RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मंदिर से लोटते समय मोम कहने लगी रवि मुझे केला लेना है, मोम की बात सुन कर मैने उन्हे देखा और वह मेरे मन को समझते हुए मेरी पीठ पर मार कर कहने लगी जा वो सामने ठेले से अच्छे बड़े बड़े केले ले आ मैं मुस्कुराता हुआ केले लेकर आने लगा तभी मुझे ध्यान आया कि मोम को स्कर्ट पहनना है क्यो ना अभी शॉपिंग कर ली जाय और मैने यह बात मोम को बताई तो उन्होने भी मुस्कुराते हुए कहा ठीक है चल ले लेते है पर रिया को मेरा स्कर्ट पहनना पसंद आएगा,
रवि : मोम क्यो नही पसंद आएगा,
सुजाता : नही बेटे दरअसल मेरे ये पिछवाड़े इतने चौड़े और मोटे है और मेरी जांघे भी खूब भरी हुई और मोटी है पता नही जब मैं स्कर्ट पहनूँगी तो रिया क्या कहेगी
रवि : तुम भी ना मा दी कुछ नही कहेगी और वैसे भी दी के ये भी कोई कम चौड़े और भरे हुए नही है, मैने मोम की गुदाज गान्ड को पकड़ कर सहलाते हुए कहा, और तो और मोम दी की जगह भी कोई कम मोटी नही है फिर दी खुद इतनी शॉर्ट स्कर्ट पहन कर बाहर तक चली जाती है तो आप क्यो नही पहन सकती है
सुजाता : पर फिर भी बेटा दी की कमर के नीचे का पोर्षन और मेरी कमर के नीचे के पोर्षन मे काफ़ी अंतर है, मैं एक भरी पूरी औरत हू और तेरी दी तो अभी कमसिन लोंड़िया है,
रवि : मोम के चुतडो को साड़ी के उपर से सहलाते हुए, पर मोम सच कहु तो ऐसी शॉर्ट स्कर्ट जो घुटनो से उपर हो वह उन्ही औरतो पर ज़्यादा मस्त लगती है जिनकी खुद की कमर के नीचे का पोर्षन आपके जैसा मस्त और भरा हुआ हो, सच मोम आप जब स्कर्ट पहनोगि तो दी भी आपके आगे पानी भरती नज़र आएगी,
सुजाता : मोम मुस्कुराते हुए कहने लगी लगता है तुझे मेरी जैसी बड़ी डील डोल वाली भारी शरीर की औरते ज़्यादा पसंद आती है, तेरी शादी लगता है मेरे जैसे जिस्म की औरत से करवानी पड़ेगी
रवि : मोम अभी मैं शादी लायक कहाँ हुआ हू अभी तो मैं बहुत छोटा हू
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए मुझे गौर से देखते हुए कहने लगी, बड़ा आया अपने आप को छोटा समझने वाला, तेरा बदन देख तेरा सीना इतना चौड़ा हो गया है तू तो एक दम भरा पूरा मर्द बन गया है, अब तो तू चाहे तो मुझे भी संभाल सकता है, मेरे जैसी पहलवान औरत पर भी तू भारी पड़ेगा
रवि : हँसते हुए, कहा मोम तुम क्या मुझसे सम्भ्लोगि, तुम्हारे ये भारी चू...., मैने मोम की मोटी गान्ड को सहलाते हुए कहते कहते रुक गया
सुजाता : बोल क्या बोल रहा था, अब तू इतना भी भोला नही है कि अपनी मोम के आगे भी शरमा जाए, अगर तेरी शादी समय पर कर दी जाती तो दो तीन बच्चो का बाप बन गया होता, बता क्या कह रहा था मेरी बॅक को हाथ लगा कर
रवि : मोम तुम इतनी तंदुरुस्त हो क्या मुझसे सम्भ्लोगि
सुजाता : जब तुझे संभालना होगा तो अपने आप तेरे बदन मे इतनी ताक़त आ जाएगी कि तू अपनी मोम को भी अपनी गोद मे उठा लेगा,
रवि : मंद आवाज़ मे, पता नही मोम तुम्हे अपनी गोद मे उठाने का मोका कब मिलेगा
सुजाता : क्या कहा तूने,
रवि : कुछ नही मोम
सुजाता : रवि तू बहुत शरमाता है अपनी मोम से, तेरी उमर के लोंडे तो अपनी मोम से हर तरह की बाते कर लेते है
रवि : हर तरह की बाते मतलब
सुजाता : मतलब कि उसने कितनी लड़कियों को फसा रखा है और कितनी लड़कियो के साथ मज़ा मार चुके है
रवि : मुस्कुराते हुए पर मोम मुझे तो लड़कियों की बजाय तुम्हारे साइज़ की औरते ज़्यादा पसंद आती है
सुजाता : मुस्कुराते हुए मैं सब जानती हू
रवि : क्या जानती हो
सुजाता : यही कि तुझे मेरी जैसी औरतो मे क्या पसंद आता है
रवि : अच्छा तो बताओ क्या पसंद आता है
सुजाता : मुस्कुराते हुए, अब मेरे मूह से कहलवाएगा
रवि : बताओ ना मोम क्या जानती हो
सुजाता : यही कि तुझे मेरे जैसी भरे बदन की औरते अच्छी लगती है जिनके मेरी तरह बड़े और चौड़े चूतड़ होते है
रवि : मोम की गुदाज मोटी गान्ड पर हाथ फेरते हुए, मोम तुम तो सचमुच सब जानती हो
सुजाता : आख़िर तेरी मोम हू तुझे मैने पैदा किया है तो मैं क्या यह भी नही जानूँगी कि मेरे बेटे की पसंद क्या है और किन चीज़ो मे मेरे बेटे का ध्यान लगा रहता है
रवि : किन चीज़ो मे मोम
सुजाता : मंद मंद मुस्कुरकर मगर मेरी ओर आँखे दिखाते हुए, अब ज़्यादा बनो मत, दिन भर तो तुम्हारी नज़रे मेरे भारी चुतडो पर ही लगी रहती है, कही कही तो ऐसा लगता है जैसे तू मेरे चुतडो को चोद.........
