Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
06-02-2019, 12:41 PM,
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
खाना ख़ाके, थोड़ी देर हम सब आपस में बातें करते रहे,

भाभी, निशा को सुहाग रात की कुछ टिप्स देने उसके पास चली गयी…

कुछ देर मे बाबूजी और भैया के साथ बैठकर राजेश के केस से संम्बंधित बातें करते रहे,

वो दोनो अभी भी इस विषय पर चिंतित दिख रहे थे, लेकिन मेने उन्हें बिल्कुल असवास्त रहने के लिए कहा…

कुछ देर बाद बाबूजी और भैया उठ कर सोने चले गये तो मे भी अपने कमरे की तरफ बढ़ गया, जहाँ दोनो बहनें मेरा इंतेज़ार कर रही थीं.
मेरा कमरा गॅलर्री में लास्ट था, अभी में गॅलर्री में ही था, कि मेरे कमरे से निकल कर भाभी आती हुई दिखाई दी,

मे वहीं ठिठक गया, जब वो मेरे पास आ गयी मेरा हाथ पकड़ कर दीवार की तरफ कर के वो मुझे समझने लगी…

देवेर जी… आज तुम पहली बार निशा के पास एक पति के रूप मे जा रहे हो…

और वो एक पत्नी की तरह तुम्हारे सामने होगी, तो आज तुम दोनो के बीच की सारी दीवारें ढह जानी चाहिए…, जिससे एक दूसरे के बीच की हिचक दूर हो जाए….

एक और बात, निशा अपने दिलो-दिमाग़ से परिपक्व लड़की है… लेकिन शारीरिक तौर पर नही…जो आज तुम्हे यूज़ करना है…

मेने भाभी को पकड़ कर दीवार से सटा दिया, उनकी कमर में हाथ डालकर अपनी तरफ खींचा और आँखों में झाँकते हुए बोला….

हमारी सुहाग रात की साक्षी नही बनाना चाहोगी भाभी, उसे शारीरिक तौर पर परिपक्व बांबने में अपने लाड़ले की मदद नही करोगी..?

अपनी छोटी बेहन को गाइड भी करती जाना…!

भाभी ने मुस्कराते हुए प्यार से मेरे गाल पर चपत लगाई, और बोली – ये रात किसी और के साथ शेयर नही की जाती देवर्जी…!

और वैसे भी अब तुम अनाड़ी नही रहे, कइयों की सील चटखा चुके हो, तो अपनी पत्नी की नही कर पाओगे क्या..?

मेने झटके से भाभी को अपने शरीर से सटा लिया, अब उनकी गदाराई हुई चुचियाँ मेरे सीने से दब रही थी,

फिर भाभी के मस्त गदराए हुए कुल्हों को मसलकर और ज़ोर से अपनी तरफ दबाया, मेरा पप्पू उनकी मुनिया के दरवाजे को खट-खटा रहा था,

भाभी की आँखों में भी वासना के डोरे तैरने लगे, लेकिन अपनी भावनाओं पर कंट्रोल करते हुए, मेरे सीने पर हाथ का दबाब देकर मुझे अपने से अलग किया……

फिर मुस्करा कर उन्होने मेरे होंठ चूम लिए और, मेरे पप्पू को दबाते हुए बोली – अब इसके आगे और कोई शैतानी नही…

आज इस पर सिर्फ़ इसकी असली मालकिन का हक़ है, अब अंदर जाओ एक पति के अधिकार के साथ, और निशा को वो तोहफा दो…जिसके लिए हर लड़की अपने जीवन में सपने संजोती है…!

ये कह कर भाभी ने मुझे धकेल कर रूम के अंदर कर दिया और बाहर से गेट बंद कर के खुद भैया के पास चली गयीं…

मेने पलट कर जैसे ही कमरे के अंदर कदम रखा, सामने के नज़ारे को देख कर मेरा मन मयूर होकर नाच उठा…….!
सामने फक्क सफेद चादर से ढका बेड जिसपर लाल गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों बिछि हुई थीं…!

कमरे के अंदर बिखरी हुई सुगंध, किसी को भी मदहोश कर्दे, लगता है भाभी ने ये सब करने में काफ़ी मेहनत की होगी…!

