RE: Antarvasna kahani हर ख्वाहिश पूरी की भाभी �...
मैंने सुबह का नाश्ता किया और अपने वीर्य का करवाके पहला जब राउंड ख़तम किया... फिर भाभी को बोला...
मैं: मैंने अपने दोस्तों को मैं रिटर्न गिफ्ट में तुजे देने वाला हूँ बोला तो मान नहीं रहे है... मेरे साथ नंगी फोटो को खीच के भेज ने देगी?
भाभी: अरे फ़ोटो वोटो नहीं...
मैं: तो कैसे प्लान करे?
भाभी: एक काम कर... मुझे उस ग्रुप मे ऐड कर दे...
मैं: ठीक है...
मैंने ग्रुप में भाभी को ऐड किया... और लिखा...
मैं: वेलकम भाभी....
पर कोई यकीन नहीं कर रहा था...
केविन: भड़वे तू अपना ही कोई दूजा नंबर लगा के हमे चोदु बना रहा है...
सचिन: अबे तू दारु पिने लग गया है क्या?
कुमार: ये साला गया काम से...
राजू: भाई... तू रहने दे हम ही मिल रहे है तुजे क्या?
मैंने भाभी को बोला
मैं: भाभी आज उलटी गिनती का नौवा दिन है... ! कैसे बोलुं इन सब को?
भाभी: लगता है हमारी दोनों की एकसाथ तस्वीर भेजनी पड़ेगी... आ मेरे करीब... चल बाथरूम मैं..
मैं: पूरी नंगी भेजेंगे...
भाभी: नहीं कैसे उकसाना है ये मैं जानती हूँ...
कुछ इसतरह से तस्वीर खीच के भेजी गयी...सन्नाटा... भाभी ने लिखा ग्रुप में...
भाभी: हल्लो...
सब का हाई हैल्लो आया... पर कोई क्या बोलता समझ नहीं आ रहा था..
मैं: भोसडीको सब की बोलती बंध...
मैं गालिया भी बोलता था... सब का दिमाग चकरावे पे...
केविन: ट्रू कॉलर पर देखा भाभी का ही नंबर है...
भाभी: अरे हां बाबा... मैं ही हूँ कीर्ति...
राजू: ये सब क्या चल रहा है..
सचिन: कुमार... भाई ये तो...
कुमार: भाभी आप... मतलब कैसे...
मैं: देखो भाइयो मैं दो दिन नहीं था... पर भाभी से बिस्तर गर्म करवा रहा था...
केविन: ह्म्म्म
मैं: देखो डरो मत, आप सब लोग भाभी कहके बुलाना पर कोई आप वाप नहीं.. तू करके बुलाएगा... जैसे में बुलाता हूँ...
भाभी: अरे कोई बोलो तो सही...
केविन: भाभी आप बहोत सुन्दर हो..
भाभी: आप नहीं तू.. तू बहोत सुंदर है...
मैं: माल है... एकदम कड़क माल...
भाभी: समीर ये लोगो को बोलने दे... लिखने दे...
राजू: तूने समीर का सच में बिस्तर गर्म किया...
भाभी: हा.. दो दिन से कर रही हूँ... आज सुबह एक बार कर चुकी हूँ..
कुमार: हमारा करेगी?
भाभी: हा हा बिलकुल करुँगी...
केविन: समीर साले... मुझे अभी भी यकीन नही होता...
मैं: तो मत मान... मेरा क्या...
सचिन: वो सब छोडो इस बार समीर का बर्थडे जोरो से मनाया जाएगा... भाभी तू बुरा मत मानना... हम थोड़े चालू है... सॉरी... और हमे गाली गलोच करने की आदत है...
भाभी: हा तो मैंने कब रोका? मुझे भी अपनी फ्रेंड समझकर दे दोगे तो अच्छा लगेगा...
केविन: पर वो टाइम लगेगा... क्योकि ये आदत नहीं है हमे... कैसे भी आप हमारी भाभी हो...
भाभी: ह्म्म्म वो भी है... समीर की आदत भी मुश्किल से गई...
राजू: एक और बात ये ग्रुप में हम गाली के अलावा पोर्न भी भेजते है... नॉनवेज जोक भी जाते है... तो प्लीज़ निकल जाओ तो अच्छा है... समीर?
समीर: अरे मादरचोदो लिखो कोई बात नहीं... ये हम सब लोगो का बिस्तर गरम करने वाली है... तो फिर ये सब?
