Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
12-21-2018, 12:48 AM,
RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैं यहाँ अपने ख्यालो मे खोया हुआ था ऑर उधर वो लोग मस्ती मे पागल हुए जा रही थी तभी
मैने देखा कि माँ के जिस्म ने कुछ तेज़ी से झटके खाने शुरू कर दिए मैं समझ गया की माँ का काम
होने ही वाला है तभी शायद रेखा को भी पता लग गया कि माँ का काम होने वाला है तो उसने मामा के
सर को कस्के अपनी चूत पर दबा लिया जिस से मामा समझ गया कि रेखा भी झड़ने को बेताब हो रही है
उधर माँ ने भी मामा के लंड को तेज़ी से मुँह मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया तो मामा को माँ
की तरफ से भी इशारा मिल गया कि माँ भी झड़ने वाली है तो मामा ने अपनी उंगली को तेज़ी से रेखा की चूत
मे पेलते हुए उसकी चूत को छोड़ना शुरू कर दिया साथ ही अपने लिप्स को कस्के दबा दिया रेखा की चूत
पर ऑर पागलो की तरह चूसने लगा उसकी चूत को साथ ही अपनी कमर हिला कर अपने लंड को माँ के मुँह मे 
तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा माँ ने भी मामा का साथ देते हुए मामा की कमर को पकड़ा ऑर खुद 
मामा की कमर को तेज़ी से हिलाते हुए मामा के लंड को मुँह मे पेलने लगी,,,करीब 2-3 मिनट बाद ही 
सब लोगो के जिस्म को झटके लगने शुरू हो गये मैं समझ गया कि सब एक साथ झड़ने वाले है ऑर मैं
सही था मेरे देखते ही देखते माँ की चूत ने पानी निकालना शुरू कर दिया ऑर रेखा उसको पीने लगी 



साथ ही रेखा ने भी चूत से पानी को बहाना सुरू कर दिया जिसको मामा ने पीना शुरू कर दिया ऑर उधर
मामा ने भी अपने लंड को तेज़ी से माँ के मुँह मे पेलते हुए अपने लंड से पिचकारिया मारना शुरू कर
दी ऑर मामा के लंड ने भी स्पर्म निकालना शुरू कर दिया मामा के लंड से निकलने वाला स्पर्म माँ के
मुँह से बाहर निकल कर उनके एक गाल की तरफ बहने लगा जिसको माँ ने जल्दी से अपने हाथ से सॉफ किया ऑर
जल्दी ही उस हाथ को भी चाटने लगी साथ ही मामा के पानी को पीने के बाद मामा के लंड को अच्छी तरह
से चाट कर सॉफ करने लगी मामा ने भी रेखा की चूत को तब तक अपने मुँह से अलग नही किया जब तक 
रेखा के जिस्म ने आख़िरी झटके के साथ अपनी चूत के पानी की लास्ट ड्रॉप तक माँ के मुँह मे नही छुड़ा
दी थी ऑर मामा उसके पानी को पी नही गया था माँ की चूत ने भी जितना पानी निकाला था रेखा ने भी '
उसकी एक भी ड्रॉप नीचे नही गिरने दी थी ऑर सारा का सारा पानी पी गई थी,,,,,,,

एक दूसरे का पानी पीने का बाद तीनो लोग एक साथ एक दूसरे को हग करके लेट गये ,,मामा बीच मे था जबकि
रेखा ऑर माँ मामा की दोनो साइड पर लेटी हुई थी,,,,,

काफ़ी टाइम बाद इतना अच्छा लग रहा है,,,,क्यूँ सरिता मज़ा आया,,,,,,,,,,मामा ने माँ से पूछा,,,,

हाँ भाई बहुत मज़ा आया लेकिन असली मज़ा तो अभी बाकी है ये तो हल्की सी मस्ती थी बस,,,माँ ने हँसते हुए
बोला,,,,,,,,

सही कहा सरिता दीदी,,,,ये तो हल्की सी मस्ती थी बस लेकिन मैं तो इतनी हल्की मस्ती के लिए भी तरस के रह
जाती हूँ जब आप लोग आते हो या जब अशोक ऑर गीता आते है गाओं मे तभी इतनी मस्ती नसीब होती है मेरे
को वर्ना मैं तो बस मोमबत्ती से या उंगली से काम चलाती रहती हूँ,,,,,वैसे भी अब आप लोग काफ़ी
टाइम बाद आए हो गाओं मे,,,ऑर अशोक ऑर गीता को भी काफ़ी टाइम हो गया है,,,,,

