RE: bahan ki chudai भाई बहन की करतूतें
मैं चुप रहा, मैं चाहता था कि वो बोर होकर बात बदल देगी, लेकिन प्रीती ने कहा, ''मैं तो करती हूँ,'' और फ़िर साथ में जोड़ दिया, ''कभी कभी।''
मुझे ये सुनकर थोड़ा आश्चर्य हुआ, इस विषय पर बात करने में हाँलांकि मैं कम्फ़र्टेबल नहीं था, लेकिन मैं भी सब कुछ क्लियर कर देना चाहता था, मैंने झिझकते हुए कहा, ''ओके, मैं भी कभी कभी करता हूँ।'' प्रीती को ये सुनकर बहुत अच्छा लगा।
''क्या तुमको ऐसा करने में मजा आता है?" प्रीती ने पूछा।
''हाँ भाई, तभी तो सब करते हैं," मैंने मुस्कुराते हुए कहा।
''तुम कबसे कर रहे हो?" उसने पूछा।
''मुझे याद नहीं, शायद सदियों से'' मैंने जवाब दिया।
''मैंने कहीं पढा है, जब लड़कों को ऑर्गस्म होता है तो वहाँ से स्पर्मस का पानी निकलता हैं, क्या तुम्हारे भी निकलते हैं?"
प्रीती ने उत्सुकता से पूछा। मैंने उसकी नंगी चूत की तरफ़ देखने लगा, मेरा हाथ अभी भी उसके ऊपर रखा हुआ था, मैं मन ही मन सोचने लगा कि कितना मजा आयेगा अगर इस तरह एक हाथ उसकी नंगी चूत पर रखकर, उसकी चूत को निहारते हुए, उसकी चूत की गँध को सूँघते हुए मैं मुट्ठ मारूँ। मैंने उसके सवाल के जवाब में बस हामी में गर्दन हिला दी। मैं मुट्ठ मारकर लण्ड से निकलने वाले वीर्य के पानी के बारे में कोई डिस्कशन नहीं करना चाहता था, लेकिन अब जब प्रीती ने पूछ ही लिया था तो मैंने गर्दन हिलाकर कहा, ''हाँ।"
अब मेरी बारी थी, मैंने उसकी तरफ़ देखते हुए पूछा, ''और तुम कैसे होती हो?"
''कुछ महीनों से,'' उसने बोलना शुरु किया, ''मेरा भी वहाँ से पानी निकलता है, लेकिन शुरु में नहीं निकलता था।'' उसने अपने बाँयें हाथ से मेरे राईट हैण्ड को अपनी चूत की स्लिट पर और जोर से दबा दिया, और बोली, ''जब मैंने शूरुआत में करना शुरु किया था तो बहुत मजा आता था।'' उसने स्वीकरोक्ति के लिये मेरी आँखों में आँखें डाल के देखा, और बोली, ''मेरा मतलब बहुत मजा लेकिन जैसे जैसे मैं एक्स्पीरिएन्स्ड होती गयी तो और ज्यादा मजा आना शुरु हो गया, यू नो?" उसने एक गहरी साँस ली, और फ़िर आगे बोलना शुरु किया, ''और पिछले कुछ दिनों से तो मुझे पहले ही पता चल जात है कि अब मैं होने वाली हूँ और इतना ज्यादा मजा आता है कि होने के बाद मेरा पूरा शरीर हल्का हल्का हो जाता है।''
मेरा मुँह और गला पूरी तरह सूख चुके थे, और बोलने से पहले मैंने थूक निगला और फ़िर मुस्कुराते हुए बोला, ''स्कूल में एक दोस्त ने मुझे बताया, उससे पहले मुझे नहीं पता था कि लड़कियाँ भी ये करती हैं।''
''हाँ लड़कियाँ भी करती हैं, ऑल राईट,'' प्रीती भी मुस्कुरा दी। मेरा दायाँ हाथ उसकी चूत की गर्माहट और चिकनाहट मेहसूस कर रहा था।
''हाँ लड़कियाँ भी करती हैं, ऑल राईट,'' प्रीती भी मुस्कुरा दी। मेरा दायाँ हाथ उसकी चूत की गर्माहट और चिकनाहट मेहसूस कर रहा था।
''मुझे एक आईडिया आया है,'' प्रीती धीमे से बोली, ''अगर मैं अपने आप वहाँ पर टच करूँ और तुम देखो, तो क्या तुम भी मुझे दिखाओगे कि तुम कैसे करते हो?"
किसी के सामने मुट्ठ मारने के बारे में सपने में भी नहीं सोच सकता था, लेकिन अगर बदले मे, प्रीती को करते हुए देखने का चाँस मिल रहा था, तो मैंने सोचा क्यों नहीं?" लेकिन फ़िर मैंने प्रैक्टीकल आस्पेक्ट देखे, और दूसरी तरफ़ देखते हुए धीमे से कहा, ''यहाँ सोफ़े पर ठीक नहीं रहेगा।''
''क्यों" प्रीती ने पूछा। उसके शायद समझ में नहीं आया, या उसको इसका आईडिया नहीं था।
मुझे थोड़ा असहज लगा, लेकिन फ़िर भी मैं मुस्कुराकर बोला, ''यहाँ सब गँदा हो जायेगा,'' फ़िर से उसकी नँगी चूत की तरफ़ देखते हुए बोला। इस बार मैंने उससे नजर चुराने के लिये ऐसा किया था।
प्रीती ने एक गहरी साँस ली, और फ़िर बात को समझते हुए पूछा, ''सच में? क्या इतना ज्यादा निकलता है?"
मैंने सरलता से कहा, ''ढेर सारा।''
''मेरे रूम में करना पसंद करोगे?" प्रीती ने पूछा। उसकी आवाज में मुझे हैल्प करने वाली टोन थी।
पूछने से पहले मैं थोड़ा अचकचाया, लेकिन फ़िर मैंने पूछा, ''तुम्हारे पास हैण्ड क्रीम तो होगी ना?" उसने कुतिलता से मुस्कुराते हुए, हाँ में गर्दन हिला दी। उसकी चूत गर्म और चिकनी हो रही थी, और उसने जब अपना हाथ मेरे हाथ के ऊपर से हटा लिया, तो मैंने भी अपना हाथ अनमने मन से उसकी चूत के ऊपर से हटा लिया।
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