RE: bahan ki chudai भाई बहन की करतूतें
मैंने प्रीती की पैण्टी पर नजर डाली, तो देखा कि मेरे अँगुठे से उसकी चूत को पैण्टी के ऊपर से इस तरह सहलाने के कारण कैमल-टो बन गया था, और पैण्टी की साईड से उसकी झाँटों के एक दो बाल निकल रहे थे। शायद मेरे अँगुठे ने उसकी चूत के दाने को छेड़ दिया था क्योंकि वो यकायक हल्का सा उछली और मुस्कुराते हुए बोली, ''आराम से करो, प्लीज, पता है ना तुम ये जो अपनी छोटी बहन के साथ कर रहे हो इसको इन्गलिश में इन्सेस्ट कहते हैं।''
"लेकिन तुम भी तो अपने भैया के साथ वो ही कर रही हो,'' मैंने मुस्कुराते हुए कहा।
''चलो मेरे रूम में चलें?" प्रीती ने पूछा। ''वहाँ पर हम ज्यादा कम्फ़र्टेबल रहेंगे।'' मैंने प्रीती के ऊपर से अपने हाथ हटाये और फ़िर पहले वो और उसके पीछे पीछे मैं, दोनों उठ कर खड़े हो गये।
मैं ड्रॉईंग रुम में प्रीती के पीछे पीछे चल दिया, और पैण्टी में कैद उसकी गाँड़ की गोलाईयों को चलते हुए ऊपर नीचे होते हुए देखकर मैं और ज्यादा एक्साईटेड होने लगा। हाँलांकि अभी तक हम दोनों केवल चूमा चाटी और चूत को पैण्टी के ऊपर से छुने तक ही सीमित थे, लेकिन मुझे विश्वास था कि लास्ट वीक की तरह आज भी प्रीती मुझे अपनी पैण्टी उतारकर उसकी चूत की फ़ाँकों के साथ खेलने का मौका देगी, मन ही मन मैं सोचने लगा कि शायद हर किसी लड़के को सैक्स करने से पहले इसी तरह की फ़ीलिंग होती होगी।
जब हम दोनों प्रीती के रूम में पहुँच गये, तो अन्दर पहुँचते ही उसने रुककर पीछे घूमकर मेरी तरफ़ देखा, शायद कुछ इसी तरह का सीन उस पॉर्न मूवी में भी था, मैंने उसके पीछे आते हुए उसको अपनी बाँहों में भरते हुए उसके सिर को पीछे से चूम लिया। उसने थोड़ा पीछे होते हुए, मेरे और करीब आकर मेरी बाँहों को पकड़कर आगे की तरफ़ अपने गिर्द कस कर लपेट लिया। मैं उसकी नाजुक कोमल काया को अपनी बाँहों मे भरकर, उसके सिर के बालों में से आ रही शैम्पू की खुशबू को सूँघने लगा।
मेरी बाँहों में जकड़े हुए ही प्रीती ने घूमकर मुझे मेरे होंठों पर किस कर लिया और बोली, ''तुमको भी किस करना अच्छा लगता है ना?"
''हाँ,'' मैं जाहिर सी बात को मुस्कुराते हुए बोला।
''मुझे भी बहुत अच्छा लगता है,'' प्रीती ने कहा, ''मुझे सॉफ़्ट्ली प्यार से स्लोली करने में ज्यादा मजा आता है, सैक्सी वे में'' वो मुस्कुराते हुए बोली। जिस तरह से उसने सैक्सी शब्द को आखिर में जोड़ा था वो अपने आप में भुत सैक्सी था। मुझे भी उसी तरह किस करना पसंद था, इसलिये मैंने कहा, ''हाँ, मुझे भी ऐसे ही अच्छा लगता है।''
''वैसे, मैं तो कम्पेयर करने की स्थिति में नहीं हूँ, लेकिन फ़िर भी मैं कह सकती हूँ कि तुम बहुत अच्छी तरह से करते हो,'' प्रीती ने कुटिलता से मुस्कुराते हुए कहा। उसने अपने आप को मेरी बाँहों में से छुड़ाते हुए बैड की तरफ़ जल्दी से कदम बढा दिये। प्रीती मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पण्टी पहन कर बैड पर तकिये का सहारा लगा कर बैठ गयी। वो पींठ के बल लेट कर, अपना सिर राईट साईड में घुमाकर मेरी तरफ़ देख रही थी।
मैं उसका इशारा समझ गया और बैड के करीब बढ कर, उस पर बैठ गया, और फ़िर राईट साईड में घूमकर उसको किस करने के लिये झुक गया। उसने मुझे अपनी बाँहों में कैद कर लिया और फ़िर कुछ देर तक हम वैसे ही किस करते रहे। कुछ देर बाद प्रीती ने मुझे अपनी बाँहों की कैद से आजाद कर दिया, और मैं बैड के ऊपर अपने पैर लाकर अपनी बाँयीं करवट से लेट गया, जबकि प्रीती सीधे पींठ के बल लेटी हुई थी। मैंने नीचे उसकी पैण्टी की तरफ़ देखा, और लास्ट वीक की तरह पैण्टी के ऊपर से ही उसकी चूत के उभार को धीरे धीरे प्यार से सहलाने लगा। इतना ही मेरे लिये जन्नत की सैर से कम ना था, और मैं धीमे धीमे चूत की फ़ाँकों को ऊपर से नीचे तक राईट हैण्ड की पहली ऊँगली से सहला रहा था। मैं उसकी चूत को पैण्टी के ऊपर से ही लास्ट वीक से कहीं ज्यादा पनियाते हुए मेहसूस कर रहा था।