तभी माँ हल्के गुस्से मे,,,,,,,,,,तुझे कितनी बार बोला है कि गीता का नाम मत लिया कर मेरे सामने तू
समझती क्यू नही,,,,,

अरे बेहन गुस्सा क्यू करती है अब तो बहुत टाइम बीत गया है सब बातों को अब तो गुस्सा ठंडा कर ले
अपना,,,,,,मामा माँ के माथे पर किस करते हुए माँ को समझाते हुए बोला,,,,

तभी रेखा मामा के उपर से निकल कर माँ की तरफ आ गई ऑर माँ के बड़े बड़े बूब्स को पकड़ कर
दबाते हुए माँ को बोली,,,,,,,,,,,,ठीक है बाबा नही नाम लेती उसका लेकिन उसकी वजह से मेरे पर गुस्सा मत
करो ऑर बस मस्ती करो,,,,इतना बोलते ही रेखा ने माँ के सर को मामा की तरफ से टर्न करके अपनी तरफ किया
ऑर जल्दी ही फिर से माँ के लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ लिया,,,माँ अभी कुछ देर पहले हल्के गुस्से मे थी
लेकिन रेखा के किस करते ही एक पल मे माँ ने हथियार डाल दिए थे,,,,,

मामा--तेरे को अच्छी तरह पता है रेखा कि सरिता को शांत कैसे किया जाता है,,,,,,,,,,,

नही सुरिंदर ये मेरे को शांत नही ऑर ज़्यादा मस्त करके मेरी आग को भड़का देती है ,,माँ ने एक पल
के लिए अपने लिप्स रेखा के लिप्स से हटा कर इतना बोला लेकिन तभी रेखा ने जल्दी से माँ के लिप्स को कस्के जाकड़
लिया अपने लिप्स मे ऑर दोनो हाथों से माँ के बूब्स को दबाते हुए माँ के उपर लेट गई ,,,,माँ ने भी
जल्दी से अपनी बाहों मे जाकड़ लिया रेखा को ऑर उसकी किस का रेस्पॉन्स देते हुए रेखा की पीठ को अपने 
दोनो हाथों से सहलाने लगी ,,,,मामा ने भी अब तक अपने लंड को हाथ मे लेके मसलना शुरू कर दिया
ऑर देखते ही देखते मामा फिर से मैदान मे उतरने को तैयार हो गया,,,,तभी रेखा ने मामा के लंड
को अपने हाथ मे पकड़ा ऑर कुछ देर हिलाने के बाद मामा को उठकर उसके पीछे जाने को बोला इतने मे
माँ ऑर रेखा दोनो ने अपनी टाँगें खोल ली ऑर मामा भी जल्दी से दोनो की टाँगो के बीच जाके अपने
घुटनो के बल बैठ गया ,,,माँ नीचे लेटी हुई थी जबकि रेखा माँ के उपर लेटी हुई थी उन दोनो के बड़े-2
बूब्स आपस मे एक दूसरे से चिपके हुए थे जिस तरह से उनके लिप्स एक दूसरे के लिप्स से चिपके हुए थे

