RE: Indian Porn Kahani पापा से शादी और हनीमून
दिन भर रेस्ट में और फिकर मे गुज़रा शाम को मैं मोम के साथ पार्लर चली गई. पापा ने उस दिन नेवी ब्लू पॅंट कोट पहना था.जब मैं तैयार हो गई तो मोम ने पापा को फ़ोन किया पापा ने हमे पार्लर से लिया और हम एक रेस्टोरेंट में आ गये वहाँ हम ने खाना खाया और घर पहुँचे मैं दुल्हन बनी हुई गजब ढा रही थी पापा की नज़रें मुझ पर से हट नही रही थीं .मोम ने शोखी से कहा कि होसला करो तुम्हारी ही चीज़ है इस पर मैं झेंप गई. मोम ने हंडी कॅम से हमारी यादगार मूवी बनाई फिर मेरे कान में कहा कि किरण डरना नही खुल कर एंजाय करना आज तुम ने पापा को दीवाना बना लिया तो सारी ज़िंदगी तुम्हारे पीछे पीछे फिरेंगे
मैं खामोश रही बस सिर हिला दिया. इस के बाद मोम ने पापा से कहा आराम से करना और ज़्यादा तंग ना करना इस पर पापा मुस्करा दिए . इस के बाद मोम ने कहा अब तुम लोग जाओ रूम में किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे कह देना ये कह का मोम मेरे माथे पे प्यार कर के चली गई .अब मैदान सॉफ था पापा ने मुझे गोद में उठाया तो मैं ने कहा ये क्या कर रहे हैं? पापा बोले मेरी जान को चलने में तकलीफ़ ना हो.ये कह कर पापा मुझे गोद में उठा कर रूम में ले आए और बेड पर बैठा दिया. सारा रूम रोज़ की महक से महक रहा था पापा ने डोर बंद किया और मेरे पास आए मेरा दिल ज़ोर से धड़क रहा था मैं ने अपना फेस नीचे कर लिया पापा ने कहा जान तुम दुल्हन बनी और भी हसीन लग रही हो फिर अपने हाथ से मेरा फेस उपर काइया और हल्के से मेरी आइज़, मेरे चीक्स और मेरे लिप्स को किस किया फिर अपनी पॉकेट में से एक बॉक्स निकाला उस में एक बहुत खूबसूरत लॉकेट था जिस पे किरण लिखा हुआ था पापा ने वो लॉकेट मुझे पहनाया और मेरी नेक पर किस किया
पापा के गर्म लिप्स ने मेरे जिस्म में आग लगा दी थी फिर पापा ने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया और कमर पर हाथ फेरने लगे और मेरी तारीफ करने लगे.मैं ने कहा मैं इतनी अच्छी तो नही जितनी आप झूठी तारीफ कर रहे हैं इस पर वो बोले तुम्हारा जिस्म गजब का है पतली कमर पर मुनासिब बूब्स और बाहर को निकलती गान्ड ने मेरा सकून ले लिया है. फिर पापा ने मेरी ज्वेलरी उतारी और अपना कोट भी उतार दिया.फिर मुझे लेटा दिया और मेरे साथ लेट कर मेरे जिस्म की स्मेल सूंघने लगी
मैं ने पूछा कैसी लगी मेरे बदन की बू इस पर वो बोले बहुत प्यारी महक है. फिर पापा ने मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिए और चूसना शुरू किया मैं भी हॉट होने लगी और उन का साथ देने लगी.कुछ देर होंठो को चूसने के बाद मेरे पूरे फेस पे किस्सिंग शुरू कर दी फिर वो रुके और अपनी शर्ट उतार दी और बनियान भी उतार दी अब वो सिर्फ़ पॅंट मे थे फिर उन्हो ने मेरी साड़ी खोल के उतार दी अब मैं सिर्फ़ ब्लाउस और पेटिकोट मे थी