जब मैंने उसकी चूत की फ़ाँकों को काफ़ी देर तक सहला लिया, तो मेरा मन प्रीती की चूत की सुगंध को लास्ट टाईम की तरह सूँघने का किया, मैंने उसके चेहरे की तरफ़ देखा, और एक बार फ़िर से उसकी पैण्टी की तरफ़, और फ़िर नीचे झुककर उसकी चूत के पास बाँयी जाँघ के अन्दरूनी हिस्से को किस करने के लिये झुक गया। वहाँ पर उसकी स्किन बहुत कोमल और मुलायम थी, और फ़िर से एक बार मुझे उसकी चूत की मादक गंध सूँघने को मिल गयी।
मैंने बैड पर कम्फ़र्टेबल होने के लिये अपनी पोजिशन में थोड़ा बदलाव किया, और फ़िर प्रीती की पैण्टी की इलास्टिक को पकड़कर धीमे से नीचे खिसका दिया। प्रीती ने अपनी गाँड़ को थोड़ा सा ऊपर उठा लिया और मुझे आराम से पैण्टी को नीचे खिसका लेने दिया, पैण्टी को नीचे खिसकाते हुए मैंने देखा कि चूत से निकले लिसलिसे पानी ने उसकी पैण्टी पर गोल निशान बना दिया था। प्रीती ने अपने घुटने मोड़ कर मुझे पैण्टी को पूरी तरह टाँगों में से निकालने में मेरी मदद की, और फ़िर मैंने पैण्टी को उतारकर नीचे फ़र्श पर फ़ेंक दिया। उसकी नंगी चूत और झाँटों के त्रिकोण को देखना मेरे लिये लास्ट वीक की ही तरह एक्साइटिंग था, और मैंने नीचे झुकते हुए उसकी झाँटों के त्रिकोण के ठीक बीच में किस कर लिया, साथ ही साथ मैं उसकी चूत की मादक गँध को भी सुँघ रहा था, जो उसकी टाँगों के बीच से थोड़ा कम जरूर थी, लेकिन फ़िर भी उतनी ही ज्यादा उत्तेजक थी।
प्रीती ने फ़िर वो किया जो उसने पहले कभी नहीं किया था। मैं उसकी राईट साईड से उसके ऊपर उसकी झाँटों को किस करने के लिये झुका हुआ था, और उसने मेरी टाँगों के बीच में पीछे से हाथ डाल दिया और जीन्स के ऊपर से ही मेरे लण्ड को छूने लगी। उसने बस एक बार हल्के से छू के सहलाया, और फ़िर बोली, ''तुम्हारा ये तो खड़ा हो गया है, और हार्ड भी।'' वो धीमे धीमे फ़ुसफ़ुसाते हुए बोल रही थी, और मैंने अपनी लैफ़्ट पर पर उसकी तरफ़ देखा, और वो बोली, ''अगर तुम मुझे टच करोगे, तो मैं भी तो तुम को टच करूँगीं ना।''
''क्या मैं तुम्हारे हिप्स टच कर लूँ?" मैंने पूछा, और प्रीती पलट कर औंधी पेट के बल लेट गयी। उसकी नंगी गाँड़ देखकर एक पल को मैं जन्नत में पहुँच गया, उसने गर्दन घुमाकर पीछे की तरफ़ देखा कि मैं क्या कर रहा हूँ। मैंने उसके हिप्स के बीच क्रैक में ऊपर से नीचे तक एक उँगली को अन्दर घुसा के सहलाया, वो बस मुस्कुरा भर दी, लेकिन उसने कहा कुछ नहीं। मैंने उसके राईट हिप को अपनी राईट हथेली से सहला रहा था, और उअँगलियाँ उसकी चूत की फ़ाँकों के बीच खेल रही थी। फ़िर मैंने अँगुठे और पहली उँगली से चूत की फ़ाँकों के साईड से ऊपर से नीचे तक सहलाया, उसकी झाँटों के बाल गाँड़ के पास आगे से थोड़ा ज्यादा थोड़े मुलायम थे। प्रीती ने मुस्कुराते हुए पूछा, ''मजा आ रहा है?" मैंने उसके हिप्स के क्रैक पर और फ़िर राईट हिप पर किस किया, और फ़िर अपने हाथों से उसकी जाँघों के पिछले हिस्से की मुलायम, चिकनी स्किन को सहलाने लगा।
जब मुझे उसके पिछवाड़े को सहलाते सहलाते कुछ देर हो गयी, तो मैंने अपना गाल उसके राईट हिप पर रख दिया, और उसकी मुलायम स्किन को अपने चेहरे से मेहसूस करने लगा, उसने गर्दन घुमाकर पीछे देखा कि मैं क्या कर रहा हूँ, और फ़िर बोली, ''विशाल?"
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