,,
माँ के हाथ रेखा की पीठ पर थे जबकि रेखा का एक हाथ माँ के बूब्स पर ऑर दूसरा हाथ अपने ऑर
माँ के पेट के बीच दबके माँ की चूत पर पहुँच गया था ऑर रेखा ने माँ की चूत मे उंगली डाल
कर माँ की चूत को तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया था माँ भी मस्ती मे उसी अंदाज़ मे रेखा की पीठ
को सहलाते हुए कभी रेखा के सर को सहलाते हुए रेखा की जबरदस्त किस कर रही थी इतने मे मामा ने 
अपने लंड पर थूक लगाया ऑर जल्दी से रेखा की चूत पर रखा लेकिन तभी रेखा ने माँ के बूब्स से 
अपना हाथ हटा कर पीछे जाके मामा के लंड को पकड़ लिया ऑर अपनी चूत से मामा के लंड को हटा कर
अपनी गान्ड पर रख दिया मामा ने भी लंड के गान्ड पर टिकते ही तेज़ी से धक्का लगा दिया ऑर मामा का
लंड एक ही बार मे पूरा उतर गया रेखा की गान्ड मे लेकिन मामा को धक्के मारने मे थोड़ी मुश्किल
हो रही थी इसलिए रेखा जल्दी से अपने घुटने मोड़ कर कुतिया बन गई ऑर अपनी गान्ड को थोड़ा हवा मे
उठा लिया लेकिन उसने अपने लिप्स को माँ के लिप्स से अलग नही किया ऑर ना ही अपने हाथ को माँ की चूत से 
दूर किया वो ऐसे ही माँ को किस करती रही ऑर ऐसे ही माँ की चूत मे उंगली भी करती रही,,,माँ ने भी
जल्दी से अपने एक हाथ को रेखा की पीठ से हटा लिया ऑर नीचे करके रेखा की चूत पर ले गई ऑर जैसे तेज़ी
से रेखा माँ की चूत मे उंगली कर रही थी उतनी ही तेज़ी से रेखा ने भी माँ की चूत मे उंगली करना 
शुरू कर दिया रेखा एक दम मस्ती मे आ गई ऑर अपने लिप्स को माँ के लिप्स से अलग करके सिसकियाँ लेने लगी

आअहह उुउऊहह ससूउर्रीन्न्ड्दी र्रर आईसीए हहिि ज्जूओर्र ल्लाग्गाआ
क्कार्र छ्छूओद्दड़ म्मूउज़्झहीई ऊओरर त्टीजजिई ससीए घहुउस्साअ आपपन्ना म्मूस्साल्ल म्मीरीईइ
गगाआंन्ँदडड़ म्मीई क्कूवई रीहाम्म म्मांत्त क्काररन्ना म्मीररी पपीए ऊरर त्टीजज क्काार
ससूउर्रीन्न्ड्दी र्ररर आअहह पफाड्दड़ डदीए म्मीररीईई गगाणनद्दद्ड कककूऊऊऊ आहह
उूुुउऊहह हहययइईईई,,,,,,,मामा ने भी जल्दी से अपने दोनो हाथों को रेखा
की कमर पर रखा ऑर मजबूती से रेखा की कमर पर पकड़ बना कर अपनी स्पीड तेज करदी ऑर जैसे ही
मामा की स्पीड तेज हुई वैसे ही रेखा की सिसकियाँ भी ऑर तेज हो गई नीचे से माँ के हाथ की स्पीड भी रेखा
की चूत पर ऑर रेखा के हाथ की स्पीड माँ की चूत पर तेज हो गई आअहह ईस्स्स्सीई हहिईीईईईईई
ऊओररर त्टीजीीीइ ससीए छ्छूड़दूव म्मूउज़्ज्झहही ससूउर्रणनीयददीर्रर आर्र टीज्जिि ससीए ,,,,,,आईसीई हहिईिइ
म्मीरीई कच्छूत्त म्मी उउण्नग्ल्लीी काररूव स्साररित्ता दडियड्ड्डिईई ब्बाद्दा म्मांज़्जा आ र्रहहाअ
हहाइईइ आहह उउउहह ककब्बससी त्ताररास्स र्राहहिि टहिि मामैयिईन्न्न आपप ल्लूओगगूव सीसी
स्साआत्तह म्मांसस्त्तीी क्काररननी कककूऊव,,,आशूकक ऊओररर गीट्टा क्की स्साटतह इत्टना म्मांजा
न्नाहहीी अट्टाअ ईकक त्तूओ आअसशूकक क्का ल्ल्लुउन्न्ड्ड़ बभ्हुत्त् छ्छूटता हहाइी उप्परर सस्सीईए
ग्गीतटता क्की पपाससस ननाल्लक्किी र्रब्बारर व्वाल्लाअ ल्लुउन्न्ड्ड़ हहाइईइ ल्लेककिन्न्न वउूओ बभहिईीई
क्क्कीिससिईई क्कामम क्का न्नाहहिईिइ,,,,,ज्जूऊ म्मांज़्जाअ ससूउर्रणनीयददीर्रर क्की ल्लुउउन्न्ड्ड़ म्मईए हाइईइ
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बहुत्त् ंमज़्ज़जाआ आ र्राहहाअ हहाइईइ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,सच म्मी रृीक्खहा ब्भ्हुउत्त्त 
म्मांज़्जा आ र्रहहा हहाइी क्क्य्याअ,,,,,,,,,,

