RE: vasna kahani आँचल की अय्याशियां
देर शाम को सुनील ने रूम का दरवाज़ा खटखटाया , आँचल अभी भी सोयी हुई थी. उसने जल्दी से पैंटी पहनी और ऊपर से गाउन पहन लिया.
दरवाज़ा खोलने पर सुनील अंदर आया और आँचल से बोला, “ तुम जल्दी से तैयार हो जाओ .नीचे डिसट्रिब्युटर हमारा इंतज़ार कर रहे हैं. वो हमें डिनर में ले जाने के लिए आए हैं."
आँचल ने पूछा, “ जाना कहाँ है ? उसी हिसाब से मैं कपड़े पहनूंगी .”
सुनील बोला,” वो हमें 5 star होटेल Sun-n-Sand में ले जा रहे हैं. इसलिए तुम थोड़ी सेक्सी ड्रेस पहन लो.”
सुनील अपनी खूबसूरत बीवी को शो ऑफ करके डिसट्रिब्युटर को इंप्रेस करना चाह रहा था.
आँचल ने एक टाइट फिटिंग वाली वन पीस सेक्सी रेड ड्रेस पहन ली. जो उसके घुटनो से बहुत ऊपर थी. आँचल खुश थी की सुनील खुद उससे सेक्सी ड्रेस पहनने को कह रहा है इसलिए उसने भी रिवीलिंग ड्रेस पहन ली. ड्रेस बहुत टाइट थी इसलिए आँचल ने अंदर से ब्रा पैंटी नही पहनी. पैरो में ऊँची हील वाली सैंडल पहनने से वो चलते समय और भी सेक्सी लग रही थी. आँचल के साथ चलते हुए सुनील बहुत गर्व महसूस कर रहा था क्यूंकी होटेल में सब उसी की ओर देख रहे थे. होटेल की लॉबी में पहुँचकर सुनील ने डिसट्रिब्युटर से आँचल को मिलवाया.
आँचल ने देखा डिसट्रिब्युटर दो भाई थे, बड़ा वाला गुल्मोहर शाह 45 साल का और छोटा भाई अंकुर शाह 35 साल का था. दोनो भाई खूबसूरत आँचल को देखकर सोच रहे थे सुनील की बीवी तो इतनी मादक निकली. उन्हे अपने को घूरते पाकर आँचल के निपल एक्साइट्मेंट से तन गये. दूसरे आदमियों पर अपनी खूबसूरती का जादू चलने से आँचल को बहुत अच्छा लगता था. आँचल को पता था की बिना ब्रा के उस पतली ड्रेस में उसके निपल कड़े होकर दिख रहे हैं.
सुनील भी खूबसूरत आँचल का पति होने से गर्व महसूस कर रहा था. वहाँ खड़े लोगो को जलाने के लिए वो जानबूझकर आँचल की पीठ पर हाथ फिरा रहा था. फिर वो चारों लोग होटेल से बाहर आकर कार में बैठ गये.
डिनर के लिए सुनील और आँचल टेबल के एक तरफ थे और दोनो भाई उनके सामने बैठे थे. आँचल ने देखा की दोनो भाई उससे बहुत इंप्रेस्ड हैं. बड़ा भाई गुल्मोहर थोड़ा मोटा और सावला था लेकिन छोटा भाई अंकुर लंबा , गोरा और हैंडसम था. डिनर करते समय आँचल के बारे में ही बातें हो रही थी.
अंकुर ने पूछा कि आँचल का मुंबई में दिन कैसा बीता और उसे मुंबई कैसा लगा , पसंद आया या नही. आँचल ने बताया की लोकल ट्रेन में उसका सफ़र बहुत खराब रहा. रास्ते भर लोग धक्कामुक्की करते रहे. और कोलाबा में शॉपिंग करते समय भी यही हाल रहा. कुल मिलाकर उसे मुंबई पसंद नही आया.
आँचल की बात सुनकर अंकुर बोला,” भाभी, अगर सुनील भाई साहब ने पहले बताया होता की आपको घूमने जाना है तो मैं अपनी कार और ड्राइवर को आपके पास भेज देता.”
आँचल मुस्कुरायी और बोली, “ थैंक्स, कार से तो मुझे बहुत सहूलियत हो जाती. लेकिन हम लोग कल वापस देल्ही जा रहे हैं इसलिए आपका ऑफर मैं नेक्स्ट टाइम एक्सेप्ट कर लूँगी.”
तभी सुनील बोल पड़ा,”आँचल मैं तुम्हें बताना भूल गया की हम यहाँ एक दिन और रुकने वाले हैं. कल मुझे गुल्मोहर के साथ पुणे जाना है . इसलिए अब हम कल नही बल्कि परसो देल्ही वापस जाएँगे.”
