RE: Muslim Sex Stories सलीम जावेद की रंगीन दुन�...
छोटा ठाकुर भी बोल रहा था-
“ले ठकुराइन रान्न्न्न्न्नी ले ले मेरा लण्ड अपनी ओखली में। बड़ा तड़पाया है तूने मुझे। ले और ले। ले छोटे ठाकुर का यह लण्ड तेरा ही है। आाााााााहहहहह ऊऊऊऊऊऊऊहहह क्या मजा सिखाया है तूने। मैं तो तेरा गुलाम हो गया। ”
ठकुराइन चूतड़ उछाल उछाल कर छोटे ठाकुर का लण्ड अपनी चूत में ले रही थी और वो भी पूरे जोश को साथ चूचियों को दबादबाकर चोदे जा रहा था।
उफ्फ्फ्फ्फ्फ क्या आग सी लगी हुई थी दोनों को तन बदन में।
ठकुराइन ललकार कर कहती लगा ठाकुरों वाला धक्का छोटे ठाकुर राजा।
छोटा ठाकुर जवाब देता ये ले ठकुराइन रानी ले ले अपनी चूत में।
जरा और जोर से मार धक्का अपने लण्ड का छोटे ठाकुर राजा
ये लो रानी साहिबा ये लण्ड तो बना ही आपके लिए है ।”
“देख छोटे राज्ज्ज्जा मेरी चूत तो तेरे लण्ड की दीवानी हो गई। और जोर से और जोर से आाााााााााईईईईईईईईई छोटे ठाकुर राज्ज्ज्ज्जाााा। मैं गईईईईईईईईईईईईईईईई रे”
कहते हुए ठकुराइन ने छोटे ठाकुर को कस कर अपनी गोरी गुलाबी संगमरमरी मांसल बांहों में जकड़ लिया और उनकी चूत के ज्वालमुखी ने लावा छोड़ दिया।
मेरा भी गयाााााा ठकुराइन रान्न्न्न्न्न्न्न्न्न न्नीईईई ईईईईईईई तेरीईईईईईईईईईइ चूत में ले ले पूरे लण्ड का रस चूस ले अपनी चूत से।
कहते हुए छोटे ठाकुर के लण्ड ने भी पानी छोड दिया और मैं हांफते हुए ठकुराइन की चूचियों पर सिर रखकर उनके गोरे गुलाबी संगमरमरी गदराये मांसल जिस्म को दबोचकर लेट गया।
यह छोटे ठाकुर की पहली चुदाई थी और ठकुराइन ने भी चुदाई सिखाने और चुदाने में आज नया लण्ड मिलने के जोश में बहुत मेहनत की थी इसलिए दोनों को काफी थकान सी महसूस हो रही थी। दोनों सो गए। कुछ देर बाद जब होश आया तो जय ठाकुर ने ठकुराइन भाभी के रसीले होठों का चुम्बन लेकर उन्हें जगाया। ठकुराइन ने करवट लेकर उसे अपने ऊपर से हटाया और बांहों में कस कर कान में फुसफुसा कर बोली-
“तुमने तो कमाल कर दिया लाला। क्या गजब की ताकत है तुम्हारे लण्ड में। ”
“कमाल तो आपने किया है भाभी। आजतक मुझे मालूम ही नहीं था कि अपने लण्ड का इस्तेमाल कैसे करना है। ये तो आपकी ही मेहरबानी है जो आज मेरे लण्ड को आपकी चूत की सेवा करने का मौका मिला। ”
अबतक उसका लण्ड उनकी चूत के बाहर आकर झांटों के जंगल में रगड़ मार रहा था।
ठकुराइन ने अपनी मुलायम गुदाज हथेलियों में छोटे ठाकुर का लण्ड थाम कर सहलाना शुरू किया। उनकी नाजुक उंगलियों का स्पर्श पाकर छोटे ठाकुर का लण्ड भी जग गया और एक अंगडाई लेकर ठकुराइन की पावरोटी सी फूली चूत पर ठोकर मारने लगा। ठकुराइन ने कस कर अपनी मुट्ठी में मेरे लण्ड को कैद कर लिया और बोली- “बहुत जान है तुम्हारे लण्ड में। देखो फिर फड़फड़ाने लगा। अब तो मैं इसे छोडुंगी नहीं। ”
