RE: mastram kahani प्यार - ( गम या खुशी )
अपडेट -25
मैं अब चल पड़ा परिधि के साथ एक अनजाने सफर के दूसरे पड़ाव पर.....
कॉफी शॉप से निकल कर हम शॉपिंग मॉल में गए । मॉल में जाते ही मैं परिधि से.... अब यहाँ कोई बर्फानी ग्रुप तो नहीं जो मुझे बर्फ ही बना दे ।
परिधि मेरी बातों से हँसते हुए.... नहीं ऐसा कुछ नहीं है यहाँ से कुछ शॉपिंग करेंगे और चिंता मत करो यहाँ कोई प्लान नहीं है ।
मैं... मतलव और कही का प्लान है ।
परिधि... ओह हो चलो मुझे कुछ खरीदना है ।
सबसे पहले परिधि कपड़े की शॉप में गई यहाँ से उसने एक जीन्स और टॉप लिया । भगवान यह लड़कियां भी ना काम से कम 1 घंटा दिमाग खाया उस शॉप कीपर का तब कहीं जाकर उसने कपड़े पसंद किए और साड़ी बदल कर जीन्स और टॉप पहन कर आ गई ।
चेंजिंग रूम से बाहर निकलते ही.... मैं कैसी लग रही हूं ।
मैं... माइंड ब्लोइंग ।
परिधि अपना मुंह बनाते हुए.... हुह यह माइंड ब्लोइंग भी कोई तारीफ है ।
मैं.... अच्छा बावा तुम बहुत खूबसूरत हो ठीक है ना ।
परिधि... क्या खूबसूरत यह भी कोई तारीफ है । क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रैंड नहीं है क्या?
गर्लफ्रैंड का नाम सुनते ही मेरे चेहरे की रौनक थोड़ी उड़ गई जिसे परिधि ने भाँप लिया और बात को बदलते हुए... राहुल चलो ना कुछ खाते हैं बहुत भूक लगी है । भूक तो मुझे भी लगी थी फिर हम दोनों ने वहाँ खाना खाने लगे ।
मैं.... आगे का क्या प्लान है ?
परिधि.... कोई प्लान नहीं अब तुमसे बात करना चाहती हूँ ।
मैं... क्या बात करनी है ।
परिधि.... कुछ खास नहीं बस यह बताओ कि ये रूही कौन है
मैं.... तुम्हें क्या लगता है ।
परिधि... तुम्हारी गर्लफ्रैंड ।
मैं... नहीं हाँ ।
परिधि.... मतलव ।
मैं.... नहीं वो मेरी गर्लफ्रैंड नहीं लेकिन हाँ मैं उससे प्यार करता था ।
लेकिन अब मैं इस बारे में इससे आगे कोई बात नहीं करना चाहता था इसलिए मैंने परिधि से बात बदलने को कहा । रूही की चर्चा होने से मैं थोड़ा उदास हो गया कि तभी परिधि ने ऐसा कुछ कहा कि मेरे दिल मे छप गया ।
परिधि.... उदासी एक बीमारी है , एक ऐसी बीमारी जो अपनो के साथ साथ अपने परिजनों को भी ले लेती हैं इसलिए अगर कोई उदास रहता है तो उसके साथ उसका पूरा परिवार, और आस पास के लोग उदास हो जाते है । इसलिए आप खुश रहे आपको हँसता देख और4 लोग हँसने लगेंगे । इसीलिए जब तक पॉसिबल हो हँसते रहीए अपने लिए नहीं पर अपने लोगों के लिए भले बनावटी क्यों ना हो ।
परिधि की बात सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा । बहुत ही प्रैक्टिकल बाते की थी परिधि ने । पहली बार परिधि की आंखों में मैंने वही दर्द देखा जो मुझे परिधि के बिना महसूस होता है ।
मैं अचानक से पूछ लिया.... कौन है वो परिधि ।
परिधि.... अभी हमारी पहचान इतनी गहरी नहीं हुई कि सब बात बता दूं पर हां कोई था ।
मैं.... कोई बात नहीं लेकिन मुझे बहुत बुरा लगा ।
परिधि.... इसमें बुरा लगने वाली कोनसी बात है क्यों तुम क्यों नहीं डिटेल बताते रूही के बारे में क्योंकि तुमनें भी यही सोचा होगा ।
हालांकि बात तो सही थी परिधि की इसीलिए मैंने इस बात पर कोई ज्यादा जोर नहीं दिया ।
( चिल्लाते हुए ) परिधि । परिधि.... क्या हुआ ऐसे कोई चिल्लाता है क्या ? मैं तो यही पास में बैठी हूँ ।
मैं... तुम हो पास लेकिन सोच बहुत दूर है मैं उस दूर वाली परिधि को पुकार रहा हूं ।
परिधि.... ओके सर पूरी परिधि तुम्हारे पास बैठी है अब बताओ ।
मैं.... अब यही रहना कहि और चलना है या चले वापस घर ।
