Porn Story गुरुजी के आश्रम में रश्मि के जलवे
07-29-2023, 05:54 AM,
RE: Porn Story गुरुजी के आश्रम में रश्मि के जलवे
औलाद की चाह


CHAPTER 7-पांचवी रात

योनि पूजा

अपडेट-33

योनि सुगम जांच


 उसके बाद गुरुजी ने मेरे हाथो को चूमा। उनके होठों ने एक-एक करकेमेरी दोनों बाँहों को कांख तक चूमा। अब मैं गहरी साँसें लेने लगी थी। । फिर गुरुजी ने मेरी नाभि, पेट, जांघों और घुटनों को चूमा। इस योनि सुगम जांच  में अब मुझे पूरा आनंद आ रहा था।

अब गुरुजी ने मेरी दोनों तरफ़ हाथ रख लिए और मेरे चेहरे पर झुके. उन्होंने मेरे ओंठो को चूमा और फिर मेरे गालो और दोनों कानों को धीरे से चूमा। मेरे बदन में कंपकपी दौड़ गयी। फिर उनके मोटे होंठ मेरे गालों से होते हुए उसकी गर्दन पर आ गये और फिर वह मेरी गर्दन को चूमने लगे। साथ में वह अपना लिंग धीरे-धीरे मेरी योनि पर घिस रहे थे। मैं हाँफने लगी और मेरी टाँगें जितनी चौड़ी हो सकती थी उतनी अलग-अलग हो गयीं।

मैं पूरी नग्न थी और उसने अपने पैर और जाँघों को फैला रखा था। मेरी योनि के सुंदर घने योनी होंठ, खड़ी भगशेफ और घने काले मुलायम जघन बालों का एक लंबा त्रिकोण था। मेरी खूबसूरत मोटी गीली रसीली योनी फूल और उकेरी हुई चमचमाती कड़ी छोटी-सी भगशेफ आमंत्रित कर रही थी।


[Image: PUS1.jpg]

गुरु जी: बेटी, मैं अभी योनि सुगम जांच करूंगा। जय लिंग महाराज!

गुरु जी ने कामुक स्वर में कहा और जल्दी से मेरी नंगी जांघों को फैला दिया और मेरे दोनों घुटनों को मेरे दोनों कंधों पर छूने के लिए ऊपर धकेल दिया। मैं अच्छी तरह से महसूस कर सकती थी था कि अब मुझे मेरी चुदाई के लिए यतियार किया जा रहा था और ईमानदारी से कहूँ तो मुझे इसकी सख्त जरूरत थी। मेरा पूरा शरीर बुरी तरह से दर्द कर रहा था। गुरु जी ने मेरे नितम्बों के नीचे एक तकिया रख दिया और मेरी बालों वाली चुत को ऊपर धकेल दिया। मैंने इधर-उधर देखा कि चार जोड़ी प्यासी आँखें मेरी फैली हुई चूत को देख रही थीं। मैं गद्दे पर लेटी हुई आ बिल्कुल भद्दी और किसी सस्ती रंडी की तरह लग रहा होउंगी लेकिन फिर भी उन पुरुषों के लिए ये सब इतना रोमांचक था और मैं भी पूरी तरह से चुदाई के लिए त्यार थी!

गुरु-जी ने एक सेकंड भी बर्बाद नहीं किया और एक बार मेरी योनि को चौड़ी किया उसमे झांका ।

गुरुजी—देखो रश्मि, तुम्हे याद होगा मैंने तुम्हे तुम्हारी योनि की जांच करने के बाद बताया था कि तुम्हारे योनिमार्ग में कुछ रुकावट है।

मुझे मेडिकल की नालेज नहीं थी पर मुझे याद था कि गुरूजी ने मुझे ये पहले भी बताया था इसलिए मैंने सहमति में सर हिला कर गुरुजी को देखा।

गुरुजी—देखो रश्मि, ये कोई बड़ी शारीरिक समस्या नहीं है जिससे तुम गर्भ धारण ना कर सको। पर कभी-कभी छोटी बाधायें ऐसी अजीब समस्या पैदा कर देती हैं। अब इस महायज्ञ से तुम्हारे शरीर की सभी बाधायें दूर हो जाएँगी जैसा की मैंने तुम्हें पहले भी बताया है। वास्तव में महायज्ञ तुम्हें शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से, गर्भधारण के लिए तैयार होने में मदद करेगा और तुम्हारे योनिमार्ग को सभी बाधाओं से मुक्त कर देगा।

मैंने एक बार फिर कन्फ्यूज्ड मुँह बना कर जवाब दिया इस बीच गुरूजी मेरी योनि ओंठो और भगनासा पर अपना लिंग मुंड मसले जा रहे थे। तुम्हारा ध्यान तुम्हारे लक्ष्य पर ही होना चाहिए और तुमको अब आगे भी पहले ही की तरह पूरी तरह समर्पण से यज्ञ का अगला भाग भी करना होगा। स्वाभाविक रूप से उसका मेरे बदन को छूना मुझे अच्छा लग रहा था ।


[Image: bbc1.gif]

