RE: Antarvasna kahani वक्त का तमाशा
"क्यूँ भैया, ऐसा क्या किया भाभी ने.." ज्योति ने बात को थोड़ा कुरेदना चाहा..
"डनो यार ऐसा लगता है, यू वॉं'त बिलीव जब मैं इधर आया था तब ..." कहते कहते रिकी रुक गया, वो सोच रहा था के ज्योति से यह बात की जाए कि नहीं, ज्योति ने देख लिया के रिकी शायद कुछ हिचकिचा रहा है
"रहने दो भैया, शीना जितना ट्रस्ट नहीं है मुझ पे तो इट'स ओके.. वैसे फॉर युवर इन्फ़ॉर्मेशन, भाभी कल रात मेरे कमरे में आई थी, शी वाज़ फीलिंग अलोन तो मेरे साथ सोने आई, हम ने कुछ देर यूही बातें की.. दट'स इट.." ज्योति ने बड़ी कॅष्यूयली कहा और वो जानती थी कि रिक अब ज़रूर उसे बताएगा
"अरे दट'स ओके.. आंड मैने कहा ना शीना और तुम मेरे लिए सेम हो... आइ वाज़ सेयिंग, जब मैं इधर आया था यह लास्ट न्यू एअर'स पार्टी में, तब की बात है, भाभी कुछ बहुत ही अजीब से बिहेव कर रही थी, यू नो, लाइक किंडा ट्राइयिंग टू सिड्यूस मी, जैसे मेरे कमरे में बिना बताए आ जाना, मैं जब नहा के निकलूं तब वहीं मेरे सामने खड़ा रहना, ऑल दिस स्टफ, आंड शीना से भी काफ़ी पर्सनल चीज़ें डिसकस करना, जो किसी को भी अनकंफर्टबल फील करवा सकती है... सो आइ डॉन'ट लाइक हर, इसलिए शीना और मैं काफ़ी कम बातें करते हैं उनसे.. बस यही था समझी, आगे से कुछ ऐसी वैसी बात ना करना और स्पेशली अपना और शीना का कंपॅरिज़न, यू बोथ होल्ड स्पेशल प्लेस फॉर मी ओके..." रिकी ने ज्योति से हँस के कहा और उसके फोर्हेड को चूम के वहाँ से निकल गया
"स्नेहा भाभी रिकी को सिड्यूस करती है, शीना के साथ ऐसी बातें करती है... या यह सब वो करती थी... फिर अचानक उसने यह सब क्यूँ बंद कर दिया उसने..... चलो शीना को एक पल के लिए इग्नोर भी कर दूं क्यूँ कि मैने देखा है दोनो के बीच में काफ़ी अन बन हुई थी, लेकिन रिकी को अचानक सिड्यूस करते करते क्यूँ बंद किया... और यह सब पहले मुझे नहीं पता था, अब जब पता चल गया है तो कुछ तो करना पड़ेगा..." ज्योति ने खुद से कहा और फिर रिकी का चेहरा उसकी आँखों के आगे घूमने लगा, प्यार वाला नही, चेहरा उस वक़्त का जब वो कॉलेज के मेल्स देख के बेचैन हो रहा था... ज्योति ने अपना आइपॅड निकाला और कुछ लिख के फिर फ्रेश होने चली गयी
"अच्छा, अब मतलब मेरे रूम से बताए बिना निकले तो निकले, लेकिन फिर सीधा ज्योति के कमरे में जाओ..." शीना ने रिकी के कमरे में घुस के कहा जहाँ रिकी कुछ बुक रेफर कर रहा था
"क्या हुआ स्वीटहार्ट, जानती हो तीन दिन में एग्ज़ॅम है आंड आइ हेवन'ट स्टडीड एनितिंग" रिकी ने अपने चेहरे के आगे से बुक हटाते हुए कहा
"तो क्या फरक पड़ेगा, इतने मार्क्स लाके क्या करोगे, बिज़्नेस है, प्रॉजेक्ट है नया, पढ़ के और ज़्यादा क्या करना चाहते हैं आप..." शीना ने गुस्से में उसके पास बैठते हुए कहा
"ओह हो... देखो, प्रिन्सेस ईज़ वेरी आंग्री हाँ....डॉन'ट बी स्वीटहार्ट, सुबह मैने भाभी को ज्योति के कमरे से बाहर आते हुए देखा, इसलिए जस्ट चेक करने गया था कि क्या बात है.."
