Kamukta kahani हरामी साहूकार
03-19-2019, 12:24 PM,
#58
RE: Kamukta kahani हरामी साहूकार
अपनी बेटी का नाम सुनते ही सीमा तो फिसल कर नीचे गिर पड़ी...
और नंगी हालत में इधर उधर पड़े कपड़े उठा कर उसने अपनी छाती को ढका...

और तब तक वो दोनो भी आँखे और मुँह फाड़े सामने आकर खड़े हो चुके थे...
उनकी समझ में भी नही आ रहा था की ये लाला ने खुद ही अपना भांडा क्यो फोड़ डाला..

लाला को छोड़कर सबके चेहरों पर हवाइयाँ उड़ रही थी... 
लाला मन-2 मुस्कुरा रहा था जिसे देखकर पिंकी अब तक इतना तो समझ ही चुकी थी की ये लाला का कोई मास्टर प्लान है इसलिए उसे जितना समझ आया उसके हिसाब से उसने सकुचाते हुए अपनी माँ से कहा : "माँ ..वो...वो ...आप घर नही थी तो मैं यहां चली आई...निशि की मम्मी ने बताया की तुम चावल लेने यहां आई हो...''

हालाँकि सीमा ने निशि की माँ को ऐसा कुछ भी नही बताया था पर उसने सोचा की शायद उसने उसे लाला की दुकान की तरफ आते देखा होगा, इसलिए इन्हे बोल दिया..

पर इस वक़्त तो उसे अपने नंगेपन पर शर्म आ रही थी... 
वो सपने में भी नही सोच सकती थी की बरसों बाद जिस कदम को उठाने की उसमे हिम्मत आई थी , उसके बदले उसे अपनी ही बेटी के सामने ज़िल्लत का सामना करना पड़ेगा..

लाला ने अपने कपड़े पहने और चुपचाप बाहर निकलकर अपनी दुकान पर जाकर बैठ गया...
ताकि पीछे से वो तीनो आपस में निपट ले. क्योंकि अपनी योजना के अनुसार उसने जो करना था वो कर चुका था..

सीमा ने नज़रे झुका रखी थी...
पिंकी अपनी माँ के करीब गयी और अपने हाथ में पकड़ी हुई ब्रा उन्हे पहनाने लगी जो लाला ने उछाल कर उसके सिर पर फेंक दी थी..

ब्रा पहनाने के बाद पिंकी ने उन्हे खड़ा किया और उन्हे पेंटी भी पहनाई...
ऐसा करते हुए जब वो झुकी तो अपनी माँ की खूबसूरत चूत को करीब से देखकर उसके मुँह में पानी आ गया...
उसमे से निकल रही भीनी-2 खुश्बू ने उसे पागल सा कर दिया..
मन तो उसका कर रहा था की इस माँ बेटी के रिश्ते को यहीं लाला के गोडाउन में एक नया आयाम दे डाले पर अभी माँ का मूड सही नही लग रहा था इसलिए उन्हे चुपचाप पेंटी पहनाने के बाद वो उन्हे कपड़े पहनाने लगी..

पिंकी : "माँ ...आप इस तरह से शर्मिंदा मत हो...मैं समझ सकती हूँ की आपने ये किसलिए किया होगा...पिताजी तो आपको ढंग से टाइम नही दे पाते...उनकी उम्र भी हो चुकी है..इसलिए आपने अगर ये सब कर भी लिया तो इसमे आपकी कोई ग़लती नही है....''

सीमा की आँखो से आँसू निकल पड़े...
अपनी माँ के मन की बातें समझने वाली बेटियाँ आजकल कम ही मिलती है..

उसने भीगी आँखो से पिंकी को देखा और फिर निशि को जो अपनी सहेली की बाते सुनकर पहले से ही जवाब के लिए तैय्यार थी..

निशि : "मेरी फ़िक्र ना करो काकी ...आप तो मेरी माँ जैसी हो...आपके बारे में मैं किसी से भी कुछ नही कहूँगी...''

