RE: Indian Porn Kahani पापा से शादी और हनीमून
मैने फॉरन कहा जल्दी डाल दें अपने इस लंड को मेरी चूत मे मुझ से अब और सहा नही जाता पापा.
पापा मुस्करा के बोले ऐसे नही आज तुम्हरी चूत मे लंड नये अंदाज़ से पेलुँगा. ये कह के पापा सीधी लेट गये और हाथ से पकड़ के लंड को सीधा खड़ा किया और मुझे कहा लंड को चूत के होल पे सेट कर के इस पे बैठ जाओ.
मैं पापा के उपर आ गई लंड को चूत पे सेट किया और स्लो स्लो बैठने लगी. पापा का लंड मोटा और लंबा होने की वजह से बहुत दिक्कत से स्लो स्लो अंदर जाने लगा पापा ने मेरी कमर को पकड़ा और लेटे लेटे अपने चूतड़ उछाल कर एक ज़ोर का धक्का मारा और लंड पच की आवाज़ से अंदर चला गया. मैने कहा हाइईईईई मर गई आराम से डालें .
पापा ने मेरे चूतड़ पर थप्पड़ मार के कहा कंजरी लंड तो चला गया तेरी भोसड़ी मे बहुत लंड लंड कर रही थी अब लंड का मज़ा इस पर ऊपर नीचे हो कर ले.पापा के मूह से कंजरी शब्द सुन कर मुझे बड़ा मज़ा आया तो मैं पापा से बोली हाँ आप की कंजरी हूँ आप की रंडी हूँ मेरे राजा लो करवा दो मुझे अपने इस मस्त मोटे लंड की सैर ऑर मैं लंड पर बैठ कर ऊपर नीचे होने लगी . क्यूँ कि मैं लंड पे बैठ के अंदर लंड अंदर ले रही थी इस लिए लंड जड़ तक मेरी चूत की गहराई में जा रहा था मुझे इस से बहुत मज़ा मिल रहा था लंड जब मेरी चूत मे आता तो मैं उस को चूत की वॉल्स से दबा देती जिस से पापा को बहुत मज़ा आता काफ़ी देर तक इसी तरहा मेरी चुदाइ होती रही फिर पापा ने मुझे लंड पे से उठने को कहा.
मैं लंड पर से उठ गई पापा का लंड मेरी चूत के माल से सना हुआ था. पापा उठे और मुझे झुका कर मेरी गान्ड के होल पी हाथ फेरने लगे मैं समझ गई थी कि अब मेरी गान्ड चोदेन्गे.और वोही हुआ पापा ने पहले मेरी गान्ड मे थोड़ी देर फिंगर की फिर अपना थूक(सलाइवा) मेरी गान्ड के होल मे लगाया और लंड की टोपी होल पर रख दी. फिर मेरी कमर पकड़ के धक्का मारा लंड टोपी तक अंदर घुस गया.मेरी गान्ड ने लंड को जकड़ा हुआ था पापा ने मेरे बूब्स पकड़ लिए उन को दबाने लगे थोड़ी देर के बाद पापा ने एक और धक्का मारा और लंड मेरी गान्ड मे रगड़ता हुआ अंदर जाने लगा. धक्का इतना ज़ोर का था कि मैं लड़खड़ा गई लेकिन पापा ने मुझे मेरी कमर को मज़बूती से पकड़ा हुआ था जिस की वजह से मैं सम्भल गई.
पापा लंड को पेलने लगे थे पहले थोड़ी देर स्लो स्लो लंड पेलते रहे मुझे भी मज़ा आने लगा था मैं भी अपने चूतड़ पीछे की तरफ उछाल उछाल के लंड को अंदर ले रही थी. लंड अब आराम से अंदर बाहर हो रहा था.पापा ने भी स्पीड बढ़ा दी थी हम दोनो के जिस्म पसीने से भीग गये थे हम दोनो के पसीने की स्मेल ने माहौल को और भी रोमेंटिक बना दिया था हम एक दूसरे मे गुम थे और ये भूल गये थे कि हमारा रिश्ता क्या है हम तो सब भूल के एक दूसरे को प्यार दे रहे थे.
थोड़ी देर और पापा ने मेरी गान्ड को चोदा फिर लंड निकाल कर पीछे से ही मेरी चूत मे डाल दिया. मेरी चूत तो पहले ही गीली हो रही थी इस लिए आसानी से लंड को निगल गई. पापा बहुत मेहनत से लंड चूत मे पेलने लगे साथ में मेरे बूब्स भी दबा रहे थे ऊपर नीचे के इस मज़े से मैं तो पागल हुई जा रही थी थोड़ी देर मे ही मैं और पापा एक साथ फारिघ् हो गये.
हम दोनो की साँसें तेज़ थी जब पापा ने लंड बाहर निकाला तो मैं जल्दी से बेड पर लेट गई क्यूँ कि मैं बहुत थकावट फील कर रही थी .पापा भी मेरे साथ लेट गये हम दोनो ने थोड़ी देर रेस्ट किया फिर उठ के बाथ रूम गये वहाँ सफाई की और बेड पर एक दूसरे को झप्पी डाल के नंगे ही सो गये.
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