RE: Kamvasna मजा पहली होली का, ससुराल में
वो उसके केले को मुठिया रहे थे और उसका लीची ऐसा गुलाबी सुपाडा खुला हुआ...बहोत प्यारा लग रहा था, बस मन कर रहा था की गप से मुंह में ले लें. कस कस कर चूसूं. मेरे मुंह में फिर से वो स्वाद आ गया जो मैरी छोटी ननद के बुर में से उंगलिया निकाल के चाटते समय मेरे मुंह में आया था. अगर वो मिल जात तोसव मैं बिना चूसे उसे ना छोडती, मैं उस समय इतनी चुदासी हो रही थी की बस...
* पी साले पी...अगर मुंह से नहीं पियेगा तो तेरी गांड से डाल के ये बोतल खाली करायेंगें.
ननदोयी ने दारू की बोतल सीधे उसके मुंह में लगा के उडेल दी. वो घुटुर घुटुर कर के पी रहा था. कडी महक से लग रहा था की ये देसी दारू की बोतल है. उसका मुंह तो बोतल से बंद था ही, उन्होने एक दो और धक्के कस के मारे. बोतल हटा के ननदोयी ने एक बार फिर से उसके गोरे गोरे कमसिन गाल सहलाते हुये, फिर अपना तन्नाया लंड उसके मुंह में घुसेड दिया. उन्होने’ आंख से ननदोयी जी को इशारा किया, मैं समझ गयी क्या होने वाला है. वही हुआ.
ननदोयी ने कस के उसका सर पकड के मोटा लंड पूरी ताकत से अंदर पेल के उसका मुंह अच्छी तरह बंद कर दिया और मजबूती से उसके कंधे को पकड़ लिया. उधर ‘उन्होने भी उसका शिश्न छोड के दोनो हाथो से कमर पकड के वो करारा धक्का लगाया, दर्द के मारे वो गोंगों करता रहा, लेकिन बिना रुके एक के बाद एक वो कस कस के पेलते रहे. उसके चेहरे का दर्द, आंखों में बेचारे के आंस तैर रहे थे. लेकिन मैं जानती थी की। ऐसे समय रहम दिखाना ठीक नहीं और उन्होने भी आल्मोस्ट पूरा लौंडा उसकी कसी गांड में ठूस दिया. वो छटपटाता रहा गांड पटकता रहा, गों गों करता रहा लेकिन बेरहमी से वो ठेलते रहे. मोटा लंड मुंह में होने से उसके गाल भी पूरे फूले, आंखे निकली पड रही थीं.
* बोल साले, मादर चोद, तेरी बहन की मां का भोसंडा मारू, बोल मजा रहा है गांड मराने
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में.” उसके चूतड पे दुहथड जमाते हुए वो बोले. ननदोयी ने एक पल के लिये अपना लंड बाहर निकाल लिया और वो भी हंस के बोले,
* आइडिया अच्छा है, तेरी सास बडी मस्त माल है, क्या चूंचियां हैं उसकी. पूछ इस साले से चुदावायेगी वो क्या साइज है उस छिनाल की चूचीयों की.” ।
“ बोल साले क्या साइज है उस की चूचीयों की...माल तो बिंदास है.” उस के बाल खींचते हुए उन्होने उस के गाल पे एक आंसू चाट लिया और कच कचा के गाल काट लिये.
* ३८डी डी...” वो बोला.
“ अरे भोंसडी के क्या...३८ डी डी साफ साफ बोल ...” उस के गाल पे अपने लंड से सटासट मारते ननदोयी बोले.
* सीना छाती.. चूंची.” वो बोला.
* सच में जैसे तेरी कसी कसी गांड मारने में मजा आरहा वैसे उस की भी बडी बडी चूचीया पकड के मस्त चूतडों के बीच...क्या गांड है बहोत मजा आयेगा.” ये बोले उन्होने बचा खुचा लंड भी टेल दिया. मेरे छोटे भाई की चीख निकल गयी.
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