RE: Desi Sex Kahani चुदाई घर बार की
बाजी आप की बात तो ठीक है लेकिन ऐसा होगा किस तरह क्या कुछ इस बारे मैं भी सोचा है आप ने
बाजी मेरी तरफ देखते हो बोली बस भाई तुम फरजाना की फिकेर करो वो अगर तुम्हारे हाथ आएगी तो बिल्लो के ज़रिए बाकी
फरीदा का तो मैने सोच लिया है की क्या करना है
उसकी चिन्ता नहीं लो
मैने हाँ मैं सर हिला दिया और बोला ठीक है बाजी मैं करता हूँ बिल्लो से बात की वो क्या कहती है वेसे मुझे उमीद है की बिल्लो मना नहीं करेगी और हुमारा पूरा साथ देगी
बाजी मेरी बात सुनके उठ खड़ी होई और बोली चलो अब तुम आराम करो और
बिल्लो से जो भी बात करनी है सोच लो के किस तरह करोगे और उसे अपना हामी बनोगे
तुम्हारा काम है बाकी फरीदा का मैं 1 2 दिन मैं ही तुम्हारे या अबू के साथ कुछ करती हूँ साली ने हमनें बदनाम करने मैं कोई कसर नहीं चोरी थी और इतना बोल के बाजी मेरे रूम से निकल गई
बाजी के जाने के बाद मैं सोच मैं पड़ गया के आख़िर बाजी फरीदा के बारे मैं क्या सोचे है और उसे किस तरह राज़ी करेगी लेकिन फरजाना का मुझे इतना बड़ा मसाला नज़र नहीं आ रहा था क्यों के बिल्लो मुझे बता चुकी थी के फरजाना भी अब चुत की खुजली मिटाना छाती है और उस के लिए किसी भी हद तक जा सकती है
खैर मैने ज़्यादा सोच बिचार मैं वक़्त बरबाद नहीं किया और सोने की कोशिश करने लगा और मेरी आँख कब लगी मुझे पता भी नहीं चला दुपेहर को मेरी आँख खुली तो
मैं खाना खा के खेतों की तरफ चला गया जहाँ बाजी और अबू दोनो ही थे मेरे खेतों मैं पहुँचते ही बाजी ने मुझे कहा क्यों भाई नींद पूरी हो गई तुम्हारी या फिर अभी कुछ और भी सोना है
मैं हंसते हो अबू की तरफ देख के बोला बस हो ही गई है नींद भी पूरी लेकिन बाजी आप क्यों पूछ रही हैं तो बाजी ने कहा भाई कुछ काम है तुम से लेकिन अभी नहीं रात को ब्ताओं गी
मैं कुछ ना समझते हो हंस दिया और जा के बिस्तेर पे बैठ गया और अबू और बाजी को काम करते हो देखने लगा और नहा धो के टाइम पास करता रहा और शाम को बाजी और अबू के साथ घर की तरफ चल दिया
घर पहुँच के सब ने कुछ देर आपिस मैं गुप शुप करने के बाद खाना खाया और सोने के लिए अपने अपने बिस्तेर पे चले गये तो
अम्मी मेरे लिए दूध लाई और मुझे दूध का गिलास पकड़ा के बोली लो बेटा दूध पीयो लेकिन अभी सोना नहीं तुम्हारे साथ कुछ काम है
मैने दूध का गिलास पकड़ लिया तो अम्मी मेरे रूम से निकल गई तो मैं दूध पीके हो सोचने लगा की अभी अम्मी भी जागने के लिए बोल के गई हैं और बाजी ने भी कहा था क आज तुम्हारे साथ काम है तो आख़िर ऐसी क्या बात है क बाजी और अम्मी दोनो को एक साथ ही मेरे से काम पड़ गया
खैर मैं दूध पी के लेट गया और इंतज़ार करने लगा क देखते हैं अब क्या काम निकालने वाला है मेरे लिए
मुझे बिस्तेर पे लेते हो कोई 30-35 मिनट ही हो थे क बाजी मेरे रूम मैं आ गई और मुझे जागता देख के बोली क्यों भाई तैयार हो ना कहीं नींद तो नहीं आ रही तुम्हें तो मैं उठ के बैठ गया और बोला नहीं बाजी नींद तो नहीं आ रही लेकिन कुछ समझ भी नहीं आ रही क आख़िर चल क्या रहा है यहाँ
