RE: Bollywood Sex Kahani करीना कपूर की पहली ट्रे...
तब बेबो की साँस में साँस आती है, और वो दर्द से आहें भरने लगती है- “अींह्ह कमीने अह्ह…”
और तभी नौशक करीना के बाल पकड़कर उसे खड़ा करता है, फिर करीना का घुटनों पे अटका पेटीकोट सरकके जमीन पर गिर जाता है। तभी करीना को बाल पकड़कर उसे बेड के नज़दीक ले जाता है, फिर करीना को धक्का देकर पीठ के बल सुला देता है। और झट से करीना के दोनों पैर जांघें अपने दोनों हाथों से पकड़कर फैला देता है। अब करीना की चूत पूरी तरह से नौशक के सामने थी।
नौशक देख रहा था कि उसने उस चूत का ठोंक-ठोंक के क्या हाल किया था। फिर वो करीना की आँखों में देखता है, और हँसते हुये बोलता है- “हाँ…हाहाहा… देखा साली, इससे कहते चोदना, समझी? अब तू लग रही है, सड़क छाप रन्डी…” ऐसा बोलते हुये नौशक करीना की जांघों को अपने दोनों हाथों से पूरी तरह फैलाकर आगे की ओर करता है, जिससे करीना के कूल्हे ऊपर उठ जाते हैं, और नौशक एक हाथ से बेड पर रखा तकिया करीना के कूल्हों के नीचे रख देता है और उन्हें सहारा देता है।
अब करीना की चूत पूरी तरह से नौशक के सामने खुली थी। करीना जिस पोजीशन में थी उस वजह से नौशक करीना की नजरों के सामने था। इसलिए करीना ने अपनी आँखें शरम और अपमान से बंद कर ली थी।
और उसी समय नौशक करीना की जांघों को आगे की तरफ फैलाकर अपना लण्ड करीना की चूत में डालकर ठोंकना चालू कर देता है। और पीछे शकील ये सारा नजारा देख-देखकर आहें भरकर अपना लण्ड हिला रहा होता है।
बोलीवुड की हसीना को नौशक किसी सड़क छाप रंडी की तरह ठोंक रहा था, अब नौशक के हर झटके से करीना की चूत के परखच्चे उड़ रहे थे।
करीना दर्द से चीख रही थी- “आअह्ह… मेरीईई आह्ह… आह्ह… अह्ह… अह्ह…” खच-खच खच-खच िूच- फुच-फ़च - फुच-फ़च चुदाई की संगीत मय आवाजें कोच में गूँज रही थी।
20 मिनट लगातार नौशक करीना को उसी पोजीशन में ठोंके जा रहा था, और कमीना झड़ने का नाम भी नहीं ले रहा था, और नौशक के झटके पहले से ज़्यादा विभत्स होते जा रहे थे। अब तो नौशक अपने क्लाइमेक्स में भी आ चुका था।
नौशक- “आअह्ह… आह्ह… साली रंडी, ये ले कमीनी… अह्ह… अह्ह…”
करीना समझ जाती है कि नौशक अंदर झड़ने वाला है, इसलिये वो चिल्लाते हुये बोलती है- “अंदर नहींईई… अह्ह… अह्ह…” करीना नौशक की पकड़ से छूटने की कोशिश करती है।
लेकिन नौशक ने तो करीना की जांघें अपने दोनों हाथों से पकड़ रखी थी इस कारण करीना हिल भी नहीं पा रही थी। उस वक़्त करीना अपनी आँखें खोलकर, नौशक को गुस्से से घूरने लगी, और नौशक भी उसकी आँखों में हवस भरी नजरों से देख-देख कर अपना लण्ड पूरे जोर से करीना की चूत में अंदर-बाहर कर रहा था, खच-खच खच-खच फॅक फच - फॅक फच फॅक फच ।