हहाआंन्न स्साररत्ता द्द्दीइद्दी बभ्हउुूत्त्त म्मांज़्जाअ आ र्रहहा हहाइी,,ऐसी ल्लग्गतता हहाऐईइ
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आपपक्कीी उउन्नगगल्लिइी ओररर ग्गाअंन्दड़ म्मी ससूउर्रीन्न्ड्दीआर्र क्काअ लुउन्न्ड्ड़ भ्हुत्त म्मांज़्जाअ
एयाया र्राहहा हहाऐईयईई,,,,,,,,,,,,,,,,,

क्कीइत्त्न्ना म्मामाजजा आ र्राहहाअ हहाइईइ ससुउन्नयी सीसी लूवंड्ड ज्जििट्त्न्ना य्या उसस्स ससी बहिी
ज्जय्याददाा,,,,,,,,,,,,,

क्कीिसकका नाआंम ल्ली ल्लीइययय्या स्साररित्ता दडिड्डिईइ ,,,,ससुउन्नयी क्की ल्लुउन्न्ड्ड़ ऊरर ससुउरिन्न्दीर्र
क्की ल्लुउन्न्द म्मी बभ्हुत्त् फ्फाररकक हहाइईइ,,,,क़ासशह वउूओ बभीी हूटता य्याहहानं ऊरर
म्मामिीन स्साक्च म्मी 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ क्का ंमज़्ज़जा ल्ली स्साककक़त्तिईईई,,,यूयेसेस दिन ससुउन्नयी नी भ्हुत्त
मांज़्जा दीईयया त्ततहा म्मूउज़्झहही ल्लीककिन्न ददार्रद्द बभीी इट्त्न्ना क्कीिय्या त्तहा क्की प्पूउर्रीई
रात्त म्मामिन्न टहीकक ससी ससू नाहहीी पायईयी त्तहीी ,,,

तभी माँ बोली,,,,,,,,,,,हां क़ासशह ससुउन्नयी बभिि य्याहहानं हूत्ता म्मीर्रा बहिि दीइल्ल्ल्ल्ल्ल
क्काररतत्त्ताअ त्तहा उउस्स्क्क्कू य्याहहान ल्लीक्की आन्नी क्कूव ल्लेककिीन ददार्र्त्ती त्ीी काहहििईन्न्न तू
ककुउक्चह बाक्क ना द्दी उउस्स्क्की स्सांमन्नईए ,,,,,,,,,हहयययय क्क़ासशह ववूऊ य्याहन्न
हूटता त्तूओ क्कीिट्त्न्ना म्मांज़्जाअ आत्ता,,,,,,,,,,,,

इधर मैं खड़ा हुआ सब देख रहा था ऑर लंड को हाथ मे लेके मूठ मांर रहा था ऑर उन लोगो की
बातें सुन रहा था,,,,,,,,,,,साली रंडिया कितना याद कर रही है मेरे लंड को दिल करता है अभी जाके 
घुसा दूं अपने मूसल को माँ की गान्ड मे ,,,,,,

तभी मैने मामा की आवाज़ सुनी,,,,,,,,आज पहली बार मामा चुदाई करते कुछ बोला था जिसको सुनकर मेरी
गान्ड फॅट गई थी,,,,,

मामा--ठीक है बेहन अगर सन्नी को भी यहाँ बुलाना है तो अभी बुला लेते है,,,,,

रेखा ऑर माँ दोनो मामा की बात सुनकर खुश हो गई ऑर दोनो एक साथ बोली,जल्दी बुलाओ सन्नी को यहाँ
सुरिंदर,,,,,,,,

