RE: Hindi Porn Story कहीं वो सब सपना तो नही
मैं उसकी चूत को करीब 10-15 मिंट से चाट और चूस रहा था तभी उसके बदन ने तेज़ी
से झटके मारने शुरू कर दिए मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली हो गयी है इसलिए मैं
थोड़ा पीछे हट गया और उसकी चूत के उपर वाले हिस्से पर तेज़ी से उंगली के साथ मसल्ने
लगा तभी वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेती हुई पानी बहाने लगी लेकिन वो सिर्फ़ पानी ही नही
था वो इतनी मस्त हो गयी थी कि उसका पेशाब निकल गया था,,,आज पहली बार ऐसा हुआ था
कि मैने किसी का पेशाब निकाल दिया था चूत को चाट चाट कर,,,उसके पेशाब की बौछार
मेरी छाती पर होने लगी कुछ छींटे मेरे मुँह पर भी पड़े लेकिन ज़्यादा पेशाब मेरी
छाती पर गिरा,,,,,,जब उसका पेशाब ख़तम हुआ तो मैं उठकर बेड पर बैठ गया और बेड
से अपनी टी-शर्ट उठाकर अपनी छाती पर लगे हुए उसके पेशाब को सॉफ करने लगा,,,वो बस
तेज़ी से साँसे लेती हुई मेरी तरफ देख रही थी,,,,,
मैं खड़ा हो गया और उसकी तरफ देखते हुए अपनी पेंट उतारने लगा,,,मेरी पेंट उतर गयी और
मैं नंगा हो गया क्यूकी अब मेरी आदत नही रही थी अंडरवेार डालने की पेंट के नीचे,,जब
पेंट उतर गयी और मैं नंगा हो गया तो मेरा बड़ा मूसल पूरी ओकात मे आ चुका था ,,जब
उसकी नज़र मेरे मूसल पर पड़ी वो थोड़ा हैरान होके एक टक मेरे मूसल की तरफ देखने
लगी ,,,लेकिन तभी वो और भी ज़्यादा हैरान हो गयी क्यूकी मैने अपने मूसल पर थोड़ा थूक
लगा लिया था और उसकी चूत की तरफ़ बढ़ने लगा था,,,वो अभी झड कर हटी थी और मैं
फिर से उसकी चूत की तरफ जा रहा था इसलिए वो डरी हुई थी,,,,,मैने लंड पर थूक
लगाया और बेड पर टाँगे खोल कर बैठ गया,,,,इस से पहले वो कुछ बोलती या करती मैने
उसको कमर से पकड़ा और अपनी टाँगों के बीच मे खींच लिया,,वो मुझे रोकना चाहती थी
लेकिन अब बहुत देर हो गयी थी ,,मैने उसको अपने करीब किया और लंड को पकड़ कर उसकी
चूत पर रखा और फिर उसकी कमर से पकड़कर एक ही झटके मे आधा लंड उसकी चूत
मे उतार दिया,,,,
मैं ये सब प्यार से करना चाहता था लेकिन काफ़ी दिन से चूत नही मारी थी और अब रितिका
जैसी हॉट लड़की थी सामने तो मैं खुद पर क़ाबू नही कर सका,,,,लंड पर थूक लगा था
और चूत अपने ही पानी से गीली और चिकनी हो चुकी थी जैसे ही लंड रख कर मैने धक्का
दिया लंड पहली बार मे आधा अंदर घुस गया और उसके मुँह से एक चीख निकल गयी ,,शायद
उसको दर्द हुआ था और उसको एहसास था पहले से कि इतना बड़ा मूसल उसकी चूत मे जाएगा तो
उसको दर्द होगा इसलिए चीखने से पहले ही उसने अपने मुँह पर हाथ रख लिए थे जिस से
उसकी चीख रूम तक ही सीमित रही थी,,,,,मैने उसकी चीख पर ज़्यादा ध्यान नही दिया और
फिर से एक झटका मारा तो लंड थोड़ा और अंदर खिसक गया और इस बार चीख पहले से थोड़ी