दोनों अगल बगल लेटे हुए थे। ठकुराइन ने छोटे ठाकुर को चित्त लिटा दिया और उसकी जांघ पर अपनी जांघ चढ़ा कर लण्ड को हाथ से उमेठने लगी। साथ ही साथ भाभी अपनी कमर को हिलाते हुए अपनी चूत मेरी जांघ पर रगड़ने लगी। उनकी चूत पिछली चुदाई से अभी तक गीली थी और उसका स्पर्श मुझे पागल बनाए हुए था। अब जय ठाकुर से रहा नहीं गया और करवट लेकर ठकुराइन की तरफ मुंह कर के लेट गया। उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को हाथों में थाम चेरी से निपल मुंह में दबा कर चूसते हुए अपना लण्ड को चूत के मुँह पर रगड़ने लगा। ठकुराइन एक सिसकारी लेकर जय ठाकुर से कस पर चिपक गई और जोर जोर से कमर हिलाते हुए अपनी का चूत मुँह मेरे लण्ड के सुपाड़े पर रगड़ने लगी। जय ठाकुर का लण्ड पूरे जोश में अकड़ कर लोहे की तरह सख्त हो गया था। अब ठकुराइन की बेताबी हद से ज्यादा बढ़ गई थी सो उन्होंने खुद चित्त होकर छोटे ठाकुर को अपने ऊपर खींच लिया।
ठकुराइन जय ठाकुर के लण्ड को पकड़ कर अपनी चूत पर रखती हुई बोली-
“बोलो छोटे ठाकुर राज्जा। सेकेन्ड राउन्ड हो जाए। ”
छोटे ठाकुर ने झट कमर उठा कर धक्का दिया और उसका लण्ड ठकुराइन की चूत को चीरता हुआ जड़ तक धंस गया। ठकुराइन चिल्लाई “जियो मेरे राज्जा। क्या शाट मारा है। अब मेरे सिखाए हुए तरीके से दो शॉट पर शॉट और फाड़ दो ठकुराइन की चूत को।”
ठकुराइन का प्रोत्साहन पाकर छोटा ठाकुर दूने जोश में आ गया और चूचियों को पकड़ कर हुमच हुमच कर उनकी की चूत में लण्ड पेलने लगा। पहली चुदाई से गीली ठकुराइन की चूत में लण्ड सटासट अन्दर बाहर हो रहा था। ठकुराइन नीचे से कमर उठा कर हर शॉट का पूरे जोश के साथ जवाब दे रही थी। ठकुराइन भाभी ने अपने दोनें हाथों से मुँह बोले देवर छोटे ठाकुर की कमर को पकड़ रखा था और जोर जोर से अपनी पावरोटी सी फूली चूत में उसका ठाकुरी फौलादी लण्ड डलवा रही थी। वह उसे इतना उठने देती कि बस लण्ड का सुपाड़ा अन्दर रहता और फिर जोर से नीचे खींचती हुई घप से लण्ड चूत में घुसड़वा लेती। पूरे कमरे में हमारी तेज सांस और फटाफट की आवाजें गूंज रही थी।
कुछ देर बाद ठकुराइन ने कहा-
“अब तू काफी सीख गया चल तुझे एक नया आसन सिखाती हूँ। ” और छोटे ठाकुर को अपने ऊपर से हटा कर किनारे कर दिया। लण्ड पक की आवाज के साथ बाहर निकल गया। वो चित्त लेटा था और लण्ड पूरे जोश में सीधा खडा था। ठकुराइन उठ कर घुटनों और हथेलियों पर उसके बगल में ही चौपाया बन गई। जय लण्ड को हाथ में पकड कर बस उनकी हरकत देखता रहा।