बेड के सिरहाने एक लाल सुर्ख जोड़े में, सर पर लंबा सा घूँघट लिए, सिकुड़ी सीमिटि सी निशा… अपने प्रियतम के इंतेज़ार में बैठी थी…

अभी - 2 कमरे से बाहर निकलने से पहले उसकी दीदी उसे आने वाले पलों के बारे में बहुत कुछ ज्ञान देकर गयी होंगी सुहाग रात के बारे में…

मे धीरे-2 चलते हुए बेड तक गया… और उसके साइड में जाकर खड़ा हो गया…

निशा मुझे अपने नज़दीक खड़ा पाकर और ज़्यादा अपने आप में सिमट गयी…, मे धीरे से उसके पास बैठ गया, और उसके कंधे पर हाथ रखा- उसके शरीर में एक कंपकपि सी दौड़ गयी…, जो मेने साफ महसूस की.

मेने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा - जान ! ये चाँद सा मुखड़ा घूँघट में क्यों छुपा रखा है…?

हम दोनो के बीच अब इस घूँघट का क्या काम…? हटाओ इसे….

उसने ना में अपनी गर्दन हिला दी…, मेने मुस्कराते हुए.. उसके घूँघट को अपने हाथों में लेकर उलट दिया…

वाउ ! हल्के से मेक-अप और गहनों से लदी, अपनी नज़रें पलंग पर गढ़ाए… वो शर्मो-हया की मूरत बनी बैठी थी…

नाक में नथुनि, माथे पर टीका, गले में मन्गल्सुत्र के साथ एक बड़ा सा हार,… कानों में बड़े-2 झुमके… हाथों में हतफुल.

मेहदी लगे हाथों की सभी उंगलियाँ अंगूठियों से भरी हुई, कुहनी तक लाल और हरी-हरी चूड़ीयाँ, जिनके आगे और पीछे एक –एक सोने के कंगन…!

वो इस समय साक्षात लक्ष्मी का स्वरूप लग रही थी, मेरे मन ने कहा की क्यों ना इस छबि को हमेशा के लिए एक यादगार बना लिया जाए,

सो अपना स्मार्ट फोन निकाल कर उसका फोटो लेना चाहा, लेकिन वो तो अपनी नज़रें नीचे किए हुए थी…!



मेने अपने हाथ का सहारा उसकी तोड़ी पर लगाकर उसके चेहरे को ऊपर किया… फिर भी उसकी पलकें झुकी ही रही…

मेरी तरफ देखो निशु..! उसने फिरसे अपनी गर्दन ना में हिला दी…

मे – क्यों ? मुझसे नाराज़ हो..?

वो – लाज आती है…!

मे – मुझसे अब कैसी लाज ! अब हम पति-पत्नी हैं.. जान ! अब हम दोनो के बीच शर्मो-हया का ये परदा क्यों..? ज़रा मेरी तरफ देखो तो सही, मे तुम्हारी इस छबि को कमरे में क़ैद करना चाहता हूँ..

एक क्षण को उसने मेरी तरफ देखा, और उसी पल मेने उसकी उस छबि को अपने फोन में क़ैद कर लिया…

उसके लव थरथरा रहे थे… मेने उसके माथे के टीके को एक ओर कर के उसे चूम लिया… उसकी पलकें फिरसे बंद हो गयी…

उसके हाथों को अपने हाथों में लेकर मेने कहा – मेरी तरफ देखो मेरी जान…

उसने जैसे-तैसे कर के अपनी पलकों को उठाया, मानो उनके ऊपर ना जाने कितना भर पड़ रहा हो,…

मे उसकी झील सी गहरी शरवती आँखों का तो हमेशा से ही दीवाना था… उनमें झाँकते हुए बोला – तुम सच में बहुत सुन्दर हो प्रिय…

उसकी पलकें शर्म से फिर एक बार झुक गयी… आज तो वो कुछ ज़्यादा ही लजा रही थी…
Reply


Messages In This Thread
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस - by sexstories - 06-02-2019, 12:41 PM
Nise story - by Ram kumar - 01-07-2020, 11:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,485,435 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,679 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,225,602 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,938 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,645,063 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,073,075 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,938,167 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,014,611 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,015,986 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,356 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 11 Guest(s)