10-12 जोरदार झटकों के बाद नौशक के लण्ड से गरम-गरम रस्स की पिचकारी करीना की चूत से सीधा पेट में चली गई, और उसी वक़्त करीना दूसरी बार झड़ जाती है। जब तक नौशक अपना सारा रस्स करीना की चूत के अंदर नहीं डाल देता तब तक करीना की गोरी जांघें पूरी तरह से आगे की ओर, मतलब करीना के सिर को उसी के पैर की उंगलियाँ छू रही थीं, वो बेचारी पूरी मुड़ चुकी थी, 3 मिनट तक वैसे ही आगे की ओर फैलाकर करीना की जांघें पकड़े हुये रहता है, और सारा रस्स करीना की चूत में डालकर वो करीना के ऊपर धड़ाम से गिर जाता है, और करीना के गोरे मलाईदार बदन से लिपट जाता है।
अब इससे घिनौना और क्या हो सकता है, कि एक घिनौना लो-क्लास बदसूरत बूढ़ा, बेचारी हाई क्लास करीना के साथ बुरी तरह से ठुकाई का मजा लेकर करीना के गोरे बदन से चिपक कर लेटा हुआ था, और नौशक के काले घिनौने बदन के नीचे दबी हुई करीना जैसे तैसे हाँफ्ते हुये साँसे ले रही थी, और अपनी फूटी किस्मत को कोष रही थी, 4 मिनट तक वैसे ही लेटे हुये रहने के बाद नौशक करीना के बदन से हटकर साइड में लेट जाता है।
और करीना एक पल के लिये राहत की साँसें लेती है।
नौशक को करीना के बदन से हटकर साइड में लेटते हुये देखकर कमीने शकील को समझ में आ जाता है कि अब उस रंडी को ठोंकने की बारी उसकी है।
बेचारी करीना रमेश के भरोसे थी, कि कब वो होश में आए और उसे बचाए। लेकिन उससे क्या पता था, कि रमेश तो कब का होश में आ चुका था, लेकिन वो तो आगे चल रही चुदाई को शुरुआत से ही अपने लण्ड को मसलते-मसलते छुप-छुप के देख रहा था।
उधर दूसरी तरफ करीना जो की राहत की साँसे ले रही थी, उसकी नजर सामने बेड के पास खड़े नंगे बदसूरत शकील के ऊपर जाती है, जो की काली सफेद झाटों से ढका हुआ 10 इंच का काला लण्ड अपने एक हाथ से मसल रहा था, और करीना के नंगे गोरे बदन को ऊपर से नीचे तक किसी भूखे भेड़िए की तरह देख रहा था। करीना अब शकील के इरादे भाँप चुकी थी, वो बेड से उठने ही वाली थी कि शकील बेड पर चढ़ जाता है, करीना के कंधे पे धक्का देकर बेड पर फिर से लेटा देता है।
तभी करीना विरोध करने लगती है और गुस्से और दर्द भरी आवाज में बोलती है- “जाने दो हमें, मैं और नहीं सह सकती जाने दो…” करीना अपनी पूरे लाइफ में कभी भी एक चुदाई के बाद तुरंत दूसरी बार नहीं चुदी थी, वो तो सैफ का 5” इंच का लण्ड ही लेती और उसमें ही मजे लेती थी।
शकील करीना की बातों को अनसुना करके पीठ के बल लेटी हुई करीना के बदन पर चढ़ जाता है, और करीना की 36डी साइज की चुचियों पर 4-5 थप्पड़ अपने दोनों हाथों से बरसाता है।
शकील की इस हरकत से करीना की चीखें निकलती हैं- “अह्ह… कुत्ते, अह्ह… आआअ…”
शकील करीना की चुचियों को थप्पड़ मार-मार के करीना की चुचियाँ पूरा लाल टमाटर की तरह कर देता है, करीना दर्द से कराह रही थी। तभी शकील करीना की चुचियों को थप्पड़ मारना बंद कर देता है, और दोनों हाथों से करीना की चुचियाँ अपने पंजे में पूरे जोर से दबा लेता है, इतने जोर से कि एक पल के लिये ऐसा लग रहा था कि अभी करीना की चुचियाँ किसी बेलून की तरह फट जाएँगी। शकील की इस बेरहमी से करीना का हाल बेहाल था।
