RE: Muslim Sex Stories मैं बाजी और बहुत कुछ
में ने डोर खोला तो सामने बाजी खड़ी थीं। । । मैंने पूछा बाजी क्या बात है दीदी ने कहा कि सलमान तुम हँसोगे तो नहीं न? मैंने कहा बाजी बात क्या है? बाजी ने कहा पहले प्रामिस करो कि मेरे पे हँसोगे नहीं ?
मैंने कहा ओ के बाबा नहीं हँसता आप बताएं क्या बात है? बाजी ने कहा सलमान मुझे आज भी अपने रूम में नींद नहीं आ रही। डर लग रहा है मुझे। ।
मैंने कहा बस इतनी सी बात थी और फिर मैं क्यों हँसुंगा इस बात पे। आपको जब कभी भी डर लगता है तो मेरे रूम में आके सोती हैं। कौन सी यह कोई नई बात है
(यहाँ मैं बता दूं कि बाजी जब भी कोई बुरा सपना देखतीं थीं तो 2 या 3 दिन तक उन्हें अपने कमरे में नींद नहीं आती और वह मेरे कमरे में सोने आ जाती हैं)
तो बाजी ने कहा कि सलमान आज जब अम्मी अब्बू को सुबह में ने बताया था कि रात में जब सपना देख केडरी थी तो सलमान के कमरे में चली गई थी तो अम्मी भी हँसना शुरू हो गई थीं। । इसलिए मैंने सोचा कि यह न हो कि तुम भी मुझ पे हँसो ...
मैंने कहा नहीं बाजी ऐसी कोई बात नहीं आपको जब कभी भी डर लगे तो आ जाया करो मेरे कमरे में। बाजी ने मुस्कुरा के कहा अच्छा जी। कैसा प्यार है तुम्हारा मेरे साथ? जितना प्यार जतला रहे हो ऐसा लगता तो नही .
मैंने हल्की सी नाराजगी व्यक्त करते हुए बाजी से पूछा कि आपने ऐसा क्यों कहा तो बाजी बोली तुम्हारी बड़ी बहन पिछले 5 मिनट से तुम्हारे रूम के दरवाजे पे खड़ी है तुमने अभी तक उसे अंदर आने को बोला भी नहीं।
में बाजी की इस बात पे लज्जित सा हो गया मुझे ख्याल ही नहीं रहा कि मैंने बाजी को अंदर आने का तो कहा नहीं। में साइड पे हुआ और थोड़ा आगे झुक के एक हाथ से बाजी को अंदर आने का इशारा किया बाजी मेरी इस अदा पे हँस पड़ी और अंदर आ गई।
बाजी बेड पे आ टेक लगा के लेट गई। और मैंने रूम का डोर बंद कर दिया। में भी बाजी के साथ बेड पे आ के बैठ गया और बाजी से पूछा कि बाजी आप इतनी गुस्से वाली हो कि जब कभी तुम्हे गुस्से में देख लूँ तो तुम से डर लगना शुरू हो जाता है जब भी आप कोई बुरा सपना देखती हो तो इतना दर जाती है कि आप पहचानी नहीं जाती कि आप वही गुस्से वाली बाजी हो। । ।
बाजी मेरी इस बात पे हंस पड़ी और कहा कि '' मुझे खुद नहीं पता कि क्या कारण है जब भी कारण मालूम हुआ तो तुम्हें जरूर बताना चाहूंगी "अच्छा अब ज़्यादा बातें मत करो और मुझे सोने दो और तुम खुद क्या करोगे अब। मैंने कहा कि बाजी में थोड़ी देर पढ़ाई करूंगा फिर सो जाऊँगा तो बाजी ने कहा मुझे तो नींद आ रही है तुम लाइट ऑफ करो और अपना टेबल लैंप ऑन करके स्टडी कर लो मैने ऐसा ही किया और बाजी थोड़ी ही देर में सो गई।।।
मैंने स्टडी का बाजी को झूठ बोला था। मैं वास्तव में बाजी पे ये इंप्रेशन जमाना चाहता था कि रात को देर तक पढ़ता हूँ। । स्टडी तो खैर क्या करनी थी बस थोड़ी देर किताब के पेज टर्न करता रहा फिर बुक बंद की और लैपटॉप ऑन कर लिया और इंटरनेट यूज करने लगा।
अचानक मेरे मन में एक विचार आया और मैंने लैपटॉप उठाया और शौचालय में आ गया। और शौचालय के कमोड पे बैठ गया और वही देशी मूवी लगा ली जो बाजी के रूम मे आने से पहले मैं देख रहा था और मैं मुठ भी नहीं मार सका था। । मूवी में वही लड़की अब करवट बदल केलेटी हुई थी और एक लड़का उसके पीछे लेटा उसकी योनी में अपना लण्ड आराम से अंदर बाहर कर रहा था। । ज्यों ही लड़का उसकी योनी में लंड अंदर करता लड़की तड़प उठती है और ज्यों ही लंड बाहर करता लड़की के चेहरे पे चिंता नजर आने लगती।
मैंने अपनी सलवार नीचे कर ली और लंड को देखा तो वह पूरी तरह हार्ड हो चुका था अब मैं मूवी देख रहा था और साथ साथलंड को आगे पीछे कर के मुठ मार रहा था। मूवी में लड़की उसी करवट लेट मजे से लड़के कालंड अंदर ले रही थी अचानक मुझे कल वह सीन याद आ गया जब बाजी करवट ले कर सो रही थी। । मेरी आँखों के सामने फिर बाजी की मोटी और बाहर निकली हुई गान्ड घूमना शुरू हो गई। । ।
