Kamukta kahani हरामी साहूकार
03-19-2019, 12:32 PM,
RE: Kamukta kahani हरामी साहूकार
कुछ देर पहले अपनी माँ के और अब अपनी बहन के होंठ चूसते हुए अब नंदू को सही में लग रहा था की आज के दिन का राजा वही है...
जिन नशीले जिस्मो को देखते हुए वो जवान हुआ था वो अब दोनो तरफ से उसपर गिरे जा रहे थे.

नंदू भी मुस्कुराते हुए अपनी कमसिन बहन को चूसने लगा...
उन दोनो की माँ भी हंसते हुए उनका साथ देने लगी...
एक हाथ से अपनी बेटी का तो दूसरे से अपने बेटे का सिर सहलाने लगी...
और उसके मन में ख़याल आया की काश इस दुनिया में भाई बहन की शादी का भी रिवाज चल पड़े..
ऐसा हुआ तो उसे अपने बेटे के लिए बाहर किसी का मुँह ना देखना पड़ता और ना ही उसे अपने बेटे को किसी और का होते हुए देखना पड़ता...
घर की बात घर में ही रह जाती...
पर वो भी जानती थी की ये हो नही सकता...
इसलिए उसने इस ख़याल को ही दिमाग़ से निकाल दिया..
और अपना हाथ नीचे लाते हुए अपने बेटे की धोती में डालकर उसके छोटे सिपाही को सहलाने लगी.

निशि ने अपनी लंबी स्मूच तोड़ते हुए कहा : "अर्रे भाई, इतने गरम माहौल में आप ये कपड़े पहन कर कैसे सो रहे हो....मुझसे तो नही पहने जा रहे अपने ये कपड़े..''

इतना कहते हुए उसने अपनी स्कूल की ड्रेस को नीचे से पकड़ कर घुमाया और गले से निकाल दिया.

अंदर तो उसने कुछ पहना ही नही था हमेशा की तरहा...
एक ही पल में उसकी नंगी छातियां अपना शबाब बिखेरते हुए नंदू के सामने थी..

और तब नंदू को पता चला की वो ऐसा क्यो करना चाह रही थी...
उसने अपने बूब्स के उपर वाले हिस्से पर ग्लिट्टर वाले पेन से हैप्पी बर्थडे लिखा हुआ था...
ख़ास नंदू के लिए...
शायद पिंकी की मदद से उसने ये कलाकारी की थी...
जो नंदू को काफ़ी पसंद आई..



निशि के गोरे-2 स्तन अपना गुलाबीपन बिखेरते हुए नंदू और उसकी माँ के सामने झंडे की तरह लहरा रहे थे.

गोरी भी अपनी बेटी की इस बेबाकी पर हैरान थी...
उसने निशि की छातियों को देखा जो ठीक वैसी ही थी जैसी उसकी थी जब वो इस उम्र में थी.... 
यानी अभी से वो बता सकती थी की बड़ी होकर उसकी छातियां कैसी रसीली बनने वाली है...उसकी तरह.

निशि ने इशारा करके अपनी माँ से भी वैसा ही करने को कहा...
यानी कपडे उतारने को...गोरी ने घर आने के बाद सिर्फ एक गाउन से अपने नंगे बदन को धक् रखा था.

पहले तो वो झिझकी पर जब निशि ने कहा की आज भाई का बर्थडे है और आज के दिन इन्हे खुश करने के लिए हमे कुछ भी करना पड़ेगा तो वो मान गयी...
वो भी तो यही सोचकर आई थी आज की अपने बेटे के जन्मदिन को यादगार बना देगी..

वो अपनी जगह से उठी और उसने अपना गाउन निकाल कर एक कोने में उछाल दिया.

अब वो भी अपने यौवन की कला का प्रदर्शन अपने बच्चो के सामने बेशर्मी से कर रही थी...



निशि ने नंदू को देखा और आँखो ही आँखो का इशारा करके दोनो उसके करीब आ गये..
और एक साथ दोनो भाई बहन ने अपने-2 मुँह अपनी माँ के मोटे स्तानो पर लगा दिए और उन्हे चूसने लगे जैसे उसका दूध पे रहे हो...