तेज थी और उसको पता था मैं दूसरा झटका मारने वाला हूँ इसलिए उसने मुँह से हाथ हटा
कर मुझे रोकने की कोशिश की तो चीख इस बार पूरे रूम मे गूँज गयी थी,,,,इस बार
उसकी चीख से मेरा ध्यान उसके चेहरे की तरफ गया तो मैं थोड़ा परेशान हो गया उसके फेस
पर हल्का डर था और उदासी के साथ परेशानी भी थी,,उसकी आँखों मे हल्का पानी था,उसकी
तरफ देख कर मुझे अपनी ग़लती का एहसास हुआ और मैं ऐसे ही रुक गया,,,
हालाकी रितिका करण से चुद चुकी थी लेकिन मेरे मूसल के लिए अभी भी उसकी चूत किसी
सील पॅक चूत से कम नही थी ,,उसकी टाइट चूत मे मेरा लंड पूरा कॅसा हुआ था ऐसे
लग रहा था मैने दोनो हाथों मे अपने लंड को मजबूती से पकड़ा हुआ है,,,
मुझे मेरी ग़लती का एहसास हुआ तो मैं रुक गया था,,मैने उसके चेहरे की तरफ देखा तो
मेरे रुकने से उसकी परेशानी थोड़ी कम हो गयी थी,,,उसके माथे पर पसीना था उसने अपने
हाथों से पसीना सॉफ किया और मेरी तरफ गुस्से से देखा,,,मैने हँसके उसकी कमर से अपने
हाथ उठा लिए और अपने कान पकड़ लिए और उसको सौरी बोला,,,उसको कुछ राहत महसूस हुई
और मेरी सौरी और कान पकड़ने की वजह से वो थोड़ा मुस्कुराइ,,,,मैने हाथ उसके बूब्स पर
रखे और हल्के हल्के उसके बूब्स को मसल्ने लगा ताकि उसका ध्यान चूत के दर्द से हट जाए
और ऐसा ही हुआ,,,,मैं करीन 1-2 मिनिट ऐसे ही रुका रहा और उसके बूब्स मसलता रहा ,,
फिर मैने एक हाथ को उसकी चूत पर रखा और उसकी चूत के उपरी हिस्से को सहलाने लगा
जब उसकी सिसकियाँ शुरू हुई तो मैने अपनी कमर को हल्के हल्के आगे पीछे करना शुरू कर
दिया,,,मेरा एक हाथ उसके बूब पर और एक हाथ उसकी चूत के उपर था और मैं हल्के हल्के
अपनी कमर को आगे पीछे करके जितना भी लंड अभी तक उसकी चूत मे गया था उसी से उसको
चोदने लगा था,,,,,
करीब 3-4 मिनिट तक एक ही स्पीड पर चोदने के बाद जब उसकी सिसकियाँ थोड़ी तेज हुई और
मेरा लंड भी पूरा उसकी चूत मे चला गया तो मैने अपनी स्पीड थोड़ी तेज करदी,,,,
आहह सुउुउउन्न्नययययययी ऊउरर्ररर तीएजज़्ज़्ज काआर्रूऊऊ आहह भ्हुत्त्त माजा
एयेए राहहा हाइी सुउन्नययी ,,,हईए भ्हउुूथत् माज्जा आ र्रहहा हाइी,,आअहह और्र तीज
सुउन्नयययी आआहह और्र तीएजज़्ज़्ज हहयइईई
मज़ा आ रहा है ना भाभी,,,,मैने बड़े प्यार से पूछा,,,,,,
हां सनियी भुउउत्त्त माज्जा आ र्रहहा पीहल्ली तू तुउन्नी जान नीककाल दी थ्हीइ
लीक्किन्न आब्ब्ब भ्हुत्त् माज्जाअ आ र्रहहाअ हहाइईइ ,,टीर्रा मूसाआल्ल क्कररान्ण की
लुउन्ड्ड़ सी भ्हुत्त्त मूटता हाइईइ सुउन्नयययी मार्र डाअल्ला तहा पीहल्ली टुउन्नईए
मैने फिर पूछा ,,,,,मज़ा आ रहा है ना भाभी,,,,,
हाआन्न सयनायीयी बूल्लाअ नाआ भ्हुत्त्त्त ंमाज़्जाअ एयेए र्रहहाअ हहाइईइ,,,
तो सन्नी मत बोलो ना मुझे,,,,देवर बोलो,,,,,फिर देखना और मज़ा आएगा,,,,,
हान्ं दीएव्वार्र्र ज्जििीइ आईसीए हहिईिइ छूद्दूओ आपपनन्िईिइ बाब्ब्भहिी कूऊव बभ्हुउट