तभी नौशक की चीख निकलती है- “मेरी आँखें, अबे हरामी, मेरी आँखें जल रही हैं आह्ह…”
नौशक की चीखें सुनते ही शकील अपने हाथ के पंजों से करीना की चुचियाँ छोड़ देता है, और नौशक की ओर देखता है, और जब वो साइड में देखता है, तो उस बेड पर जहाँ नौशक अपनी आँखें पकड़कर लेटा था, उसी के बाजू में रमेश एक हाथ में पेपर स्प्रे तो दूसरे हाथ में चमड़े का बेल्ट पकड़कर खड़ा था, और रमेश अपना दूसरा वार शकील पर करने ही वाला था कि शकील रमेश को मारने के लिये बेड से उछलकार रमेश की तरफ झपटने की कोशिश करता है।
लेकिन तभी रमेश अपने दूसरे हाथ में पकड़े बेल्ट के लोखंडी सिरे से शकील के सिर पर पीटना चालू करता है, और शकील 2-3 फटकों से वैसे ही नन्गा बेहोश होकर फर्श पर गिर जाता है, और फिर रमेश करीना की आँखों में देखता है, तो उसे करीना की आँखों में डर सॉफ दीख रहा था।
बेड पर करीना के साइड में अपनी पेपर स्प्रे से जल रही आँखों की वजह से नौशक पानी बिन मछली की तरह तड़प रहा था
तभी करीना की नजर दर्द से तड़प रहे नौशक की ओर जाती है, और एक पल के लिये करीना के मुँह पर हँसी आ जाती है, लेकिन दूसरे ही पल उसे ये अहसास होता है कि नौशक ने उसकी इज्जत तार-तार कर दिया है, एक पराए मर्द ने उसके साथ संभोग किया है, ये सोच-सोचकर करीना दुखी हो जाती है। लेकिन रमेश के होश में आने से शकील के टॉर्चर से करीना बच गई थी, इसका भी करीना शुकर मना रही थी।
शकील के फर्श पर गिरते ही करीना जो की बेडपर नंगी लेटी हुई थी, वो अपने नंगे बदन को ढकने के लिये बाजू में बेड पर रखी चादर से अपना बदन ढक लेटी है।
तभी रमेश की नजर जो करीना पर थी, वो पेपर स्प्रे से जल रही आँखों से रिकवर होते नौशक पर जाती है, और नौशक को शकील की तरह बेहोश करने के लिये रमेश नौशक के भी सिर पर बेल्ट के लोखडी सिरे से वार करता है, और 5-6 फटकों से नौशक भी वही बेड पर रमेश को गालियाँ, धमकिया देते हुये बेहोश हो जाता है।
दूसरी तरफ करीना शरम से लाल अपने बदन को चादर से ढके हुये बेड पर बैठकर अपनी आँसुओं से भीगी हुई आँखें पोंछ रही थी, उसे इस हालत में रमेश को थैंक-यू बोलने में भी शरम आ रही थी।
लेकिन रमेश हिम्मत करके बोलता है- “मेडमजी…”
करीना कोई जवाब नहीं देती।
रमेश दूसरी बार करीना को आवाज लगता है- “मेडमजी, मैंने इन कुत्तों को बेहोश कर दिया है, अब आपको कोई तकलीफ़ नहीं होगी…”
इस बार करीना रमेश की ओर देखती है फिर रमेश के हाथ में पकड़े हुये बेल्ट की तरफ देखती है, और धीरे से बोलती है- “वो, जो तुम्हारे हाथ में है ना, वो बेल्ट मुझे दे…”
रमेश चुपचाप करीना के हाथ में वो बेल्ट दे देता है। हाथ में बेल्ट आते ही करीना बदले की आग में जल उठती है, और अपनी चादर हटाकर बेड पर बेहोश लेटे नौशक के काले बदसूरत बदन पर एक के बाद एक बेल्ट के वार करती है, मारते-मारते करीना नौशक को गालियाँ भी दे रही थी- “साले कमीने, तूने मुझसे ऐसा किया ही कैसे कमीने?”
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