रवि : क्या कहा मोम मुझे सुना नही
सुजाता : मेरे गालो को खिचते हुए चुप रहो अब शॉपिंग माल आ गया कोई सुन लेगा
रवि : पर जो तुम कह रही थी वह बात तो पूरी कर दो
सुजाता : रवि अभी चुप रहो वह शॉपकीपर आ रहा है मैं अपनी बात बाद मे तुम्हे बता दूँगी
रवि : वही बात बताओगि ना जो अभी कह रही थी
मोम मंद मंद मुस्कुराते हुए मुझे आँखे निकाल कर बनावटी गुस्सा दिखाते हुए कहने लगी हाँ बाबा वही बात कहूँगी और तू जो सुनना चाहता है वह सब बात कहुगी पर अभी चुप हो जा
मैने मोम की बात मान ली और अंदर ही अंदर बहुत खुस हो रहा था उसके बाद मैं और मोम स्कर्ट देखने लगे, मैं मोम को छोटी से छोटी स्कर्ट दिलाना चाहता था ताकि हर मई मैं उसकी मोटी तंदुरुस्त गुदाज जाँघो और भारी चुतडो के दर्शन पा सकु मोम की मोटी जाँघो को मोका पाकर सहला सकु और जब कभी मोका लगे तो उनकी स्कर्ट के अंदर से झान्कति उनकी मोटी गान्ड और फूली चूत मे गहराई तक धसि हुई पैंटी को देख सकु, मोम को स्कर्ट दिलाने के बाद हम घर पहुचे वहाँ संजू और रिया दी मेरी ही राह देख रहे थे, संजू अपनी बाइक लेकर आया था लेकिन मैने उसे मना कर दिया और कहा कि हम तीनो एक ही बाइक पर चलते है, मैने संजू को चाबी दी और कहा तू ड्राइव कर और मैने रिया दी की ओर आँख मार दी रिया दीदी मेरी ओर देख कर मुस्कुरा दी और संजू के पीछे क्रॉस लेग बैठ गई, रिया दी ने कॅप्री और टीशर्ट पहना था मैं रिया दी के पीछे बैठ गया थोड़ा अंधेरा हो गया था और संजू ने जैसे ही बाइक चलाना शुरू किया मैने रिया दी के दोनो मस्त कसे हुए दूध को अपने दोनो हाथो मे भर कर कस कस कर मसलना शुरू कर दिया साथ ही रिया दी की गर्दन को चूमने लगा, संजू बाइक चलाते हुए हमसे जाने क्या बाते कर रहा था और हम उसकी हाँ मे हाँ मिलाते हुए मस्ती मे मज़े कर रहे थे, रिया दी ने टीशर्ट के नीचे कुछ नही पहना था और मैं उनके सुडोल दूध को मस्त तरीके से मसल रहा था, रिया दी ने अपने जिस्म का लोड मेरे उपर डाल दिया मेरा लोड्ा तन कर रिया दी की गान्ड मे चुभने लगा, बस इसी तरह लगभग 15 मिनिट तक मैने रिया दी के मोटे मोटे खरबूजो को मसल मसल कर लाल कर दिया था, मेरे कुछ दिनो की मस्लाई से रिया दी के पपीते और भी मोटे हो गये थे, रास्ते भर के आनंद के बाद हम अंकुर के घर पहुचे, अंकुर की मोम को देखते ही लंड सलामी देने लगा शॉर्ट स्कर्ट और स्लीवलेस झीनी सा टॉप पहने वह कयामत ढा रही थी, काफ़ी मेहमान आए हुए थे पार्टी शुरू हुई तो सभी एंजाय मे लग गये मैंने अंकुर और संजू ने पीना शुरू किया हम पी कर मस्त हो रहे थे और रिया दी और आंटी और कुछ लॅडीस आपस मे खड़ी बाते कर रही थी तभी आंटी ने वाइन रिया दी को ऑफर की लेकिन उन्होने कोल्ड ड्रिंक के लिए कहा आंटी ने कहा बस थोड़ी सी तो लेना ही पड़ेगा नही तो पार्टी का मज़ा नही आएगा
पार्टी पूरे शबाब पर थी और मैं और संजू मस्त होकर वहाँ आई नशीली जवानियो का लुफ्त जाम पीते हुए ले रहे थे, अंकुर वहाँ से दूसरे मेहमानो के पास चला गया था
