RE: Hindi kahani कच्ची कली कचनार की
उसने अपने हठो से मेरे लंड को पकड़ा,, उसके गोरे हाथ मेरे ब्लॅक लंड पे सेक्सी लग रहे थे. मैने उंगली को थोड़ा हिलाया उसकी गान्ड मे. वो समझ गयी और धीरे धीरे लंड हिलाने लगी.
मे: मैने तुझे चूसने को कहा..
अनुराधा: मुझे नही आता चूसना.!
मे: तूने कभी लॉलीपोप खाई हैं
अनुराधा: हाँ
मे: तो उसे जैसा चूस्ति है वैसा चूस...
अनुराधा: वो पूरा मूह मे डालना पड़ता है खाने के लिए
मे: वोही करना हैं तुझे,, ऐसा चूस जैसे लॉलीपोप हो.
उसने मेरे लंड को देखा.. लंबा.ब्लॅक और मेरा लंड चमक रहा था.. उसने आगे बढ़के अपनी जीभ निकाली और लंड को चाटना स्टार्ट किया. और काफ़ी देर तक चाटती रही. उसकी जीभ मेरे लंड पे थी और मेरी उंगली उसकी गान्ड मे.
मे: मूह मे ले..
अनुराधा: नही....उम्म्म्मह
अब मेरा सब्र टूट गया,. मैने अपनी उंगली पूरी उसकी गान्ड मे घुसा दी..
अनुराधा: आआहााहह,,,,,,नैईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई..भैयाअ.आआआ.आ.आ.आ...निकाल उसको..
मे: साली कबसे चूसने को कह रहा हूँ तू नाटक कर रही है...
वो मेरे जिस्म से अलग होने के लिए तड़प रही थी.. मैने उसको दबा रखा था तो उठ नही पा रही थी. वो जितना हिल रही थी मेरी उंगली उतनी ही उसकी गान्ड मे जा रही थी...
अनुराधा: एयेए...भैयाअ...प्लीज़..निकालो उसको...आअहम्महाहहाः...
मे: शांत हो जा... तू जितना हिलेगी उतनी ही ये अंदर घुसेगी. शांत हो जा
अनुराधा: आअहह..नैईईइ...ठीक हैन्न्न्न्न..
वो शांत होने लगी..
मे: मूह खोल..और जैसा कहता हू वैसा कर
उसने अपना मूह खोला.
मे: लंड को पकड़ और अपने होंठो से किस कर
उसके वो सॉफ्ट लाल होठ मेरे लंड पे टिके और मेरा प्रेकुं निकल गया.
अनुराधा: ये क्या हैं?
मे: दूध हैं.. चूस उसे...
और याद दिलाने के लिए मैने अपनी उंगली उसकी गान्ड मे थोड़ी सी मूव की. उसने अपनी जीभ मेरे लंड पे रखी और चाटने लगी.
मे: आईसीई....अया....अब मूह खोल और इसे अंदर ले. चूस लंड को जैसे लॉलीपोप चूस्ति हैं.. अपने दाँत दूर रख.. अगर मेरे लंड को तेरे दाँतों ने छुआ तो और एक उंगली तेरी गान्ड मे डालुगा.समझी??
अनुराधा: आहह...उःम्म्म्म...
मैने उसकी गान्ड पे स्लॅप किया
मे: समझी???
अनुराधा: `आआआःह्ह्ह्ह्ह्ह्ह....हाँ समझी भैया...मारो मत प्लीज़...मैं बेहन हू तुम्हारी..
मे: जानता हू.. और इसी वजह से मैं तुझे हमेशा प्यार करूगा अगर तू मेरा कहा मानेगी तो..मानेगी ना?
अनुराधा: हाँ भैया मानूँगी...तुम जो कहोगे मानुगी
मैने उसकी गान्ड मे से उंगली निकाल ली.. वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं उसकी गान्ड मसल्ने लगा.
मे: अनुराधा,,इस लंड को तू हमेशा प्यार करना..क्यूकी ये तेरे भाई का हैं.. तू इसे पार कर और मैं तुझे प्यार करूगा..
अनुराधा: हाँ भैया...मैं इसे हमेशा चूसूगी...
मे: कैसा लग रहा हैं लंड?
अनुराधा: बड़ा हैं बहोत..
मे: इसकी आदत डाल ले अनुराधा. ये लंड कभी ना कभी तेरी गान्ड और चूत मे जाएगा और तू इसे बहोत प्यार करेगी
अनुराधा: नही भैया...
मे: मैने कहा ना तू सिर्फ़ मेरा कहा मानेगी...'
अनुराधा: भैया...दुख़्ता हैं वहाँ??
मे: कहाँ?
अनुराधा: गान्ड पे
मे: जैसा मैं कहता हू वैसा करेगी तो मैं तुझे दर्द नही दूँगा... तू खूद मेरा लंड माँगने लगेगी.ठीक है??
