RE: Incest Kahani दीवानगी
प्रिया के फोन के बाद मैं मोम के रूम मे गया और वहाँ बेड पर मोम की ब्रा और पैंटी रखी हुई थी मैने मोम की
ब्रा और पैंटी उठा ली और उन्हे सूंघने लगा उसमे बड़ी सौंधी सौंधी गंध आ रही थी, मैने चाइ बनाई और उसे
लेकर मैं मोम के पास पहुच गया और मोम ने चाइ की चुस्किया लेना शुरू कर दी और मैं भी उनके सामने चाइ पीते
हुए बैठ गया, मैने जल्दी से चाइ ख़तम कर दी और फिर वही छत पर लगी टंकी से पानी भर कर मैने मोम
से कहा कि लाओ आपके पेरो को मेहन्दी मैं धो देता हू
मोम मेरी बाते सुनते हुए मुझे देख रही थी और मैं उनके पेरो की मेहन्दी धोने के बहाने उनकी पैंटी के अंदर से फूली
हुई चूत के दर्शन कर रहा था, मैं मोम के पेरो को धोते हुए कभी कभी उनकी टाँगो को फैला कर जब मोड़ता तो मोम
की चूत की फांके भी मुझे नज़र आ जाती थी जिसके कारण मेरा लंड खड़ा हो गया था, मोम की पैंटी उसकी चूत की फांको
को फैलाए हुए अंदर धसि हुई थी और उसकी रस छोड़ती कटोरी अलग ही फूली फूली नज़र आ रही थी, जब मैने मोम के पेर धो दिए तो उसके गोरे गोरे पेर मेहन्दी के रंग मे किसी गोरी दुल्हन की तरह लग रहे थे, मोम के रसीले होंठो
पर अगर लिपस्टिक लगी होती तो उसके होठ और भी पीने लायक नज़र आते, थोड़ी देर बाद मोम खड़ी हुई और सामने नल के पास जाकर बैठ गई और उसका मूह मेरी तरफ था मैं कुर्सी पर बैठ गया और मोम की गुदाज मोटी मोटी जंघे इतनी चिकनी नज़र आ रही थी कि क्या बताऊ मोम ने अपनी टाँगो को धोना शुरू किया और फिर साबुन से अपनी गोरी गोरी टाँगो को धो लिया उसके बाद मोम ने कहा रवि तू नीचे जा मैं नहा कर आती हू
मैने कहा मोम मैं नीचे बोर होऊँगा आप नहा लो मैं यही बैठा हू,
सुजाता : पगले मुझे तेरे सामने शरम नही आएगी क्या
मैने कहा मोम मुझसे क्या शरमाना
सुजाता : अब मैं तेरे सामने ब्रा और पैंटी पहन कर तो नही नहा सकती हू और वैसे भी मुझे पूरे कपड़े उतार कर नहाने की
आदत है, मैने मोम से कहा ओके मोम मैं चला जाता हू, और मैं उठ कर जाने लगा, तभी मोम ने कहा अरे रवि सुन तो, मैने मोम की ओर पलट कर देखा तो उनके चेहरे पर मंद मंद स्माइल थी और वह कहने लगी अच्छा चल यही बैठ जा अब तू तो मेरा बेटा है तुझसे क्या शरमाना और फिर मेरे देखते ही देखते मोम ने अपनी झीनी सी टीशर्ट उतार दी उसके सफेद ब्रा मे कसे हुए मोटे मोटे मेलन देख कर मैं तो मस्त हो गया मोम ने कहा रवि ले ज़रा मेरे पीछे आकर यह ब्रा खोल दे यह वही ब्रा है जो तेरे चक्कर मे एक नंबर. छोटी खरीद ली थी, बहुत कसी रहती है, मैं मोम के पीछे गया मोम का गोरा बदन मुझे पागल किए जा रहा था, मैने ब्रा का हुक खोल दिया और मोम के तंदुरुस्त बोबे पूरे खुल कर बाहर आ गये, मन तो कर रहा था कि मोम के दूध खूब कस कर मसल दू लेकिन मैं कंट्रोल किए हुए था, ब्रा खोलने के बाद मैं वापस मोम के सामने आकर कुर्सी पर बैठ गया और फिर मोम ने मेरे सामने ही अपने मोटे मोटे दूध पर साबुन लगा कर मसलना शुरू कर दिया,