माज्जाअ आ र्राहहाअ हाइईइ द्डीववाररर ज्जिि हयइईई म्माररररर गयइी इट्त्न्नाआअ
ंमाज़्जा द्ड़ीग्गाअ तुऊउ आग्गार्रर प्पीहल्ली पपाटता हूत्तताअ टूऊ त्तीररी ससी आपनीी
छूटतत कििई सीआल्ल ख़्हुउल्लववाननी कीईइ ज़ििदड्ड कब्भीी न्ना कारतीी आक्च्छा हहूउआ
सीआलल्ल्ल काररंण नी ख़्हूल्लीी आग्गार्र तूऊ खहोलता तू मार हिी डाल्लटता मुउज़्झहहे
ज़िद तो फिर भी की आपने भाभी मेरे साथ एक रात के लिए हमबिस्तर होने की और वो ज़िद आज
अपने पूरी भी करली,,,,देख लिया बहुत ज़िद्दी हो आप,,,अब एक ज़िद मेरी भी है,,जब तक
मैं थक नही जाता या अपनी मर्ज़ी से रुकता नही मुझे रुकने को मत बोलना भाभी,,,,
हईीई दीव्वार्र ज्जिि आप्प्प्प टूऊ जान नीककाल द्दूवगगी मीरीईइ पल्लज़्ज़्ज़्ज़ ज़ििदड ना
कारंना,,,,, रुउक्क जांाअ म्मीररी क़हन्नी पीरर,,प्लज़्ज़्ज़्ज़ देवार्र जीिीइ,,,
अरे भाभी डरो नही मैं इतना भी ज़ालिम नही,,,,,,इतना बोलकर मैने भाभी को कमर से
पकड़ा और तेज़ी से भाभी को चोदने लगा,,,जितनी तेज मेरी स्पीड थी उतनी तेज भाभी की आवाज़
थी उतनी तेज भाभी की सिसकियाँ थी जो पूरे कमरे मे गूँज रही थी और साथ साथ गूँज
रही थी रूम मे पकच पकचह की आवाज़ जो मेरी स्पीड के साथ तेज होती जा रही थी,भाभी
की चूत पेशाब की वजह से गीली थी और अब चूत ने मस्ती मे हल्का पानी बहाना भी शुरू
कर दिया था इसीलिए गीली चूत पर लंड की टक्कर से पाआककचह पकचह की आवाज़ काफ़ी
तेज हो चुकी थी,,,,,
मैं रितिका की कमर को पकड़ कर तेज़ी से उसकी चुदाई कर रहा था और वो बस लेटी हुई तेज़ी
से सिसकियाँ ले रही थी,,,,,,कुछ देर बाद मैने लंड को चूत से निकाला और खुद बेड पर
लेट गया और रितिका को अपने उपर आने को एशारा किया,,,वो थोड़ी डरी सहमी हुई मेरे उपर
आ गयी,,,मैं समझ गया था ये अभी नयी नयी खिलाड़ी है इसलिए मैने उसका साथ देने के लिए
उसकी कमर से पकड़ा और खुद के उपर करके उसकी चूत को लंड के करीब किया और लंड को
चूत पर रखकर उसकी कमर को लंड पर दबा दिया जिस से लंड चूत मे घुस गया फिर
उसकी क्मर को पकड़ कर उपर नीचे करके उसको अपने लंड की सवारी करवाने लगा ,,लेकिन उसको
इस सब मे थोड़ी मुश्किल हो रही थी इसलिए मैने उसकी कमर को रोक दिया और उसकी हल्का उपर
उठा दिया और खुद नीचे से उसकी चूत की चुदाई करने लगा,,,,वो मेरी हरकत से थोड़ी खुश
हो गयी और शरमा भी गयी क्यूकी वो समझ गयी थी कि मैं जान गया हूँ वो अभी नयी खिलाड़ी
है,,,इसके बदले मे उसने अपने सर को नीचे किया और मेरे लिप्स पर किस करने लगी,,,काफ़ी
देर मैं ऐसे ही उसके लिप्स को किस करता हुआ उसकी चुदाई कर रहा था फिर मैं उसको ऐसे
ही गोद मे उठाकर बेड पर खड़ा हो गया,,,,उसका वजन ज़्यादा नही था वो बहुत दुबली पतली
थी इसलिए मुझे कोई परेशानी नही हुई उसको गोद मे उठाने मे,,,
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