पापा ने मेरे पेट पर किस्सिंग शुरू की और उन के हाथ मेरे बूब्स को सहला रहे था कुछ देर ये सिलसिला चला फिर उन्हो ने अपनी पेंट भी उतार दी अंडरवेअर मे उन का लंड खड़ा हुआ साफ फील हो रहा था फिर उन्हो ने मेरा ब्लाउस और पेटिकोट भी उतार दिया अब मैं सिर्फ़ ब्रा और पैंटी मे थी पापा ने मुझे इस हालत में देखा तो जोश में आ गये और मेरी ब्रा के हुक खोल दिए और ब्रा उतार दी मैं ने अपनी आँखें बंद कर ली. पापा कुछ देर मेरे बूब्स को देखते रहे फिर मेरे एक बूब को मूँह मे भर का चूसने लगे मज़े से मेरा बुरा हाल था मेरे निपल्स हार्ड हो गये पापा पागलो की तरह मेरे निप्पल्स को चूस रहे थे और कभी कभी दाँत से काट भी लेते जिस से मेरी सिसकारी निकल जाती काफ़ी देर मेरे बूब्स को चाटने चूसने और काटने के बाद पापा रुके.मेरे बूब्स पर निशान पड़ गये थे. पापा ने थोड़ी देर रिलेक्स किया फिर मेरी पैंटी भी उतार दी और मेरे लेग्स के दरम्यान अपने फेस को ले गये मेरी लेग्स को ओपन किया और मेरी चूत की स्मेल सूंघने लगे फिर बोले क्या स्मेल है.
फिर पापा ने मेरी चूत के लिप्स को फेलाया और अपनी ज़ुबान से चाटने लगे मेरे पूरे जिस्म में करेंट दौड़ गया. पापा के चाटने से मेरी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया जिसे पापा चाटने लगे. कुछ देर चूत को ज़ुबान से चाटने के बाद पापा ने अपनी एक फिंगर मेरी चूत मे डाली जिस से मुझे पेन हुआ तो मेरे मूँह से आह निकल गई पापा ने कहा जान पहली बार थोड़ा पेन होगा बर्दस्त करना फिर बहुत मज़ा मिलेगा.
एक फिंगर से चोदने के बाद पापा रुके और मुझे उठाया और अपना अंडररवेर उतार दिया मेरी तो आँखें खुली रह गई पापा का 8 इंच का होगा जो बहुत मोटा था और किसी साँप की तरफ सामने आ गया पापा बोले किरण इसे सहलाओ प्यार करो ये अब तुम्हारा है
मैं ने झिझकते हुए लंड को हाथ में पकड़ा और सहलाने लगी.थोड़ी देर के बाद पापा ने कहा इसे मूँह मे ले के चूसो.मैं ने कहा ये मूँह मे थोड़ी लेते हैं इस पर पापा ने ज़बरदस्ती मेरे मूँह मे डाल दिया लंड इतना मोटा और बड़ा था कि मेरे मूँह मे नही आ रहा था.मुझे शुरू मे अजीब सा लगा फिर मज़ा आने लगा मैं अपनी ज़ुबान को लंड की कॅप पर फेरने लगी जिस से पापा के मूँह से मज़े से सिसकारियाँ निकलने लगीं. तकरीबन 20 मिनट लंड चुस्वा कर पापा ने लंड को बाहर निकाला
इस के बाद पापा फिर मेरे लिप्स पर किस करने लगे मैं भी बे शरम हो कर उन के लिप्स चूसने लगी फिर पापा ने अपनी ज़ुबान मेरे मूँह क अंदर डाल दी.