अभी अम्मी भी जागने का बोल के गई हैं और
तुम भी तैयारी का पूछ रही हो
बाजी मेरी बात सुन के हंस दी और बोली भाई जो मैं बोलों बस वेसे ही करते चले जाओ सब कुछ तुम्हारी समझ मैं आ जाए गा और इतना बोल के मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली चलो मेरे साथ
मैं बाजी के साथ चल पड़ा और बोला लेकिन बाजी बताओ तो सही जाना कहाँ है तो बाजी ने कहा यार मेरे रूम मैं ही चलना है तुम्हें और आज की रात वहीं हम मज़े कराईंगे क्या समझे
मैं बाजी की बात सुन के रूम के दरवाजे पे ही झटके से रुक गया और बोला बाजी कहीं आप का दिमाग तो खराब नहीं हो गया वहाँ तो फरीदा भी आप के साथ ही सोती है और जहाँ तक मेरा ख्याल है की अभी वो जाग रही हो गी सोई नहीं हो गी
बाजी हंसते हो बोली हाँ भाई फरीदा वहीं मेरे साथ ही सोती है और अभी जाग रही लेकिन आखें बंद किए लेती है और सोने की कोशिश कर रही है और मैं जो चाहती हूँ उस के लिए ये वक़्त ही मुनासिब है
मैने बाजी को हेरात से देखा और बोला लेकिन बाजी मुझे भी तो पता चले के आख़िर तुम चाहती क्या हो तो बाजी ने कहा भाई मैं चाहती हूँ की फरीदा हुमारी चुदाई को अच्छी तरह देख ले क्यों की जुब फरीदा हमनें ये सब करता देखेगी तो ज़ाहिर है क वो सुबह अम्मी को बतएगी या फिर मेरे साथ बात करेगी जिस के बाद हमनें फरीदा को अपने साथ मिलना आसान हो जाएगा
बाजी की बात सुन के मैं हंस दिया और बोला ठीक है बाजी मैं तैयार हूँ लेकिन मेरा इस तरह आप के साथ जाना ठीक नहीं है आप ऐसा करो के रूम मैं चलो मैं आप के पीछे ही आ रहा हूँ 5 मिनट तकबाजी भी हँसती होई बोली लगता है मेरा भाई अब ख़ासा होशयार होता जा रहा है और इतना बोल के रूम से निकल गई तो मैं बाजी के जाने के बाद कोई 5 मिनट तक इंतज़ार कर के बाजी के रूम की तरफ चल दिया
मैं बाजी के रूम के पास जा के खड़ा हो गया और साँस बहाल की और बाजी के रूम का परदा हटा के रूम मैं जा घुसा और अपने पीछे दरवाजे बंद के कर के बाजी की तरफ देख के मुस्कुराया और लाइट ऑफ करने लगा तो बाजी ने ना मैं सर हिला के मुझे लाइट ऑफ करने से मना कर दिया
मैने लाइट ऑफ किए बिना ही बाजी की तरफ चल दिया और बाजी के बिस्तेर के पास जा खड़ा हुआ तो बाजी भी मुस्कुराने लगी और मेरा हाथ पकड़ के अपनी तरफ खींच लिया
जिस से मैं बाजी के ऊपर जा गिरा तो बाजी के मुह से आऐईयईईईईईई की हल्की से आवाज़ निकल गई क्यों की मैं काफ़ी ज़ोर से बाजी के ऊपर गिरा था
बाजी के मुह से आवाज़ निकलते ही हम दोनो ने एक साथ फरीदा की तरफ देखा तो मुझे लगा के फरीदा जाग रही है और हमनें देख भी रही थी लेकिन उस ने जल्दी से अभी आखेँ बंद की हूँ क्यों की फरीदा ने अपनी आँखों को बड़ी ज़ोर से भींचा हुआ था की हमनें उस के जागने का पता ना चले