दोनो का अपने प्रति ऐसा प्यार देखकर उसने दोनो को अपने गले से लगा लिया...

वरना अभी कुछ देर पहले तक रंगे हाथो पकड़े जाने के बाद वो यही सोच रही थी की इन दोनो के सामने अब उसकी क्या इज़्ज़त रह जाएगी...
और इनमे से किसी ने, ख़ासकर निशि ने, अगर बाहर किसी को ये बोल दिया तो वो किसी को मुँह दिखाने के काबिल नही रहेगी...

अपना चेहरा और हुलिया ठीक करने के बाद सीमा और वो दोनो बाहर निकल आए...

बाहर निकलते हुए पिंकी ने लाला के चेहरे का हरामीपन देखा जो उन्हे देखकर मुस्कुरा रहा था ,
वो देखकर पिंकी की भी हँसी निकल गयी ... 
उनमे से किसी ने भी लाला से कुछ बात नही की और चुपचाप घर की तरफ चल दिए..
जाते हुए चावल तो नही पर एक अजीब सा बोझ लेकर वापिस जा रही थी सीमा अपने घर की तरफ...
पूरे रास्ते उनके बीच कोई बात नही हुई और निशि को उसके घर छोड़ने के बाद वो दोनो भी अपने घर पर आ गयी..

अंदर आने के साथ ही सीमा सीधा बाथरूम में घुस गयी और अपने शरीर का एक-2 कपड़ा निकाल फेंका और ठंडा पानी अपने सिर पर डालकर सुबकने लगी...
आज जो भी उसकी जिंदगी में हुआ था, वो उसके और पिंकी के बीच के रिश्ते पर एक बहुत गहरा प्रभाव डालने वाला था...

पर जो प्रभाव आज लाला ने उसके जिस्म पर डाला था वो भी कम नही था... 
एक ऐसा नशा जो उसने आज तक महसूस नही किया था वो आज लाला के उस जादुई लंड को मुँह में लेकर उसने महसूस किया था...
कच्ची शराब की वो बूंदे उसे अपने गले से नीचे उतरती हुई महसूस हुई थी जो दुनिया जहान को पीछे छोड़ देती है और एक दूसरी ही दुनिया में ले जाती है...
इस नशे की गिरफ़्त में आकर आज उसने अपने जिस्म की असली परिभाषा को महसूस किया था...
महसूस किया था की उसका जिस्म इस तरह के मज़े और नशे के लिए ना जाने कब से तड़प रहा था और वो पागल इस दुनिया की लाज शर्म की वजह से उससे आज तक वंचित रही थी.... 
अच्छा होता की उसने लाला के लंड को उस पहली बार में ही पकड़ कर अपने मुँह या चूत में ले लिया होता तो शायद आज जो उसकी इकलौती बेटी पिंकी है, उसकी रगों में भी शायद इस लाला का खून दौड़ रहा होता...

पर उस सालो पहले की गयी ग़लती के मुक़ाबले आज की हुई ये हरकत उसे ज़्यादा मज़ा दे गयी थी...
क्योंकि आज उसने अपने जिस्म को पूरी तरह से लाला के सपुर्द कर दिया था...
काश आज पिंकी और निशि वहां ना आई होती तो उस लाला के मोटे लंड को अपनी इस गीली चूत में लेकर वो स्वर्ग पा लेती...

उफफफ्फ़.....
क्या कसक थी...
क्या कशिश थी उस लंड में ....
काश एक बार दोबारा मिल जाए तो इस बार वो शायद पिंकी की परवाह भी नही करेगी और बेशर्मी से उसी के सामने लाला के लंड को अपनी चूत में ले लेगी..
Reply


Messages In This Thread
RE: Kamukta kahani हरामी साहूकार - by sexstories - 03-19-2019, 12:24 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,537,190 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 548,411 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,247,563 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 943,266 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,674,919 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,098,564 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,981,513 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,156,855 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,069,915 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 288,406 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)