RE: Bhabhi ki Chudai कमीना देवर
सनी ने अपने हाथ अब कालीन पर रखे हुए थे और वो नेहा की बूर में तजी से लंड़ पेल रहा था तभी नेहा सनी के हाथ को उठाकर अपने स्तन में रखने का प्रयास करती है सनी समझ जाता है कि वो अपने स्तन को मसलवाना चाहती है लेकिन वो अपने हाथ उसके स्तन पर नहीं रखता और उसे कहता है "जान, जैसा तुम मेंरे हाथों से इसे मसलवाना चाहती हो तुम वैसे ही इसे मसलो तभी मुझे समझ आयेगा कि तुमको क्या और कैसे इसे मसलवाना पसंद है। नेहा पहले तो मना करती है और कहती है "नहीं, मुझे शरम आती है" सनी कहता है "जब मसलवाने में शरम नहीं आती तो फ़िर खुद मसलने में कैसी शरम, प्लीज करो जो मैं कहता हुं तुमको ऐसा करते देख कर मुझे मजा आता है और मैं और भी
उत्तेजित होता हुं। अब नखरे मत करो और करो जो मैं कहता हुं sex करते समय शर्म मत किया करो नही तो इसका पूरा मजा कभी भी नहीं ले पाओगी।" नेहा उसकी बात मान लेती है और अपने हाथों से अपने स्तनों को मसलने लगती है।
अपने बड़े बड़े स्तनों को जब नेहा अपने ही हाथों से मसलने लगती है तो उस्के दोनों विशाल स्तन कभी उपर कभी नीचे तो कभी दांए बांए हिलने लगते है। ऐसे अपने ही हाथॊ से अपने स्तनों को मसलते हुए नेहा बला की कामुक लग रही थी और उसने सनी की उत्तेजना को और भी चरम शिखर तक पहुंचा दिया। सनी लगातार अपने लंड़ से नेहा की बुर में अपना लंड़ अंदर बाहर कर रहा था। कुछ देर तक ऐसे ही उसे चोदने के बाद वो अपना लंड़ उसकी चूत से बाहर निकालता है तो नेहा बेचैन हो जाती है और हवा में ही जोर जोर से अपनी कमर उछालने लगती है . वो दर असल कुछ और देर तक उसके लंड़ का मजा लेना चाहती थी वो अपने स्खलन पर पहुंचने ही वाली थी कि सनी ने अपना लंड़ उसकी चूत से बाहर निकाल लिया।
असल में सनी अब उसे घोड़ी बना कर चोदना चाहता था और इसी लिये उसने अपना लंड़ बाहर निकाला था। सनी उसे पलटने के लिये कहता है , नेहा अभी और चुदना चाहती थी इसलिये उसकी बात मानने के अलावा उसके पास कोई भी चारा नहीं बचा था और वो पलट जाती है, अब सनी उसे अपनी कमर को उपर उठाने के लिये कहता है नेहा अपनी कमर उठाकर घोड़ी बन जाती है .
अब नेहा के दोनों विशाल स्तन नीचे की तरफ़ लटक जाते है और उसकी दोनों विशाल बड़ी गांड़े सनी की तरफ़ खुली पड़ी थी। उसकी नंगी गांड को देखते ही सनी पागल हो जाता है और उसे जोरों से चूमने लगता है फ़िर वो अपना लंड़ उसकी गांड के पास ले जाता है और उसकी चूत को तलाशते हुए अपना लंड़ उसकी चूत में फ़िर से घुसा देता है और नेहा को पीछे से चोदने लगता है।
नेहा अब अपनी गांड को हिला हिला कर उसका लंड़ अपनी चूत में ले रही थी और सनी भी बड़ी तेजी से अपना लंड़ उसकी चूत में ड़ाल रहा था। गांड़ उठा कर चुदवाने के कारण सनी को नेहा की गांड़ साफ़ दिखाई दे रही थी। अब वो अपने मुंह में थोड़ा सा थूक भर कर उसकी गांड़ के छेद मे ड़ाल देता है और उसकी गांड़ के छेद को अपनी अंगूठे से दबा देता है और उसे धीरे धीरे मसलने लगता है।
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