mastram kahani प्यार - ( गम या खुशी )
03-21-2019, 12:17 PM,
#17
RE: mastram kahani प्यार - ( गम या खुशी )
. अपडेट -15


एक उम्मीद आज सुबह ग्राउंड पर टूटी और दूसरी यहाँ । दी ने भी मेरा साथ नहीं दिया, मुझे लगा दी शायद मुझे हौंसला दे पर यहाँ तो वह मुझे अलग होने को कह रही हैं।


खैर दी अपनी बातें आगे बढ़ते हुए....


" देख गलत तब होता कि अगर यह सब वो तुम्हे न बताती और तेरे दिल में क्या है वो ना जानते हुए भी उसे बढ़ावा देती, और फिर जहां से तुम्हारा लौटना ना हो ऐसे समय पर तुम्हें बताती पर उसने तो सुरुआत में ही तुम्हे इस रिश्ते को ना आगे बढ़ाने को बोली "

"बेटू मैं भी एक लड़की हु और हर लड़की की कुछ परेशानियां होती हैं । दोस्त तक की बात तो ठीक है पर उसे भी शायद यह लगा हो तुमसे मिलना , बात करना, हँसना बोलना तुम्हे कोई गलतफहमी मे ना डाल दें इसीलिए वो भी सब कुछ सुरुवात में ही क्लियर कर दी " ।

अब मुझसे रहा ना गया मैं आंखों में आँसू लिए चिढ़ते हुए...


" मैंने ऐसा क्या गुनाह कर दिया मैं तो बस उसे देख कर ही खुश हो जाता था । हाँ जब मैं purpose करता तब मना करती , मैने तो उसे purpose भी नहीं किया । हम तो दोस्त भी थे फिर ये क्यों कहा की मुझसे मिलने की कोशिश मत करना "।


दी.... बेटू फिर गलत सोच रहा है । देख जबतक तू purpose करता तब तक शायद ज्यादा देर ना हो जाये इसीलिए सब क्लियर कर दी और शायद उसकी कोई मजबूरी भी रही हो ।


अब हम दोनों शांत बैठे थे फिर मैंने दी से मिन्नतों भरे शब्दों में कहा.... दीदी बस मेरी इतनी मदद करना कि किसी को यह मत बताना मेरे साथ क्या हुआ ,बोल देना की एक्सीडेंट में मेरा कोई दोस्त अब इस दुनियां में नहीं रहा इसीलिए मैं परेशान हो गया हूँ ।


सुन बेटू मैंने तेरी बात मान पर मेरा एक काम करोगे । मैंने पूछा "क्या" फिर दी बोली कुछ दिनों के लिए कही घूम आओ ।


मैंने अपना एटीएम दी को दिया और बोला सब arrange करके मुझे बता देना मैं अकेला ही जाऊंगा । मैं दी कि बात मान कर राजी हो गया और मैं अपनी तन्हाई के साथ ऊपर अपने रूम में चला गया ।


आज का दिन मेरे लिए काला दिन था । मैं रोता तड़पता अपने रूम से बाहर नहीं आया । दिया और माँ ने भी कई बार दरवाजा खटखटाया पर मैंने किसी को अन्दर नहीं आने दिया । मुझे मालूम भी नहीं कि आखिर रुही ने किस वजह से मुझे मना कर दिया और यह बात मुझे खटकी मुझे काफी बुरा लग रहा था ।


अगले दिन सुबह 


मैं किरण से मिला चूंकि उसकी प्रैक्टिस करवाने की जिम्मेदारी मेरी थी तो उसे अंत में सारे नुस्खे बता कर बोल दिया कि मैं 10 दिन के लिए बाहर जा रहा हूँ तो अब मैं ग्राउंड नहीं आ सकता । यदि मेरे आने तक तुम्हारा टेस्ट नहीं होता तो मैं एक बार चेक कर लूंगा । इतना बोल मैन उससे विदा ली और घर लौट आया ।


हॉल में ही मुझे दी मिल गई फिर उन्होंने मुझे पूरा प्रोग्राम समझाया । मुझे कुछ दिनों के लिए अपने मासी के घर जाना था जो कि दिल्ली में रहती हैं । सारी पैकिंग दी कर चुकी थीं और मुझे सुबह 10 बजे की ट्रेन से निकलना था ।


दी और मैं बात कर ही रहे थे कि तभी पापा वहाँ आये । पापा ने बहुत दुःख व्यक्त किया जो भी मेरे दोस्त के साथ हुआ था (दी को बताई कहानी पर ) फिर मेरे कंधे पर हाथ रख कर बोले तू किसी बात की चिंता मत कर यह सब तो जीवन का ही एक पहलू है ।


पापा ने मुझे कुछ आध्यात्म की बाते बताई जो मुझे अब बिल्कुल भी सुन्ना पसन्द नहीं था । कुछ देर यूँ ही बाते चलती रही पापा ने फिर मुझे पैसे भी दिए ।


अब समय हो चुका था मेरे जाने का इसीलिए सब मुझे छोड़ने स्टेशन आ रहे थे पर मैंने सबको मना कर दिया पर मेरे मना करने से क्या होता हैं किसी ने मेरी बात नहीं मानी और मेरे साथ साथ स्टेशन चल पड़े । सबको दी ने कहानी बता दी थी इसीलिए कोई मेरे चुप रहने का कारण नहीं पूछ रहा था। 


फाइनली स्टेशन पहुंचा वहाँ सीट कंफर्म कर मैं अपनी बर्थ पर पहुंचा । मेरे साथ मेरे घरवाले मुझे छोड़ने बर्थ तक आये फिर मैंने सबसे विदा लेकर उन्हें घर भेज दिया ।


सबके जाने के बाद मैं अपनी तन्हाई में फिर से डूब गया । वहाँ मेरे साथ कौन है कौन नहीं इससे मुझे कोई लेना देना नहीं था , अब शुरू हुआ मेरे चंडीगढ़ से दिल्ली का सफर मेरे उजड़े अरमानो के साथ । 


पर कहते हैं ना आपका बुरा वक़्त कभी जल्दी नहीं जाता वही इस समय इस सफर पर मेरे साथ हुआ । मैं अपने ग़मो के साथ अपनी बर्थ पर चुप चाप लेटा रहा और रूही के साथ बिताए हसीन लम्हो को याद कर अपने मायूसी को दूर करने की कोशिश कर रहा था । एक पल याद कर खुश हो जाता उसके दूसरे पल आंखों में आंसू होते ।


मुझे बाकी के बर्थ का पता नहीं पर हाँ चंडीगढ़ से यही कोई 5 घटे बाद ट्रेन गाजियाबाद जंक्शन पर रुकी मैं अबतक सोया था । मेरे पास कुछ लोग आपस में बात कर रहे थे उनमें से एक ने मुझे उठाया.... भाई साहब ।


मैं... हुन्न बताये ।
Reply


Messages In This Thread
RE: mastram kahani प्यार - ( गम या खुशी ) - by sexstories - 03-21-2019, 12:17 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,477,404 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 541,827 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,222,638 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 924,299 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,640,410 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,069,435 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,931,945 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,994,187 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,008,113 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 282,652 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)