संजू : यार रवि अंकुर की मोम की जांघे और चूतड़ तो देख कितने कसे हुए और गथिले नज़र आ रहे है, सोच पूरी नंगी होगी तो कैसी नज़र आएगी
रवि : तू तो अब देख रहा है मैं तो जब से आया हू मेरा लंड उसे देख देख कर मस्ती मे झटके पे झटके ले रहा है, सच पूछ तो यह ड्रिंक लेने के बाद तो मुझे वह नंगी ही नज़र आ रही है
संजू : अपने लोडे को मसल्ते हुए, यार तूने मेरे मूह की बात कह दी
रवि : तू एक काम कर अंकुर आए तो उसको बातों मे लगा लेना तब तक मैं आंटी से कुछ बाते करके उसे डॅन्स के लिए बोलता हू साली के गुदाज बदन पर कम से कम हाथ फेरने को तो मिल ही जाएगा, मैने आंटी के पास जाकर उनसे डॅन्स की रिक्वेस्ट की और वह सहज ही तैयार हो गई मैने उनकी कमर मे हाथ डाल कर डॅन्स करना शुरू कर दिया, डॅन्स करते हुए मैं सभी की तरफ देख भी रहा था,
आंटी : मुस्कुरा कर, तुम मर्दो मे यही सबसे बड़ी खराबी है
आंटी पूरी तरह मस्त हो रही थी नशा उनकी आँखो मे अलग ही दिखाई दे रहा था, मैने उनकी बात को ना समझते हुए कहा मैं समझा नही आंटी
आंटी : तुम मर्दो मे यही सबसे बड़ी खराबी है कि एक औरत तुम्हारे हाथ मे है उसके बाद भी तुम दूसरी औरतो की उफनती जवानी को अपनी आँखो से पीने से बाज नही आते, अब जब मैं तुम्हारे इतने करीब डॅन्स कर रही हू तब भी तुम्हारी निगाहे दूसरी औरतो के भारी चुतडो पर टिकी हुई है,
आंटी की ऐसी खुली बात सुन कर मैने उनके फ्रॅंक होने का मतलब समझा, वह केवल रहन सहन से ही नही सोच विचार मे भी काफ़ी बोल्ड थी,
मैने आंटी की कमर से धीरे से हाथ सरका कर उनकी मोटी गान्ड पर लेजा कर सहलाते हुए कहा, आंटी मर्द तो उस भंवरे की तरह होते है जो पल पल मे अलग अलग फुलो का रस पीना पसंद करते है तो फिर भला मैं क्यो नही
आंटी : पर रवि फूल भी तरह तरह के होते है अगर किसी भंवरे को यह पता चल जाए कि कौन से फूल मे सबसे ज़्यादा रस मिलेगा तो वह उसी फूल का रस पिएगा, सबसे गदराए फूल पर तो तुम्हारी नज़रे टिक ही नही रही है, आंटी की बात सुन कर मैने उसकी गुदाज गान्ड पर हाथ फेरते हुए उसके बड़े बड़े पके हुए पपितो को घूर कर देखा और फिर आंटी से नज़र मिलाई
आंटी : क्या हुआ लगता है अब तुम्हारी नज़र किसी रस भरे फूल पर चली गई है
रवि : आंटी हाँ एक फूल मुझे नज़र आया है जिसमे लगता है खूब रस भरा हुआ है
आंटी : मुस्कुराते हुए मेरे थोड़ा करीब आकर कहने लगी तो फिर पीते क्यो नही उस फूल का रस,
रवि : पीना तो चाहता हू पर और भी भंवरे मंडरा रहे है यहाँ कैसे पीउ
आंटी : मुस्कुराते हुए अभी फूल की खुश्बू तो ले लो फिर जब सब भंवरे चले जाए तब उस फूल का रस भी पी लेना, इतना रस मिलेगा उस फूल मे कि तुम मस्त हो जाओगे
मैने आंटी की सुरहिदार गर्दन पर नाक लगाते हुए उसके मदमस्त बदन की खुश्बू लेते हुए कहा लगता है आंटी आपको वो भंवरे पसंद है जो रस चूसने और चाटने के बड़े शॉकिन होते है
आंटी : मुझे तो शुरू से ही चटवाना और चुसवाना ही पसंद है पर कोई ऐसा भँवरा मिलता ही नही जो यह सब कर सके
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