RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
करीब 9 बजे शोभा दीदी मुझे डिन्नर क लिए बुलाने आई,,मैं तभी बेड पे लेटा हुआ था,,
क्या हुआ सन्नी तेरी तबीयत तो ठीक है ना,,,,
हाँ दीदी बट ऐसा क्यू पूछा अपने,,,,
बस ऐसेही क्यूकी जब भी तू रूम मे होता है तो गेम ही खेलता है आज बड़े आराम से बेड पे लेटा
हुआ है इसलिए पूछा ऑर हँसने लगी,,,
,हाँ दीदी अब सोचता हूँ ये गेम खेलना छोड़ दूं क्यूकी बुआ बार बार बोलती रहती है कि सन्नी बेटा तुम बड़े हो गये हो ऑर मैं भी हँसने लगा
ऐसे ही हंसते-2 बातें करते हुए मैं ओर दीदी नीचे डाइनिंग टेबल की तरफ आ रहे थे डॅड
ऑर बुआ वही बैठे हुए थे,,,
,क्या बात है बड़ी हँसी आ रही है भाई-बेहन को,,
कुछ नही डॅड बस ऐसे ही हँसी मज़ाक कर रहे थे,,सन्नी बोल रहा था कि अब वो बच्चा नही रहा
इसलिए गेम खेलना छोड़ देगा इसी बात पे हंस रहे थे,,
,तभी डॅड ऑर बुआ भी हँसनेलगे,,,,,अरे सन्नी बेटा तुम गेम खेलना छोड़ दोगे तो तुम्हारा कंप्यूटर तो अनाथ ऑर लाचार
हो जाएगा फिर कॉन पूछेगा उसका हाल,,,,,ऑर फिर सब हँसने लगे,,ऑर तेरे न्यू लॅपटॉप का क्या
होगा,,,,,,
तभी मैं खुश हो गया,,,,कॉन्सा लॅपटॉप,,कहाँ है लॅपटॉप,,,,
अरे अरे इतने भी उतावले मत हो अभी मैं लाया नही हूँ लॅपटॉप बट कुछ दिनो मे ले आउन्गा,,
,तभी मैं डॅड के पास गया ओर उनको हग करके बोला,थॅंक्स्क्स डॅड आप बहुत अच्छे हो,,,
चल अब मस्का नही मार ऑर डिन्नर कर,,,मैं ओर दीदी डिन्नर करने के लिए बैठ गये,,,,,
अरे सन्नी बेटा तूने सोनिया को फोन करके पूछा था कि वो कब आएगी,,,,
नही डॅड क्या वो अभी तक नही आई,,,,,
नही आईबेटा इसलिए बोल रहा हूँ,,,,तभी डोर खुला ऑर सोनिया आ गयी,,कहाँ थी इतनी देर बेटी,,,
डॅड मैं कविता के घर पे थी,,,उसके घरवाले कहीं बाहर गये थे इसलिए मैं वहाँ गयी
थी,,सोचा दिन भर कुछ बातें भी कर लेंगे ऑर नोट्स भी तैयार हो जाएँगे,,उसके घर वाले
अभी आए थे कुछ देर पहले इसलिए मैं लेट हो गयी,,,
कोई बात नही बेटा आओ डिन्नर करो ओर नेक्स्ट टाइम जब लेट होना हो तो कॉल कर दिया करो,,,,,,
ठीक है डॅड,,,,,,
,ऑर हाँ अपने इस भाई की हेल्प भी कर दिया करो स्टडी मे,,,,,,
,मैं तो हेल्प करती हूँ डॅड बट इसको गेम से फ़ुर्सत ही नही मिलती,,,,,
अब मिलेगी इसको फ़ुर्सत बेटी अब इसने गेम खेलना छोड़ दिया है,,
इसी बात पे सोनिया हँसने लगी ओर उसके साथ बाकी सब लोग भी,,,,,ऐसे ही बातें करते-2 हम
लोगो ने डिन्नर ख़तम किया ओर अपने-2 रूम मे चले गये,,,,
रात करीब 10:30 पे मैं बाथरूम मे चला गया मैं दीदी ऑर बुआ को देखना चाहता था,,
