RE: Porn Kahani चली थी यार से चुदने अंकल ने ...
जीजू बोले- बस अब तुम मेरे से चुदवा लो।
मैं बोली- ठीक है.. लेकिन कहाँ?
तो जीजू बोले- इसी सुहाग-सेज पर रानी।
मैं बोली- यहाँ नहीं.. कोई आ जाएगा।
जीजू बोले- कोई नहीं आएगा रानी.. सब जानते हैं कि ये ‘न्यू-कपल’ का कमरा है।
मैं बोली- साक्षी तो बाथरूम में है.. वह आ गई तो?
जीजू झट से उठे.. उन्होंने बाथरूम की कुण्डी को बाहर से लगा दी और बोले- वह एक घंटे से पहले नहीं आने वाली है। तब तक हम निपट लेंगे।
मैं बोली- ठीक है.. लेकिन जो करना है.. जल्दी करो.. मुझे भी जल्दी घर जाना है।
जीजू अब बिना समय गंवाए मुझे अपनी बाँहों की गिरफ्त में लेकर बेताहाशा मेरे गालों को चूमने लगे.. मेरे होंठों को ऐसे चूस रहे थे.. जैसे कि होंठ ना हों.. कोई लेमनचूस की गोली हों।
फिर जीजू ने बिना समय गंवाए मेरे टॉप और ब्रा को उतार दिया। मेरी बड़ी सी दूधिया चूचियों को देखकर बिल्कुल बेकाबू हो गए। मेरी चूचियों पर अभी भी अंकल के दाँतों के निशान थे.. जो मेरी चूचियों पर चार चाँद लगा रहे थे।
जीजू मेरी एक चूची को दाँतों से काटे जा रहे थे और एक चूची को बुरी तरह से मसले जा रहे थे। मुझे दर्द भी हो रहा था और मजा भी आ रहा था।
फिर मैं कराहते हुए जीजू से बोली- जीजू काटो मत यार.. निशान पड़ जाएगा।
जीजू बोले- साली रण्डी.. पूरी चूची तो पहले से ही कटवा कर आई है, अब मेरे काटने से दिक्कत हो रही है? साली छिनाल.. चुदक्कड़ ना जाने कहाँ-कहाँ से चुदवा कर आई हो और मेरे सामने नखरे कर रही हो।
मुझे ऐसी गाली पहले किसी ने नहीं दी थी पर इस समय सुनकर अच्छी लग रही थी।
अब जीजू उठे और मेरी जींस खोलने लगे।
मैं बोली- जीजू अपने कपड़े भी तो उतारो।
यह सुनते ही उन्होंने झट से अपने कपड़े उतार दिए। जैसे ही मैंने उनका लंड देखा.. मैं तो देखकर ही पागल हो गई कि किसी भारतीय का इतना भयानक लंड कैसे हो सकता है।
जीजू का लंड करीब 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा होगा।
जीजू मुझसे लंड चूसने के लिए बोले.. पर मैंने मना कर दिया। फिर उन्होंने मेरी जीन्स उतार दी और मेरी नंगी चूत को देखकर उनके भी होश उड़ गए।
वह सब कुछ भूलकर मेरी चूत खाने लगे। मुझे जीजू के दाँत चुभ रहे थे लेकिन उस समय मैं बिल्कुल मदहोश थी। करीब 10 मिनट तक वह मेरी गुलाबी चूत को चाटते ही रहे।
अब मैं झड़ने वाली थी और मैं बड़बड़ाने लगी थी- आह्ह.. और तेज जीजू..
तभी जीजू उठकर खड़े हुए और मेरी चूत में ढेर सारी क्रीम लगा कर उंगली चूत के अन्दर-बाहर करने लगे और मैं उसी वक्त झड़ गई।
अब जीजू ने मुझे उठाकर बिठा दिया और वे अब भी एक हाथ से मेरी चूत में उंगली कर रहे थे। साथ ही वो एक हाथ से मेरी चूची से दूध निकालने की कोशिश कर रहे थे।
वे अपने होंठों से मेरे होंठों का रस चूस रहे थे। मुझे जीजू का ये अंदाज बहुत पंसद आया। मैं फिर से गर्माने लगी थी। अब जीजू ने मुझे फिर से लिटा दिया और अपने लंड पर ढेर सारी क्रीम लगा कर लंड को हिलाने लगे और उन्होंने मेरी चूत पर निशाना लगा दिया।
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