Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
06-02-2019, 01:56 PM,
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस
उसने नीचे से अपने पैरों की केँची मेरी कमर में लपेट रखी थी…, जांघों की मोटाई ने ये कन्फर्म कर दिया कि ये कोई भारी-भरकम औरत है…

तभी पूरा कमरा एकदम से रोशनी में नहा उठा, मेरे नीचे दबी शांति देवी (खुशी की मम्मी) एकदम खिल-खिलाकर हँसने लगी..,

मे एकदम से चोंक कर उनके उपर से उठने लगा, लेकिन टाँगों की केँची ने मुझे निकलने नही दिया…

मेरा सारा नशा हिरण हो चुका था, मेने उनकी आँखों में झाँका, जो थोड़े नशे में दिख रही थी, शायद उन्होने कोई ड्रिंक ले रखा था…!

मेने उठने की कोशिश करते हुए कहा – आंटी जी आप..? आप यहाँ होंगी ये मुझे कटाई अंदाज़ा नही था..,

उन्होने कसकर मुझे जकड लिया और मेरे गाल से अपना गाल रगड़ते हुए बोली – तुमने सोचा शायद खुशी होगी, इसलिए मस्ती से किस कर रहे थे.. है ना..?

मेने सफाई देने की कोशिश करते हुए कहा – नही..नही.. मे भला खुशी के साथ ऐसा कैसे….

वो मेरी बात बीच में ही काटते हुए बोली – बनो मत, मुझे सब पता है, तुम उसे कई बार चोद चुके हो…

अब एकाध बार उसकी माँ को भी चोद दो, तुम्हें विश्वास दिलाती हूँ, मेरी चूत मारकर तुम्हें निराशा नही होगी..,

मेने कसमसाते हुए कहा – ये आप क्या कह रही हैं, प्लीज़ छोड़िए मुझे, आप मेरी माँ समान हैं.., मे भला आपके साथ ये काम कैसे कर सकता हूँ…?

वो – तो खुशी को क्या मानते हो..? बेहन ना, जब बेहन को चोद सकते हो लेकिन उसकी माँ को नही, प्लीज़ मे बहुत प्यासी हूँ, एक बार अपने मोटे लंड से चोद दो मुझे प्लीज़…

तभी पीछे से खुशी की आवाज़ सुनाई दी – अब इतने नखरे भी ठीक नही हैं भैया, मम्मी कितनी मिन्नतें कर रही है, चलो अब शुरू हो जाओ….!

मेने पलट कर जब खुशी की तरफ देखा, तो वो पलंग के पास खड़ी मंद-मंद मुस्करा रही थी….!

मेने आंटी के होठों को चूमकर मुस्कराते हुए कहा – अच्छा ठीक है, लेकिन अब उठने तो दीजिए, आपने तो किसी पहलवान की तरह मुझे दबोच रखा है, हाथ पैर भी नही हिला सकता…!

वो खिल-खिलाकर हँसने लगी, और अपनी पकड़ ढीली कर दी.., मेने हाथ बढ़ाकर खुशी को भी अपने पास खींच लिया, और उसका एक मम्मा दबाकर कहा –

एक शर्त पर, तुम भी हमारे साथ रहो तो…, वो अपनी मम्मी की तरफ देखने लगी,

आंटी ने मुकराते हुए कहा, आजा मेरी रानी बिटिया, तेरी माँ की प्यास बुझाने के लिए इनकी ये शर्त है तो वो भी मंजूर है, अब ये रहा सहा परदा भी किस काम का

ये कहकर आंटी ने अपनी बेटी का टॉप निकाल बाहर किया और उसके होठ चूमने लगी.., तब तक मेने सेठानी के ब्लाउस के सारे बटन खोल दिए.., 42 के बड़े बड़े खरबूजे उच्छल कर बाहर आ गये..,

माँ- बेटी उपर से दोनो नंगी हो चुकी थी, जहाँ खुशी की चुचियाँ गोल-गोल अपनी शेप लिए हुए थी वहीं सेठानी की उम्र के साथ-साथ थोड़ी लटक गयी थी, और उनके बड़े-बड़े काले निप्प्लो के आस-पास काफ़ी बड़ा सा गोलाई लिए हुए ऑरा था…!