राजू: तू कर चूका है इसलिए तेरे लिए ये सब बोलना आसान है...
भाभी: एनिवेज़, मुझे खाना बनाने जाना है... और समीर मुझे मदद करने वाला है...
कुमार: हम सब आ जाए?
समीर: सालो अभी नहीं हम दोनों अभी चुदाई के दौरान डिसाइड करेगे के कैसे करना है...
उन लोगो को ऐसे ही छोड़ कर मैं और भाभी ने काफी इन्टेन्स राउंड ख़तम किया... किचन में सेक्स करना कुछ लाजवाब ही रहता है... किचन में मैंने सिर्फ गांड मारी... भाभी काम करती रही....
खाने का तैल सामने पड़ा था तो गांड मारनी चाही... और भाभी की हवस में वो कुछ मस्त सोचे... खाना खाने के तक मैंने भाभी की चूत को हाथ भी नहीं लगाया... हमने मोबाईल देखा तो कई सारे मेसेज थे जिसमे से भाभी को सिर्फ एक का जवाब देना प्रॉपर लगा...
केविन की और से क्वेश्चन था के "भाभी क्या आप भैया से खुश नहीं है? आप का कोई गहरा राज़ लगता है मुझे... माफ़ कीजिएगा..."
भाभी ने रिप्लाय दिया: समीर की भी सोच तेरे जैसी छोटी थी... मैंने गर्ल्स स्कुल में ही पढ़ा है, मैं समीर के भाई से बहोत प्यार करती हूँ... पर मेरे साथ स्प्रिंग जैसा हुआ है... जितना दबाओ उतना उछलती है... जब पहली बार सेक्स किया तब पता चला... मैं क्या करू?
सब ने सपोर्टिव जवाब दिए उसपर... और पूछा के कुछ तय हुआ? तो भाभी ने बोला के अभी खाना और समीर का दूसरा राउंड पूरा हुआ है... अभी बताते है... सब जल रहे थे...
मैं: तो? क्या सोचा रांड?
भाभी: ये सब वर्जिन है?
मैं: केविन का कुछ बोल नहीं सकते क्योकी पैसेदार बाप की औलाद है... राजू और कुमार तो लोन लेके पढ़ रहे है.. तो वो तो वर्जिन ही है... और सचिन के पापा की किराने के दुकान है... तो वो भी पक्का वर्जिन ही होगा...
भाभी: ह्म्म्म तो केविन को लास्ट रखते है...
मैं: हम? क्या?
भाभी: कुछ सोच रही थी...
मैं: क्या रांड?
भाभी: मैं सोच रही थी के कल से एक एक को बुलाऊ... उनके साथ सोऊ... उनके बिस्तर गरम करू पूरा एकदिन उनके साथ... तो वो सब भी तेरे जन्मदिन तक खिलाड़ी बन जाये... तब ना आएगा गैंगबैंग का मज़ा? सब अनाड़ी होंगे उसदिन जिसको ये नहीं पता के कैसे लड़की को चोदना... वो क्या गैंगबैंग करेंगे? हे के नहीं? तभी तो होगा तेरा रिटर्न गिफ्ट... जिस दिन जो मुझे चोदने आये... उस दिन उसे तू उनकी एक इच्छा पूछ लेना... और फिर तेरे बर्थडे के दिन तू मेरी और से रिटर्न गिफ्ट उसे दिलवा देना...
मैं देख रहा था, भाभी की वासना का लेवल मेरे सोचने से भी काफी आगे था...
मैं: और मुझे?
भाभी: अरे मैं तो तेरी ही हूँ... तुजे जो चाहिए हक़ से कभी भी ले ले...
मैं: तो कल से मैं नहीं चोद पाउँगा तुजे... ?
भाभी: हा हा हा... सही कहा तूने... चार दिन तक...
मैं: ह्म्म्म चलो करो बात चैटिंग में के क्या होने वाला है...
और भाभी ने मेसेज किया...
भाभी: चुदाई किस किस को आती है वैसे...
हमे पता ही था उस तरह से केविन ने ही हां बोली... केविन ने बताया के जब थाईलैंड गया था दोस्तों के साथ तब... आज सब खुल के राज़ बता रहे थे...
भाभी: तो केविन में तुजे आखिर में रखती हूँ...
सब बिच बिच में मेसेज कर रहे थे... भाभी ने सब को रोका...
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