RE: vasna kahani आँचल की अय्याशियां
आँचल और रिया दोनों बेड में लेट कर पार्टी की बातें करने लगीं. आँचल ने रिया से जस्सी और हरप्रीत के बारे में पूछा.
रिया ने बताया , “जस्सी लोकल पॉलिटीशियन का बेटा है और फैशन फोटोग्राफी करता है. उसकी मंगेतर हरप्रीत एक बिजनेसमैन की बेटी है , दोनों ही पैसेवाले लोग हैं. “
“जस्सी के बारे में थोड़ा और बताओ ना.”
” जस्सी के बारे में मैं ज़्यादा नही जानती , वो रवि का फ्रेंड है. स्कूलिंग के बाद वो लंदन चला गया था. लेकिन मैं हरप्रीत को अच्छे से जानती हूँ क्यूंकी वो कॉलेज में मेरे साथ थी. अभी दो दिन पहले तो सगाई हुई है उसकी. ”
सगाई की बात सुनकर आँचल मुस्कुराने लगी,” इसका मतलब हरप्रीत अभी जस्सी से चुदी नही है.”
आँचल की बात से रिया थोड़ी चौंकी , फिर हंसने लगी. मुँह बनाते हुए उसने आँचल को एक मुक्का मारा,” यू ठरकी गर्ल !!! …….जब पार्टी में हरप्रीत से मेरी बातें हुई थी तो मैंने उससे यही पूछा था. “
“बताओ ना , क्या कहा उसने …?”
“ तुम्हारा गेस सही है. अभी नही चुदी है. जस्सी बहुत पीछे पड़ा था उसके लेकिन हरप्रीत ने अभी दी नही उसको. शादी के बाद ही दूँगी बोला है.”
ऐसा कहकर रिया ज़ोर से हंस पड़ी , साथ में आँचल भी हंसने लगी.
फिर रिया आँचल की ओर देखते हुए बोली,” बहुत तड़प आ रही है तुमको, लगता है अभी से जीजाजी को मिस कर रही हो.”
रिया ने प्यार से आँचल के चेहरे को अपने हाथों में पकड़ा और उसके रसीले होठों का चुंबन ले लिया. आँचल ने भी रिया को चूम लिया. अब बातें करना छोड़कर दोनों की चुम्मा चाटी शुरू हो गयी.
रिया ने आँचल के गुलाबी गालों को चाट चाटकर उसका चेहरा अपनी लार से गीला कर दिया. आँचल की उत्तेजना बहुत बढ़ गयी , उसकी चूत से रस बहने लगा. उत्तेजित होकर आँचल रिया की नाइटी खोलने की कोशिश करने लगी.
फिर आँचल ने रिया की नाइटी खोल दी , उसने ब्रा नही पहनी थी. आँचल ने देखा रिया की चूचियों पर और नीचे जांघों के अंदरूनी भाग पर कुछ लाल रंग के निशान बने हुए हैं. आँचल तुरंत समझ गयी चुदाई के समय काटने के निशान हैं.
“रिया , ऐसे प्यार करता है रवि तुम्हें ? तुम्हारे बदन में हर जगह निशान बना दिए हैं.”
रिया पहले थोड़ा हिचकिचाई , फिर बोली,” नही……….... रवि नही…..”
“तो फिर कौन …?”
रिया फिर से हिचकिचाई और धीरे से बोली,” तुम्हारे ससुरजी……..”
रिया की बात सुनकर आश्चर्य से आँचल की आँखें फैल गयीं.
“क्या …? मेरे ससुरजी…..?” आँचल हैरान होते हुए बोली.
“तुम्हें याद है दीदी , उस रात को लिविंग रूम के दरवाज़े से हमने देखा था की कैसे तुम्हारे ससुरजी सुनीता को चोद रहे हैं. कितनी जबरदस्त चुदाई की थी उन्होने. उननग्ज्ग…………..मैं भी उनके बड़े लंड को अपने अंदर फील करना चाहती थी , इसलिए अगली रात को मैंने उन्हे चोदने दिया………………..उन्न्ह…….दीदी…………….उनम्म्म………... आई ऍम सॉरी दीदी , अगर तुम्हें बुरा लगा तो……….” रिया धीमी आवाज़ में बोली. ससुरजी के साथ बिताई रातों को याद करके उसकी चूत से रस बहने लगा और उसकी कच्छी गीली हो गयी.
“तुमने…………..उनम्म्ममम………..तुमने ससुरजी को चोदने दिया………...उनम्म्म……....” उत्तेजना से काँपती आवाज़ में आँचल बोली.
“ओह्ह दीदी, तुम्हारे ससुरजी बहुत माहिर खिलाड़ी हैं………………..उम्म्म्म……………उनका लंड तो खंबा है दीदी………………..ओह्ह दीदी…………….उनके साथ चुदाई में इतना मज़ा आया , मैं बता नही सकती………………………उनम्म्ममम……..”
