RE: Antarvasna kahani हर ख्वाहिश पूरी की भाभी �...
ये तो पता चल गया था के भाभी अब मुझसे कंफरटेबल तो होती थी पर मेसेज में... ताकि नज़रे मिलाने न पड़े... खैर आगे...
भाभी: हाई...
मैं: हा तो जवाब दो...बहोत चमक रही हो...
भाभी: बर्तन घिस घिस कर ही उजले होते है...
मैं: हा हा हा हा क्या आप बर्तन हो?
भाभी: हा हा हा.. पर क्या बोलुं इससे आगे?
मैं: ठीक है... कैसा लगा भैया को?
भाभी: बहोत अच्छा। पागल हो गए थे कल... पूरी रात वही पहनाये रख्खे...
मैं: हा तो पहनने के लिए तो थे...
भाभी: हा... ओके तुम नहीं समजोगे...
मैं: मममम ओके ओके भाई ने सोने नही दिया था हम? क्या किस्मत है सके की...
भाभी: अच्छा सुन कल के लिए थेंक्स.. और तेरे भैया कह रहे थे के मुझे ऑनलाइन और शॉपिंग करनी चाहिये...
मैं: ह्म्म्म्म तो सीधा सीधा बोलो ना के आर्डर कर दूँ? मेरी चीज़ों को इस्तेमाल करके आप भैया को खुश करते है, और भैया आपको इस्तेमाल करके आपको खुश करते है... मेरा क्या?
भाभी: बच्चू तेरी भी शादी होगी टेंशन मत ले... और हा... इस्तमाल मतलब?
मैं: मतलब आप यूज़्ड हो...
भाभी: तो मैं क्या पुरानी हु?
मैं: अरे ओये... तू बुलवा मत मुझसे...
भाभी: बोल मुझे सुनना है...
मैं: ठीक है तेरी मर्जी... तू सील पैक नही है.. तू यूज़्ड है... औरत जितनी यूज़्ड बार बार होती है उतनी ही दमक बढ़ती जाती है... जितना ज्यादा यूज़्ड होती है उतनी ही और निखरती है... पोर्नस्टार देखे है ना?
भाभी: ह्म्म्म तो तू मुझे ये नज़र से भी देखता है?
मैं: हा। पर हम इससे आगे नहीं बढ़ेंगे बातचीत में जैसा तय हुआ था...
अब मैं यह चाहता था के नियम वो तोड़े...
भाभी: ठीक ही है...
मैं: मुझे सोच समज कर कोई गिफ्ट दे देना... मेहनताना है... मैं कल एक और लिंगरी ऑर्डर करूँगा तू बैठना मेरे साथ वही मेरा इनाम है...
भाभी: ओके डील....
दूसरे दिन भैया के जाने के बाद...
मैं: चल आजा... आज एक और चीज़ दिखाता हु जो देख कर भैया और खुश हो जाएंगे
भाभी: आई पांच मिनिट में
और अब हम साथ बैठ कर सर्च कर रहे थे... मेरा पेंट तो वैसे ही बड़ा होते जा रहा था लैपटॉप गोदी में होने की वजह से ऊपर निचे हो रहा था पर हम दोनों ने इग्नोर किया और एक मस्त लिंगरी फाइनल की जो पहले भाभी तैयार नही थी पर फिर मान गई...
तो अब लिंगरी का ऑर्डर हो चूका था... जिस दिन मिला उस दिन भाभी बहुत एक्साइट थी। उसे रात का इंतज़ार था... मैंने भी चैट पर उसे काफी समय खिंचाई की...
मैं: क्या भाभी? पहन लिया क्या? आई मीन पहन के देख लिया क्या...
भाभी: शट अप... मैं क्यों बताऊ?
मैं: भाभी सजेशन मैं दे रहा हूँ, मेरा फायदा कुछ?
भाभी: देखते है बाद में...
मैं: भाभी आपकी एकाद फोटो ही दिखादो अटलिस्ट...
भाभी: धत्... आगे मत बढ़...
मैं: चलो भैया आते ही होंगे... मज़े करो और कराओ.... लकी फेलो...
भाभी: ओके बाय...
मैं: कल देर से ही उठना.. मैं नास्ता बहार कर लुगा...
भाभी: हा हा हा देखते है.... अब बाय....
दूसरे दिन भाभी और भी खुश दिखी... और भी दमक रही थी... चहेरे से स्माइल हट ही नहीं रही थी... हा चलने मैंने महसूस किया की दिक्कत हो रही थी उसे... मैं अब मस्ती सामने बैठ के करना चाहता था, ताकि और मस्ती मस्ती में ही बात आगे बढ़ाई जा सके... मैं भी भाभी से वही सुख हासिल करना चाहता हु जो अभी भैया कर रहे है.... इसिलये मैं चैट पर ही बात जारी रख्खी....
मैं: क्या भाभी चलने मैं दिक्कत? हा हा हा...