"आंड......" शीना ने रिकी की बात अधूरी देख के फिर कहा
"आंड नतिंग... रात को उन्हे नींद नहीं आ रही थी, इसलिए वो ज्योति के पास सोने चली गयी.." रिकी ने शीना को जवाब देके कहा
"सोने चली गयी.... व्हाट रब्बिश, ज्योति ने आपसे यह कहा और आप मान गये.." शीना ने फिर गुस्से में रिकी से कहा
"चिल मारो यार, मैने ज़्यादा आर्ग्यू नहीं किया, उसने कहा मैने मान लिया, अब ज़्यादा कुछ करूँगा या कहूँगा तो उसमे भी तुम्हे बुरा लगेगा.. उपर से एग्ज़ॅम है उसके लिए कुछ पढ़ा भी नहीं है, आंड तुम्हारा गुस्सा सुबह सुबह... एक काम करो, गेट मी आ नाइस हॉट स्टीमिंग कप ऑफ कॉफी.. आंड तुम्हारे लिए भी लाओ, बाल्कनी में बैठ के पढ़ते हैं, मज़ा आएगा.." रिकी ने शीना से कहा और फिर अपनी आँखें किताब में लगा ली... शीना ज़्यादा आर्ग्यू किए बिना वहाँ से किचन के लिए चली गयी, रास्ते में ज्योति के कमरे का दरवाज़ा खुला था इसलिए जाते जाते उसकी नज़र पड़ी तो ज्योति भी कुछ पढ़ रही थी...
"वैसे एक बात कहूँ..." शीना ने अंदर आके ज्योति से कहा, ज्योति ने आँखें किताब से बाहर निकाली तो शीना ठीक उसके सामने खड़ी थी
"हां बोलो, और बेत के बोलो.." ज्योति ने अपनी किताब साइड रखी और शीना को देखने लगी
"ज्योति, फक दा डिफरेन्सस बिट्वीन अस ओके.. मैं लीस्ट बॉदर्ड हूँ कि हमारे बीच क्या है, एंड ऑफ दा दे वी आर फॅमिली, लेकिन याद रखना, स्नेहा भाभी से दूर रहो.. वो एक नंबर की हरामी है, मेरे जाने के बाद मेरे बारे में कम मेरी बातों के बारे में सोचना, आइ रिपीट.. स्नेहा एक नंबर की हरामी औरत है... समझी..." शीना ने उसे चेतावनी दी और वहाँ से निकल गयी... शीना के जाते ही ज्योति स्नेहा के बारे में सीरियस्ली सोचने लगी, अगर दो लोगों ने उसे कहा है तो ज़रूर कुछ बड़ी बात होगी, लेकिन अगले ही पल जब उसे याद आया कि स्नेहा ने उसे प्रॉजेक्ट दिलाने का वादा किया है, तो उसने सोचना बंद कर दिया और सिर्फ़ अपने फ़ायदे के बारे में सोचने लगी....
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"अच्छा रिकी, आज तुम्हारे आर्किटेक्ट्स आने वाले थे, क्या हुआ उनका..." अमर ने रिकी और शीना से पूछा जब सब लोग नाश्ता कर रहे थे.. टेबल पे शीना और रिकी साथ बैठे हुए थे, लेकिन राजवीर और ज्योति, आमने सामने बैठे थे.. आमने सामने होते हुए भी ज्योति राजवीर से आँख नहीं मिलाना चाहती थी और राजवीर वैसे तो उपर से नॉर्मल दिख रहा था, लेकिन अंदर ही अंदर काफ़ी सोच रहा था कि ज्योति उससे आँखें मिलाए और दोनो कुछ बात करे..
"उः डॅड, वो अभी आते ही होंगे.. लेट मी कॉल देम," कहके रिकी ने जैसे ही फोन निकाला, सामने से उनका एक सेक्यूरिटी गार्ड आया और साथ में 3-4 लोग दूसरे भी थे..
"आहह, देअर दे आर.. वेलकम मिस्टर विलसन" कहके रिकी अपनी जगह से उठा और सब को उनसे मिलने लगा..
