RE: vasna story मेरी बहु की मस्त जवानी
बहु भी शर्म छोड़ अपनी जिस्म की नुमाईश करती रही और कई पोज़ में तो वो मुझे बिलकुल रंडी नज़र आ रही थी। कुछ फोटो के बाद बहु ने २-३ साड़ी और चेंज की और हर फोटो में उसका नवेल पूरा खुला ही दिख रहा था। किसी भी फोटो में बहु ने अपनी नवेल छुपाने की जरुरत नहीं समझी।
शाम को डिनर करने के बाद शमशेर अपने कमरे में चला गया। मैं और बहु एक कमरे में आ गये। बहु ने दरवाज़ा बंद किया और विंडो पे कर्टेन लगा दिया। मैं बिस्तर पे बैठ ब्लैंकेट में घुस गया और बहु को देखने लगा, बहु मेरे सामने कपडे चेंज करने लगी।। और मेरे सामने एक टीशर्ट और शर्ट में बिस्तर पे चढ़ गई।
मै - बहु तुम इतनी चुप क्यों हो? मुझसे नाराज़ हो?
सरोज - हाँ बाबूजी, कल रात मैंने आपको बोला था की आप मेरे साथ ऐसी हरकत दूबारा नहीं करेंगे
मै - हाँ बहु बोला तो था।
सरोज - फिर क्यों? आपको दोपहर में लंच टेबल पे क्या हो गया था?? वो भी शमशेर अंकल के सामने?
मै - देखो बहु, मैं माफ़ी चाहता हूँ लेकिन उस वक़्त मैं अपने आप को रोक नहीं पाया तुम बहुत खूबसूरत लग रही थी।
सरोज - बाबूजी, अगर शमशेर अंकल को पता चल जाता तो? आप बिना किसी डर के मेरे सामने। ओ।।
अपना।।।। पानी।।।। और मेरी रोटी पे घी कह के लगा दिया।। और मुझे मजबूरन खाना पडा।
मै - बहु मैं अपने होश खो बैठा था मुझे माफ़ कर दो। तुम्हे देख कर तो कोई भी अपना होश खो बैठे
सरोज - नहीं बाबूजी, केवल आप।। आपको प्रॉब्लम है आपको क्यों कण्ट्रोल नहीं होता।।?
मै - देखो बेटी मैं जानता हू। लेकिन तुम भी तो गरम हो गई थी है न।। ??
सरोज - (अपना सर झुकाते हुए।।) नहीं मैं गरम नहीं हुई थी
मैन - झूठ।। झुठ
सरोज - हाँ थोड़ा सा लेकिन वो आपकी वजह से।। प्लीज ऐसा मत करिये।
मै- बहु मैं कण्ट्रोल नहीं कर पाता, मैं तो क्या कोई भी नहीं कर पायेगा तुम्हारी जैसे भरे बदन वाली बहु को देख कर।
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