Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
06-02-2019, 12:41 PM,
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
फिर बातों – 2 में मेने अपनी और निशा की शादी की बात बताई तो वो एकदम से भड़क गयी.. और अपने बेटे और मुझे साथ लेकर हमारे घर की तरफ लपक ली…!

घर में घुसते ही चाची पैर पटकते हुए बोली – जेठ जी आपने हमें बिल्कुल ही पराया कर दिया…? इतनी बड़ी खुशी और हमें बताया तक नही…!

भैया – अरे चाची.. अभी खुशी के लिए बैठे ही हैं.. अभी कुछ तय नही हुया…

बहू तो आपने देखी ही है.. और बताइए आपकी क्या इच्छा है.. वो भी रख देते हैं इनके सामने…

चाची – बड़े लल्ला जी मेरी क्या इच्छा होगी,.. इस घर की खुशी से बढ़कर मेरी और कोई इच्छा नही है.. मे तो बस इतना कह रही थी.. कि हमें भी इस खुशी में शामिल कर लेते तो मुझे अच्छा लगता…

भाभी – सॉरी चाची… हम आपको खबर करने ही वाले थे.. लल्ला जी के आने के बाद उन्हें आपके पास ही भेजते.., पर वो देखो हमारे कहने से पहले ही आपको ले आए… अब बताइए क्या ग़लत हुआ…!

चाची चुप रह गयी.. फिर बाबूजी ने कहा.. अंकुश ! बेटा जा अपने दोनो चाचा – चाची को भी खबर कर्दे.. सब मिल बैठ कर बात करते हैं.. वरना रश्मि की तरह वो लोग भी नाराज़ होंगे..

चाची – जेठ जी ! मे तो बस… ऐसे ही…

बाबूजी – मे जानता हूँ रश्मि .. तुम हम लोगों से कितना हित रखती हो.. इसलिए तुमने अपना हक़ जताया है,…

हम सच में माफी माँगते हैं तुमसे कि हमने पहले तुम्हें नही बुलाया…

इतने में और लोग भी आ गये.. और सबके सामने मेरी शादी की बात तय हुई…

मेरे कहने पर शादी को बड़े सादगी ढंग से करने का निर्णय लिया गया.. कोई ज़्यादा शोर-शराबा या हंगामा नही करना था..
बस अपने घरवालों की मौजूदगी में ही सात फेरे लेने थे.. और सबका आशीर्वाद लेकर अपना घर संसार बसा लेना था..

वाकी लोगों की मनसा थी कि सारे रिस्ते-नातेदारो को बुलाया जाए.. लेकिन मेने मना कर दिया.. जिसे भैया और भाभी ने भी उचित ठहराया,…इसके पीछे मेरा आगे का मक़सद जुड़ा हुआ था…

किसी और सगे संबंधी को ना बुलाना पड़े, इस वजह से हमने रामा दीदी को भी खबर नही की, वरना चाचा की बेटियों को भी बुलाना पड़ता…

मे नही चाहता था कि मेरी शादी की बात ज़यादा लोगों को पता लगे…

और एक दिन सभी घर परिवार की मौजूदगी में हम दोनो एक हो गये.. हमने गाँव के अन्य लोगों को भी शामिल नही किया था…

आज निशा मेरी थी.. मे निशा का था…, दोनो ने बंधन में बँधने के बाद सभी बड़ों का आशीर्वाद लिया…

भाभी के पैर लगते हुए मे उनके कान में फुसफुसाया…

भाभी , आख़िर तोता – मैना एक हो ही गये,… उन्होने मुस्करा कर आशीर्वाद देते हुए कहा…ये जोड़ी सदा यौंही बनी रहे.. एश्वर से बस यही प्रार्थना है मेरी..