"मिस्टर राइचंद.. वी आर ग्लॅड टू बी हियर आंड वर्किंग वित यू.. हॅव हर्ड आ लॉट अबाउट यू, होप्फुली वी विल हॅव आ नाइस टाइम वर्किंग वित यू.." मिस्टर विलसन ने अमर से हाथ मिला के कहा
"उः, मिस्टर राइचंद, वी वर वंडरिंग इफ़ देअर इस सम प्लेस व्हेअर वी कॅन शो यू और प्रेज़ेंटेशन्स आंड देन वी कॅन मूव अहेड"
"ओह यस मिस्टर विलसन.. प्लीज़ कम वित मी... आंड अलॉंग वित रिकी, माइ डॉटर्स शीना आंड ज्योति विल बी वर्किंग ऑन दिस प्रॉजेक्ट.... सो वी शेल जायंट्ली हॅव आ लुक अट व्हाट यू वॉंट टू शो.. प्लीज़ दिस वे" अमर ने विलसन से कहा और उसकी टीम के साथ अंदर चला गया... ज्योति को यह देख काफ़ी अच्छा लगा कि अमर उसे भुला नहीं था.... शीना को यह बिल्कुल अच्छा नहीं लगा लेकिन रिकी ने उसे इशारे में चुप रहने के लिए कहा और सब लोग प्रेज़ेंटेशन देखने चले गये.
"मिस्टर राइचंद... दिस वाज़ इट फ्रॉम और साइड..." मिस्टर विलसन ने प्रेज़ेंटेशन ख़तम करके कहा
"दट'स नाइस मिस्टर विलसन, हवेवर वी हॅव सर्टन डिज़ाइन्स रेडी वित अस, शीना हॅज़ बिन वर्किंग ऑन दिस थिंग सिन्स क्वाइट आ टाइम नाउ... सो व्हाट वी वुड वॉंट यू टू डू ईज़ गो थ्रू सेम आंड लेट अस नो व्हेन कॅन वी स्टार्ट.. ऑल्सो, वी हॅव दा प्लेस आंड लॅंड रेडी, सो वी वुड लाइक यू टू सी दा लॅंड ऐज वेल, सो दट एवेरितिंग वी टॉक गेट्स आक्चुयल ऐज वेल.." रिकी ने विलसन से कहा और फिर शीना को देखने लगा... शीना ने उसका इशारा समझा और अपनी ड्राइव से अपनी डिज़ाइन लोगों को दिखाने लगी..
"दट'स ओके मिस्टर राइचंद.. वी आर फाइन वित दा डिज़ाइन, लेट अस सी दा आक्चुयल पीस ऑफ लॅंड व्हेअर वी वॉंट टू मेक दिस रिज़ॉर्ट आंड देन गेट गोयिंग.." विलसन भी शीना की डिज़ाइन देख के काफ़ी खुश लग रहा था
"ओह.. मिस्टर विलसन , बट बिफोर तट... लेट मी टेल यू, दिस डिज़ाइन ईज़ प्रिपेर्ड इन कोवार्डिनेशन वित वित अनदर फ्रेंड ऑफ माइन, हू कोयिन्सिडेंटली ईज़ ऑल्सो आर्किटेक्ट.. सो वी वुड वॉंट हर ऑनबोर्ड ऐज वेल, अलॉंग वित युवर टीम... " शीना ने विलसन से कहा और फिर अमर और रिकी को भी एक नज़र देखा
"वी आर सॉरी मिस राइचंद, और कंपनी नॉर्म्स डॉन'ट अलो दिस, आंड बिसाइड्स, नाउ दट यू हॅव इनफॉर्म्ड अस, बिफोर स्टार्टिंग दा वर्क वी वुड वॉंट नोक फ्रॉम हर अलोयिंग अस टू यूज़ दिस डिज़ाइन फॉर युवर रिज़ॉर्ट.. बिफोर तट वी वॉं'ट बी एबल टू स्टार्ट दा वर्क" विलसन ने सॉफ सॉफ मना कर दिया शीना को.. विलसन का जवाब सुन के शीना काफ़ी नाराज़ हुई, उसने अपनी दोस्त को वादा किया था लेकिन अब विलसन की बात सुन वो थोड़ी निराश हुई..
"सो आर वी फाइन हियर मिस राइचंद" विलसन ने फिर शीना से कहा और जवाब में शीना ने सिर्फ़ हां में गर्दन हिलाई
"दट'स ओके मिस्टर विलसन, वी शल गेट यू दा नोक फ्रॉम हर, सो वी आर गुड तो मूव नाउ" रिकी ने विलसन से कहा और महाबालेश्वर जाने के लिए निकल पड़े..
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