रवि : मोम एक बात कहु
सुजाता : मुस्कुरा कर बोल
रवि : मोम आपके दूध बहुत बड़े बड़े है
सुजाता : अपने दूध को पानी से धोती हुई, कहने लगी तुझे भी तो बड़े बड़े दूध और बड़े बड़े चूतड़ ही पसंद आते है
रवि : हाँ वो तो है मोम
सुजाता : बेटे तू टवल लेकर नही आया, मोम की बात सुन कर मे जल्दी से नीचे गया और टवल लेकर उपर आने लगा उपर आने पर सीढ़ियो के पास से एक जाली लगी थी जो छत की ज़मीन के बराबर मे ही खुलती थी और वही पानी की टंकी थी जिसके पास मोम बैठ कर नहा रही थी, एक पल को मैने सोचा कि मैं झाँक कर यही से मोम को देखता हू और मैने जैसे ही झाँक कर देखा मुझे अपने लंड को बाहर निकाल कर हाथ मे लेना पड़ा,
मोम किसी जवान घोड़ी की तरह केवल पैंटी पहन कर खड़ी थी पहले तो उसकी फूली हुई चूत मेरे सामने नज़र आ रही थी फिर मोम दूसरी तरफ घूम कर जब पानी की बाल्टी उठाने के लिए झुकी तो मैं मोम की मस्त मोटी गंद देख कर मस्त हो गया मोम की पैंटी उसके चुतडो के गहरे पाटो की भीच घुसी हुई थी और मोम के चूतड़ पूरे खुले हुए नज़र आ रहे थे, तभी मोम ने पैंटी को नीचे सरका दिया और मेरी मोम पूरी मादरचोद नंगी हो गई वह जैसे ही
झुकी मोम की फूली हुई चूत खुल कर उभर कर उपर को दिखाने लगी और उसकी गान्ड का भूरा छेद तो ऐसा लग रहा था जैसे उसकी गान्ड का छेद मेरे लंड के साइज़ का हो, मोम की गान्ड मारने मे तो मज़ा आ जाए उसकी गान्ड का छेद बहुत गहरा और कसा हुआ नज़र आ रहा था और उसकी दो बीते की लंबी चौड़ी बुर पूरी चिकनी नज़र आ रही थी, तभी मोम साबुन लगाते लगाते मेरी ओर घूमी और जब मैने मोम की पाव रोटी जैसी फूली हुई चिकनी बुर को देखा तो मैं वही खड़ा खड़ा अपना लंड हिलाने लगा,
मोम अपने हाथो से अपनी चूत को खूब रगड़ रगड़ कर धो रही थी फिर मोम अचानक नीचे बैठ गई और जब मैने अपनी मोम की खुली हुई चूत देखी तो मज़ा आ गया,
मोम की भोस की फांके फैली हुई थी और उसके भोस का गुलाबी छेद साफ नज़र आ रहा था तभी मोम ने अपनी
चूत मे अच्छे से साबुन लगाया और फिर खूब रगड़ रगड़ कर अपनी चूत के दाने को छेड़ने लगी कुछ देर तक मोम अपनी चूत से खेलती रही और फिर पानी डाल कर धो लिया, अब मोम पूरी नंगी खड़ी थी और नहा चुकी थी, लेकिन मैं वही खड़ा था कुछ देर तक जब मैं नही आया तो मोम ने अपनी ब्रा उठाई और पहनना शुरू कर दिया फिर पैंटी उठा कर पहन ली और फिर मैं टवल लेकर गया तो मोम ने मुझसे जल्दी से टवल ले लिया और मुस्कुराने लगी, और कहने लगी आज तूने बड़ी सेवा की मेरी मैने मोम से कहा मोम ये तो कुछ भी नही आज मैं आपके हाथ पेरो की तेल लगा कर अच्छे से मालिश कर दूँगा,
सुजाता : तुझे आज ड्यूटी नही जाना क्या
मोम मुस्कुरा कर कहने लगी आज बड़ी सेवा कर रहा है अपनी मोम की
मैने कहा मोम बस आपके पेर ही तो धो रहा हू, असली सेवा तो तब होती जब मैं तेल लगा कर आपके हाथ पेरो की अच्छी
मालिश करता
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