RE: Bhabhi ki Chudai कमीना देवर
अचानक उसने मां से कहा कि उसे भाई से कुछ बात करनी है, मां ने भी तत्काल अपनी बात खतम करते हुए फ़ोन उसे दे दिया जैसे ही फ़ोन उसने लिया मेरा दिल धड़कनेलगा और मेंरी गांड़ फ़टने लगी कि ये क्या बोलेगी। उसने फ़ोन हाथ में लेकर भाई से कहा-
नेहा भाभी- आप कब आ रहे हैं यहां?
संजय - अभी तो नहीं, और इस बार आने में थोडा़ देर हो सकती है क्योंकि यहां काम कुछ ज्यादा है। इस बार केवल एक दिन के लिये ही आ पाउंगा क्योंकि उसके तुरंत बाद मुझे छ: महिने की ट्रेनिंग के लिये बंगलौर जाना है और उस दौरान हम अपना परिवार साथ नही रख सकते। ट्रेनिंग के खतम होने के बाद मुझे २ वर्ष के लिये किसी भी शहर मे काम करना होगा। वहां तुम साथ रह सकती हो लेकिन तुम तो देखती हो न कि मै कैसे महीने भर तक घर बाहर ही रहता हूं। सो, पराए शहर में मैं तुम्हें कई दिनों तक अकेले रखना ठीक नहीं समझता कम से कम अपने परिवार में तुम सुरक्षित तो हो। नेहा मेंरे नौकरी में अच्छी जगह बनाने के लिये तुम्हें इतना सहयोग तो देना पडे़गा।
नेहा भाभी - ठीक है जैसा उचित समझें किजीये। आने के पहले फ़ोन करना मत भूलना, अच्छा रखती हूं। ऎसा कह कर उसने फ़ोन रख दिया।
उसके फ़ोन रखते ही मेंरी जान में जान आई, उसके फ़ोन लेते समय मुझे ये भय सता रहा था कि कहीं वो रिश्ते के लिये मना न कर दे और मेंरे बारे में भाई को न बता दे। अब उसकी तरफ़ से मेंरा मन सदा के लिये निर्भय हो चुका था।
मां तो भाभी को फ़ोन देते ही यह कह कर चली गई कि उसे बहुत नींद आ रही है। इधर भाभी ने फ़ोन रखते ही मेंरी तरफ़ मुस्कुरा कर देखा और कहा नीता इतनी पसंद थी तो मुझे क्यों नहीं बताया, मैने मन में सोचा अगर तुझे बताता तो शायद बात बिगड़ भी सकती थी। लेकिन मैं मुस्कुराते रहा और कहा वो मेंरी मां है और मेंरे बात करने से ही मेंरे इशारों को समझ गई आप शायद नहीं समझ पाती, उसने कहा कर के तो देखते एक बार। मैंने तपाक से जवाब दिया आप कहां समझती है मेंरे इशारे। वो बुरी तरह से झेंप गई और अपना सर निचे कर दिया और कहा ऎसा नहीं है इतनी मूर्ख और नादान भी नहीं हूं मैं समझने वाले सारे ईशारे समझ ही समझ जाती हूं, अब जिन्हें समझना ही नहीं है ऎसे ईशारों को समझने से क्या मतलब। मैने भी तत्काल कहा मुझे क्या पता आप कौन से इशारे समझती हैं? और कौन से नहीं इसीलिये मैने मां से कहा . उसने जवाब में कुछ नहीं कहा केवल एक व्यंग भरी नजर से मुझे देखा और हौले से मुस्कुरा दिया। फ़िर उसने धीरे से कहा चलिये अब आपके साथ ड़बल रिश्ता होने जा रहा है बहुत बधाई आपको। मैने मन में कहा ड़बल नहीं मेंरी जान ट्रिपल रिश्ता कायम होने जा रहा है। लेकिन प्रत्यक्षत: केवल थैंक्स भाभी कहा। उसने कहा मुझे बहुत नींद आ रही है मैं सोने जा रही हूं गुड़ नाईट, और ऎसा कह कर वो धीरे धीरे सीढीयों की तरफ़ बढने लगी, चलते वक्त उसकी बड़ी बड़ी गांड़ हौले हौले हील रही थी और उसकी टाइट साड़ी से उसकी अंड़रवियर का उभार साफ़ दिख रहा था जिसे देख कर मेंरा लण्ड़ बुरी तरह से खड़ा हो गया। मेंरी किस्मत में अभी कुछ दिन और तड़फ़ना लिखा था, उसने उपर जाते हुए एक तिरछी नजर मुझ पर ड़ाली और हमारी नजर मिलते ही अपनी नजर निचे कर दिया लेकिन वो अपनी हल्की मुस्कान को मुझ से नहीं छिपा सकी और वो तेजी से सीढीयां चढते हुए अपने कमरे की तरफ़ जाने लगी।
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