घर वापस जाने की बात पर परिधि बोली... यदि तुम मेरे साथ बोर हो रहे हो तो जा सकते हो ( अब थोड़ा चिल्लाते हुए ) या चुपचाप मुझे फॉलो करो , क्योंकि अभी मेरी शॉपिंग खत्म नहीं हुई है ।
शॉपिंग वाली बात से याद आया कि क्यों ना मैं भी सबके लिए आज ही खरीदारी कर लूं वैसे भी दो लोग हो तो शॉपिंग आसान हो जाती है और मासी और कजिनस के लिए भी कुछ खरीद लू गिफ्ट देख कर सब खुश हो जाएंगे । इधर परिधि अपने बॉडी गॉर्ड को कुछ बोलकर आई ।
मैं अभी अपने खयालो में था कि परिधि... अब चले या यही खड़े खड़े शॉपिंग करेंगे । हम दोनों अब शॉपिंग करने के लिए निकले सबसे पहले परिधि एक मोबाइल शॉप में गई ।
मैं..... यहाँ क्यों आई हो कोई नया सेट लेना है क्या ।
परिधि.... नहीं मुझे नहीं तुम्हें चाहिए ।
मैं... क्यों ।
परिधि..... क्योंकि तुमनें तो अपने घर पर कहा था कि फ़ोन चोरी हो गया है ।
मैं... ओह हाँ ।
मैंने और परिधि ने कुछ सेट देखे और परिधि ने एक सेट को पसंद किया... यह कैसा लग रहा है राहुल ।
मैं.... बहुत प्यारा सेट है ।
परिधि.... तो इसे फाइनल करो ।
मैं.... रुको पहले प्राइस कितना है ।
परिधि.... शांत रहो पसंद है ना बस अब कुछ नही ।
मैं कुछ ना बोल पाया बस चुपके से प्राइस देख ली उस सेट की , जैसा मैंने सोचा था ठीक वैसा ही हुआ ये 45000 हजार का सेट था । मेरे तो होश उड़ गए दाम देख कर ।
मैं.... परिधि ऐसा करते है कोई और सेट देख लेते है मैंने सुना यह फ़ोन बहुत हैंग होता है और इसके फीचर्स भी काफी कॉम्प्लिकेटेड है मुझे समझ में नहीं आएगा चलो ना कोई और सेट लेते है ।
अब हम दोनों के बीच जैसे बहस छिड़ चुकी थी मैं अपनी बात समझाता रहा कि क्यों नहीं लेना चाहिए और परिधि अपनी की क्यों लेना चाहिए । अबतक कोई लड़कियों से बहस में जीत पाया है जो मैं जीत पाता । अंत में वोही फ़ोन फाइनल हुआ और मुझे 45000 का चूना लगते दिखने लगा ।
खैर पैसे तो पर्याप्त थे मेरे पास लेकिन मैं शुरू से ही ज्यादा महंगी चीज़ों को यूज़ नही करता था बहुत सिम्पल और मीडियम रेंज की चीज़ें ही यूज़ करता था ।
उसके बाद हम दोनों ने5 बजे तक शॉपिंग की ।
शॉपिंग के दौरान मैंने अपने और सबके लिए... माँ ,पापा, सिमरन, दिया( उसकी डिमांड ) , और मासी एंड फैमिली के लिए शॉपिंग की । मैं बस परिधि को बताता गया वो अपनी पसंद से सब खरीदी करती गई । मुझे तो डाउट था कि यहाँ भी वो अपने प्रीमियम रेंज की खरीदारी कर ले लेकिन परिधि ने खरीदारी मेरे बजेट प्राइस के हिसाब से की ।
यार परिधि ने मेरे लिए कितनी मेहनत की जबकि देखा जाए तो अभी पहचान हुए 24 घंटे भी नहीं हुए । नहीं मुझे परिधि को मोमेंटो तो देनी ही चाहिए फिर पता नहीं कब मुलाकात हो ।
यही सब सोचते हुए.... परिधि मुझे एक खास गिफ्ट खरीदना है पर मैं कंफ्यूज हु ।
मुस्कुराते हुए परिधि.... उसकी पसंद बताओ या तुम्हे कैसा गिफ्ट चाहिए यह बताओ ।
मैं.... पसंद तो नहीं मालूम पर तुम्हे किसी से कोई गिफ्ट मिलने वाला हो तो कैसे गिफ्ट की उम्मीद करोगी ।
परिधि.... अपने लिए तो पर्सनल फ्लैट की उम्मीद और क्या ।
मैं बस हैरान से देखता रहा , यार यह तो खड़े खड़े लाखो की संपत्ति माँग रही है । और बोल तो ऐसे रही है जैसे पर्सनल पेट माँगा हो ।
परिधि... तुम तो हद्द हो यार मजाक भी नहीं समझते ।
मैं...अरे नहीं मैं तो जानता था तुम मजाक कर रही हो ।
परिधि.... ( जोर से हँसते हुए ) हाँ पता चलता है तुम्हारे चेहरे से , खैर अब चले शॉपिंग करने ।
मैं... कुछ सोचा क्या तुमनें ?