लंड मेरे हाथ में था और मैं लंड को आगे पीछे आगे पीछे कर रहा था और आँखों के सामने बाजी की मोटी और बाहर निकली हुई गान्ड घूम रही थी। मूवी से मेरी नज़रें हट चुकी थी अब मैं आँखें बंद किए हुए अपनी बाजी की मोटी गाण्ड के बारे सोच के मुठ मार रहा था। । । पता नहीं क्यों आज मुझे मुठ मारते हुए जो मज़ा आ रहा था ऐसा मज़ा तो मुझे कभी नहीं आया था अब इरादे और वादे जो मैंने अपने आप से आज किए थे कि अब मैं अपनी बहन के बारे में कभी भी गंदे विचार नही लाउन्गा भूल चुका था । । क्योंकि इस समय में आनंद की जिन ऊंचाइयों पे था वहां पे पहुँच के ही जाना जा सकता है कि एक साधारण लड़की के बारे मे सोच के मुठ मारने की खुशी में और अपनी सगी बहन को सोच के मुठ मारने की खुशी में जमीन आसमान का अंतर है। ।
मुझे इस समय ऐसा लग रहा था कि मेरे लंड की स्किन के अंदर और कुछ नहीं बस स्पर्म ही स्पर्म भरी हुई है। । मेरा लंड आज मुझे बहुत भारी लग रहा था। अचानक मैंने एक हाथ से लैपटॉप बंद किया और उसे वही बाथरूम के फर्श पे रखा और खड़ा हो गया मेरी सलवार गिर कर मेरे पैरों तक जा पहुंची थी पर उतरी नहीं और मेरा लंड उसी तरह मेरे हाथ में था मैंने बाथरूम का दरवाजा खोला और अपने ड्रेसिंग रूम में आ गया।
(यहाँ मैं बता दूं कि मेरे कमरे में ही मेरा अलग ड्रेसिंग रूम भी है और जब ड्रेसिंग रूम में दाख़िल हुआ तो उसी के साथ अंदर बाथरूम भी है) में ड्रेसिंग रूम के दरवाजे पर आके खड़ा हो गया जहां से मेरा रूम क्लेयर नज़र आ रहा था रूम के अंदर जब मेरी नज़र पड़ी तो मैंने देखा कि बाजी करवट लेकर सो रही हैं और बाजी की कमीज सोते में ऊपर को उठी हुई है। बाजी ने जो सलवार पहनी थी वह बाजी की गाण्ड के साथ चिपकी थी जिससे बाजी की गाण्ड की लाइन बहुत स्पष्ट महसूस हो रही थी। पता नहीं यह लाइन कितनी गहरी थी और यही तो वह लाइन थी जो बाजी के चलने पर गाण्ड के नितंबों को एक दूसरे से अलग करके सुंदर और आकर्षक बनाती थी।
मैंने बाजी के चूतड़ ध्यान से देखे तो वह सलवार के अंदर छिपे जैसे मेरा मुंह चिढ़ा रहे थे कि हमें ऊपर ऊपर से देख लो कभी भी अंदर से नंगा देखने की तुम्हें कोई अनुमति नही है । । मैं मज़े की ऊंचाइयों पे था और तब से ही यही इच्छा पहली बार मेरे मन में आई कि बाजी की नंगी गान्ड देखूं और बाजी की गाण्ड देखने की कल्पना आज पहली बार मेरे मन में आई कि गाण्ड सलवार के ऊपर से इतनी प्यारी लगती है तो जब उसे नंगी देखूँगा तो मैं तो शायद ढंग से देख भी नही पवँगा और बेहोश ही हो जाऊँगा। ।
मेरा हाथ लंड पे और तेज तेज आगे पीछे होने लगा। मेरी आँखें बाजी की मोटी गान्ड पर जमी हुई थीं और मेरा मन बाजी की नंगी मोटी गाण्ड की सुंदर सुंदर तस्वीरें बनाकर मुझे दिखा रहा था और दिल ..... दिल का यह आलम था बस एक नई इच्छा उसमे जन्म ले चुकी थी। वह इच्छा है कि बाजी कीगांड को नंगा देखना है। न स्पर्श न कुछ और करना है बस घंटों तक) बैठे बैठे बाजी की इस कयामत खेज गाण्ड को देखना है। ।
आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह इस आवाज के साथ ही मेरे लंड के अंदर से वीर्य की बहुत धाराएँ निकलना शुरू हो गईं। ये धाराए इतनी गाढ़ी थी कि जैसे आप शहद के अंदर चम्मच (स्पून) डाल कर निकालो तो शहद की जो धाराए बनती हैं। जो काफी देर चम्मच के साथ लटकती रहती हैं और फिर कहीं जा के गिरती हैं। । ऐसा आज मेरे साथ पहली बार हुआ था। मैं लगभग 4 साल से मुठ मार रहा था पर ऐसा मस्त मज़ा ऐसी बेपनाह लज़्जत यह सब मेरे लिए नया था। । जब पूरी तरह से डिस्चार्ज हो गया तो मुझे बहुत ज़्यादा कमजोरी महसूस हो रही थी। इतना कि मुझे लगा कि अभी वहाँ पे गिर जाऊँगा। मुझ में इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं अपना हाथ तो अपने लंड से हटा लूँ।
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