ये बात सुनकर अंकुर खुश हो गया और बोला,” भाभी , कल के दिन भी आप यहीं हो, इसलिए मेरी कार और ड्राइवर कल दिन भर के लिए आपके पास रहेंगे. अब आप मना मत करना.”
फिर बोला,” आपको शॉपिंग के लिए कोलाबा जाने की ज़रूरत नही , मेरा ड्राइवर आपको ब्रीच कैंडी ले जाएगा शॉपिंग के लिए वो बेस्ट जगह है. भाभी , आप मुंबई में और क्या देखना चाहेंगी ? “
आँचल अंकुर के ऑफर से मन ही मन खुश हुई की चलो अब टैक्सी और ट्रेन के सफ़र का झंझट नही रहेगा. वो अंकुर से बोली,” मैं हमेशा से मुंबई में फिल्म शूटिंग देखना चाहती थी.”
उसके ऐसा कहते ही गुल्मोहर बोल पड़ा,” भाभी वो मुझ पर छोड़ दो. जब आप शॉपिंग कर लोगी तो उसके बाद आपको फिल्म शूटिंग भी दिखा देंगे.”
फिर आँचल की चूचियों पर नज़रें गड़ाकर बोला,” भाभी, आप फिल्म हेरोयिन्स से ज़्यादा खूबसूरत हो. आपको तो मॉडलिंग या एक्टिंग करने के बारे में सोचना चाहिए. फिर तो रोज़ शूटिंग ही शूटिंग, है ना.” और अपने जोक पर खुद ही हंस पड़ा.
आँचल को , खुलेआम अपनी चूचियों को घूरते हुए और आँचल पर जोक मारकर हंसते हुए गुल्मोहर को देखकर गुस्सा आया. वो चुप रही और गुल्मोहर की बात का कोई जवाब नही दिया. उसने मन ही मन सोचा की छोटा भाई कितना हैंडसम है और ये मोटा घूरता ही रहता है और बेहूदी बात करके हंसता है. उसने गुल्मोहर को इग्नोर करके अंकुर की तरफ ध्यान दिया.
रात में जब वो दोनो होटेल के कमरे में वापस आए तो आँचल लोगों के सामने सेक्सी ड्रेस में घूमने फिरने से थोड़ी उत्तेजना महसूस कर रही थी. सुनील ने उसकी उत्तेजना को और भड़का दिया,” आँचल तुमने देखा वो दोनो भाई तुमको कैसे देख रहे थे. तुमसे उनकी नज़रें हट ही नही रही थी.”
आँचल बोली,” उग्घ…वो गुज्जु भाई गुल्मोहर तो मुझे बहुत बेशर्मी से घूर रहा था. सुनील अगर तुम वहाँ पर नही होते ना तो वो मेरी ड्रेस फाड़ डालता और मेरा रेप कर देता.” उत्तेजना से आँचल की चूत गीली होने लगी.
आँचल की बातों से सुनील भी उत्तेजित हो गया . उसने फटाफट आँचल के सारे कपड़े उतार दिए और खुद भी नंगा हो गया. बिना किसी फोरप्ले के उसने आँचल की टाँगे फैलाई और उसकी गीली चूत में लंड डाल दिया. फिर चूत में तेज तेज धक्के लगाने लगा. जैसे ही आँचल को मज़ा आने लगा वो अपनी गांड ऊपर उछालकर सुनील के धक्कों का जवाब देने लगी, तभी सुनील झड़ गया. आँचल सोचने लगी मज़ा शुरू होते ही खत्म हो गया. सुनील अपनी खूबसूरत बीवी के सेक्सुअल फ्रस्ट्रेशन की परवाह किए बिना ही बगल में आराम से करवट लेकर सो गया.
आँचल 10 – 15 मिनिट तक अपनी किस्मत को कोसते हुए चुपचाप लेटी रही लेकिन फ्रस्ट्रेशन से उसको नींद नही आ रही थी. फिर उसने टीवी ऑन करके वही ब्लू मूवीज वाला चैनल लगा दिया. कुछ देर बाद उसने सुनील को भी उठा दिया. सुनील अपनी आँखे मलता हुआ उठ बैठा. सुनील ने देखा आँचल ब्लू फिल्म देख रही है जिसमे एक आदमी लड़की को डॉगी स्टाइल में पीछे से चोद रहा है और वो लड़की उत्तेजना में चिल्ला रही थी. सुनील भी ये सीन देखकर उत्तेजित हो गया और जल्दी ही उसका लंड फिर से खड़ा हो गया.
