RE: Indian Porn Kahani मेरे गाँव की नदी
गुडिया : ये क्या बोल रही हो चाची भैया तो बहुत भोले है उन्हें देख कर लगता ही नहीं है की वह कुछ जानते भी होंगे।
चाची : अरे गुड़िया तू तो पागल है मैंने तो कल्लु को जब भी देखा है वह तेरी माँ की गाण्ड या चुत को ही देखने के जुगाड़ में रहता है कभी जब तेरी माँ खेतो में
काम करती है तब देखना तेरा भाई तेरी माँ के मोटे मोटे चूतडो और उसकी गुदाज गोरी गोरी मोटी जांघो को ही घूरता रहता है।
उस दिन चाची ने मेरी चुत में गन्दी बाते करके इतनी खुजलि पैदा कर दी की मै बैचैन होने लगी रत को खाना खाने के बाद मैंने माँ से बाहर कल्लु भैया के साथ
सोने की जिद की तो माँ ने कहा ठीक है सो जा लेकिन सुबह जल्दी उठ कर अंदर आ जाना, जवान भाई बहन एक ही खटिया में सो जाओगे तो गांव के लोग उल्टा सीधा कहने लगेगे।
मै माँ की बात समझ गई और खाना खा कर बाहर आ गई और कल्लु भैया के बगल मै बैठ गई, जब मैंने कल्लु भैया की नज़रो पर गौर किया तो पता चला वह मेरे कसे हुए मोटे मोटे आमो को ही देख रहे थे, लग रहा था जैसे वह अपनी बहन के मोटे मोटे आमो को अपने हांथो में भर कर खूब कस कस कर दबाना चाहते हो और अपनी बहन के रसीले आमो को चुसना चाहते है, मै यह सोच कर गरम हो गई और मेरी चुत में कुलबुलाहट होने लगी।
कल्लु : गुड़िया आज तेरे साथ नदी में नहाने में बड़ा मजा आया था।
गुडिया : हाय भैया मुझे भी बड़ा मजा आया।
कालू : अच्छा अब तेरे वहाँ दर्द तो नहीं है, भैया ने मेरी फुली हुई चुत की ओर इशारा करते हुए कहा।
गुडिया : अपने चेहरे पर बनावटी दर्द समेटते हुये, भैया सुबह जितना तो नहीं है पर थोड़ा दर्द अभी बाकि है।
कल्लु : तो फिर कैसे जायेगा तेरा दर्द।
गुडिया : मुस्कुराते हुये, लगता है आपको सुबह की तरह एक बार और अपनी बहन की चुत को चाटना पडेगा।
कालू : लेकिन गुड़िया यहाँ कोई देख लेगा तो अच्छा नहीं लगेंगा।
गुडिया : अभी थोड़ी देर रुक जाओ जब सब सो जाएगे तब अच्छे से चाट लेना।
कालू : पर माँ तो तुझे अंदर सोने को कहेगी तब।
गुड़िया : मैंने माँ से कह दिया है की मै कल्लु भैया के साथ सो जाती हु और वह मान गई है।
कालू : यह तूने ठीक किया, तभी माँ घर के बाहर आकर बाथरूम की ओर मुतने के लिए जाने लगी और उसके घाघरे से मटकती उसकी मस्त मोटी गाण्ड देख कर मैंने कल्लु भैया की ओर देखा जो माँ के चूतडो को खा जाने वाली नज़रो से घुर रहे थे।
मै मंद मंद मुस्कुराते हुए उन्हें देख रही थी
गीतिका : भैया कल नदी में नहाने में कितना मजा आया ना।
कल्लु : हाँ वो तो है। तू कोशिश करेगी तो जल्दी तैरना सीख जायेगी।
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