तभी मेरा ध्यान मामा की तरफ गया जो सीधा मुझे ही देख रहा था ,,मैं तो सोच रहा था कि जिस 
जगह मैं छुपा हूँ किसी का ध्यान नही जाएगा मेरी तरफ लेकिन मामा ने मुझे देख लिया ऑर
जल्दी से मुझे इशारा किया अपने पास आने के लिए मैं भी रेखा ऑर माँ के नंगे जिस्म को देख कर ऑर उन
लोगो की चुदाई को देख मस्ती मे खुद-ब-खुद खेंचा चला गया उन लोगो के पास ,,,तभी मेरे चलने
से झाड़ियों मे हल्की आवाज़ हुई तो माँ ऑर रेखा का ध्यान भी मेरी तरफ हो गया ऑर दोनो मुझे देखकर
खुश हो गई,,,उनके चेहरे की खुशी ऐसी थी मानो जैसे रेगिस्तान मे प्यासे को पानी मिल गया हो,,,मैं
भी हँसते हुए उनकी तरफ बढ़ने लगा ऑर कुछ ही पल मे मैं उनकी चद्दर के पास खड़ा हुआ था ऑर मेरा
लंड मेरे हाथ मे था मैं एक हाथ से मूठ मांर रहा था ऑर एक हाथ से पॅंट को उतारने मे लगा हुआ
था तभी रेखा माँ के उपर से उठी ऑर मामा के लंड को अपनी गान्ड से निकालते हुए खड़ी होके मेरे
पास आ गई ऑर देखते ही देखते उसने ज़मीन पर बैठ कर मेरे लंड को मुँह मे भर लिया था ऑर जल्दी
से मेरे पूरे लंड को मुँह मे भर के चूसना शुरू कर दिया था,, मैने भी जल्दी से अपने कपड़े उतारने
शुरू कर दिए थे मेरी टी-शर्ट निकल गई थी जबकि पॅंट पैरो के बीच मे इकट्ठा होके ज़मीन पर
पड़ी हुई थी,,,उधर रेखा जब माँ के उपर से उठी थी ऑर मामा के लंड को अपनी गान्ड से निकाल दिया
था तो तभी मामा ने नीचे लेटी हुई माँ की चूत मे अपने लंड को घुसा दिया था ऑर माँ की चुदाई 
शुरू कर दी थी,,,मैं उन लोगो को देख कर मस्त हो रहा था ऑर इधर मेरा पूरा लंड रेखा मुँह
मे अंदर बाहर होने से मस्ती डबल हो गई थी,,,मैने भी मस्ती मे रेखा के सर को पकड़ा ऑर तेज़ी से
अपने लंड को उसके मुँह मे पेलते हुए उसके मुँह को चोदने लगा मेरा लंड पहले से ही पूरा उसके मुँह
मे जा रहा था लेकिन मैं तो ऑर भी ज़्यादा तेज़ी से ऑर जोरदार धक्के से लंड को उसके गले से नीचे उतारने
लगा था तभी मेरा ध्यान मेरी माँ की तरफ गया जो मुझे ऐसा करते देख हँस रही थी मैने भी माँ को
हँस कर देखा ओर फिर से रेखा के मुँह की चुदाई करने लगा था,,,कुछ देर बाद मैने रेखा के सर को अपने
लंड से दूर कर दिया ऑर जल्दी ही उसको झुकने को बोला वो भी मेरी बात सुनके जल्दी से घुटनो के बल झुक
गई उसका सर माँ की तरफ था जब गान्ड हवा मे उठकर मेरी तरफ थी ऑर मैने जल्दी से उसकी गान्ड पर
अपने थूक से चिकने लंड को रखा ऑर एक ही बार मे पूरा घुसा दिया तभी रेखा की एक तेज चीख
निकल गई रेखा की चीख निकलते ही माँ ऑर मामा का ध्यान मेरी तरफ आया ऑर वो दोनो चुदाई करते हुए
ही मुझे देख कर हँसने लगे थे,,जबकि रेखा तेज़ी से चीख रही थी लेकिन मेरे पर उसकी चीख का कोई
असर नही हो रहा था ऑर लंड को एक बार मे पूरा उसकी गान्ड मे पेलने के बाद ही जल्दी से मैने जोरदार
धक्के लगाने शुरू कर दिए थे,,ऑर वो बस चिल्लाती जा रही थी,,,,,