ठकुराइन ने उसे खींच कर उठाते हुए कहा –
“ऐसे पड़े पडे़ क्या देख रहा है । चल उठ अब पीछे से लण्ड डाल।
छोटे ठाकुर उठ कर ठकुराइन के पीछे आ कर घुटनों के बल बैठ गये ठकुराइन ने जांघों को फैला कर अपने गोल बड़े बड़े गद्देदार गुलाबी मस्ताने चूतड़ ऊपर को उठा दिए जिससे उनकी पावरोटी सी फूली रसीली चूत साफ नजर आने लगी। छोटे ठाकुर अपना फ़ौलादी लण्ड हाथ में पकड़कर उसका सुपाड़ा उनकी चूत पर रगड़ने लगा।
थोड़ी देर में जब उत्तेजना से ठकुराइन की चूत गीली हो गयी तो उन्होंने इशारा किया भाभी का इशारा समझ कर छोटे ठाकुर ने लण्ड का सुपाड़ा उनकी चूत पर रख कर धक्का मारा और लण्ड चूत को चीरता हुआ जड तक धंस गया। भाभी ने एक सिसकारी भर कर अपने चूतड़ पीछे कर के जय की जांघों से चिपका दिये।
छोटा ठाकुर ठकुराइन की संगमरमरी गदरायी पीठ से चिपक कर लेट गया और बगल से हाथ डाल कर उनकी दोनों बड़ी बड़ी बेल सी चूचियों को थाम कर दबाने लगा। वो भी मस्ती में धीरे धीरे चूतड़ों को आगे पीछे करके मजे लेने लगी। उनके मुलायम बड़े बड़े गद्देदार मस्ताने चूतड़ उसकी मस्ती को दोगुना कर रहे थे। लण्ड उनकी रसनही पावरोटी सी फूली चूत में आराम से आगे पीछे हो रहा था। मस्ती का वो आलम था कि बस पूछो मत।
कुछ देर यूंही मजा लेने के बाद ठकुराइन बोली-
“चल राज्जा अब आगे उठ कर शॉट लगाओ। अब रहा नहीं जाता।”
छोटा ठाकुर उठ कर सीधा हो गया और ठकुराइन के चूतडों को दोनों हाथों से कस कर पकड़कर हमला बोल दिया। जैसा कि ठकुराइन भाभी ने सिखाया था पूरा लण्ड धीरे से बाहर निकाल कर जोर से अन्दर कर देता। शुरू तो धीरे धीरे किया लेकिन जैसे जैसे जोश बढ़ता गया धक्कों की रफ्तार भी बढती गई। धक्का लगाते समय ठकुराइन के चूतड़ों को कस के अपनी ओर खींच लेता ताकि शॉट तगड़ा पडे। ठकुराइन भी उसी रफ्तार से अपने चूतडों को आगे पीछे कर रही थी। दोनों की सांस तेज हो गई थी। ठकुराइन की मस्ती पूरे परवान पर थी। नंगे जिस्म जब आपस में टकराते तो धप धप की आवाज आती। जब हालत बेकाबू होने लगी तो जय ठकुराइन भाभी को फिर से चित्त कर उन पर सवार हो गया और भीषण चुदाई शुरू की। तभी भाभी ने उसे कस कर जकड़ लिया और अपनी चिकनी मोटी मोटी गोरी गुलाबी संगमरमरी जांघें उसकी कमरं पर कस कर जोर जोर से चूतड़ हिलाते हुए चिपक कर झड़ गई। तभी जय भी ठकुराइन भाभी की बड़ी बड़ी बेल सी चूचियों को हार्न की तरह जोर जोर से दबाते हुए झड़ गया और हांफते हुए उनके ऊपर लेट गया। दोनों काफी देर तक एक दूसरे से चिपके पड़े रहे।
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