काफी देर बाद रिप्लाय आया... पर मैं ये सब नहीं बताऊंगा अब... क्योकि कई बार ऐसा होता है की उसको घर का काम निपटाना होता है...
भाभी: मत पूछो...
मैं: निचला हिस्सा सही सलामत?
भाभी: नहीं... अगला पिछला या ऊपर का कुछ भी सलामत नही.. फुरजा फुरजा ढीला पड़ गया है... हा हा हा...
मैं: ये तो आपका फ़र्ज़ था...
भाभी: हा तो मेरे चहेरे की ख़ुशी नहीं देखि?
मैं: भाभी... आप सच मैं महान है... हर कोई आपसे... छोड़िए चलो बाय...
भाभी: ओहो... फिर से वही बात?
मैं: मैं कितना लिख लिख के बोलुं?
भाभी: हा चलो आओ हॉल में आके बात करते है...
मैं: ठीक है...
अब हम सामने बैठ के बाते कर रहे है....
भाभी: हा बोलो...
मैं: कुछ नहीं...
भाभी: अरे बोल ना... चल तुजे बहोत बड़ा थेंक्स, तूने मुझे तेरे असली भैया वापस दिला दिए...
मैं: हा तो मेरा क्या...
भाभी: ओफो तेरी भी शादी होगी और तुजे भी मजे मिलेंगे और तुजे भी सरप्राइज़ मिलेंगी, तू मुझे सीखा तब मैं तेरी बीवी को सिखाउंगी...
मैं: बस बस मुझे तो आता ही है... सब तो मैं ही सीखा रहा हूँ... तो मेरे लिए तब वैसे भी क्या सरप्राइज़ रहेगा?
भाभी: अरे इतना ही नहीं होता... बहोत कुछ होता है...
मैं: और कुछ? और क्या? लड़की निचे आती है... झुकती है और आगे-पीछे से मज़ा देती है... ऊपर भी मज़ा देती है.... और क्या?
भाभी: (वो लाल हो गई थी... क्योकि पहली बार आमने सामने बात हो रही थी) अरे बस बस... तो फिर मत करो न शादी भी? हा हा हा... सब पता ही है... और तो फिर क्यों मुझे भूखे भेड़िये की तरह देखते हो?
मैं: मैं सरप्राइज़ के बारे में बात कर रहा हूँ जो मुझे नही मिल सकता, जो मैं ऑलरेडी जानता हूँ... बाकी ये किसी का अनुभव मुझे थोड़ी है? वो थोड़ी मिला है? मैं सरप्राइज़ बोल रहा हूँ....
भाभी: अच्छा बाबा ओके... और कोई टिप्स?
मैं: क्या आज रत के लिए?
भाभी: हा....
मैं: मैं तो कपड़ो के बारे जानता था वो मैंने बताया... अलग अलग और लिंगरी ले सकते है पर कुछ अलग करना चाहिए बिच बिच में...
भाभी: बात तो पक्के खिलाडी की तरह कर रहे हो...
मैं: नहीं... मेरी ख्वाहिशे बता रहा हूँ... और कुछ नहीं...
भाभी: हा हा हा हा ओके... तो कुछ ध्यान में है?
मैं: मुझे क्या पता... के आपको और क्या क्या आता है?
भाभी: चल मेसेज में ही बात करते है...
मैंने उसे जाने दिया... क्योकि अभी भी उसे मर्यादा कुछ हद तक आ रही थी... मैं अब उनसे ही सब तुड़वाना चाहता था...
अब बाते चैट पर हो रही थी...
भाभी: बोल...
मैं: कुछ नहीं... और क्या क्या आता है तुजे... फु सामने बैठ कर बाते क्यों नहीं करती....?
भाभी: अरे मुझे शर्म आती है...
मैं: हटाओ ना इतना तो हक अब बनता है मेरा... नही?
भाभी: मैं मेसेज में तुम सामने नहीं होते तो कम्फर्टेबल फिल करती हु...
मैं: ओके.... देखते है आज कितना कम्फर्टेबल फिल करते हो...
भाभी: क्या मतलब?
मैं: आज आप को सब साफ़ साफ़ बात करनी पड़ेगी... मतलब के आज से...
भाभी: ठीक है डन...
मैं: ठीक है...
भाभी: क्या कुछ नया करू आज?
मैं: ह्म्म्म... सेक्स में तो मैं क्या सलाह दू? मैंने कभी किया नहीं...
भाभी: ओके तेरी इच्छा बता चल...
मैं: मैं तो आपको देख कर ही अपना मन बनाता हूँ... आपको सोच कर ही सोच बनाता हूँ...
भाभी: ह्म्म्म तो चल वही बता दे...
मैं: तो क्या मैं जो चाहता हु आपके साथ वो बताऊ? के आप भैया के साथ क्या क्या करती हो वो बताऊ?
|