सुनील ने आँचल को मूवी के जैसे कुतिया बना दिया और उसकी गांड ऊँची करके पीछे से चूत में अपना लंड डाल दिया. आँचल को मूवी में लड़की के जैसे चुदवाने में मज़ा आने लगा लेकिन कुछ ही धक्कों के बाद सुनील फिर झड़ गया और आँचल के बदन के ऊपर बेड में ढेर हो गया.
आँचल ने सुनील को अपने बदन से धक्का देकर बगल में हटा दिया और फ्रस्ट्रेशन से उसके आंसू निकल आए. सुनील जल्दी ही खर्राटे लेकर सो गया. आँचल थोड़ी देर चुपचाप रोती रही. फिर कुछ देर बाद उसने टीवी का वॉल्यूम कम कर दिया और ब्लू फिल्म देखकर मूठ मारते हुए अपनी उत्तेजना शांत करने लगी.
अगली सुबह 5 बजे सुनील ने आँचल से कहा,” डार्लिंग, मैं पुणे जा रहा हूँ. गुल्मोहर की बजाए अब कोई दूसरा आदमी मेरे साथ पुणे जा रहा है. रात 9 बजे तक लौट आऊंगा.” फिर आँचल को किस करके सुनील चला गया.
आँचल देर तक सोती रही . फोन की घंटी बजी तो उसकी नींद खुली. फोन में अंकुर बोला,” भाभी मैंने ड्राइवर को कार लेकर आपके पास भेज दिया है. वो आपको ब्रीच कैंडी शॉपिंग के लिए ले जाएगा. “
फिर बोला,” अगर आपको ऐतराज़ ना हो तो मेरे साथ आज लंच करिएगा.”
अंकुर के साथ टाइम बिताने की बात सुनकर आँचल का मूड ठीक हो गया. वो बोली,” आपके साथ लंच करके मुझे खुशी होगी.”
अंकुर बोला,” ओबेरॉय होटेल के पास कॉफी शॉप में आ जाना लंच के लिए ठीक 1:30 pm पर.”
आँचल बोली,” ठीक है, मैं आ जाऊँगी.”
आँचल खुश होकर नहाने चली गयी. नहाने के बाद उसने बाथिंग गाउन पहन लिया और रिसेप्शनिस्ट को फोन किया की उसको साड़ी और ब्लाउज में फटाफट प्रेस चाहिए.
कुछ देर बाद डोरबेल बजी और एक वेटर उसके कपड़े ले जाने के लिए आया. जैसे ही आँचल कपड़े देने के लिए मुड़ी उसका पैर लंबे बाथिंग गाउन में पड़ गया और एक झटके में गाउन उसके कन्धों से उतर कर फर्श पर गिर गया. वेटर अपने सामने नंगी आँचल को देखकर हैरान रह गया.
आँचल ने शरमाकर झट से अपनी चूचियों और चूत को हाथों से ढकने का प्रयास किया . फिर झुककर अपना गाउन उठाया और बाथरूम में भाग गयी. पीछे मुड़ने से वेटर को आँचल की मस्त बड़ी गांड के भी दर्शन हो गए .
आँचल बहुत एंबॅरस्ड फील कर रही थी. बाथरूम में गाउन पहनकर वो हिचकिचाते हुए बाहर आई और वेटर को कपड़े दिए. वेटर उसको देखकर मुस्कुराया और कपड़े ले लिए. आँचल की गोरी बड़ी बड़ी चूचियां , चिकनी चूत और बड़ी गांड देखने के बाद अपनी किस्मत पर खुश होता हुआ रूम से बाहर जाने लगा.
आँचल हकलाते हुए बोली ,” मुझे कपड़े जल्दी चाहिए.” और दरवाजा बंद कर दिया . वेटर अभी भी मुस्कुरा रहा था.
वेटर के जाने के बाद आँचल ने जल्दी से गाउन के अंदर ब्रा और पेटीकोट पहन लिया. और वेटर के अपने कपड़े लाने का इंतज़ार करने लगी.
वेटर के डोरबेल बजाने पर इस बार उसने थोड़ा सा ही दरवाजा खोला और वहीं पर कपड़े लेकर दरवाजा बंद कर दिया. वेटर को अंदर आने देने की ग़लती वो दोहराना नही चाहती थी.
साड़ी पहनकर जब वो शॉपिंग करने के लिए नीचे होटेल की लॉबी में आई तो उसे लगा की रिसेप्शन में होटेल के स्टाफ वाले उसे देखकर मंद मंद मुस्कुरा रहे हैं.
क्या ये आँचल का वहम था या वेटर ने सबको बता दिया था ?
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