RE: Indian Porn Kahani मेरे गाँव की नदी
कल्लु : तू फिकर न कर जब भी मै माँ को पूरी नंगी करके चोदूँगा तुझे जरुर बताऊंगा,और दिखाऊँगा। लेकिन मै माँ को चोदने के लिए पटाउं कैसे।
गुडिया : भैया एक काम करो अगर आपने चाची को पटा कर चोद दिया तो माँ भी चुदवा लेगी क्यों की माँ और चाची की बड़ी बनती है।
कालू : लेकिन चाची मुझसे क्यों चुदवाएगी।
गुडिया : अरे चाची भी बड़ी चुदासी रंडी है वह तो जब भी मिलती है आपके कसरती बदन की ही बात करती है और उसने तो आपके लंड के साइज की कल्पना भी की हुई है।मुझसे बता रही थी की मै आपके साथ नंगी होकर नहा रही थी
कालू : क्या उसने तुझे और मुझे नहाते हुए देखा है।
गुडिया : हाँ मुझसे कह रही थी की तू खूब आजकल अपने भैया के साथ नंगी होकर नहाती है, मैंने कहा की मै तेरना सिख रही थी तो कहने लगी मुझे भी अपने भैया से कह कर तैरना सीखा दे, तुम कहो तो कल चाची को भी नदी में नहाने के लिए बुला लेती हु फिर जिस तरह तुमने मुझे तैरना सिखाया है और मेरे रसीले आमो को चुस चूस कर जैसे मेरी मस्त चुत चाटी थी बस उसी तरह चाची को भी नंगी करके तैरना सीखा देना। इतनी बड़ी घोड़ी को जब आप पूरी नंगी करके तैरना सिखाओगे तो आपका लंड पानी छोड़ देगा।
कल्लु : अरे बहना यह लंड तो पानी तब छोडेगा जब तेरी मस्त चुत को रात भर चोद चोद कर लाल नहीं कर देगा।
गुडिया : अच्छा भैया तुम्हारा मन माँ को चोदने का ज्यादा करता है या चाची को।
कालू : मै तो अपनी कल्पना में दिन रात अपनी माँ को ही नंगी करके खूब कस कस कर चोदता हूँ, मुझे सबसे ज्यादा माँ के मोटे मोटे मटकते चूतड़ अच्छे लगते है।
गुडिया : कभी माँ की मोटी गाण्ड को अपने हांथो से सहलाये हो।
कल्लु : गुड़िया की चुत में जड़ तक लंड पेलते हुये, हाँ गुड़िया ठण्ड के मौसम में जब मै अंदर सोता था तब रात को माँ भी मेरे बगल मे सोती थी तब मैंने माँ के मोटे मोटे गुदाज नरम नरम चूतडो को खूब सहलाया लेकिन गुड़िया मेरा मन माँ के चूतडो को खूब दबा दबा कर
दबोचने का होता है और उसकी मोटी गाण्ड की गहरी दरार में अपने मुह को भर कर चाटने और मुह से माँ की गुदाज गाण्ड दबाने का होता है।
गुडिया : तो जब माँ रात भर तुम्हारे साथ सोइ थी तो माँ के मस्त मोटे चूतडो को उनका घाघरा उठा कर खूब दबोच दबोच कर मसल लेते न।मा की नींद तो वैसे भी बहुत पक्की है फिर भी तुम्हे अगर डर लगता है तो मै तुम्हे कल ऐसी व्यवश्था कर दूंगी की तुम मेरे सामने ही रात भर माँ के गुदाज नंगे जिस्म को खूब दबोच दबोच कर सहलाना और जहा मन चाहे वहाँ माँ के बदन को चाटना चुसना, लेकिन अगर माँ को पुरी नंगी करके चोदना है तो चाची को भी नंगी करके तैरना सीखाना पडेगा।
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