पापा की ज़ुबान का टेस्ट बहुत अच्छा था मैं ने उन की ज़ुबान चुसनी शुरू की उधर पापा के हाथ मुसलसल मेरे बूब्स को दबा रहे थे फिर पापा ने मुझे अपनी ज़ुबान चुसवाने को कहा तो मैं ने अपनी ज़ुबान उन के मूँह में डाल दी जिसे वो मज़े से चूसने लगे. कुछ देर ये सिलसिला चलता रहा मेरे होंठ पापा की टाइट किस्सिंग से सूज गये थे. फिर पापा होंठ छोड़ कर फिर मेरी चूत पर आ गये इस बार उन्हो ने अपनी ज़ुबान मेरी चूत के अंदर डाल कर अंदर बाहर करने लगे मैं ये बर्दाश्त नही कर पाई और मेरा जिस्म अकड़ने लगा और चूत ने पानी छोड़ दिया जो पापा के फेस को गीला कर गया.पापा ने बाकी पानी को चाट के चूत साफ कर दी और टिश्यू पेपर से अपना फेस साफ किया. फिर पापा मेरे बूब्स को चाटने और दबाने लगे जिस से मुझे पेन होने लगा लेकिन मज़ा भी बहुत आ रहा था कुछ देर बूब्स चुसवा कर मैं फिर से हॉट होने लगी और चूत भी वेट होने लगी.मैने पापा से कहा प्ल्ज़ अब कर दें और बर्दाश्त नही हो रहा इस पर पापा मुस्काराए और मुझे सीधा लिटा दिया मेरी कमर के नीचे एक पिल्लो रख दिया जिस से मेरी चूत के लिप्स खुल गये. फिर पापा ने मेरी ड्रेसिंग टेबल से क्रीम उठाई काफ़ी सारी क्रीम मेरी चूत पे और अपने लंड पे लगाई और मेरे उपर आ गये लंड की कॅप को चूत के मूँह पे सेट किया और कहा जान थोड़ा पेन होगा बर्दाशत करना नही तो तुम्हारी मोम कहेगी कि मैं ने ख़याल नही रखा.
मैं ने हाँ मे सिर हिलाया.पापा ने ज़ोर लगा कर अंदर करने की ट्राइ की लेकिन लंड स्लिप हो गया इस पर पापा ने लंड को दोबारा सेट किया और मेरे होंठो को अपने होंठो से काबू किया और धक्का मारा और लंड की टोपी मेरी सील तोड़ती हुई अंदर आ गई. पेन से मेरा बुरा हाल था मेरी तो आँखें फॅट गई थी पापा वही रुक गये और किस्सिंग करने लगे जब मेरा पेन कम हुआ तो एक करारा धक्का लगाया और आधा लंड मेरे अंदर था पेन से मैं पागल हो रही थी मैं ने पापा से कहा इसे बाहर निकाल लो पापा ने कहा बस थोड़ी देर की बात है फिर इधर उधर की बातों मे लगा लिया
जब उन्हो ने देखा कि मेरा पेन कम हुआ है तो मेरे होंठो को अपने होंठो से दबा कर कि मेरी चीख बाहर ना निकले एक ज़ोर दार धक्का लगाया जिस से पूर लंड अंदर चला गया पेन से मैं बेहोश हो गई जब मुझे थोड़ा होश आया तो पापा ने लंड को धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू किया. पापा बहुत आराम से लंड को अंदर बाहर कर रहे थे थोड़ी देर के बाद मुझे भी मज़ा आने लगा और पेन बहुत कम हो गया .अब पापा ने रफ़्तार थोड़ी तेज़ कर दी अब मैं भी चूतड़ उठा उठा के लंड को चूत में लेने लगी
तकरीबन 20 मिनट नॉर्मल अंदाज़ में चुदाई करने के बाद पापा ने लंड की रफ़्तार और तेज़ कर दी इस दौरान मैं पानी छोड़ चुकी थी लेकिन पापा का स्टेंना कमाल था वो अब भी यंग थे और कमाल महारत से चोद रहे थे 15 मिनट मजीद तेज़ चुदाई के बाद पापा के धक्कों में तेज़ी आ गई मैं ने उन से कहा मेरी फारिघ् होने वाली है इस पर उन्हो ने कहा वो भी फारिघ् होने वाले हैं ये कह कर उन्होने पूरी ताक़त से धक्के लगाने शुरू किए इधर मैं फारिघ् हुई उधर पापा के लंड ने अपने गरम पानी का और सुहाग रात का तोहफा मेरी चूत को दे दिया पापा का पानी अंदर गिर रहा था और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था
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