मे एक-एक हाथ से दोनो की एक-एक चुचि को मसल रहा था, और वो दोनो माँ- बेटी आपस में चुसम-चुसाई में लिप्त थी..!

फिर वो दोनो एक दम से मेरे कपड़ों पर झपट पड़ी, और देखते ही देखते मेरे सारे कपड़े पलंग के नीचे पड़े थे..,

नितन्ग नंगा पलंग के बीचो-बीच चित्त, मेरा 9” का खूब मोटा सोट जैसा लंड एकदम तना हुआ छत की तरफ सिर उठाए खड़ा जिसे देख कर जहाँ सेठानी की आश्चर्य से आँखें फटी रह गयीं..,

वहीं खुशी उसे मसलते हुए बोली – हाईए…वकील भैया, ये पहले तो इतना तगड़ा नही था.., अब तो ये कुछ ज़्यादा ही लंबा और मोटा लग रहा है…!

मेने हाथ बढ़ाकर खुशी की गान्ड दबाते हुए कहा – हां बहना, आज तुम दोनो माँ-बेटी को एक साथ देख कर खुशी से फूल गया है, अब इसे जल्दी से अपने मुँह में लेकर ठंडा करो मेरी जान…!

खुशी अपना मुँह लंड के करीब ला ही रही थी कि तभी सेठानी ने उसे उसके हाथ से छीन लिया और अपनी जीभ लगाकर मेरे सुपाडे को चाटने लगी…!

मेने उनकी तरफ हाथ बढ़ाकर उनकी साड़ी के नीचे हाथ डालकर उनकी मोटी मटकों जैसी गान्ड की दरार में अपनी उंगली डाल दी, जिसे उन्होने अपनी गान्ड भींचकर वही दबा लिया..!

इधर खुशी ने अपनी माँ को पूरी तरह नंगा कर दिया, और खुद अपना लोवर उतारने लगी., मेने आंटी की गान्ड अपनी तरफ घुमाई और उनकी मोटी भारीभरकम गान्ड में अपना मुँह डाल दिया…!

अब वो मेरा लंड चूस रही थी और मे उनकी मालपुए जैसी चूत को चपर चपर चाट रहा था, इतना गरमा-गरम सीन देख कर खुशी से नही रहा गया और वो अपनी उंगली चूत में डाल कर हिलाने लगी..,

कमरे में आहहें गूंजने लगी, माहौल बहुत गरमा गया था, तक कर आंटी ने अपनी चूत का ढक्कन खोल दिया, और अपना चूत रस मेरे मुँह के हवाले कर दिया..!

वो कुछ देर अपनी गान्ड का वजन मेरे मुँह पर डाले रही जब तक एक-एक बूँद रस उनकी चूत से बाहर नही आ गया फिर अपनी गान्ड के छेद को सिकोडकर वो मेरे उपर से उठ गयी..,

खुशी अपनी चूत पर चान्टे मारते हुए बोली – आअहह…भैया आओ ना प्लीज़ चोदो मुझे, बहुत चुन-चुनी हो रही है इसमें…!

मेने मुस्कराते हुए खुशी की टाँगों को उपर उठाया, उसकी गान्ड के नीचे एक तकिया लगाकर मेने अपना दहक्ता सुपाडा उसकी गरम चूत के मुँह पर सताया और एक करारा सा धक्का अपनी कमर में लगा दिया…!
Reply


Messages In This Thread
RE: Bhabhi ki Chudai देवर भाभी का रोमांस - by sexstories - 06-02-2019, 01:56 PM
Nise story - by Ram kumar - 01-07-2020, 11:26 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,484,731 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,598 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,225,355 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,743 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,644,617 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,072,756 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,937,582 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,012,621 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,015,210 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,289 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 17 Guest(s)