RE: Antarvasna kahani हर ख्वाहिश पूरी की भाभी �...
मेसेज में सब को ऑनलाइन आने को बोला और भाभी ने अपना मेरे बर्थडे वाले दिन का प्रोग्राम बताया... जो उसने जट से रेड़ी कर लिया था...
भाभी: हैल्लो....
सब ने उसे है रंडी कह के बुलाया...
भाभी: देखो...
केविन: ब्रा पीछे खुली रख्खी लगती है... तेरी चूंचियां दिखा के बात कर...
भाभी: हा ओके...
भाभीने ब्रा की परत निचे के निप्पल दिखे ऐसे एडजस्ट किया...
भाभी: चलो... तो हम समीर के बर्थडे वाले दिन क्या करेगे? जो एक्सपर्ट लेवल है... उसकी टैनिंग दूंगी... अब मैं और केविन ही बोलेंगे... बाकि सुनो... और समीर को मौका मिलेगा लाइव ट्रेनिंग का... तो सबसे पहले आपको मज़ा आया चोदने का?
सब हां बोले...
भाभी: तो अब आप सब का बिस्तर मैंने गर्म किया है... तो मुझे महसूस हुआ के ये तो ठीक है हर कोई करता है... असली मज़ा उसे बरकरार रखने में है... तो अब पहले तो आब सब लोग वायेग्रा लेकर आना उसदिन... कोई मुझे जल्दी जड़ने वाला नहीं चाहिए... एक लड़की को चोदने के लिए... चार मस्त जगह है मर्द के पास पर कोई उसे एक्सप्लोर नही करता.. अगर लण्ड कहीं घुस के बैठ जाता है... इसीलिए मुझे ज्यादा लण्ड चाहिए... ताकि दूसरे मर्द मेरे अलग अलग अंग से खेले... पहला भाग है.. स्तन, दूसरा है चूत, तीसरी मेरी गांड और चौथा मेरा मुह... ये चारो भाग को टॉर्चर करना भी आना चाहिए... उसके लिए लड़की के हाव भाव देखना चाहिए...
केविन: लड़की को मज़ा आये तब तक उसे टॉर्चर करो फिर जैसे हाव भाव चेंज होने को आए उसके बाद जब ये दर्द तक पहोंचे तब तक उसे टॉर्चर करना चाहिए...
भाभी: ह्म्म्म्म
मैं: भाभी अगर हम सब एकसाथ आप पर चढ़ जायेगे तो पांचवा क्या करे गा?
भाभी: इसलिए तब मैं आपके लिए ट्रिपल पेनेट्रेशन करुँगी... तो चूत या गांड मैं दो लौड़े ले लुंगी..
मैं: ह्म्म्म
अब भाभी ने क्या क्या समजाया वो मैं आपको जब हुआ उसी दिन बताऊंगा... बर्थडे के दिन... इस बिच भाभी ने चार दिन में भाभी पर भारी पड़ने वाला एक मस्त एक्पर्ट बना दिया... अब हमारा प्लान क्या था बिर्थडे के दिन? क्योकि सब को रिटर्न गिफ्ट भी तो देना था...
सुबह भैया जैसे ही बाहर जाएंगे.. सब लोग हमारे घर आयंगे और... प्लान...
चलो सीधा मेरे बर्थडे के दिन ही चलते है... बताउगा के क्या दिन गुज़ारा था हमारा...
सुबह जब भैया गए तब तक जानबुज कर मैं सोता रहा... भैया मुझे विश करने के लिये काफी टाइम तक रुके... पर भाभी को पता था के मुझे भैया में बिलकुल इंटरेस्ट नहीं था... पर भैया आखिर हारकर चले गए... मैं भाभी और भैया के बारे में हुए वार्तालाप की बात करता हूँ...
भाभी: आप जाओ वो सोया हुआ है... और वो लेट ही जगता है...
भाई: तो वो कॉलेज जाता है की नहीं...
भाभी: कभी जाता है... कभी नहीं... छोडो ना क्या सुबह सुबह...
भाई: अरे मैं तो सिर्फ विश करने के लिए... तुजे पता है... एक यूके के क्लाइंट से एक मीटिंग है तो आज देरी होने वाली है... ग्यारह बज जाए...
