RE: mastram kahani प्यार - ( गम या खुशी )
अपडेट -8
मैं कहूं तो क्या कहूं अपनी ही चिंताओं में घिरा हुआ था कि..... एक बार फिर दिया कमरे में आती हुए नया रंग बिखेर देती हैं । दिया जो अब तक गेट पर खड़े होकर हमारी बाते सुन रही थीं अंदर आते हुए ।
दिया .... वो ऐसा ह रूही जी के दोस्ती करने के लिए पूछना नहीं पड़ता ।
रूही .... हम्म्म्म ।
दिया ...... वैसे भी " A friend in need in a friend in deed "
रूही ..... ओके accepted दिया पर यह राहुल भी तो बोल सकता था , मैं क्या खा जाउंगी वो अगर ये बोल देता तो ।
दिया तिरछी नजरो से देखती हुई धीरे से मुझे बोलती है .... तुम्हे देख तो खाना भूल जाता हैं ये बात बोलना तो दूर की बात है ।
रूही .... समझी नहीं क्या कह रहे हो ।
दिया ...... मैंने कहा भैया को बाते बनाना नहीं आती ।
रूही ... ओ ' ऐसा क्या ? पर में एक आध बार example सुनी हु राहुल सर् से , example तो बिल्कुल ऐसा देते है कि सामने वाला चाह कर भी कोई जवाब ना दे सके ।
कुछ देर दोनो बात करती रही फिर दिया बाहर सोनल से बात करने चली गई । इधर में और रूही बात करने लगे मैं लगातार उसकी बात में खोता चला गया बस इस एहसास के साथ ही रूही ऐसे ही मुझसे बात करती रहे ।
मैं इन्ही ख़यालों मैं खोया था कि मुझे रूही मेरी ओर अपना हाथ बढ़ते हुए .... " please shake hands for new friendship "
आह। क्या मधुर एहसास था रूही से हाथ मिलाने का मैंने पहली बार रूही को टच किया था , उसके हाथ इतने सॉफ्ट थे कि मै एकदम से गुम हो गया । किसी फिल्मी सीन की तरह मैंने उसका हाथ पकड़े ही रह गया कि तभी अचानक दिया अंदर पहुंची .... भैया भैया कहाँ गुम हो ।
मैं अपने ही ख्यालों में गुम था और दिया और रूही दोनो मंद मंद मुस्कुरा रही थी और उन्हें देख कर में शर्मा गया।
अभी मेरा सम्भालना भी नहीं हुआ था कि दिया ने फिर से बोम्ब फोड़ दिया...
" क्या आप भी पहली बार कोई दोस्त घर आई हैं और आप लड़कियों की तरह शर्मा रहे हो Be A Man और कहीं खाने पर ले जाओ "
ओह दिया क्या बोल रही है कई दिनों बाद तो दोस्त कह के पुकारा अब क्या चाहती है कि आज ही ब्रेकअप हो जाए मैं मन में ऐसे विचार सोचते हुए कहा.... सॉरी रूही वो दिया ने बिना सोचे हुए कहा आई एम extremely sorry ।
पर पता नहीं आज तो मेरे ऊपर बोम्ब ही बोम्ब गिर रहे थे।
रुही... बिना सोचे ना तो दिया ने बोला ना तुम ने ।
मैं .... समझा नहीं ।
रूही .... दिया तो बस खाने पर ले जाने के लिए बोल रही थी और तुम तो बहुत बड़े कंजूस निकले जो पहले ही मना कर रहे हो ।
मुझे समझ नहीं आया रूही की बात पर क्या रिएक्शन दु , मेरा मुह खुला रह गया और मेरी प्रतिक्रिया देख कर दिया और रूही खिल खिलाकर हँस रही थी । दोनो को हँसते हुए देख में तो पानी पानी हो गया ।
इतना होने के बाद अब मेरी बारी थी । मैंने उन्हें 2 मि रुकने को बोल कर फ़टाफ़ट बाथरूम चला गया और तैयार हो कर आ गया ।
जब मैं बाहर आया तो दोनों मुझे आचार्य से देख रही थीं । मैंने उनसे पूछा ... क्या हुआ ?
दिया .... भैया क्या हुआ कही जा रहे हो क्या ?
मैं ... मैं नाम हम जा रहे हैं वो भी अभी रेस्टॉरेंट खाने के के लिए ।
मेरी बात सुन कर रूही थोड़ा असहज हुई .... आप तो सीरियस हो गए मैं तो मजाक कर रही थी ।
मैं.... पर मैं तो सीरियस हु मैं मजाक नहीं करता चाहे तो किसी से भी पूछ लो ।
फिर क्या था ... हाँ ना हाँ ना करते हुए तय हुआ कि हम जा रहे है रेस्टोरेंट ।
हम तीनों फिर निकले रेस्टोरेंट के लिए , बात करते करते हम रेस्टोरेंट पहुंच गए । आज मुझे पहली बार ऐसा फील हो रहा था कि जैसे मैं आज किसी खास काम से निकला हु । रेस्टोरेंट में खाने का आर्डर देकर हम आपस मे बात करने लगे ।
पर आज तो दिया पूरी शरारत के मूड में थी ।
खाते हुए दिया एक बार फिर रूही को छेड़ते हुए .... " आपको मालूम है रूही जी भैया की अबतक 3 गर्लफ्रैंड है "
रूही आश्चर्य से ..... सच में तब तो राहुल ने मुझसे झूठ कहा कि उसकी कोई गर्लफ्रैंड नहीं है ।
दिया .... ना ना 3 गर्लफ्रैंड है , मैं सबको जानती हूँ ।
इधर मैं मन मे सोचा पागल यहां एक का पता नहीं यह 3 बता रही हैं , मैंने गुस्से भारी नजरो से एक बार दिया को देखा ।
दिया .... भैया यह लुक देना बंद करो और खाने पर ध्यान दो ।
मैं अब बेचारा चुप चाप खाने लगा ।
रूही .... दिया तुम गर्लफ्रैंड के बारे में कुछ बता रही थीं ।
दिया मजे लेते हुए .... आपको बहुत इंटरेस्ट आ रहा है भैया की गर्लफ्रैंड में खैर भैया की पहली गर्लफ्रैंड में दूसरी सोनल और तीसरी आप है ।
रूही .... मैं कैसे हो गई राहुल की गर्लफ्रैंड ।
दिया .... जैसे हम दोनों है मैं और सोनल वैसे ही आप है । बस आप जो वो वाला सोच रही हैं वो लवर्स वाली तो उसका कॉन्फॉर्मेशन तो आप दोनों को ही देनी होगी ।
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