अब मेरी नजर गुरूजी के लिंग पर गयी उनके तने हुए लंड की मोटाई देखकर मेरी सांस रुक गयी।

हे भगवान! कितना मोटा है! ये तो लंड नहीं मूसल है मूसल! मैंने मन ही मन कहा। मैं गुरुजी के लंड से नज़रें नहीं हटा पा रही थी, इतना बड़ा और मोटा था, कम से कम 8—9 इंच लंबा होगा। आश्रम आने से पहले मैंने सिर्फ़ अपने पति का तना हुआ लंड देखा था और यहाँ आने के बाद उनके चारो शिष्यों और काजल के ठरकी लंगड़े बाप का-का भी लंड और भी कुछ लिंग देखे और महसूस किए थे लेकिन उन सबमें गुरुजी का ही लिंग सबसे बढ़िया था। शादीशुदा औरत के लिए इस मूसल जैसे लंड के क्या मायने हैं। गुरुजी के लंड को देखकर मैं स्वतः ही अपने होठों में जीभ फिराने लगी, लेकिन जब मुझे ध्यान आया तो अपनी बेशर्मी पर मुझे बहुत शरम आई. मुझे डर लग रहा था-था कि मेरी चूत को तो गुरुजी का लम्बा तगड़ा और मूसल लंड बुरा हाल कर देगा।

अब गुरुजी ने मेरी जाँघे फैला दीं और उनके बीच में आकर मेरे कंधों तक मेरी टाँगें ऊपर उठा ली। मैंने अपनी आँखें खोली और गुरुजी को देखा और शरम से तुरंत नज़रें झुका ली। गुरुजी ने एक बार मेरे निपल्स को दबाया और मरोड़ा।

मैं—ओह! आआआआअहह! ओओओईईईईईईईईईईईईईईईईइ! माआ।

गुरुजी-रश्मि बेटी यज्ञ के शेष भाग के लिए तैयार हो। तुम सिर्फ़ मुझ पर भरोसा रखो और बाक़ी तुम उसकी चिंता मत करो रश्मि। सब लिंगा महाराज पर छोड़ दो।

गुरुजी ने मेरे नितंबों को पकड़कर अपनी तरफ़ खींचा और मेरे चूत पर अपने खड़े लंडमुंड को सटा दिया। गुरूजी पने विशाल धड़कते हुए लंड को मेरी योनि के द्वार पर रख का मसलने लगे गुरु जी की बात सुनकर मुझे बहुत राहत हुईल स्वाभाविक रूप से उनके लिंग से मेरी योनि को रगड़ना और मसलना मुझे उनका मेरे बदन को छूना मुझे अच्छा लग रहा था।

गुरुजी-रश्मि बेटी, अब मैं तुम्हारे शरीर से 'दोष निवारण' करूँगा। इसलिए घबराओ मत और अपने बदन को ढीला छोड़ दो। मंत्र का जाप करो। मन में किसी शंका, किसी प्रश्न को आने मत दो। जो मैं करूँ उसकी स्वाभाविक प्रतिक्रिया दो। ठीक है? "जय लिंगा महाराज।"

मैं—जय लिंगा महाराज।

गुरु-जी ने एक सेकंड भी बर्बाद नहीं किया और अपने विशाल धड़कते हुए लंड को मेरी योनि के द्वार पर रख दिया उसके बाद उन्होंने अपने तने हुए लंड को मेरी चूत के होठों के बीच छेद पर लगाया और एक नीचे दबाया जिससे ओंठ खुल गए और गुरूजी ने अपने लंड को मेरे छेद में धकेलना शुरू कर दिया। मैं अपनी चूत में उस बड़े, मोटे, पोषित लंड को पाने के लिए इतना उत्साहित थी कि मैंने गुरु जी को उनके गाल पर चूम लिया।

मैं: ओह! आआआआअहह! ओओओईईईईईईईईईईईईईईईईइ! माआ।

फिर मैंने धीरे से गुरूजी के होंठो को चूमा, उफ उनकी ख़ुशबू बहुत सेक्सी थी? और मेरे चूमते ही उनका लंड फौलादी बन गया और धीरे-धीरे उनका हाथ मेरे शरीर पर चलने लगा। मेरी साँसें तेज होने लगी। उन्होंने मेरे स्तनों पर हाथ रखा और उनको दबाने लगे तो मेरे मुँह से सी... । सी... ॥ की अवाजें निकलने लगी।



फिर उन्होंने मुझे धीरे से उन्हें अपनी बाहों में लिया और उन्होंने मेरे होंठो पर चूमना और अपनी जीभ से गीली चटाई शुरू कर दी। अब मैं सिहरकर गुरूजी से लिपट गयी थी और मेरी चूचीयाँ गुरूजी के सीने से दब गयी थी।

अब हमारे शारीर से निकल रही सुगंध से मालूम चल रहा तह ाकि हम दोनों बहुत उत्तेजित हैं और उनका लंड अब पूरा 9 इंच लंबा और 3 इंच मोटा हो गया था, फंनफना कर मेरी चूत में घुसने की कोशिश करने लगा था।

गुरूजी ने एक हल्का धक्का मार कर मेरी योनि में लिंग धकेला तो मैं परमानंद में चिल्लायी क्योंकि वह धीरे-धीरे अपने खड़े राक्षसी लिंग को मेरी चुदाई में धकेल रहे थे।

मैं—आआहह! ओह्ह्ह्हह्हह! हईये!