परिधि.... चलो तो अब तुमने बोल दिया कि मुझे कैसे गिफ्ट की उम्मीद रहेगी तो सब मुझ पर छोड़ दो ।
मैं... कही तुम सच में तो फ्लैट बुक करने तो नहीं जा रही ।
परिधि... वेरी फनी अब चले ।
हम दोनों ही चल पड़े परिधि ने एक लाजवाब टेडी खरीदा 6 फुट का मैंने बोला... as expected
परिधि.... तो जब तुम्हे पहले से पता था तो मेरी हेल्प क्यों चाहिए थी ।
मैं... मैंने सोचा तुम कुछ अलग सोचती होगी ।
परिधि.... मैं क्यों अलग सोचती हूं मैं भी लड़कियो के समाज से बिलोंग करती हूं ।
मैं... वैसे यह टेडी के पीछे लॉजिक क्या होता है ।
परिधि.... हम इसे देख कर देने वाले को फील करते है ।
परिधि.... प्लीज अब चलो शॉपिंग खत्म करो हमे कही और भी चलना है ।
मैं... क्या कही और बीबी चलना है मेम आप कौन सा डाइट लेते हो जो थकती ही नहीं ।
परिधि... थकान वो क्या होती है ? तुम्हे हो रही है तो तुम जा सकते हो bye mr.
मैं... मैं तो तुम्हारे लिए कह रहा था कि तुम्हारे नाजुक बदन में कोई लचक न आ जाए नही तो मैं one week and 24 hour a day continue active रह सकता हु ।
परिधि.... ओह हो अपने मुंह मिया मिट्ठू । अब बकवास बंद करो और चलो ।
हम यूँ ही आपस मे कुछ खट्टी मीठी बातें करते पेमेंट काउंटर पर पहुंचे । परिधि के बॉडी गॉर्ड ने हमे समान वाले बैग दे दिए । परिधि मेरे आगे थी और उसने अपना सामान टेबल पर रख दिया । पर ये क्या चेक लिस्ट में वो मोबाइल वाला बैग भी परिधि के पास था जो मेरे लिए खरीदा गया था ।
मैं.... परिधि गलती से वो मेरा मोबाइल वाला बैग तुम्हारे पास चला गया है उसे मुझे दे दो ।
परिधि.... शांत गधा धारी भीम , कोई गलती नहीं हुई यह मैंने तुम्हारे लिए लिया है ।
मैं... पर मैं इतना महंगा गिफ्ट नहीं ले सकता सॉरी ।
परिधि.... गिफ्ट तो ले सकते हो न ।
मैं... हां पर इतना महंगा नहीं ।
परिधि.... अब बस तुम भी बहुत नाटक करते हो । क्या कभी तुमने सुना नहीं कि गिफ्ट की कीमत नहीं देने वाले कि नीयत देखते है ।
भाई कोई नहीं जीत सकता लड़कियो से , यह तो हमारी बात से ही हमे फंसा देती हैं ।
परिधि ने अपना बिल पे किया और अब मैं काउंटर पर बिल पे करने पहुंच गया । मैंने अपना बैग काउंटर पर रखा ।
पर यह क्या सामने रखते ही सिक्योरिटी अलार्म क्यों बजने लगे ? मैं तो बिल्कुल सहम सा गया कि हे भगवान अब क्या होगा...
कहानी जारी रहेगी......
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