपने से ज़्यादा जख्मी हालत में बेहोश लेटे रमेश की चिंता ज़्यादा कर रही थी।
करीना मन ही मन- “मैं हार नहीं सकती, मैं नहीं हार मान सकती, और इन कमीनों से तो हरगिज नहीं, मैं किसी भी तरह इस मुशीबत से रमेश को निकालूंगी और खुद को भी…”
जब करीना का विरोध बंद हो जाता है, तब नौशक करीना के बाल चोड़ देता है, और करीना के पीछे जाकर खड़ा हो जाता है। करीना तब अपनी आँखें मजबूरी में बंद किए हुये खड़ी थी, तभी करीना को महसूस होता है कि कोई उसकी पीठ को चूमते हुये उसकी नाभि को हाथ से सहला रहा है। वो नौशक था, जो करीना की गोरी आधे से ज़्यादा नंगी गोरी पीठ को किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था, और साथ में करीना की नाभि को भी अपने हाथ से सहला रहा था। तभी जोश में नौशक करीना की गर्दन को पीछे से काटता है।
और दर्द से करीना की चीख निकलती है और वो आँखें खोलती है- “आह्ह… कुत्ते…” तभी आँखें खोलते ही करीना की नजर रमेश पर जाती है, जिसके बँधे हुये हाथ पैरे करीना ने खोले थे, और अब रमेश खुला हुआ था लेकिन बेहोश था।
रमेश को देखकर करीना नौशक के चूमने, चाटने और काटने को सहते हुये मन ही मन बोलती है- “मैं तो भूल ही गई थी कि मैंने रमेश की रस्सियाँ खोलकर उसको आज़ाद कर दिया है, वो अब सिर्फ़ बेहोश है। अभी तक तो इन कमीनों की नजर खुले हुये रमेश पर नहीं पड़ी, मेरी मिर्च स्प्रे के बोतल भी उसके नज़दीक ही पड़ी है। अगर वो होश में आ जाए तो मैं उसको इशारा करके उस बोतल से इन कमीनों की आँखों में स्प्रे करने के लिये कहकर, हम दोनों यहाँ से सही सलामत भाग सकते हैं। थैंक गोड… अब सिर्फ़ इन कमीनों कि नजर उस रमेश पर नहीं जानी चाहिए, जो अब बुँधा हुआ नहीं है। क्योंकि ये कमीने उसे फिर से रस्सी से बाँध देंगे। अब मैं क्या करूँ, जिससे इन कमीनों की नजर रमेश पर ना जाए? क्या करूँ? अम्म्म्म…”
तभी नौशक करीना की कमर पकड़कर अपनी ओर खींचता है और पूरी तरह से करीना को अपनी बाहों में ले लेता है, इससे करीना की साड़ी और पेटीकोट से ढकी गाण्ड नौशक के पैंट के अंदर तने हुये लण्ड से दब जाती है। शकील सिचुयेशन को कंट्रोल में देखकर खुद बेड पर जाकर, आगे चल रहा नजारा देखकर अपना लण्ड पैंट के ऊपर से मसल रहा था। नौशक के दोनों हाथ करीना के पेट को सहलाते हुये करीना के 38” साइज के चूचों पर गये, एक लो-क्लास सड़क छाप आदमी अंजाने में एक हाई प्रोफ़ाईल औरत की, याने करीना की चुचियाँ, सहला रहा था,
जैसे ही नौशक करीना के 38” के चूचे सहलाने लगता है, तब करीना के मुँह से तड़पती आवाजें निकलने लगती हैं- “अम्म्म्म, आह्ह छोड़ मुझे, अम्म्म…”
तभी सामने चल रहे सेक्सी दृश्य का मजा लेते बेड पर बैठे लण्ड को मसलते वक़्त शकील की नजर, रमेश पर जाती है जिसके हाथ-पाँव पहले जैसे बँधे हुये नहीं होते, इसलिये वो रमेश की तरफ बढ़ता है, उसे फिर से बाँधने के लिये।
नौशक करीना के 38” के चूचे किसी भोंपू की तरह दबा रहा था। करीना की साड़ी का पल्लू भी अब जमीन पर गिरा था, जिसके कारण ब्लाउज में बिना ब्रा के क़ैद करीना के चूचे ऐसे लग रह थे, कि अभी ब्लाउज फाड़कर बाहर आ जाएँगे। इसलिए टी॰टी॰ई॰ कोच के रूम का वातावरण बेहद ही उत्तेजक बन चुका था। कोच की खिड़की से आती ठंडी हवा करीना के गरम हो चुके गोरे बदन को ठंडा कर रही थी।
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