मैं मुँह खोलकर ज़ोर से चीखी और कामोत्तेजना में गुरुजी के सर के बाल पकड़ लिए. गुरूजी का लिंग बहुत बड़ा था और जैसा की गुरीजी बोले थे मेरी चूत बहुत टाइट थी और मेरी अनेको बार मेरे पति की चुदाई के बाद भी मेरी योनि गुरूजी के मूसल लंड के लिए टाइट थी इसके कारण गुरुजी का मूसल अंदर नहीं घुस पाया। मैंने दर्द के कारण अपनी टाँगे वापिस भींचने का प्रयास किया था।

मैं—आआहह! ओइईईईईई। मा। उफफफफफफफ्फ़!

गुरूजी-रश्मि! आपको अपने पैरों और जनघो को जितना संभव हो उतना फैलाना चाहिए। 
गुरूजी ने मेरी टांगो को देखकर सुझाव दिया।

लेकिन उन्हें एहसास तो की उनका लंड बड़ा था और मेरी योनि का छेद छोटा-सा था और टाइट था और लिंग अंदर नहीं जा रहा था। उन्होंने पास ही पड़ा हुआ घी का पात्र उठाया और थोड़ा-सा घी अपने लंड अपनी ऊँगली से लगाया और फिर मेरी गीले योनी होंठों के अंदर लगाया और योनि पर अपना लंड रगड़ा और लंड से धीरे से मेरे भगशेफ की मालिश की।



[Image: ym9.webp]
photo on photo

अब गुरुजी ने एक हाथ से मेरी चूत के होठों को फैलाया और दूसरे हाथ से अपना लंड पकड़कर अंदर को धक्का दिया। इस बार मैं और भी ज़ोर से चीखी।

गुरुजी ने फिर मेरे होठों के ऊपर अपने होंठ रखकर मेरा मुँह बंद कर दिया। मेरी टाइट चूत के छेद में गुरुजी का मूसल घुसने की कोशिश कर रहा था। मुझ जैसी अनुभवी औरतों को भी गुरुजी के मूसल को अपनी चूत में लेने में कठिनाई हो रही थी। गुरुजी इस बात का ध्यान रखने की पूरी कोशिश रहे थे की मुझे ज़्यादा दर्द ना हो और इसलिए वह बार-बार मेरे चुंबन ले रहे थे और उसे और ज़्यादा कामोत्तेजित करने के लिए उसके निपल्स को भी मरोड़ रहे थे।

मैं गुरुजी के भारी बदन के नीचे दबी हुई दर्द और कामोत्तेजना से कसमसा रही थी। यज्ञ की अग्नि में उनके एक दूसरे से चिपके हुए नंगे बदन अलौकिक लग रहे थे। उस दृश्य को देखकर उसने शिष्य मंत्रमुग्ध हो गए थे। हम दोनों पसीने से लथपथ हो गये थे।

गुरूजी-रश्मि! आपको अपने पैरों और जांघो को फैला कर अपने बदन को ढीला छोड़ो।

मैंने धीरे से सिर हिलाया और अपनी टांगों को जितना संभव हो उतना चौड़ा रखा, गुरूजी ने अपने हाथों से मेरी जांघ को नीचे दबा दिया और लिंग को धीरे-धीरे और मजबूती से मेरी योनी के छेद में प्रवेश करा दिया और मैंने उन्हें एक आश्वस्त करने वाली छोटी-सी मुस्कान दी और गुरीजी ने आँख से संपर्क बनाए रखा और अपने लंड को मेरी योनि के ओंठो के अगले हिस्से में धकेल दिया था। बड़ी मुश्किल से गुरूजी के लंड का सूपड़ा 1 इंच अंदर घुसा ही था कि मेरी दर्द से तेज चीख निकल पड़ी।

मैं मर गयी आईईईईईईईई दर्द उउउउइईईईईई हो रहा है!

इस चीख से गुरूजी और जोश मेंआगये और मेरी हथेलियों को अपनी हथेली से दबाते हुए मेरी चूत पर एक ज़ोर का शॉट मारा और उनका मूसल और बड़ा लंड मेरी योनि के चिपके हुए योनि होठों के बीच लंड थोड़ा गहरा खिसक कसकर अंदर घुस गया और मेरी कोमल योनी की दीवारों को खोलकर चौड़ा कर दिया।

जारी रहेगी
Reply


Messages In This Thread
RE: Porn Story गुरुजी के आश्रम में रश्मि के जलवे - by aamirhydkhan - 07-29-2023, 05:54 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,455,746 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,270 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,213,701 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 917,727 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,626,603 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,059,337 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,914,358 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,935,886 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,985,041 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,558 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 9 Guest(s)