बट 11 बजे तकवेट किया फिर भी कोई नही आया,,,मैने सोचा कि आज वो लोग बुटीक पे गये
थे शायद वही ज़्यादा मज़ा कर लिया होगा,,क्यूकी सनडे को बुटीक पे कोई नही होता,,उन
लोगो के पास बहुत टाइम था ओर मोका भी,,,,बट मेरा दिल बहुत कर रहा था आज मूठ मारने को
क्यूकी नून टाइम मे दीदी के बूब्स जो देखे थे वो भी इतना करीब से,,,,बट जब तक कोई
पॉर्न मूवी नही देखी हो तब तक मूठ नही मारी जाती मेरे से,,,,,अगर बुआ ऑर दीदी की लाइव
टेल्कास्ट पॉर्न देखने को मिल जाती तो मज़ा आ जाता,,,,,,मैने सोचा चलो रूम मे जाके कोई
अच्छी सी पॉर्न मूवी देखते है बाद मे बाथरूम मे आके मूठ मार लेंगे,,,,यही सोच कर मैं
रूम से बाहर निकला,,तभी देखा की सोनिया अपने बेड मे पेट के बल पीठ उपर करके लेटी
हुई थी,,उसने आज वही पिंक कलर का ढीला सा कुर्ता ऑर साथ मे एक रेड कलर की छोटी सी
स्कर्ट पहनी हुई थी ,,कुर्ता भी ढीला था इसलिए वो उसकी आधी पीठ तक उपेर उठा हुआ था
उसकी गोरी ऑर च्मकदार पीठ हल्की रोशनी मे भी चाँदी के जैसे चमक रही थी,,उसकी स्कर्ट
भी बहुत छोटी थी जिस वजह से उसके नितंब नज़र आ रहे थे,,उसको ऐसी हालत मे देख
कर मेरे लंड ने अंगड़ाई लेना शुरू कर दिया,,,मैने सोचा कि इतना अच्छा माल पास मे लेटा
हुआ है तो पॉर्न मूवी क्यू देखनी,,,,मैने अपने लंड को पॅंट मे से बाहर निकाला ऑर सोनिया को
देखते हुए मूठ मारने लगा,,,मैं उसके पास बेड पे अपनी टाँगें नीचे किए हुए बैठ गया ऑर
मूठ मारने लगा,,मैने अपना एक हाथ उसकी नंगी पीठ मे रख दिया,,ऑर उसकी पीठ को बड़े
प्यार से सहलाने लगा,,ऑर साथ मे मूठ मारता रहा,,कुछ देर उसकी पीठ को सहलाने के बाद
मैने उसकी स्कर्ट को हल्का सा उपेर किया ऑर उसके नंगे नितंब को अपने हाथ मे ले लिया,,क्या
बताऊ ये एहसास कितना अच्छा था,,उसके नितंब एक दम सॉफ्ट ओर चिकने थे,,मेरा दिल तो कर रहा
था कि अभी इसकी पैंटी उतार दूं ऑर अपना लंड पेल दूं इसकी गान्ड मे,,,बट ऐसा नही कर
सकता था,,नितंब की गर्मी के कारण मेरी हालत खराब हो रही थी ऑर मेरे हाथ की स्पीड भी
लंड पे तेज हो गयी,,,जिसकी वजह से बेड हल्का सा हिलने लगा,,,मैं डर गया कि बेड हिलने की
वजह से अगर सोनिया जाग गयी ऑर मुझे इस हालत मे देख लिया तो मेरी मौत पक्की है,,बट अब
मैं अपने मज़े की चरम सीमा पे पहुँच गया था अब रुकना मुश्किल था अब चाहे आँधी
आए या तूफान ऐसी हालत पे कोई मर्द नही रुक सकता,,,तभी मेरे लंड ने ज़ोर दार पिचकारी के
साथ अपना माल छोड़ दिया सारा पानी नीचे ज़मीन पर गिरा,,ऑर कुछ मेरे हाथ पे लग गया,,
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