RE: Indian Porn Kahani मेरे गाँव की नदी
रास्ते में चाची मिली और हमें देख कर मंद मंद मुस्कुराते हुए पुछने लगी कहा से आ रहे हो, मैंने बताया हम नदी में नहाने आये थे, तब चाची मुसकुराकर यह कह कर चल दी की दोनों भाई बहन एक साथ नहा रहे थे क्या हम चाची की बात का कोई जवाब नहीं दे पाये और मै भैया से चिपक कर चलने लगी और भैया ने भी मेरे गले में हाथ डाल दिया, हम दोनों के चेहरे पर सन्तुष्टि के भाव नजर आ रहे थे लेकिन जब हमारी नजरे मिलती तो और भी कुछ हमारी नजरे एक दूसरे से कह रही थी।
कल दिन में कल्लु भैया के साथ खेतो में गई और फिर वहाँ से चाची के खेतो में चली गई।
चाची : मुस्कुराते हुये, आ गीतिका बड़े सही टाइम पर आई है अभी घास काट के बस फुर्सत हुई हूँ।
गीतिका : चाची चाचा तो महिने में एक बार ही आते होंगे ना।
चाची : मुह बनाते हुये, उन्हें मेरा ख़याल ही कहा रहता है जो वह रोज रोज घर आए, खैर उनको मार गोली और एक बात तो बता।
गुडिया : क्या।
चाची : कल तू कल्लु के साथ नहाने गई थी ना।
गडिया : झेपते हुए हाँ गई थी आप मिली तो थी रास्ते में।
चाची : इसीलिए तो पूछ रही हु, सच सच बता तू नंगी होकर अपने भाई के साथ नहा रही थी ना।
जूडिया : एक दम शरमाते हुये। मंद मंद मुसकुराकर कहने लगी नहीं चाची मैंने कपडे पहने थे।
चाची : झूठ न बोल मैंने जब तुझे दुर से देखा था तब तो नंगी खड़ी थी और कल्लु तेरे सामने खड़ा हुआ था, अब मुझसे न छुपा मै किसी से कहूँगी थोड़े ही।
गुडिया : शरमाते हुए मुसकुराकर कहने लगी चाची तुम बहुत गन्दी हो कोई दूसरी बात करो।
चाची : कस कर गीतिका के मोटे मोटे दूध को पकड़ कर मसलते हुये, मुसकुराकर कहने लगी अच्छा गुड़िया परी तू खुद अपने भाई के सामने नंगी रहो और गंदी
मुझे कह रही है, कही अपने भैया का मोटा तगड़ा लंड तो नहीं ले लिया अपनी चूत में।
गुडिया : मुस्कुराकर चाची कुछ तो शर्म करो, मै आपकी बेटी जैसी हूँ।
चाची : बड़ी आई बेटी बनने वाली, इतनी बड़ी घोड़ी तो हो गई है अभी तबियत से तेरे चूतडो को दबा दबा कर तुझे अगर कोई चोद दे तो माँ बनने में देर नहीं लगेगी।
गुडिया : चाची अब चुप भी करो और यह सब बाते माँ से न कह देना।
चाची : अरे तू माँ की फिकर क्यों करती है और तेरी माँ भी कोई काम चुदासी नहीं है, उसके मोटे मोटे चूतडो को देखा है, उसके चूतडो को देख देख कर गाँव
के न जाने कितने मरद अपने लंड को मसलने लगते है।
गुडिया : यह तो तुम सच कह रही हो चाची माँ के चूतड़ तो वाक़ई बहुत बड़े बड़े है, मैंने भी कई बार गांव के बुढों तक को माँ की मोटी गाण्ड देख कर
अपने लंड को सहलाते हुए देखा है।
चाची : अरे बुढ्ढे तो बुढ्ढे जवान लोंडे भी तेरी माँ के चूतडो को फैला कर सूँघने के लिए मरे जा रहे है, तेरा भाई कल्लु भी इस मामले में कम नहीं है।
|