अनुराधा: हाँ भैया...
और वो लंड चूसने लगी..
मे: अब मुझे अपनी चूत दिखा ज़रा..
उसने अपने लेग्स स्प्रेड कर दिए..
मे: तेरी चूत बहोत सुंदर हैं अनुराधा! अब मैं इसे चूसू??
अनुराधा: हाँ भैया..
मैने अपने हाथो से उसके लेग्स को स्प्रेड किया. मैने अपनी जीभ निकाली और उसकी चूत के होंठों को धीरे धीरे किस करने लगा. जीभ को मैं धीरे धीरे उपर नीचे करने लगा और अपने हाथो से उसकी गान्ड मसल्ने लगा. मेरा लंड उसके मूह मे. उसका गीला गरम मूह मेरे लंड को चूस रहा था.
मे: अया....ऐसे ही.. अपनी जीभ से खेल उससे.. चूस... मूह मे ले..अंदर..आह,,,
अनुराधा: उंह.ह...
मैं उसकी चूत के होंठो को किस करने लगा. किस करते हुए मैने उसकी चूत के लिप्स को स्प्रेड किया और अपनी जीभ को धीरे धीरे घुमाने लगा..
मे: कैसा लग रहा हैं?
अनुराधा: आहह,..बहोत अक्चा...आअहमम्म्म,,,उमुमूंम्म्मममममम
वो अब धीरे से अपनी गान्ड उपर नीचे करने लगी. मैं उसकी चूत को चूसने लगा. उसकी चूत से बहुत ज़्यादा जूस बह रहा था. टेस्ट मे सॉल्टी और मस्की स्मेल आ रही थी..थोड़ी थोड़ी फिश जैसी. मगर मेरे दिमाग़ पे हवस चढ़ि थी और अब उसके भी. हम दोनो भाई-बेहन एक दूसरे को चूसने लगे. रूम मे आह...उऊहह...की आवाज़े आने लगी. और अचानक अनुराधा चीख पड़ी...
अनुराधा: आआहह....भैयाअ..छोड़ो मुझे...मूत आ रही..छोड़ो..
मे: ये मूत नही...तू झड रही हैं...
अनुराधा: जानी दो मुझे......आआहहहहहहः...आआहा आहा आ आहा आ
वो अपनी गान्ड ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी और मेरा लंड और ज़ोर से चूसने लगी. मुझे अपने बॉल्स मे प्रेशर महसूस हुआ..मैं समझ गया कि हम दोनो झड रहे हैं...मैने उसे बेड से उठाया और बाथरूम मे ले गया. इन केस सच मे मूत दी तो!?!! हम दोनो बाथरूम मे थे..वो मेरे सामने थी.. अब जैसा कि उसकी हाइट 3-4 फुट होगी तो मेरा लंड उसके निपल्स तक आ रहा था.. मैने उसे फिर लंड चूसने को कहा..
मे: लंड चूस..
अनुराधा: हाँ..और मेरी चूत का क्या???
मैं खुश हो गया.. मेहनत रंग लाई..
मे: हाँ उसे भी खुश करते हैं.. और मैं सारी ज़िंदगी तुझे चोदुगा अब. चुदेगि ना मुझसे??
अनुराधा: हाँ भैया ..तुम जो कहोगे मैं करूगी..
मे: तो बोल कि मेरी चूत चाटो
अनुराधा: मेरी चूत चाटो भैया प्ल्ज़....
मैने उसे बाहों से उठाया और खुद वॉल से सट गया.. और मैं उसे खड़े खड़े ही 69 मे लाया.. अब वो बहोत ही अच्छे मेरा लंड चूसने लगी और मैं उसकी चूत.. ज़्यादा से ज़्यादा हम 3-4 मिनट तक कंट्रोल कर पाए..और फिर मेरे लंड ने पिचकारी छोड़ दी उसके मूह मे. मैं जानता था कि वो मूह निकाल लेगी तो मैने पहले ही उसका मूह अपने लंड पे दबाकर रखा था..मैने पूरा उसके मूह मे छोड़ दिया और उसकी चूत से जूस पीता रहा.. वो ज़ोर ज़ोर से आआहाआहाआह करती रही.. मगर मैं उसे चूस्ता ही रहा.. और वो भी मुझे चूस्ती रही..उस वजह से मेरा पिशाब छूट गया और उसकी चूत ने भी मूत दिया.. और कुछ वक़्त पहले उसने मेरा कम पिया था तो उसे लगा कि यह भी वोही हैं तो उसने खुद ही मूह नही हटाया और ना मैने मूह हटाया.. हम दोनो का मूत निकल गया..उसकी चूत ने मेरा मूह पे पिशाब कर्दिया. मुझसे जितना हुआ मैने पिया और बाकी बहने दिया मगर मैं चोंक गया उसने मेरा पूरा मूत मूह मे लिया और जब तक मैने ज़बरदस्ती नही किया लंड मूह मे ही रखा..
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