RE: Sex Story ऐश्वर्या राई और फादर-इन-ला
ये देखकर तो अमिताभ एकदम से चौक गया और उसके मुँह से ‘सारी' ये शब्द बाहर आया।
तो ऐश ने अपना सिर उठाकर देखा तो वो एकदम से हड़बड़ा गई और झट से चूत से उंगली निकाली और अपने बदन को तौलिया से ढकते हुए उठकर बैठ गयी। अब दोनों ही एकदम चुप थे, दोनों को ही पता नहीं चला की क्या बोलना है?
फिर अमिताभ ने कहा- “बहू डाक्टर्स ने दवाई लेने भेजा तो मैं पैसे लेने के लिए आया हूँ..”
ये सुनते ही ऐश झट से अंदर कमरे में चली गई और झट से कपड़े पहने और पैसे लेकर आई और अमिताभ को दे दिए। लेकिन वो अब अमिताभ से नजरें नहीं मिला पा रही थी। पैसे लेकर अमिताभ चला गया फिर हास्पिटल में। वैसे तो ऐश को पता था की अमिताभ कितना ठर्की है, लेकिन अब उनके ससुर बन जाने के कारण उनको इज़्ज़त देनी पड़ती थी।
अमिताभ के वहां से जाने के बाद ऐश के मन में अजीब सी बातें आने लगी, वो मन ही मन में कहने लगी- “ये। मैंने क्या कर दिया? मैं इतनी चुदक्कड़ क्यों हूँ? बस दो महीने की ही तो बात थी, दो महीने भी मुझसे रुका नहीं गया? अब पापा ने भी मेरी चूत देख ली, वो भी एकदम फैली हुई और गीली, एक उंगली के साथ...” ये सोच-सोचकर ऐश शरम के मारे बस बेड पर लेटे सोचती रही की अब पापा के घर में आने के बाद कैसे बर्ताव करना चाहिए।
इधर अमिताभ के मन में कुछ अजीब सी बातें आने लगीं। वो समझ गया था की बहू बहुत दिनों से प्यासी थी और इसीलिए उंगली डाल रही थी चूत में, और ये सोचकर अमिताभ को अच्छा लगा की बहू ने पराए मर्द से । नाता नहीं जोड़ा और खुद ही अपनी उंगली से ही प्यास बुझा रही थी। फिर अमिताभ ने दवाइयां हास्पिटल में दे दी और फिर शाम होते ही जया और अमिताभ घर आ गये और ऐश हास्पिटल के लिए चल दी।
|