RE: Porn Kahani चली थी यार से चुदने अंकल ने ...
मसलते-मसलते वो उंगली भी कर देता था जिससे मैं चिहुँक जाती थी.
मेरी हालत अभी एक रण्डी की तरह हो गयी थी मेरे शरीर का एक भी ऐसा अंग नहीं था जो उन लोगों से अनछुआ हो. सब मुझे मसल रहे थे. मुझे मजे कम और दर्द ज्यादा हो रही थी. मैं चीख रही थी लेकिन कोई नहीं सुन रहा था.
तभी एक लड़का मेरी चूत को चाटने लगा. अब मैं थोड़ी-थोड़ी मदहोश होने लगी धीरे-धीरे गर्म होने लगी. सारे लड़के एक-एक करके मेरी चुत चूस रहे थे. मैं अब पूरी गर्म हो गयी थी. तभी एक लड़का अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा.तो एक लड़के ने कहा- पहले मैं डालूँगा.सब आपस मे झगड़ने लगे.
तभी सुरेश ने कहा- यार झगड़ो मत, हम लोग एक साथ ही चोदेगें.ये बात सुनकर मेरी सारी गर्मी निकल गयी.सुरेश आया और बोला- चल साली कुतिया बन जा.
मैं कुछ बोलती, इससे पहले सबने मिलकर मुझे कुतिया बना डाला और सुरेश ने एक लड़के को इशारा किया, उसने मेरी गांड पर लंड टिकाया और पेलने की कोशिश करने लगा.तो मैं बोली- प्लीज गांड नहीं!सुरेश बोला- चुप चाप रह, हम जो करते है. वो करने दे. नहीं तो तू जानती है. मैं क्या कर सकता हूँ.मैं डर से चुप हो गयी.
फिर उस लड़के ने मेरी गांड पे लंड रखा और बिना कुछ लगाए सूखे लंड से ही एक जोरदार धक्का मारा और लंड मेरी गांड को ककड़ी की तरह चीरता हुआ आधा लंड गांड में घुस गया. मेरी तो जैसे दर्द से साँस अटक गयी, ऐसा लग रहा था जैसे कोई गर्मा गर्म रॉड गांड में डाल दिया हो.फिर मैं जोर से चिल्लाई और जोर जोर से रोने लगी.
अभी दर्द रुका नहीं कि फिर एक जोरदार धक्का मारा और पूरा लण्ड मेरी गांड में घुसा दिया. अब मैं और तेज से रोने लगी, ऐसा दर्द पहले कभी भी नहीं हुआ था. गांड में दर्द और तेज जलन हो रही थी. आज तक ऐसे बेहरमी से मुझे किसी ने नहीं चोदा था.मैं छुड़ाने की कोशिश करनी लगी लेकिन मैं असमर्थ थी और मन ही मन सोच रही थी कि सुन्दर होना भी एक गुनाह ही है.वो लड़का मस्ती में मेरी गांड मार रहा था.
तभी सुरेश ने मुझे सीधी कर के अपना लंड मेरी चूत पे ठिकाया और एक ही झटके में पूरा लंड मेरी चुत में घुसा दिया. मैं एकदम अधमरी सी जोर जोर से चिल्ला रही थी लेकिन मेरी आवाज किसी को सुनाई नहीं दे रही थी.सब मेरी जिस्म का गुणगान कर रहे थे, कोई कह रहा था- साली की गांड एकदम कसी है.तो कोई कहता- साली की चूत लाजवाब है.ये सब बोलते बोलते मेरी चुत और गांड की चुदाई हो रही थी.
आज तक मैं एक साथ दो लंड से नहीं चुदी थी, दोनों मिल कर मेरी तबियत से चुदाई कर रहे थे. ऐसी चुदाई मैंने पॉर्न स्टार की देखी थी, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं कभी ऐसे चुदूँगी.
तभी एक लड़का मेरे मुँह में अपना लंड घुसा कर जोर जोर से आगे पीछे करने लगा. वो मेरी मुँह की ऐसी चुदाई कर रहा था जैसे वो मेरी मुँह नहीं चूत हो.अब तो मैं चिल्ला भी नहीं सकती थी. उसका लंड गले तक जाता, फिर बाहर लाता और फिर जोर से लंड गले तक पेल देता.
तीन लड़कों ने तो अपना लंड जगह ढूंढ कर डाल दिया.अब बचे दो लड़के, उस दोनों ने मेरे दोनों हाथों लंड पकड़ा दिया और आगे पीछे करने को बोला.
अब पांचों के लंड मेरे चीथड़े उड़ाने में लगे थे. मुझे भी इस अनोखी चुदाई में मजे आने लगे. मैं अभी पाँच लंड का उपभोग कर रही थी. या यूं कहूँ कि मैं पाँच लंड की मालकिन थी. या यूं कहूँ कि वो पांच लंड मुझे रण्डी की तरह चोद रहे थे. कोई रण्डी भी एक साथ पांच लंड से नहीं चुदाती होगी.
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