भाभी: रात को कर लेना... मेसेज कर देना... फोन कर देना.... पर हां सुनो शायद आज हम बाहर जाएंगे... समीर भाई बोल रहा था के आज शाम को खाना खाने के लिए बाहर जाएगे... मैंने तो मना किया था... मेरा मन नहीं था, क्योकि शायद उनके दोस्त आएंगे... पर भैया भी चले जाएंगे, आप भी देर से आएंगे... तो जाउ?
भैया: पक्का न? तू उस दिन...
भाभी: अरे नहीं नहीं... मैं ही कुछ, मुझे माफ़ कर दीजिए... प्लीज़?
भैया: अरे तुजे ऐतराज़ नहीं तो फिर मैं तो अपने भाई को जनता ही हूँ... वो कभी ऐसा नहीं करेगा...
अब भैया को क्या मालूम के क्या मैं हूँ? क्या मेरे दोस्त है? और क्या उसकी पत्नी है...
भाभी: तो मैं जाऊ?
भाई: हा हा बिलकुल जाओ घर पे बोर हो जाओगी उससे अच्छा के उन लोगो के साथ रहोगी तो समीर के दोस्त कैसे है पता चलेगा... कहीं बुरी संगत में तो नहीं फस गया...
भाभी: ह्म्म्म ठीक है...
भाई तो चले गए तुरंत मैं बहार निकला और भाभी को पीछे से दबोच लिया....
मैंने देखा तो भाभी के ब्लाउज़ के हुक खुले थे....
मैं: साली खोल भी दिए?
भाभी: अरे तेरे भाई सुबह सुबह दबाके जाते है न? तू सो रहा था तो खोल के दबाया... तू उठने ही वाला था तो मैंने फिर खुले ही रख्खे...
मैं: चल मादरचोद किस दे... जन्मदिन है मेरा....
भाभी: मुह तो धो के आओ...
मैं: आज कुछ नहीं मैं आज के दिन के लिए तेरे बदन का मालिक हु मुझे जो पसंद आए वही...
थोड़ी ना नुकुर करके भाभी ने मुझे किस दिया... मैंने अपनी जीभ उनके मुँहमे अंदर तक घुसाई... भाभी ने साथ दिया... पर भाभी ने रोक कर कहा...
भाभी: रुक यही पे... तैयार हो जा तेरे दोस्त आने ही वाले होंगे.. और मुझे तैयारी करनी है...
मुझे पसंद नहीं आया पर आज बहोत कुछ होने वाला था... इसलिए मैं ये छोटी चुदाई पे ध्यान नहीं देना चाहता था... डोरबेल बजी के मेरे सारे दोस्त अंदर आये और उनके साथ एक हट्टा कट्टा नौजवान भी आया जो निप्पल में छेद करने के लिए स्पेशल था.. वो आया और आते ही शिकार ढूंढने लगा... पर भाभी अपने रूम में शायद तैयार होने गई थी... आज भाभी क्या पहन के आएगी? उसे पता तो था के एक लड़का आएगा... तो अब?
और भाभी रूम से बाहर आई...
मादरचोद... कितनी बार ठोका मैंने फिर भी ये जलवे ऐसे दिखती है की बस मन नहीं भरता...
भाभी: ये कौन है?
राजू: ये तेरे निप्पल पे छेद करवाने के लिये बुलाया है... अपना टीशर्ट उतरवाएगी या थोडा अड्जस्ट करके निप्पल टीशर्ट से बाहर निकालेगी?
लड़का सब खुली आँखों से बस देखे जा रहा था...
भाभी: नहीं नहीं अभी नहीं... मुझे समीर के भैया से परमिशन लेनी पड़ेगी... भैया तू बाद में आना हम बुला लेंगे...
केविन: तो अभी प्लान के मुताबिक चले?
भाभी: हा चल तेरे फार्म हॉउस पर...
सचिन: चिंटू तुजे फार्म हॉउस का पता पता है?
केविन: तू टेंसन मत ले सचिन ये आज निप्पल में छेद करके ही जायेगा...
भाभी: केविन तूने इनको आने दिया?
केविन: अरे भोसडीकि मना करता तो सबको पता नहीं चल जाता?
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