Hindi Sex Stories By raj sharma
02-26-2019, 12:37 PM,
RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
दिल ही दिल में मैं जानता था के उसका यूँ डरना वाजिब भी था. 5 बार मुझपर हमला उस वक़्त हुआ जबके मैं उसके साथ था. हर बार लाश हमला करने वाले की ही गिरी पर शायद कहीं ये बात मैं भी जानता था के बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी. 


मैने एक नज़र उसपर डाली तो मेरी बाहों में सिमटी, मेरी छाती पर सर रखे वो कबकि नींद के आगोश में जा चुकी थी. घड़ी पर नज़र डाली तो रात के 2 बाज रहे थे. 


ये फ्लॅट मैने ही उसे लेकर दिया था. इंसानी सहूलियत की हर चीज़ इस फ्लॅट में मौजूद थी. उसने जिस चीज़ की ख्वाहिश की, जिस चीज़ पर अंगुली रखी मैने वो लाकर उसे दे दी. 


"सब होता है मेरे पास, एक सिवाय तुम्हारे" वो अक्सर शिकायत किया करती थी. 

उसकी माँ को मरे 2 साल हो गये थे और उसके बाद से वो इस फ्लॅट में अकेली ही रहती थी. उसका दूर का कोई एक मूहबोला भाई भी था जिससे मैं कभी मिला नही था. मेरा तो वैसे ही कोई ठिकाना नही होता था. कभी शहर से बाहर तो कभी देश से बाहर. सच कहूँ मेरा आधे से ज़्यादा वक़्त धंधे के चक्कर में "बाहर" ही गुज़रता था पर जब भी शहर में होता, तो उसके यहाँ ही रुकता था. 


"एहसान करते हो ना बड़ा मुझपे. और बाकी रातें कौन होती है बिस्तर पर तुम्हारे साथ?" अक्सर वो चिड़कर कहा करती थी. 


मैने धीरे से उसका सर अपनी छाती से हटाया और नीचे तकिये पर रख दिया. वो बिना कोई कपड़े पहने बेख़बर सो रही थी. चादर खींच कर मैने उसके जिस्म को ढका और बिस्तर से उठा. 


मुझे सिगरेट की तलब उठ रही थी पर बेडरूम में सिगरेट या शराब पीने की मुझे सख़्त मनाही थी. यूँ तो मेरे साथ रह रहकर वो भी थोड़ी बहुत पीने लगी थी पर जाने क्यूँ बेडरूम में सिगरेट या शराब ले जाना उसे बिल्कुल पसंद नही था. 


बेडरूम से बाहर निकल कर मैने एक सिगरेट जलाई और हल्के कदमों से किचन की तरफ चला. मैं उस रात ही दुबई से इंडिया वापिस आया था और एरपोर्ट से सीधा उसके पास आ गया था. जैसा की हमेशा होता था, वो मेरे इंतेज़ार में बैठी थी और जिस तरह के कपड़े पहेन कर बैठी थी उस हालत में उसको देख कर किसी नमार्द का भी खड़ा हो जाता.


ऐसा ही कुच्छ मेरे साथ भी हुआ था. 


मेरे कमरे में घुसते ही हम एक दूसरे से भीड़ पड़े और फिर ऐसे ही सो गये. नतीजतन मुझे उस वक़्त बहुत तेज़ भूख लगी थी. 


फ्रिड्ज खोला तो उसमें अंदर कुच्छ नही था, सिवाय एक आधे बचे पिज़्ज़ा के. 
मैने एक ठंडी आह भरी और पिज़्ज़ा निकाल कर ओवेन में रखा. मुझे ये अँग्रेज़ी खाने कभी पसंद नही आते थे. दिल से मैं पक्का हिन्दुस्तानी था और जब तक दाल रोटी पेट में ना जाए, तसल्ली नही होती थी. 


पर दाल रोटी उस वक़्त मौजूद थी नही तो पिज़्ज़ा से ही काम चलाना पड़ा. 
क्रमशः....................
Reply


Messages In This Thread
Hindi Sex Stories By raj sharma - by sexstories - 02-24-2019, 01:16 PM
RE: Hindi Sex Stories By raj sharma - by Pinku099 - 03-07-2019, 10:48 PM
RE: Hindi Sex Stories By raj sharma - by sexstories - 02-26-2019, 12:37 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,568,133 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 552,014 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,261,574 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 953,885 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,691,674 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,112,999 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,006,719 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,242,692 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,098,174 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 291,378 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 6 Guest(s)