लेकिन फरीदा को ये पता नहीं था की हम तो खुद ही जान बुझ के यहाँ उस के करीब ये सब कुछ कर रहे थे के वो सब कुछ अपनी आँखों से देख ले और हुमारी ये कोशिश पूरी होती नज़र आ रही थी
खैर मैने फरीदा की तरफ से नज़र घुमा ली और बाजी की तरफ देखा जो के अब मेरी तरफ ही देख रही थी तो मैने अपने लीपस को बाजी के होंतों पे रख दिया और बड़े प्यार से अपनी बड़ी बेहन को किस करने लगा
थोड़ी देर तक हम दोनो बेहन भाई एक दोसरे के ओ किस करते रहे उस के बाद बाजी ने मुझे अपने ऊपर से हटा दिया और बोली भाई इस तरह मज़ा नहीं आ रहा ऐसा करो जल्दी से कपड़े निकालो
मैं भी बाजी की बात सुन के हंस दिया और बोला यार बाजी अब इतनी भी क्या जल्दी है पूरी रात है
अपने पास मज़े करने को ज़रा आराम से करेंग बाजी ने कहा यार भाई आज तुम ने जो करना है ज़रा
जल्दी कर लो क्यों के सारी रात वाला प्रोग्राम फिर कभी का बना लेना आज नहीं क्यों के यहाँ फरीदा भी सोई होई है अगर इस की आँख खुल गई और इस ने हमनें इस हालत मैं देख लिया तो क़यामत ही आ जानी है इस ने तो पहले भी कोई कसर नहीं चोरी थी हमनें मरवाने की वो तो बस हुमारी किस्मत ही अच्छी थी
हाँन बाजी बात तो आप की ठीक है चलो फिर उतरो कपड़े आज का काम जल्दी जल्दी कर लेते हैं क्यों क अगर ये उठ गई तो ये हुमारे प्यार को ना समझते हो शोर श्राबा करे गी
मैं अब बाजी के ऊपर से हट के बिस्तेर से उतार आया और जान बुझ के फरीदा की तरफ मुह कर के अपने कपड़े उतरने लगा जिससे की मैं चाहता था की फरीदा अच्छी तरह मेरा लूँद देख ले जो की वो आध खली आँखों से अब देख भी रही थी हमारी तरफ बाजी ने भी मेरे पास खड़े हो के ही अपने कपड़े उतार दिए और नंगी हो गई
तो मेरे पीछे आ के खड़ी हो गई और मुझे पीछे से लीपेट गई और अपना एक हाथ थोडा नीचे कर के मेरे लूँद पे रख दिए और सहलाने लगी
थोड़ी देर तक बाजी अपने नंगे बूबस को मेरी कमर पे रगड़ती रही और मेरे लूँद को हाथ मैं पकड़े सहलाती रही तो फिर मैने बाजी का हाथ पकड़ा और उसे आगे की तरफ खींच लिया तो बाजी मेरे पेचए से निकल के सामने आ गई तो मैने बाजी को एक किस कियोर किस करने के बाद बाजी को अपने लूँद की तरफ इशारा किया तो बाजी मुस्कराते हो मेरे लूँद की तरफ झुक गई और अपना मुह खोल के मेरे लूँद की कॅप को अपने मुह मैं भर लिया
अब बाजी मेरे लूँद पे झुकी होई बड़े मज़े से लोली पोप की तरह मेरे लूँद को चूसे जा रही थी लेकिन अब मेरा ध्यान बाजी से हट के फरीदा बाजी की तरफ चला गया जिन का फेस टमाटर की तरह लाल हो रहा था और माथे पे पसीना भी चमक रहा था और उन की आखेँ भी आधी खुली नज़र आ रही थी
मैं समझ गया के फरीदा बाजी भी हुमारी मस्ती को पूरी तरह एंजाय कर रही हैं तो मैने बाजी को बलों से पकड़ के झतका दिया और खड़ा कर के उन के लीपस को चूसने लगा जिस मैं बाजी भी मेरा किसी जनोनी की तरह साथ दे रही थी
किस करने के बाद बाजी ने मुझे नीचे लिटा दिया और फिर से मेरे लूँद को पूरी तरह अपनी ज़ुबान निकल के चाटने लगी
