RE: bahan sex kahani दो भाई दो बहन
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गतान्क से आगे.......
रिया की बात सुनकर राज तो उछल पड़ा लेकिन रोमा को देख चुप हो
गया. रोमा के चेहरे पर झल्लाहट सॉफ नज़र आ रही थी. उसने राज
को भी खुश होते देख लिया था.
"यार ये सवाल तो मेरी समझ मे ही नही आते और ना ही दीमाग मे
घुसते है....' रोमा ने अपनी कॉलेज की कीताबो को देखते हुए कहा.
"राज क्या तुम चलना चाहोगे?" रिया ने पूछा.
राज की जगह रोमा जवाब देते बोली, "देखो रिया राज ने मुझे प्रॉमिस
किया था कि वो मुझे कभी अकेला नही छोड़ेगा... इसलिए क्या ये
ठीक होगा कि वो मुझे इस तरह पढ़ाई करता छोड़ चला जाए."
"ऐसी कोई बात नही है... मुझे कोई दूसरा साथी मिल जाएगा जिसके
साथ मे थोड़ी मस्ती कर सकती हूँ.' रिया ने कहा.
"रिया आज की रात तुम भी घर पर ही रुक जाओ ना?" रोमा ने
कहा, "बहुत थॅकी हुई भी लग रही हो... अगर तुम और राज कुछ
करना चाहते हो तो यहाँ कर सकते हो में बुरा नही मानूँगी."
"नही ऐसी कोई बात नही है... बस आज में इस घर से दूर जाकर
एक दो ड्रिंक लेना चाहती हूँ..." कहते हुए रिया बाथरूम मे घुस
गयी.
रोमा ने अपनी झल्लाहट राज पर उतारते हुए कहा, "इस बारे मे सोचना
भी मत.. यहाँ आने से पहले तुमने मुझसे वादा किया था कि तुम रिया
और तुम्हारे रिश्ते को आगे नही बाधाओगे... पर तुम दोनो को आपस मे
देख मुझे विश्वास करना मुश्किल होता जा रहा है"
राज जानता था कि यहाँ आने से से पहले उसने रोमा को कई वादे किया
थे... लेकिन उन वादों को निभना उतना आसान नही था जितना की रोमा
समझती थी... पर इस विषय पर बहस करके भी तो फ़ायदा नही
था... इसलिए वो चुपचाप अपनी पढ़ाई मे लग गया.
* * * * * * * * *
रिया अपनी गाड़ी से अपने पहचान के पब पहुच गयी. जब उसने पब मे
कदम रखा तो देखा कि संगीत जोरों से बज रहा था... पब खचा
खच भरा पड़ा था और जोड़े अपनी मस्ती मे लगे एक रंगीन रात का
आनंद उठा रहे थे.
जब रिया ने पब के अंदर कदम रखा तो एक नौजवान की नज़र उस पर
पड़ी और वो समझ गया कि आज ये लड़की किसी की तलाश मे है.. उसने
उसी वक्त उसे अपना रात का साथी बनाने का फ़ैसला कर लिया. रिया ने
एक महीन कपड़े का सफेद ब्लाउस पहना हुआ था जिससे उसकी भारी
चुचियाँ झलक रही थी.. और नीचे उसने काले रंग का स्कर्ट
पहना हुआ था.
रिया बार काउंटर पर पहुँच द्रिक का ऑर्डर करने ही जा रही थी कि
उसने किसी के हाथ को अपने कंधे पर महसूस किया.. "क्या मेरे साथ
पीना पसंद करोगी?"
रिया ने मना नही किया और फिर ऐसी जगह पर शराब सस्ती भी
कहाँ थी... "हां क्यों नही में वोड्का विथ लेमन लूँगी." उसने
कहा.
रिया बार काउंटर का सहारा लेकर पब के चारों और नज़रें फिराने
लगी. बार काउंटर के चारों और करीब 15-20 टेबल कुर्सी लगी हुई
थी. और आख़िर मे डॅन्स फ्लोर बना हुआ था. और उसके पीछे कमरे
बने हुए थे जो शायद आराम करने के लिए बनाए गये थे या फिर
दिल बहलाने के लिए. रिया आज पहली बार इस पब मे आई थी.
अपनी कोहनी पर किसी के स्पर्श का अहसास हुआ तो उसने पलट कर
देखा... उस नौजवान ने उसे उसकी ड्रिंक पकडाई... पेग काफ़ी तगड़ा था
शायद उसने जान बूझ कर बनवाया था...उसने निस्चय कर लिया कि वो
ज़्यादा नही पिएगी जिससे की नशा हो जाए.
थोड़ी ही देर मे जोरों से संगीत शुरू हो गया और रिया... उस
नौजवान की बातें सुन नही पा रही थी.. उसने कोने की एक टेबल की
और इशारा किया... रिया ने देखा कि एक मर्द पहले से ही वहाँ बैठा
हुआ था और हाथ हिला कर इशारा कर रहा था. जैसे ही वो टेबल के
नज़देक पहुचि उस नौजवान ने बगल की टेबल को खींच कर अपनी
टेबल से मिला दिया जिससे कि चार लोग अब टेबल पर बैठ सकते थे.
डॅन्स फ्लोर पर सात आठ जोड़े नाच रहे थे... रिया उस नौजवान के
साथ डॅन्स फ्लोर से होती हुई टेबल की ओर बढ़ गयी.
टेबल पर पहुँच कर रिया उस नौजवान की महिला साथी के बगल मे
बैठ गयी.
"मुझे आशीष कहते है " कहते हैं." उस नौजवान ने अपना
परिचय कराया.
"मुझे रिया कहते है." रिया ने खुद का परिचय दिया.
टेबल पर पहुँच कर रिया के साथी ने पहली बार अपना परिचय
दिया, "मुझे विनोद कहते है."
ड्रिंक ख़त्म होने पर विनोद ने रिया से डॅन्स के लिए कहा तो वो टेबल
पर से उठ गयी. विनोद उसका हाथ पकड़ कर उसे डॅन्स फ्लोर पर ले
आया. बहुत ही हल्की धुन का गाना बज रहा था जिससे बातें करने
मे कोई परेशानी नही थी.
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