RE: mastram kahani प्यार - ( गम या खुशी )
अपडेट - 26
मैंने अपना बैग काउंटर पर रखा , पर यह क्या मेरे समान रखते ही ये सेक्युरिटी अलार्म क्यों बजने लगा ? मैं तो बिल्कुल सहम सा ही गया कि हे भगवान अब क्या होगा.....
मैं तो बिल्कुल हक्का बक्का रह गया कि आखिर ये हो क्या रहा है ? परिधि ने जब अलार्म सुना तो वो भी चोंक गई उसने संभावनाओं को समझते हुए शांत रहने को कहा, अपने बॉडी गॉर्ड को अपने पास बुला लिया और एक को बोली कि.... पापा को इन्फॉर्म करो कि हम यहाँ मुसीबत में है ।
बॉडी गॉर्ड मोहित जी से बात करने चला गया और मैं , परिधि अभी भी समझने की कोशिश कर रहे थे कि आखिर मामला है क्या....
" क्या यही है वो " एक मैनेजर जैसे दिखने वाले आदमी ने अपने काउंटर के एम्प्लॉई से पूछा उसके साथ 3,4 लोग और भी थे जो वहां एक मैनेजमेंट टीम से लग रहे थे ।
एम्प्लॉई.... जी सर यहीं है ।
वो सब के सब मेरी ओर बढ़ रहे थे की परिधि ने उन्हें बीच में रोकते हुए....
" सुनिए अंकल हमने ऐसा कुछ नहीं किया है जिससे सेक्यूरिटी का कोई इशू हो आपका सिस्टम खराब है । अब जो कुछ भी हुआ हो यहाँ हमारे लीगल एडवाइजर आप से बात करेंगे "
परिधि एक सांस में पूरी बात बोल गई उसका हौसला देख मेरी भी हिम्मत थोड़ी बढ़ गई पर यह क्या उन लोगों ने परिधि की बात पर बिना कोई रियेक्ट किए हँसने लगे ।
उन सबको हँसता देख मैं और परिधि उन्हें हैरानी से देख रहे थे । तभी हमारे सभी सवालों का अंत करते हुए उनके मैनेजर ने कहा....
" सर कोई परेशानी की बात नहीं है । आप हमारे इस मंथ के वो ग्राहक है जो 1 लाख वाले नम्बर पर खरीदारी कर रहे है और आप हमारे वैल्यूड कस्टमर अवार्ड विनर है , और आप ने जीता है एक शानदार ऑडी कार " । और सभी लोग तालियां बजाने लगे ।
हैं यह साला हो क्या रहा है आज , इनाम की बात कर रहे है वो भी ऑडी कार , अच्छा अब मैं समझा यह सब किया कराया यह परिधि की बच्ची का है । इसने अपने बॉडी गॉर्ड के साथ मिलकर के सब प्लान किया होगा ।
मैंने मैनेजर से.... है सर आपके राजा भोज के खानदान से है जो हर 1 लाख नंबर वाले कार बंटाते है । अच्छा मजाक था परिधि , अब क्या हम चले यहाँ से या ये मजाक जारी रखना है तुम सबको ।
मैनेजर.... सर हम आपसे मजाक नहीं कर रहे है । फिर कुछ पेपर की कटिंग्स दिखाते हुए, यह देखिए पेपर जिसमे साफ साफ मेंशन है हमारी पालिसी ।
मैं.... यह पेपर्स तो पुराने है मतलब ओह माई गॉड मैंने अभी कार जीती है ।
मेरे लिए तो यह किसी जादुई पल से कम नहीं था । खुशी से दिल झूम उठा फिर मैं परिधि के पास गया....( उत्साह से ) देखा परिधि हमने कर जीती है । और इतना बोलकर मैंने उसे गले लगा लिया । परिधि मुझे इतना खुश देख कर वो भी खुश हो गई ।
परिधि मज़े लेते हुए... अंकल आप यह कार रख लो हमे नहीं चाहिए, हम तो 8सके साथ मजाक कर रहे थे ।
कौन किसके साथ मजाक कर रहा है परिधि बेटा...
कड़क आवाज के साथ मोहित की एंट्री हुई । वो किसी स्टार से कम नहीं थी । 10 बॉडी गॉर्ड गन के साथ , 4,5 सूट वाले आगे पीछे , 1 लैपटॉप लिए पी . ए . ।
हम दोनों एकदम से चौंकते हुए उनकी तरफ देखने लगे ।
परिधि... पापा आप कब आए ।
मोहित अंकल.... छोड़ो वो सब क्या परेशानी है और कौन परेशान कर रहा है ।
परिधि ने अपने पापा को शांत करते हुए सारी बात बताई । अब परिधि अपने पापा से.... आप तो किसी को भी भेज देते फिर आप खुद क्यों चले आए ।
मोहित अंकल... बेटा मैं तेरी परेशानी में नहीं आऊंगा तो फिर कब आऊंगा । क्या मतलव इतनी संपत्ति की जब मैं खुद अपने बच्चो के सुख दुख में साथ नहीं दे सकता ।
अपने पापा की बात सुनकर परिधि इमोशनल हो जाती है और गले लग जाती है । उनकी बातें सुनने के बाद मैं तो जैसे उनका फैन हो चुका था ।
तभी बीच में टोकते हुए उनके पी.ए. ने कुछ कहा । मोहित अंकल.... शर्मा जी आज की इवनिंग के सारे अपॉइंटमेंट कैंसिल सभी स्टाफ की छुट्टी कर दो अभी से यह मेरा फैमिली टाइम है सो नो डिस्टर्बेंस । कल बातें होंगी अब आफिस में ।
सब स्टाफ और बॉडी गॉर्ड को मोहित अंकल ने वापस भेज दिया केवल 4 बॉडी गॉर्ड, 2 परिधि और 2 मोहित अंकल के और 2ड्राइवर वहाँ रुके । मोहित अंकल ने हम दोनों को फॉर्मेलिटीस के लिए भेजा और हम उस मॉल के मैनेजर के साथ चले गए ।
अभी शाम के 6 बज चुके थे । फाइनली कार की सारी फॉर्मेलिटी पूरी हो गई थी । मैं तो बस खुशी से अंदर ही अंदर नाच रहा था । मेरी खुशी का अंदाजा परिधि को भी था वो भी मेरी खुशी में शामिल थी इस पल को मैं शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा था ।
हम दोनों हँसी खुशी मोहित अंकल के पास पहुंचे । मोहित अंकल ने मुझे कार की बधाई दी और वहाँ पूरी चौहान फैमिली पहुंच चुकी थी । फिर हम सब एक साथ दिल्ली की सड़कों पर धामा चौकड़ी मचाते रहे । जहाँ हम तीनों मैं,परिधि और लाल मजे कर रहे थे वहीं अंकल आंटी भी हमारे साथ बच्चे बने हुए थे ।
फाइनली आज का दिन समाप्त हुआ पर आज मुझे एक बात का एहसास जरूर हो गया कि अपनी खुशी आपको उतना खुश नहीं रख सकती जितना आप दूसरों के होठों पर मुस्कान ला कर खुश रह सकते हो ।
मैं वापस आकर अपने कमरे में यू ही लेटा था यही रात के 10 बज रहे होंगे.....
कहानी जारी रहेगी......
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