आराअंम्म्म ससीए क्कारररर न्ना क्काममिन्नईए क्क्ययूउ हहारर बाररर मीररीई गाणन्दड़ पफाड्ड़ने
म्मईए ल्लाग्गा रीहतता हाइईइ हहययईई म्मांरररर गगयइिीईईईई उूुउऊहह द्ढहीररीए क्कार्र
ससुउउन्नययययी बभ्हउुूथत् दर्र्द्द्द हूत्ताअ हहाइईईई ईकक त्तूओ ग्घहूड्दी ज्जििट्त्न्ना ब्बादददा
ल्ल्लुउउन्न्ड्ड़ उउप्पपाररर ससी जजूर्र्ददार्र द्ड़हाक्की ससीए ईईत्न्नी ज़्जब्बार्ददाससटत् च्छुअद्डिईईईई
क्काररत्तता हहाइईइ तततुउउ ककुउउक्च त्तूओ त्ताररास्स क्कीिय्या क्काअररर आआअहह हहयइीई
,,,,,,,,,कययउउू एब्ब क्क्य्या हहूउआअ अब्भीी त्तूओ ककुउक्च द्दीर्रर प्पीहील्ली म्मामममाम
क्की ल्लुउन्न्ड्ड़ ससी कच्छुद्दाइ क्काररतती टिम्मी ब्बाददीई क्क्हुउस्शह टहिि ऊरर बबारर बबार
म्मूउुज्झहही य्याद्द्ड़ क्कार्र र्राहहीी त्ीी म्माम क्की ल्लुउन्न्ड्ड़ ससी म्मांज़्जा क्कार्र र्राहहिि त्तिी
आब्ब्ब म्मेररा ल्लुउन्न्ड्ड़ पपाससांनदड़ न्नाहहीी आय्या क्काययययया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,ससूउर्रीन्न्ड्दीकर्र
क्का ल्लुउउउन्न्द ल्लुउन्न्ड्ड़ हहाइी ल्लीककिन्न टतररा ल्लुउन्न्ड्ड़ त्तूओ ग्घहूड्दी का ल्लुउन्न्ड्ड़ हहाइईइ
इट्त्न्ना ब्बाद्दा म्मूस्साल्ल ज्जू बभीी ल्लीगगा गगाणन्दड़ म्मी उउस्स्ककिी ट्टू गाणनद्दद्ड पफाट
हिी ज्जायईज्गीइइ आहह हहययइईईईई द्ध्हीर्रीए क्कार्र न्नाअ
क्काममिन्नईए ददार्र्द्द्द हहू र्राहहा हहाऐईइ,,,,,,,,,वो ज़ोर से चिल्ला रही थी तभी उसकी चीखों को
दबाने के लिए माँ ने खुद की थोड़ा अड्जस्ट किया ऑर जल्दी से रेखा के सर को पकड़ कर अपनी तरफ खीच
लिया ऑर नीचे करके अपने लिप्स को रेखा के लिप्स मे जाकड़ दिया जिस से रेखा की आवाज़ बंद हो गई लेकिन फिर
भी हल्की हल्की सिसकियाँ निकल रही थी उसकी,,,,माँ ने उसके लिप्स को कस्के अपने लिप्स मे जकड़ा हुआ था ऑर उसके
सर को भी पूरे ज़ोर से अपने हाथों मे पकड़ा हुआ था फिर एक हाथ को माँ ने उसकी पीठ पर मारते हुए 
मुझे अपनी स्पीड तेज करने को बोला माँ की इस हरकत से मामा भी एक शरारती मुस्कान से मुझे देखने
लगा ऑर माँ के साथ मिलकर मुझे स्पीड तेज करने का इशारा करने लगा,,,माँ ऑर मामा की बात मान कर 
मैं रेखा के उपर झुक गया ऑर उसके दोनो शोल्डर्स को अपने दोनो हाथों से पकड़ कर एक मजबूत
शहरा लेके उसकी गान्ड मे अपने लंड को तेज़ी से पेलने लगा उसने अपने हाथ पीछे करके मुझे हटने को
बोला लेकिन मैं नही रुका वो बार बार अपने हाथ से मुझे रुकने को बोलने लगी लेकिन मैं नही माना
ऑर ऐसे ही तेज़ी से उसकी गान्ड को चोदने लगा,,वो एक हाथ को ज़मीन पर रखकर शहरा लेके झुकी हुई थी
जबकि दूसरे हाथ को पीछे मोड़ कर मेरी पीठ पर थप्पड़ मांर रही थी ऑर मुझे रुकने को बोल रही थी
मैने जल्दी से उसके हाथ को पकड़ा ऑर उसकी पीठ से लगा दिया ऑर तेज़ी से उसको चोदता रहा,,,,,
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RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही - by sexstories - 12-21-2018, 12:48 AM

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