बाजी थोड़ी देर तक मेरा लूँद ऐसे ही चाटती रही फिर सर उठा के मेरी तरफ देखते हो बोली क्यों भाई मज़ा भी आ रहा है या नहीं तो मैं हंस दिया और बोला बाजी जिस की आप जैसी गश्ती बेहन हो उसे के मज़े का क्या ही पुछना बस यूँ लग रहा है के मैं हवाओं मैं उड़ा जा रहा हूँ
मेरी बात सुन के बाजी उठ खड़ी होई और मेरे मुह के पास आ के खड़ी हो गई और अपनी टाँगों के खोल के मेरे सर के दोनो तरफ रख लिया और थोडा सा झुकते हो बोली
भाई ज़रा अपनी बेहन की चुत का पानी तो चख के देखो मज़े का है या नहीं तो मैने भी नीचे से अपना सर थोडा उठा दिया और अपनी ज़ुबान बाहर निकल के बाजी की चुत से टीका दी और चाटने लगा
मेरी ज़ुबान जैसे ही बाजी की चुत से टच होई बाजी सीधी खड़ी गई तॉज़ मैने हेरान होते हो कहा क्यों बाजी खड़ी क्यों हो गई
अभी तो आप की चुत की स्मेल भी अच्छी तरह नहीं मिली के आप खड़ी भी हो गई बाजी मेरे ऊपर से हट गई और बोली यार भाई ऐसा करो की मुझे बिस्तेर पे लेटने दो फिर तुम मेरी चुत को मज़े चाटना
ऐसा मुझ से खड़ा नहीं हुआ जाएगा तो मैने बाजी को बिस्तेर पे लिटा दिया और उन की टाँगों को पूरा खोल के दरमियाँ मैं लेट गया और अपनी ज़ुबान निकल के बाजी की चुत पे रख दी और ऊपर से नीचे तक बाजी की चुत मैं घूमने लगा
मेरे इस तरह बाजी की चुत चाटने से बाजी सिसकियाँ भरने लगी जिस से रूम मैं आअहह भाईईईईईई उनम्म्मह हान्ंणणन् खा जाओ मेरी चुत को ऊऊहह हन ईईईईई ऐसे ही बड़े प्यार से घूमाओ अपनी जीभ को आअहह की आवाज़ गूंजने लगी
बाजी क्यों की अब काफ़ी गरम हो रही थी तो मैने अब ज़्यादा देर ना करते हो उठा और बाजी की टाँगों के दरमियाँ बैठ गया उठ के और अपना लूँद अपनी बड़ी बेहन की चुत पे टीका दिया और अंदर घुसने लगा
जैसे जैसे मेरा लूँद बाजी की चुत मैं घुसता जा रहा था बाजी के मुह से सस्सीईए आअहह भाईईईईईईईईईईईई पूरा घुसा डालो
एक ही झटके मैं क्यों तरसा रहे हो मेरिइईईईई मैने बाजी की बात को एक कान से सुना और दोसरे कान से निकल दिया और ऐसे ही आहिस्ता बाजी की चुत मैं अपना लूँद इन आउट करता रहा तो बाजी थोडा सा ऊपर को उठी और मुझे बलों से पकड़ के अपने ऊपर गिरा लिया और साथ ही अपनी टाँगों का आँकड़ा मेरी कमर पे बना के मुझे बलों से झींझोड़ते हो बोली साले हरामी मेरी चुत अग मैं जल रही है और
तुझे मस्ती सूझ रही हाईईईईईईईईई तेज़ तेज़ झटके मररर्र्र्र्ररर कुटिया के पीले बहनचोद तेरी मा की चुत को भी तुझसे से चुड़वाओं हरमिीईईईईई ज़ोर से छोड़ अपनी बेहन की चुत कूऊओ की आवाज़ के साथ ही अपने पैरों से मुझे अपनी चुत की तरफ डबती और साथ ही अपनी गांद को भी मेरे लूँद की तरफ ज़ोर से दबा देती जिस से रूम मैं ताप्प्प्प्प्प्प्प थाआप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प की तेज़ आवाज़ गूंजने लगी बाजी थोड़ी देर तक ऐसे ही चुड़वति रही लेकिन फिर अचानक बाजी ने मुझे छोड़ दिया और थोडा पीछे की तरफ खिसक गई जिस से मेरा लूँद बाजी की चुत से निकल आया तो
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