रिया ने देखा ससुर की बातों से आँचल उत्तेजित हो रही है , और बिल्कुल भी नाराज़ नही है तो वो भी बिना हिचकिचाहट के जो हुआ खुलकर बताने लगी.
फिर रिया ने आँचल की नाइटी उतार दी , आँचल ने भी ब्रा नही पहनी थी. आँचल की गोरी बड़ी चूचियों को खुली हवा में साँस लेते देख रिया उन पर टूट पड़ी. दोनों हाथों में पकड़कर वो आँचल की चूचियों को चूसने और काटने लगी.
फिर रिया ने आँचल की पैंटी को उतारना चाहा तो पाया की पैंटी तो पूरी गीली हो रखी है. आँचल की पैंटी उतारते हुए रिया ससुरजी के साथ बिताई तीन रातों का किस्सा सुनाने लगी. आँचल की फूली हुई चूत को जीभ लगाकर चाटने लगी. आँचल की तनी हुई क्लिट को रिया अपनी जीभ से छेड़ने लगी. चूत चटवाने में आँचल को बहुत मज़ा आता था , आनंद से उसकी आँखें बंद हो गयी.
“ओह्ह ……………...आआहह………………………………..उम्म्म्मममम……………..” आँचल सिसकारियाँ लेने लगी.
“ आँचल , तुम्हारा ससुर तो पक्का चुदक्कड़ है . मुझे अपनी गोद में बिठाकर इतना चोदा ना उसने …”
“आआहह…………...उफफफफफ्फ़…………..उनन्नज्ग………….” आँचल सिसकते रही.
“आँचल दीदी, तुम्हारे ससुर का लंड इतना बड़ा था और मेरी छोटी सी चूत का क्या बुरा हाल किया उसने, पूरी फैला दी…………………....इतना मज़ा मुझे कभी नही आया……………… ………. तीन रातों तक ससुरजी ने मुझे कितनी बार सोफे में चोदा. ना जाने कितनी बार झड़ी मैं………………उफफफ्फ़…………”
रिया ससुरजी के साथ चुदाई का किस्सा सुनाते रही और आँचल की चूत और चूचियों को चूसते रही.
चुदाई की बातों से आँचल बहुत गरम हो गयी, रिया के चूत चाटने से सिसकारियाँ लेते हुए आँचल को ओर्गास्म आ गया और चूत से रस बहाते हुए वो झड़ने लगी.
“आआहह……………....ओइईईईई……………..माआअ………………ओह………………आआअहह……….”
फिर रिया पीठ के बल लेट गयी और आँचल से बोली,” तुमने बहुत मज़े ले लिए , अब मज़ा लेने की बारी मेरी है.”
रिया की रस टपकाती चूत पर आँचल ने मुँह लगा दिया. अब आँचल रिया की चूत चाटने लगी और रिया मज़े लेते हुए ससुर के किस्से सुनाते रही. रिया और ससुर की चुदाई के किस्से सुनते हुए आँचल ने रिया को भी ओर्गास्म दिला दिया.
झड़ने के बाद संतुष्ट होकर आँचल और रिया एक दूसरे की बाँहों में नंगी ही सो गयीं.
सुबह जब नींद खुली तो रिया बोली ,” आँचल सच बताना , ससुरजी ने तुम्हें चोदा है या नही ?”
“नही…..”
“मुझे तो विश्वास ही नही होता. इतना चोदू आदमी है वो. मुझे दूसरे ही दिन चोद दिया उसने. और तुम्हें तो वहाँ एक साल से भी ज़्यादा हो गया है. तुम अब तक बची कैसे हो उससे ?”
ऐसा कहते हुए रिया ने आँचल के होंठ चूस लिए , फिर से उन दोनों की चुम्मा चाटी शुरू हो गयी.
फिर आँचल की चूत में उंगली करते हुए रिया बोली,” क्या तुम्हारे ससुर ने अभी तक अपने मोटे लंड को यहाँ नही घुसाया है……………?”
“उम्मन्णन…………….नही रिया………उफफफ्फ़………..” सिसकारियाँ लेते हुए आँचल बोली.
अब रिया आँचल की चूत में तेज़ी से तीन उंगलियाँ चलाने लगी.
“क्या तुम चाहती हो की वो अपने खंबे जैसे लंड से तुम्हें चोदे …………?”
“हाँ ……………..उफफफ्फ़……………….... हाँ मुझे उनका खंभा चाहिए…………….उफ़फ्फ़…………..ओह……………....आआहह………..” और ज़ोर से सिसकारियाँ लेते हुए आँचल झड़ गयी.
उत्तेजना में आँचल बेशर्म हो गयी, “ रिया , मुझे बड़े लंड अच्छे लगते हैं. जब मैं वापस देल्ही जाऊँगी ना , तो ससुरजी को सिड्यूस करके उनका खंभा लूँगी.”
झड़ने के बाद थोड़ी देर तक दोनों लड़कियाँ बेड पर लेटी रहीं. फिर कपड़े पहनकर नाश्ता करने चली गयीं.
|