आज मेरी तपस्या का फल मुझे मिल गया है,… फिर वो आँसुओं भरे चेहरे को ऊपर उठा कर बोली – माजी मेरी ज़िम्मेदारियों में कोई कमी रह गयी हो तो अपनी बेटी समझ कर मुझे माफ़ कर देना…

बाबूजी भी अपनी भावनाओं को काबू में नही रख पाए,.. रोते हुए उन्होने
भाभी को अपने गले से लगा लिया.. और रुँधे स्वर में बोले…

नही मेरी बच्ची… तूने अपनी ज़िम्मेदारियाँ पूरी श्रद्धा और लगान से निभाईं हैं… शायद इतनी अच्छी तरह से विमला भी ना निभा पाती…!

ये देख कर वहाँ मौजूद सभी की आँखें भी नम हो गयी…… !

सारे रीति-रिवाजों को संपन्न करने के बाद, निशा के मम्मी पापा और भैया कुछ घंटे रुक कर दोपहर ढलते ही अपने घर लौट गये…

भाभी ने मुझे कहा… लल्ला जी आज तुम दोनो के मिलन की पहली रात है, तो सगुण के तौर पर निशा को ऐसा कुछ देना जो उसे पसंद आए…

मेने कहा – सब तरह के गहने-जेवर तो आपने उसे दे ही दिए हैं… अब मे ऐसा क्या दूँ.. आप ही कुछ बता दो…

भाभी – एक लड़की गहने-जेवर से बढ़कर अपने पति द्वारा प्यार से दिया हुआ तोहफा ज़्यादा पसंद करती है…, तो जो भी तुम्हें पसंद हो वो दे देना…

मे सोच में पड़ गया… मेने कभी अपनी पसंद-नापसंद के बारे में सोचा ही नही था… सारी इक्षाएँ तो भाभी ही पूरा करती आईं थीं…तो ऐसा क्या दूँ, जो उसे भी पसंद आए…

क्या इसके बारे में निशा को ही पूछा जाए…? लेकिन वो तो कहेगी कि उसे और कुछ नही चाहिए… तो फिर क्या दिया जाए…?

फिर मेरे दिमाग़ में आया… क्यों ना उसे ऐसा कुछ दिया जाए… जिसकी वजह से वो हर समय मेरे करीब ही रहे…तो मेरे दिमाग़ ने कहा “मोबाइल” .

हां यही ठीक रहेगा, एक स्मार्ट फोन उसे देता हूँ, जिससे हम चाहे पास हों या दूर, जब मन करे, एकदुसरे से बात कर के करीब ही रह सकते हैं…

ये सोच कर मेने गाड़ी उठाई और शहर की तरफ चल दिया…
शहर जाकर मेने एक अच्छी सी कंपनी का स्मार्ट फोन खरीदा और चल पड़ा अपने घर की ओर… अपने प्रथम मिलन की कल्पना करते हुए…

अभी मे शहर से कोई 10 किमी ही निकला था कि, बीच रास्ते में मुझे एक जीप खड़ी दिखाई दी…

सिंगल रोड होने के कारण उसके साइड से बचा कर बयके निकलने के लिए मुझे अपनी स्पीड कुछ ज़्यादा ही कम करनी पड़ी…

मे अभी उस जीप के बगल से निकल ही रहा था कि, जीप में बैठे लोगों मे से एक ने मेरे ऊपर हॉकी से वार किया…

हॉकी के वार को तो में झुकाई देकर बचा गया, लेकिन मेरा बॅलेन्स बिगड़ गया और मे बाइक समेत रोड के साइड को लुढ़कता चला गया…

मेरा बदन कयि जगह से छिल गया, जिसमें से तेज टीस सी उठने लगी…

ख़तरे का आभास होते ही मेरी सभी इंद्रिया सजग हो उठी…मे अपने दर्द की परवाह किए वगैर उठ खड़ा हुआ…

लेकिन इससे पहले कि मे ठीक से खड़ा हो पता, उनमें से दो लोगों ने मुझे दोनो तरफ से मेरे बाजुओं से जकड लिया…!
Reply


Messages In This Thread
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस - by sexstories - 06-02-2019, 12:41 PM
Nise story - by Ram kumar - 01-07-2020, 11:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,484,899 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,623 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,225,404 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,798 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,644,739 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,072,877 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,937,743 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,013,071 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,015,444 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,303 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 14 Guest(s)