RE: Desi Sex Kahani गदरायी मदमस्त जवानियाँ
अगले ही दिन दोपहर को मैंने और सारिका ने निकिता को अपने घर पर बुलाया. आते ही उसे गले लगाकर उसका स्वागत किया. मैंने उसकी पसंद के गरमागरम प्याज के पकौड़े और कॉफी टेबल पर रक्खी और हम तीनोंका खाना-पीना-हंसी-मजाक शुरू हो गया.
फिर बातों बातों में मैंने कहा, "निकिता, तुम्हे याद हैं न मेरी और राज की स्पेशल फोटोशूट जो तुमने और नीरज ने की थी?"
"हाँ, हाँ, अच्छे से याद हैं सुनीता रानी," कहते हुए निकिता के गाल लाल हो गए थे.
"वैसे ही स्पेशल फोटोशूट हमने सारिका और रूपेश की भी कराई," मैंने मुस्कुराते हुए कहा.
"वॉव, तुम दोनों बहने एकदम ही बिनधास्त हो और दोनोंके पति कितने लकी हैं!" निकिता ने लगभग चिल्लाते हुए कहा. "दिखाओ, मुझे भी देखना हैं वो अल्बम।" वो बोली.
सारिका बैडरूम में गयी और अल्बम ढूंढने लगी. तब तक निकिता ने मुझे दबी हुई आवाज़ में पूंछा, "क्या रूपेश भी राज के जितना ही सेक्सी है?"
"हाँ री , एकदम हट्टा कट्टा, तगड़ा और शूटिंग के वक़्त उसका लम्बा लौड़ा खड़ा होकर सलामी दे रहा था. मैंने भी सिर्फ ब्रा और पैंटी पहनकर उसे उकसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी," मैंने धीरे से कहा.
इतने में सारिका अंदरसे अल्बम लेकर आ गयी. फिर हम तीनो अल्बम की एक एक फोटो देखने लगी. रूपेश के लगभग नग्न शरीर को देख कर निकिता उत्तेजित होती दिख रही थी.
सारा अल्बम देखकर पूरा होने के बाद निकिता सारिका से बोली, "तेरा पति तो एकदम फिल्म के हीरो के माफ़िक़ सेक्सी हैं री!"
मैंने निकिता को पीछेसे बाहोंमे लिया और सारिका उसके होंठ चूम कर बोली, "रूपेश चाहिए क्या तुझे निकिता?"
निकिता के मुँह से सिर्फ गरम आहें निकल रही थी. "हाँ सारिका, तुम दोनोंके पति बहुत ही सेक्सी हैं. मेरा भी बहुत मन करता हैं उन्हें नंगा देखने का और उनकी बाहोंमे समाने का," निकिता बोली.
अब हम तीनों भी गरम हो चुकी थी.
सारिका ने निकिता के टॉप को कंधेपे से हटाकर उसकी गर्दन और कांधोंपर किस किया। मैंने पीछेसे उसकी स्कर्ट उठाकर जांघोंको सहलाते हुए उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चुत को स्पर्श करने लगी.
"चल बैडरूम में जाएंगे," मैंने धीरे से निकिता के कानोंमें कहा.
फिर मैं, निकिता और सारिका एक दुसरे को चूमते और सहलाते हुए बैडरूम में दाखिल हो गयी.
निकिता ने आगे बढ़कर सारिका का टॉप उतार दिया, अंदर देखा की सारिका ने ब्रा पहनी ही नहीं थी. मैं अपना टी-शर्ट और स्कर्ट उतारकर निकिता का टॉप उतारने लगी. एक मिनट के अंदर तीनो नंगी होकर बेड पर लेटी थी. सारिका अब निकिता के वक्षोंको सहलाकर उसके निप्पल्स चूसने लगी. मैंने निकिता की जांघोंको खोलकर उसकी चुत का दाना रगड़ने लगी.
निकिता को दोनों तरफ से सुख का आनंद हो रहा था और उसने अब अपनी ऊँगली सारिका के चुत में कर दी. तीनोंके दिल जोरो शोरोसे धड़क रहे थे.
"एक सीक्रेट बताऊ तुम्हे निकिता?" उसकी चुत को चाटते हुए और दानेको अपनी जीभ से दबाती हुई मैं बोली.
"आह, आह, हाँ.. बताओ न जल्दी.. आह, मुझे चाटती रहो और बताओ..आह," निकिता अब आँखें मूंदकर डबल प्लेज़र का मजा ले रही थी.
मैंने उसे और भी उत्तेजित करने के लिए चुत चटाई के साथ मेरी दो उंगलियोंसे उसकी गुलाबी चुत को चोदने लगी. वहा सारिका अपनी चुत निकिता के मुँह पर रगड़ रही थी.
"साली, जल्दी बता न, आह आह.." निकिता काम रसमें डूबकर मदहोश होती जा
उसकी चुत के दाने को मूंहमें लेकर चूसते हुए मैं बोली, "मैं और सारिका, दोनों.."
"तुम दोनों क्या, आगे बोल न हरामी," निकिता की उत्तेजना चरमसीमा पर आ रही थी.
"एक दुसरे के.."
"साली रंडी, जल्दी बता न," पहली बार मैंने निकिता के मुँहसे गाली सुनी थी. मुझे निकिता को तड़पाने में बड़ा मजा आ रहा था.
"पतियोंसे चुद चुकी हैं.."
"क्या?"
"हाँ, निकिता, हम दोनों पिछले कई दिनोंसे पार्टनर स्वैपिंग करके एक दुसरे के पतियोंसे चुद रही है."
यह सब सुनने के बाद निकिता के मुँह से जबरदस्त आह और उसकी चुत से रस की धरा निकली. मैंने उसका सारा रस चाट लिया और थोड़ा मुँह में रखकर सारिका का चुम्बन लिया. अब निकिता की योनि का थोड़ा रस सारिका ने भी चख लिया था. बैडरूम फिर एक बार जबरदस्त चुदाई की आवाज़ोंसे गूँज गया.
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