गोरी भी उन दोनो की शरारत पर मुस्कुरा उठी और उन दोनो के मुँह मे अपने मुम्मे ठूसते हुए उन्हे अपना दूध पिलाने लगी...

कुछ देर बाद निशि ने अपना मुँह बाहर निकाला और बोली : "भाई...आज तो तुम्हारा दिन है..और आज के दिन के लिए मैं तुम्हारे लिए एक ख़ास तोहफा लाई हूँ ''

ख़ास तोहफा सुनते ही नंदू की आँखो में चमक आ गयी..सुबह से उसके दिमाग में यही चल रहा था की आखिर वो ख़ास तोहफा क्या होगा , अब वक़्त आ चूका था वो जानने का. नंदू भी जानता था की जिस अंदाज से वो बोल रही है वो कुछ ख़ास ही होने वाला है...

वो नंदू का हाथ पकड़ कर बाहर खींचती हुई ले गयी और बाहर आकर नंदू ने देखा की उसकी चारपाई पर कोई लेटा हुआ है...जिसे निशि ने एक चादर से ढका हुआ है...
देखने से सॉफ पता चल रहा था की अंदर कोई इंसान है..
इसलिए नंदू घबरा भी रहा था की ऐसे मौके पर निशि ये किसे ले आई है, 
क्योंकि इस वक़्त उसकी बहन और माँ नंगे खड़े थे वहां और वो भी खड़ा लंड लिए वहीं पर था.

निशि ने उसे आगे बढ़कर उस चादर को हटाने के लिए कहा..
और नंदू ने उसका कहना मानकर धीरे-2 चादर खींचनी शुरू कर दी...



जैसे-2 चादर खिसकती जा रही थी वैसे-2 अंदर से एक खूबसूरत नंगा जिस्म बाहर आ रहा था...
जिसे देखकर नंदू का मुरझा रहा लंड फिर से अकड़ने लगा...
अकड़ता भी क्यो नही, 
आज उसकी बहन ने उसकी लाइफ का सबसे अच्छा गिफ्ट जो दिया था उसे...
वो थी रेशम की चादर में लिपटी नंगी पिंकी.

और पिंकी भी आज पहली बार बिना अपने नंगेपन की शर्म के नंदू की आँखो में आँखे डालकर मुस्करा रही थी..

गोरी भी पिंकी को वहाँ देखकर हैरान थी....
वो खुद इस वक़्त नंगी खड़ी थी पर अब अपने आप को छुपाने का कोई फायदा नही था..
पिंकी उसे नंगा देख चुकी थी....
निशि भी उपर से नंगी ही थी और पिंकी तो खुद ही पूरी नंगी थी.

पिंकी धीरे-2 चलती हुई नंदू के करीब आई और उसके सामने आकर खड़ी हो गयी...
नंदू को ऐसा लगा जैसे दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की उसके सामने आकर खड़ी हो गयी है...
पूरी नंगी. 
उसका चिकना बदन, मोठे -२ मुम्मे और उनपर लगे ब्राउन कलर के निप्पल बड़े दिलकश लग रहे थे, 
और बिना बालों वाली चूत तो सबसे घातक लग रही थी उसे. 



निशि : "देख क्या रहे हो भाई.....आगे बडो और अपने इस जन्मदिन के तोहफे को उठा कर अंदर ले चलो....''

नंदू को दूसरी बार कहने की ज़रूरत नही पड़ी....
उसने अपनी मजबूत बाहों में अपने सपनो की रानी पिंकी के नंगे जिस्म को उठाया और उसे लेकर अंदर वाले कमरे में आ गया और उसे उसी बेड पर लिटा दिया जहा कुछ देर पहले वो लेटा हुआ था..

निशि तब तक अपने पूरे कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थी....
Reply


Messages In This Thread
RE: Kamukta kahani हरामी साहूकार - by sexstories - 03-19-2019, 12:32 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,531,662 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 547,851 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,245,206 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 941,321 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,671,608 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,096,276 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,976,954 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,141,550 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,064,118 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 287,865 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 6 Guest(s)